यह 8 December 2022 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्जाम्स में मदद करेगा।
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1. RBI ने दिसंबर 2022 में कितने बेसिस प्वाइंट की बढ़ोत्तरी करके रेपो रेट 6.25% कर दिया?
RBI increased the repo rate by how many basis points to 6.25% in December 2022?
a. 20
b. 25
c. 30
d. 35
Answer: d. 35
– RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने 5-7 दिसंबर 2022 तक चली ‘मार्जिनल प्रोपेंसिटी टू कंज़्यूम’ की बैठक के बाद रेपो रेट को बढ़ाने का घोषणा की।
– महंगाई को काबू करने की कोशिश के तहत RBI ने रेपो रेट में 35 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 6.25% कर दिया।
– इससे पहले रेपो रेट 5.90% प्रतिशत था।
– RBI ने अगस्त और अक्टूबर में भी रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी।
– RBI जून 2022 से लगातार हर मॉनिटरी पॉलिसी रिव्यू के दौरान रेपो रेट बढ़ा रहा है।
– आरबीआई गवर्नर अनुसार वित्तीय वर्ष 2023 में GDP ग्रोथ 6.8% रह सकती है और वित्तीय वर्ष 2024 की पहली तिमाही में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक 5% रह सकता है।
बेसिस प्वाइंट क्या होता है?
– बेसिस प्वाइंट मतलब आधार अंक।
– 1% में 100 बेसिस प्वाइंट होते है।
मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दर
– रेपो दर: 6.25%
– फिक्स्ड रिवर्स रेपो रेट: 3.35%
– स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसेलिटी (SDF): 6.00%
– बैंक दर: 6.50%
– मार्जिनल स्टैंडिंग फैसेलिटी (MSF): 6.50%
– कैश रिजर्व रेशो (CRR): 4.50%
रेपो रेट (Repurchase Rate or Repo Rate) क्या है?
– आसान भाषा में कहें, तो बैंक हमें कर्ज देते हैं और उस कर्ज पर हमें ब्याज देना पड़ता है।
– ठीक वैसे ही बैंकों को भी अपने रोजमर्रा के कामकाज के लिए भारी-भरकम रकम की जरूरत पड़ जाती है और वे RBI से कर्ज लेते हैं।
– इस लोन पर रिजर्व बैंक जिस दर से उनसे ब्याज वसूल करता है, उसे रेपो रेट कहते हैं।
रेपो रेट से आम आदमी पर क्या पड़ता प्रभाव है
– जब बैंकों को कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध होगा, यानी रेपो रेट कम होगा तो वो भी अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज दे सकते हैं।
– यदि रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाएगा तो बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा और वे अपने ग्राहकों के लिए कर्ज महंगा कर देंगे।
रेपो रेट का महंगाई बढ़ने या घटने से क्या रिश्ता?
– देश में महंगाई को कम करने की प्राथमिक जिम्मेदारी RBI पर है।
– बाजार में जरूरत से ज्यादा नकदी रहने पर महंगाई बढ़ने का खतरा होता है।
– जब भी बाजारों में बहुत ज्यादा नकदी दिखाई देती है, आरबीआई रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट को बढ़ा देता है, ताकि बैंक ज्यादा ब्याज कमाने के लिए अपनी रकम उसके पास जमा करा दें।
– इस तरह बैंकों के कब्जे में बाजार में छोड़ने के लिए कम रकम रह जाएगी।
– ताकि महंगाई पर काबू पाया जा सके।
RBI
– गवर्नर – शक्तिकांत दास
– मुख्यालय – मुंबई
– स्थापना – 1 अप्रैल 1935, कोलकाता
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2. बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवाती तूफान का नाम ‘मंडौस’ किस देश ने रखा?
Which country named the cyclonic storm in the Bay of Bengal as ‘Mandaus’?
a. UAE
b. USA
c. भारत
d. ओमान
Answer: a. UAE
– मौसम विभाग के अनुसार यह बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना है।
– यह चक्रवात लगभग 9 से 10 दिसंबर तक तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश को प्रभावित कर सकता है।
– इस चक्रवात में भारी बारिश और तेज हवाओं का अनुमान लगाया गया।
– तमिलनाडु के कुछ इलाकों में लगातार बारिश हो रही है।
– मौसम विभाग की चेतावनी के बाद NDRF की टीमों को तैनात किया गया।
राजस्थान, पजांब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत उत्तर भारत के राज्यों में बुधवार से अगले तीन दिन तक बादल छाने और बारिश के आसार हैं। इससे उत्तर भारत में सर्दी का नया दौर शुरू होने की संभावना है।
चक्रवात का नाम किसने दिया
– चक्रवात मंडौस का नाम संयुक्त अरब अमीरात ने दिया।
– मंडौस का अर्थ है, खजाने का पिटारा।
– इससे पहले अक्टूबर में बांग्लादेश के तट पर सितरांग तूफान आया था।
– वर्ष 2022 का पहला चक्रवात असानी था।
– यह बंगाल की खाड़ी में बना था।
– इस चक्रवात का नाम श्रीलंका ने दिया था।
नाम कैसे तय होते हैं?
