यह 8 & 9 जून 2023 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा में ये महत्वपूर्ण सवाल-जवाब की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के 10 सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
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1. रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान यूक्रेन में किस नदी पर बना नोवा कखोव्का डैम का हिस्सा टूट गया और बड़े इलाके में बाढ़ आ गई?
During the Russia-Ukraine war, part of the Nova Kakhovka Dam built on which river in Ukraine broke and flooded a large area?
a. वागा नदी
b. निप्रो नदी
c. नील नदी
d. नीसतर नदी
Answer: b. निप्रो नदी
– नोवा कखोव्का डैम यूक्रेन के खेरसॉन क्षेत्र में स्थित है।
नोवा कखोव्का बांध के बारे में
– नोवा कखोव्का (Nova Kakhovka) बांध यूक्रेन के सबसे बड़े बांधो में एक है, ये फिलहाल रूस के नियंत्रण में है।
– यह बांध निप्रो नदी पर बना हुआ है।
– यह हाइड्रोइलेक्ट्रिक पॉवर, सिंचाई और आवागमन के लिए इस्तेमाल में आता है। बांध का हिस्सा टूटने से यह बिजली स्टेशन नष्ट हो गया है।
– यह बांध 1956 में बनकर तैयार हुआ था।
– ऊंचाई 30 मीटर और लंबाई 3.2 किलोमीटर है और यह 18 वर्ग किलोमीटर में फैला है।
– यह बांध जेपोरेझिया न्यूक्लियर पॉवर प्लांट को भी पानी देता है, जिससे न्यूक्लियर प्लांट को ठंडा रखा जा सके।
– लेकिन बांध टूट के बाद से इन न्यूक्लियर प्लांट की बिजली उत्पादन क्षमता आधी हो गई है।
– बांध टूटने से दोनों देशों को नुकसान हुआ है।
दुनिया को क्या नुकसान हुआ
– डैम टूटने के बाद गेहूं और मक्का का ग्लोबल प्राइस बढ़ गया है।
– यूक्रेन से दुनियाभर में गेहूं, जौ, मक्का, सूरजमुखी का तेल की आपूर्ति होती है।
– डैम टूटने से फसलें डूब गई हैं और भविष्य में खेतों को पानी के संकट की आशंका है।
युक्रेन को नुकसान
– नोवा कखोव्का बांध के टूटने से यूक्रेन को भारी नुक़सान उठाना पड़ सकता है।
– दक्षिणी यूक्रेन का बड़ा हिस्सा भारी बाढ़ की चपेट में आ गया है।
– खेरसॉन की कई बस्तियों में पानी घुस गया है।
– फिलहाल करीब 16000 लोगों के प्रभावित होने की बात की गई है।
– इस क्षेत्र में यूक्रेन की फौज, रूसी सैनिकों को कड़ा जवाब दे रहे थे। लेकिन अब बाढ़ की वजह से ऐसा नहीं होगा।
रूस को क्या नुकसान
– ये बांध यूक्रेन के खेरसन क्षेत्र के साथ-साथ क्रीमिया को भी पानी देता है।
– खेरसन इलाके में रूस ने मौजूदा युद्ध के दौरान कब्ज़ा किया है, जबकि क्रीमिया पर 2014 से उसका कब्ज़ा है।
– यानी बांध की तबाही से रूस के नियंत्रण वाले क्षेत्र में भी नुकसान होगा। – दरअसल, इस डैम को युद्ध के हथियार के तौर पर शुरू से ही इस्तेमाल किया जा रहा है।
– युद्ध के शुरुआत से ही रूस की तरफ़ से आशंका जतायी गई कि यूक्रेन इस पर हमला कर सकता है और इसकी जिम्मेदारी रूस पर डाल कर उसे बदनाम करने की कोशिश कर सकता है।
– 2022 में इस बांध से जुड़े एक पुल पर हमला किया गया, इससे वो पुल टूट गया।
– उस दौरान भी दोनों देशों ने एक दूसरे पर हमले का आरोप लगाया था।
– अब बाढ़ की वजह से रूस इस क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ सकेगा।
– ताजा हमले के बाद यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध और तेज़ होने का आंशका जतायी जा रही है।
यूक्रेन और रूस ने क्या कहा
– यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इसे रूस का ‘आतंकवाद’ बताया है।
– वे पिछले साल ही चेतावनी दे चुके थे कि नोवा कखोव्का बांध पर हमला दुनिया के खिलाफ़ जंग मानी जाएगी।
– दूसरी तरफ़ रूस ने कहा है कि इस तबाही के लिए यूक्रेन ख़ुद ज़िम्मेदार है।
– रूस ने इसे यूक्रेन की तरफ़ से की गई आतंकी कार्रवाई बताया गया है।
– रूस के एक अधिकारी ने कहा है कि बमबारी से प्लांट का केवल ऊपरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है, बांध नहीं।
यूक्रेन को बिजली संकट बढ़ेगा
– यूक्रेन के कई बिजलीघर रूस के हमले में तबाह हो चुके हैं, जिससे उसे बिजली संबंधी परेशानी हो रही है।
– नोवा कखोव्का जल विद्युत परियोजना के बंद होने से ऊर्जा संबंधी दिक्कत भी बढ़ेगी, क्योंकि इससे करीब 30 लाख लोगों को बिजली मिलती है।
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2. केन्द्रीय कैबिनेट ने जून 2023 में खरीफ फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि की, इनमें धान की MSP कितनी बढ़ी?