– हिन्द महासागर क्षेत्र के 8 देशों (भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार, ओमान और थाईलैंड) ने भारत की पहल पर 2004 से चक्रवाती तूफानों को नाम देने की व्यवस्था शुरू की थी।
– इसके बाद 2018 में इसमें ईरान, कतर, सऊदी अरब, यूएई और यमन भी जुड़ गए।
– ये 13 देश पहले से ही नाम का लिस्ट बनाकर रखते हैं।
– जैसे ही चक्रवात इन 8 देशों के किसी हिस्से में पहुंचता है, सूची में मौजूद अलग नाम इस चक्रवात को दिया जाता है।
– इससे चक्रवात की न केवल आसानी से पहचान हो जाती है बल्कि बचाव अभियानों में भी इससे मदद मिलती है. किसी भी नाम को दोहराया नहीं जाता है।
– तूफान का नाम रखने की व्यवस्था संयुक्त राष्ट्र के निर्देशन में बनी हुई है।
चक्रवाती तूफान कैसे बनते हैं?
– जब समुद्र में कम दबाव का क्षेत्र बनता है, तब चक्रवाती तूफान उठता है।
– यहां सवाल होगा कि समुद्र में कम दबाव का क्षेत्र क्या होता है और यह कैसे बनता है?
– इसके लिए ग्लोबल वार्मिंग जिम्मेदार है।
– जब समुद्र का तापमान बढ़ता है या कहें कि जब समुद्र गर्म होना शुरू होता है, तो उसकी गर्मी से हवा ऊपर उठती है और उस खाली जगह (इससे एक वैक्युम सा क्षेत्र) को भरने के लिए आस-पास की हवा दौड़ती है। इसी को कम दबाव का क्षेत्र कहते हैं।
– चूकि समुद्र बहुत विशाल होते हैं, तो इसलिए यह प्रक्रिया बहुत विशाल होती जाती है।
– चूकि, गर्म हवा ऊपर चली तो जाती है और बड़े इलाके से हवा यहां आती, लेकिन ऊपर उठने वाली हवा भी ठंडी होती है, क्योंकि जैसे-जैसे हम ऊंचाई पर जाएंगे, तो तापमान कम होता जाता है।
– ऐसे में ऊपर की हवा, जो ठंडी हो चुकी है वह भी नीचे आना चाहती है और यह तूफान में बदल जाता है।
– हवा बहुत तेजी से घूमती है।
– समुद्र, धरती में ग्लोबल वार्मिंग या गर्मी को सोखने में बड़ा योगदान है।
– एक तरह से कह सकते हैं कि चक्रवाती तूफान के जरिए समुद्र खुद को ठंडा रखने की कोशिश करता है।
दुनिया के हर इलाके में अलग नामों से साइक्लोन
– अमेरिका – हरिकेन / टॉरनेडो
– कैरेबियन सी – हरिकेन
– चाइना सी – टाइफून
– हिन्द महासागर – ट्रॅपिकल साइक्लोन
– जापान – टाइफू
– नॉर्दर्न ऑस्ट्रेलिया – विली विलीज
– फिलीपींस – बगुइयो
संयुक्त अरब अमीरात
– राजधानी – अबू धाबी
– राष्ट्रपति – खलीफा बिन जाएद अल नाहयान
– प्रधानमंत्री – मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम
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3. उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022-23 का अनुपूरक बजट (सप्लीमेंट्री बजट) विधानसभा में पेश किया है, यह कितनी रकम का बजट है?
The UP government has presented the supplementary budget for the year 2022-23 in the Vidhansabha, how much is this budget?
a. 33,769 करोड़ रुपए
b. 33,800 करोड़ रुपए
c. 45,879 करोड़ रुपए
d. 68,559 करोड़ रुपए
Answer: a. 33,769 करोड़ रुपए
– उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने 05 दिसंबर 2022 को वर्ष 2022-23 के लिए राज्य का अनुपूरक बजट पेश किया।
– यह सप्लिमेंट्री बजट 33,769 करोड़ रुपए का है।
बजट में क्या?