Union Cabinet increased the Minimum Support Price (MSP) of Kharif crops in June 2023, by how much did the MSP of paddy increase?
a. 143
b. 215
c. 300
d. 400
Answer: a. 143
– केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 7 जून 2023 को 17 खरीफ फसलों की MSP (मिनिमम सपोर्ट प्राइस) में बढ़ोत्तरी की है।
– नया MSP खरीफ विपणन वर्ष (Kharif Marketing Year) 2023-24 के लिए है।
– नोट – खरीफ मार्केटिंग ईयर = अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024.
खरीफ फसलें क्या होती हैं?
– खरीफ की फसल उन फसलों को कहते हैं जिन्हें जून-जुलाई में बोते हैं और अक्टूबर के आसपास काटते हैं।
– इन फसलों को बोते समय अधिक तापमान एवं आद्रता (ह्यूमेडिटी) तथा पकते समय शुष्क (ड्राई) वातावरण की आवश्यकता होती है।
रबी फसलें क्या होती है?
– रबी की फसलों की बुआई मुख्यत: अक्टूबर से नवंबर के महीने में होती है।
– रबी फसलों की कटाई मार्च से अप्रैल के बीच होती है।
– रबी की फसलों को उगाने के लिए कम तापमान और फसल के पकते समय खुश्क और गर्म वातावरण की जरूरत होती है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)
– एक फसल के लिए MSP वह मूल्य है, जिस पर सरकार को उस फसल को किसानों से खरीदती है।
– MSP, मार्केट प्राइस के विकल्प के तौर पर काम करता है और सुनिश्चित करता कि किसानों को उनका मेहनताना प्राप्त हो सके।
– ताकि उनकी खेती की लागत (और कुछ लाभ) की वसूली की हो सके।
– सरकार MSP तय करके कुछ फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देती है।
– हालांकि नीति आयोग की रिपोर्ट कहती है कि देश के सिर्फ 6% किसान ही MSP का फायदा ले पाते हैं। क्योंकि ज्यादातर राज्यों में MSP पर अनाज की खरीद नहीं होती है।
क्या सरकार सभी कृषि उत्पादों को MSP पर खरीदती है?
– सरकार सभी कृषि उत्पादों को MSP पर नहीं खरीदती है।
– सरकार कुल 23 फसलों (खरीफ और रबी मिलाकर) पर MSP की घोषणा करती है।
– केंद्र सरकार देश की खाद्य सुरक्षा को देखते हुए इन अनाज को खरीदती है। ताकि पूरे साल देश में अनाज की कमी न हो।
MSP में कितने फसल शामिल हैं?
– सात प्रकार के अनाज (धान, गेहूं, मक्का, बाजरा, ज्वार, रागी और जौ)
– पांच प्रकार की दालें (चना, अरहर/तूर, उड़द, मूंग और मसूर)
– सात तरह की तिलहन (रेपसीड-सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल, कुसुम, रामतिल)
– चार व्यावसायिक फसलें (कपास, गन्ना, गोला, कच्चा जूट)
MSP कैसे तय किया जाता है?