– 33,769 करोड़ रुपये के बजट में से 14,000 करोड़ रुपये नई योजनाओं के लिए आवंटित किए गए हैं।
– अगले वर्ष फरवरी 2023 में होने वाले यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन के लिए 296.56 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा गया है।
– “नए शहरों” के इंफ्रास्ट्रक्चर और समग्र विकास के लिए 4,000 करोड़ रुपये।
– स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए 100 करोड़ रुपए।
अनुपूरक बजट (सप्लीमेंट्री बजट) क्या होता है?
– जब किसी विभाग को बजट सत्र में आवंटित की गई धनराशि कम पड़ जाती है, तो ऐसे में राज्य सरकारें वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले ही अनुपूरक बजट ले आती हैं।
उत्तर प्रदेश का वित्तीय 2022-23 वार्षिक बजट कितना था?
– इससे पहले मई 2022 में वित्तीय वार्षिक बजट पेश किया गया था।
– उस वक्त कुल बजट अनुमान 6.15 लाख करोड़ रुपए था।
उत्तर प्रदेश
राजधानी- लखनऊ
राज्यपाल- आनंदीबेन पटेल
सीएम- योगी आदित्यनाथ
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4. ‘एक जिला एक खेल योजना’ किस राज्य में लॉन्च हुई?
In which state the ‘One District One Sports Scheme’ has been launched?
a. मध्य प्रदेश
b. उत्तर प्रदेश
c. पंजाब
d. राजस्थान
Answer: b. उत्तर प्रदेश
– यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक जिला एक खेल योजना (One District One Sports scheme) एक दिसंबर को लॉन्च किया।
– उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में लोकप्रिय खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए यह योजना है।
– इसके तहत हर जिले के सबसे लोकप्रिय खेल को प्रोत्साहित किया जाएगा।
– यह योजना एक जिला एक उत्पाद की सफलता के बाद शुरू की गई।
– इस योजना के तहत स्थानीय स्तर पर लोकप्रिय खेलों के जरूरी बुनियादी सुविधाओं और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
– योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश का पहला खेल विश्वविद्यालय हस्तिनापुर में बनाने की घोषणा की।
सरकार क्या काम करेगी
– इसमें सरकार हर गांव में खेल के मैदान बनाएगी।
– ब्लॉक मुख्यालय पर मिनी स्टेडियम बनाएगी।
– एक जिले और एक खेल के लिए इंडिया सेंटर बनाए जाएंगे।
– खेल स्तर को बेहतर करने के लिए प्रशिक्षकों की नियुक्ति होगी।
– हर खेल के लिए अलग-अलग स्टेडियम बनेंगे।
– हर खेल के लिए अलग एकेडमी होंगी।
एक जिला एक खेल योजना (One District One Sports scheme)
– कुश्ती – वाराणसी, गोरखपुर, चंदौली, बागपत, आजगढ़, देवरिया, महराजगंज
– एथलेटिक्स – मैनपुरी, फिरोजाबाद, जौनपुर, भदोही, संभल, सीतापुर, कासगंज, उन्नाव, अयोध्या, कौशाम्बी, एटा, अमेठी, रामपुर, सिद्धार्थ नगर, संत कबीर नगर, चित्रकूट, बस्ती, हमीरपुर, हापुड़, मेरठ, गाजीपुर, शामली, बलिया, मुजफ्फरनगर
– हॉकी – प्रतापगढ़, मऊ, बरेली, लखनऊ, रायबरेली, हरदोई, फर्रुखाबाद, मुरादाबाद, बलरामपुर, इटावा, गाजियाबाद
– टेबल टेनिस – आगरा, कानपुर
– बैडमिंटन – अलीगढ़, गौतम बुद्ध नगर
– भारोत्तोलन – मिर्जापुर, बिजनौर
– बॉक्सिंग – बुलंदशहर, कुशीनगर
– तीरंदाजी – सोनभद्र, ललितपुर
– फुटबॉल – हाथरस
– तैरना – पीलीभीत
– शूटिंग – बांदा
– कबड्डी – कन्नौज
– लॉन टेनिस – प्रयागराज
उत्तर प्रदेश
– राजधानी – लखनऊ
– राज्यपाल – आनंदीबेन पटेल
– मुख्यमंत्री – योगी आदित्यनाथ
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5. ग्लोबल एविएशन सेफ्टी रैंकिंग-2022 में भारत का स्थान बताएं?