– MSP की घोषणा केंद्र सरकार करती है।
– इसके लिए सरकार बड़े पैमाने पर कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिशों पर अपने फैसले को आधार बनाती है।
MSP के लिए CACP निम्नलिखित कारकों को देखता है-
– किसी वस्तु की डिमांड और सप्लाई
– इसकी उत्पादन लागत
– मार्केट प्राइस के बदलते ट्रेंड्स (घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों)
– अंतर-फसल मूल्य समता
– कृषि और गैर-कृषि के बीच व्यापार की शर्तें (अर्थात, कृषि आदानों और कृषि उत्पादों की कीमतों का अनुपात)
– उत्पादन की लागत पर मार्जिन के रूप में न्यूनतम 50 प्रतिशत और
– उस उत्पाद के उपभोक्ताओं पर MSP के संभावित प्रभाव
‘दोषपूर्ण उत्पादन अनुमान’
– लगभग 500 कृषि संगठनों के मंच संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र के दावों पर सवाल उठाया और कहा कि नए एमएसपी खेती के वास्तविक खर्च से जुड़े नहीं हैं।
कृषि मंत्री – नरेंद्र सिंह तोमर
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3. RBI ने द्विमासिक मौद्रिक नीति (bi-monthly monetary policy) समीक्षा (जून 2023) में रेपो रेट बदलाव नहीं किया, यह रेपो दर कितनी है?
RBI did not change the repo rate in the bi-monthly monetary policy review (June 2023), what is this repo rate?
a. 5.5%
b. 5.8%
c. 6.2%
d. 6.5%
Answer: d. 6.5%
– RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने 8 जून 2023 को रेपो रेट में इजाफा न करने का फैसला किया।
– यानी ब्याज दर 6.50% बनी रहेगी। लगातार दूसरी बार RBI ने दरों में बदलाव नहीं किया है।
– RBI के अनुमान के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 (FY24) में महंगाई 4% के ऊपर ही रहने की संभावना है। इसी वजह से रेपो रेट नहीं बढ़ाया गया।
– इसके अलावा वित्त वर्ष 2023-24 में रियल GDP ग्रोथ 6.5% रहने का अनुमान है।
रेपो रेट (Repurchase Rate or Repo Rate) क्या है?
– आसान भाषा में कहें, तो बैंक हमें कर्ज देते हैं और उस कर्ज पर हमें ब्याज देना पड़ता है।
– ठीक वैसे ही बैंकों को भी अपने रोजमर्रा के कामकाज के लिए भारी-भरकम रकम की जरूरत पड़ जाती है और वे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से कर्ज लेते हैं।
– इस लोन पर रिजर्व बैंक जिस दर से उनसे ब्याज वसूल करता है, उसे रेपो रेट कहते हैं।
रेपो रेट से आम आदमी पर क्या पड़ता है प्रभाव
– RBI के पास रेपो रेट के रूप में महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है।
– जब महंगाई बहुत ज्यादा होती है तो, RBI रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है।
– जब बैंकों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होगा यानी रेपो रेट कम होगा तो वो भी अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज दे सकते हैं।
– और यदि रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाएगा तो बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा और वे अपने ग्राहकों के लिए कर्ज महंगा कर देंगे।
रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate)
– यह, रेपो रेट से उलट होता है।
– बैंकों के पास जब दिन-भर के कामकाज के बाद बड़ी रकम बची रह जाती है, तो उस रकम को रिजर्व बैंक में रख देते हैं।
– इस रकम पर आरबीआई उन्हें ब्याज देता है।
– रिजर्व बैंक इस रकम पर जिस दर से ब्याज देता है, उसे रिवर्स रेपो रेट कहते हैं।
मौद्रिक नीति समिति के पदेन अध्यक्ष – भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास
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4. केंद्र सरकार ने भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) का नया महानिदेशक (DG) किसे नियुक्त किया?
Whom did the Central Government appoint as the new Director General (DG) of the Geological Survey of India (GSI)?
a. जनार्दन प्रसाद
b. एस राजू
c. राकेश कुमार
d. विनोद प्रसाद
Answer: a. जनार्दन प्रसाद
– GSI का डीजी बनने से पहले जर्नादन प्रसाद यहा एडिशनल DG के पद पर थे।
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI)
– यह खान मंत्रालय के अधीन एक संगठन है।
– स्थापना : 1851
– मुख्यालय : कोलकाता
– GSI का मुख्य कार्य राष्ट्रीय भू-वैज्ञानिक सूचना और खनिज संसाधन मूल्यांकन और आधुनिकीकरण संबंधी कार्य करना है।
– इसकी स्थापना 1851 में अंग्रेजों ने मुख्य रूप से रेलवे के लिये भारत में उपलब्ध कोयला भण्डार की खोज के उद्देश्य से की थी।
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5. विश्व मस्तिष्क ट्यूमर दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Brain Tumor Day observed?
a. 7 जून
b. 8 जून
c. 9 जून
d. 10 जून
Answer: b. 8 जून
2023 की थीम
– अपना बचाव करें- तनाव से दूर रहें
– Protect yourself- keep away from stress
इस दिवस का महत्व
– ब्रेन ट्यूमर दिवस मनाने का मुख्य मकसद लोगों को इससे अवगत कराना और इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाना है।
– ब्रेन ट्यूमर दिमाग से जुड़ी बीमारी है जो दिमाग में ट्यूमर की एब्नॉर्मल ग्रोथ के कारण होती है।
– ब्रेन ट्यूमर के 70% मामले कैंसर ग्रस्त नहीं होते हैं।
– अगर ब्रेन ट्यूमर के मामले में कैंसर का जोखिम नहीं है तो उसे ऑपरेशन के जरिए निकाला जा सकता है। ध्यान रखें कि 100 ट्यूमर ग्रस्त रोगियों में से 25 से 30 ही कैंसर ग्रस्त होते हैं।
भारत में ब्रेन ट्यूमर
– स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए संसद की स्थायी समिति ने सितंबर 2022 में सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत में साल 2020 के दौरान 32,729 लोगों में ब्रेन ट्यूमर की पुष्टि हुई है।
– WHO और इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ कैंसर रजिस्ट्री (IARC) द्वारा जारी ग्लोबोकॉन 2018 रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में हर साल ब्रेन ट्यूमर की वजह से 24 हजार लोगों की मौत हो रही है।
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6. भारतीय मूल की किस वैज्ञानिक को डच विज्ञान में सर्वोच्च सम्मान स्पिनोजा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है?
Which Indian-origin scientist has been awarded the Spinoza Prize, the highest honor in Dutch science?
a. जॉयिता गुप्ता
b. मेघनाथ साहा
c. अमित जैसवाल
d. नीना गुप्ता
Answer: a. जॉयिता गुप्ता
– इस पुरस्कार को ‘डच नोबेल पुरस्कार’ भी कहा जाता है।
– यह पुरस्कार डच अकादमिक क्षेत्र में सर्वोच्च पुरस्कार है।
– हर साल नीदरलैंड में काम करने वाले उन शोधकर्ताओं को दिया जाता है, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार दुनिया भर में सबसे अच्छे रिसर्च करते हैं।
– एम्स्टर्डम विश्वविद्यालय ने जॉयिता को उनके उत्कृष्ट, अग्रणी और प्रेरक वैज्ञानिक कार्यों के लिए सम्मानित किया है।
– जॉयिता गुप्ता को वैज्ञानिक अनुसंधान और ज्ञान उपयोग से संबंधित गतिविधियों पर खर्च करने के लिए 15 लाख यूरो मिलेंगे।
– आधिकारिक प्रस्तुति चार अक्तूबर को होगी।
जायिता के बारे में
– जॉयिता गुप्ता एम्स्टर्डम विश्वविद्यालय में ग्लोबल साउथ में पर्यावरण और विकास की प्रोफेसर हैं।
– वैश्विक स्तर पर ‘इको-स्पेस’ (पर्यावरण उपयोग स्थान) साझा करने पर 2014 में अपने उद्घाटन व्याख्यान में प्रस्तुत विचारों को लागू करने की दिशा में काम करने के लिए वह पुरस्कार राशि का उपयोग करने की योजना बना रही है।
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7. एशियाई अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप के डेकाथलॉन इवेंट में किस भारतीय ने गोल्ड मेडेल जीता?
Which Indian won the gold medal in the decathlon event of the Asian Under-20 Athletics Championships?
a. अशोक कुमार
b. राकेश अग्रवाल
c. सुनील कुमार
d. विनय सैनी
Answer: c. सुनील कुमार
– कहां आयोजित हुआ – दक्षिण कोरिया के येचियन में.