What is the rank of India in Global Aviation Safety Ranking-2022?
a. 46
b. 48
c. 50
d. 102
Answer: b. 48
– हवाई यात्रा सुरक्षा के मामले में भारत की रैंकिंग बेहतर हुई है।
– भारत वर्ष 2022 की ग्लोबल एविएशन सेफ्टी रैंकिंग में 48वें स्थान पर है।
– भारत की वर्ष 2018 में रैंक 102वीं थी।
– इस रैंकिंग को इटंरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन तैयार करता है।
– इस रैंकिंग में कुल 187 देश शामिल हैं
– भारत और जॉर्जिया 85.49 प्रतिशत अंक के साथ 48वें स्थान पर है।
ग्लोबल एविएशन सेफ्टी रैंकिंग किन फैक्टर पर बनाई गई?
– प्राथमिक विमानन कानून और विशिष्ट परिचालन नियम
– नागरिक उड्डयन संगठन
– पर्सनल लाइसेंसिंग और प्रशिक्षण
– विमान संचालन
– विमान की उड़ान योग्यता
– एयरोड्रोम्स और ग्राउंड प्राथमिक एड्स
– विमान दुर्घटना और जांच
– हवाई नेविगेशन सेवाएं
ग्लोबल एविएशन सेफ्टी रैंकिंग-2022 के टॉप रैंकिंग-
1. सिंगापुर
2. UAE
3. दक्षिण कोरिया
ग्लोबल एविएशन सेफ्टी रैंकिंग-2022 में भारत के पड़ोसी देशों का स्थान
– नेपाल (101वां स्थान)
– पाकिस्तान (100वां स्थान)
– बांग्लादेश को 94वां
– चीन (49)
इटंरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन
– मुख्यालय – मॉन्ट्रियल, कनाडा
– स्थापना – 7 दिसंबर 1944
– अध्यक्ष – साल्वाटोर सिआचिटानो
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6. ईरान ने अपनी किस पुलिस को खत्म करने का फैसला लिया, जो हिजाब न पहनने वाली महिलाओं पर कार्रवाई करती थी?
Iran has decided to abolish which of its police, which used to take action against women who did not wear hijab?
a. मॉरैलिटी पुलिस
b. साइबर पुलिस
c. क्रिमिनल इन्वेस्टीगेशन पुलिस
d. इकोनॉमिक सिक्योरिटी पुलिस
Answer: a. मॉरैलिटी पुलिस
– ईरान की स्थानीय मीडिया के अनुसार 04 दिसंबर 2022 को ईरान सरकार ने मॉरैलिटी पुलिस को खत्म करने का फैसला लिया है।
– यह फैसला लगभग तीन महीने के हिजाब के खिलाफ प्रोटेस्ट के बाद लिया गया है।
मॉरैलिटी पुलिस
– मॉरैलिटी पुलिस को औपचारिक रूप से गश्त-ए इरशाद या “गाइडेंस पेट्रोल” के रूप में जाना जाता है।
– मॉरैलिटी पुलिस को वर्ष 2006 में कट्टरपंथी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद के तहत स्थापित किया गया था।
– इस पुलिस का लक्ष्य ‘विनम्रता और हिजाब की संस्कृति को फैलाने” महिला सिर को ढंकना अनिवार्य करना था।
मॉरैलिटी पुलिस को क्यों खत्म किया गया?
– दरअसल, मोरैलिटी पुलिस की पिटाई से 22 साल की महिला महसा अमीनी की मौत (सितंबर 2022 में) हो गई थी।
– उसका कसूर सिर्फ इतना कि उसने ठीक तरीके से हिजाब नहीं पहना था।
– अमीनी की मौत के बाद ईरान में मॉरैलिटी पुलिस के विरोध में प्रदर्शन भड़क गए।
– ईरान में ये प्रदर्शन काफी चरम पर हो गया, जिसके कारण ईरान सरकार ने मॉरैलिटी पुलिस को खत्म करने का फैसला लेना पड़ा।
कितना बड़ा रहा प्रदर्शन?