– सुनील कुमार ने 10 स्पर्धाओं वाली डेकाथलॉन में 7003 अंक बनाकर अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
– इसी के साथ उन्होंने इस इवेंट में गोल्ड मेडेल जीता।
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8. 20वीं एशियाई अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने कितने गोल्ड मेडेल जीते?
How many gold medals did India win in the 20th Asian Under-20 Athletics Championships?
a. 2
b. 4
c. 6
d. 8
Answer: c. 6
– एशियन U20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन 4-7 जून 2023 को दक्षिण कोरिया के येचियन में हुआ।
– चैंपियन का यह 20वां एडिशन था।
– इसकी शुरुआत 1986 से हुई थी।
– 2023 में में भारत के 45 खिलाडि़यों ने हिस्सा लिया।
भारत को तीसरा स्थान
– पदक तालिका में भारत तीसरे स्थान पर रहा। पहले स्थान पर जापान और दूसरे पर चीन रहा।
– भारत ने कुल 19 पदक जीते। इनमें 6 गोल्ड, 7 सिल्वर और 6 सिल्वर मेडेल शामिल हैं।
गोल्ड मेडेल विजेता
– गोला फेंक (शॉटपुट) : सिद्धार्थ चौधरी
– डिस्कस थ्रो : भरतप्रीत सिंह
– डेकाथलॉन : सुनील कुमार
– 400 मीटर दौड़ : रेजोआना मलिक हीना
– 1500 मीटर दौड़ : ललिता संडीलिया
– 4 × 400 मीटर रिले – भारतीय टीम
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9. न्यूज़ प्रेज़ेंटर और एंकर गीतांजलि अय्यर का निधन हो गया, वह किस चैनल से जुड़ी थीं?
News presenter and anchor Gitanjali Iyer passed away, she was associated with which channel?
a. पीटीआई न्यूज एजेंसी
b. दूरदर्शन
c. आज तक
d. एबीपी न्यूज
Answer: b. दूरदर्शन
– दूरदर्शन की मशहूर न्यूज़ प्रेज़ेंटर और एंकर गीतांजलि अय्यर का निधन 7 जून को हो गया।
– उन्होंने आकाशवाणी पर फरमाइशी अंग्रेज़ी गीतों वाले कार्यक्रम ‘ए डेट विद यू’ को भी प्रस्तुत किया था।
– ऑल इंडिया रेडियो के साथ उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी।
– गीतांजलि 1971 में दूरदर्शन से जुड़ी थी, अपनी बेहतरीन प्रस्तुति के कारण उन्होंने चार बार बेस्ट एंकर पर्सन का अवॉर्ड जीता था।
– गीतांजलि भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) में सलाहकार के रूप में भी कार्य किया था. उन्होंने टीवी सीरियल ‘खानदान’ में भी अभिनय किया था।
– वह रात 9 बजे दूरदर्शन के प्राइम टाइम समाचार के प्रमुख चेहरों में से एक थी।
– गीतांजलि को उनके उत्कृष्ट कार्यों, उपलब्धियों के लिए वर्ष 1989 में इंदिरा गांधी प्रियदर्शिनी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
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10. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में शतक लगाने वाले पहले क्रिकेटर कौन बने?
Who became the first cricketer to score a century in the final of the World Test Championship (WTC)?
a. ट्रैविस हेड
b. रोहित शर्मा
c. विल स्मिथ
d. उस्मान ख्वाजा
Answer: a. ट्रैविस हेड
– ऑस्ट्रेलिया के स्टार बल्लेबाज़ ट्रैविस हेड ने भारत के WTC 2023 फाइनल के पहले दिन 106 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया।
– आपको बता दें भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ WTC फाइनल इंग्लैंड के द ओवल मैदान पर खेला जा रहा है।
– 7 जून को खेले गए मुकाबले में ट्रैविस हेड ने ये स्कोर बनाया।
– इससे पहले डब्ल्यूटीसी फाइनल का सबसे बड़ा स्कोर न्यूज़ीलैंड के डेवन कॉनवे के नाम था जिन्होंने डब्ल्यूटीसी 2021 फाइनल में भारत के खिलाफ 54 (153) रनों की पारी खेली थी.