– न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक देश के 50 से ज्यादा शहरों में महिलाएं धरना-प्रदर्शन किया।
– इनका महिलाओं के साथ पुरुष भी इस प्रदर्शन में शामिल रहे।
– प्रदर्शन के दौरान सुरक्षाबलों से हुई झड़पों में कई प्रदर्शनकारियों की जान गई।
– उत्तरी ईरान के बाबोल के उग्र लोगों ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के होर्डिंग में आग भी लगा दी थी।
इस्लामी क्रांति से पहले काफी बेहतर थी महिलाओं की हालत
– 1925 में ईरान में पहलवी वंश का शासन आया।
– इसके पहले शासक ‘रजा शाह’ थे। अमेरिका और ब्रिटेन से प्रभावित थे।
– उन्होंने 1936 में ‘कश्फ-ए-हिजाब’ लागू किया।
– इसका मतलब कि, अगर कोई महिला हिजाब पहनेगी तो पुलिस को हिजाब हटाने का अधिकार है।
– 1941 में रजा शाह के बेटे मोहम्मद रजा शाह ने शासन संभाला।
– उन्होंने एक कदम आगे बढ़कर, महिलाओं को अपनी पसंद की ड्रेस पहनने की अनुमति दी।
– महिलाओं की हालत सुधारने के लिए कई बड़े फैसले किए।
– 1963 में मोहम्मद रजा शाह ने महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिया और संसद के लिए महिलाएं भी चुनी जानें लगीं।
– 1967 में ईरान के पर्सनल लॉ में भी सुधार किया गया जिसमें महिलाओं को बराबरी के हक मिले।
– लड़कियों की शादी की उम्र 13 से बढ़ाकर 18 साल कर दी गई। साथ ही अबॉर्शन को कानूनी अधिकार बनाया गया।
– 1970 के दशक तक ईरान की यूनिवर्सिटी में लड़कियों की हिस्सेदारी 30% थी।
– युवतियां, स्कर्ट पहनकर कॉलेज जाती थीं।
इस्लामिक क्रांति के बाद महिलाओं पर कई पाबंदी
– शियाओं के धार्मिक नेता आयतोल्लाह रुहोल्ला खोमैनी ने ईरान के शाह की नीतियों का विरोध किया।
– 1979 में शाह रजा पहलवी को देश छोड़कर जाना पड़ा और ईरान इस्लामिक रिपब्लिक हो गया।
– खोमैनी को ईरान का सुप्रीम लीडर बना दिया गया।
– इसके बाद महिलाओं के अधिकारों पर चाबुक चला।
– 1981 में हिजाब अनिवार्य किया गया।
– कॉस्मेटिक्स पर बैन लगा दिया गया।
– धार्मिक पुलिस ने महिलाओं की लिपस्टिक को हटाना शुरू कर दिया।
– इस्लामिक सरकार ने 1967 के फैमिली प्रोटेक्शन लॉ के सुधार खत्म कर दिए, जिसमें महिलाओं को बराबरी के हक मिले थे।
– लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल से घटाकर 9 साल कर दी गई।
– हालांकि खोमैनी की मौत के बाद ईरान के तत्कालीन राष्ट्रपति रफसंजानी ने उन कड़े कानूनों में थोड़ी छूट दी और औरतों की शिक्षा पर फोकस बरकरार रखा।
ईरान की मॉरैलिटी पुलिस जैसा सिस्टम और दुनिया किन देशों में है?
– सऊदी अरब में ‘मुतवा’ नाम की मॉरैलिटी पुलिस है।
– मुतवा सेम सेक्स में संबंध बनाने और शराब पीने पर सजा देती है।
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7. डोमिनिक लापिएर का निधन 04 दिसंबर 2022 को हो गया, वे इनमें से क्या थे?
Dominique Lapierre, who passed away on 04 December 2022, was which of the following?
a. अभिनेता
b. निर्देशक
c. वैज्ञानिक
d. लेखक
Answer: d. लेखक
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8. लेखक डोमिनिक लापिएर का निधन 04 दिसंबर 2022 को हो गया, उन्हें भारत के किस नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था?
Author Dominique Lapierre, who passed away on 04th December 2022, was conferred with which civilian award of India?
a. भारत रत्न
b. पद्म विभूषण
c. पद्मश्री
d. पद्म भूषण
Answer: d. पद्म भूषण
– वह 91 वर्ष के थे।
– डोमिनिक लापिएर को 2008 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
डोमिनिक लापिएर
– उनका जन्म 30 जुलाई, 1931 को चेटेलिलोन, फ्रांस में हुआ था।
– उन्होंने कई चर्चित उपन्यास लिखे थे। इनमें द फिफ्थ हॉर्समैन (1980), द सिटी ऑफ जॉय (1985), बियोंड लव (1990) और इज न्यूयॉर्क बर्निंग (2005) शामिल हैं।
डोमिनिक लापिएर का भारत से खास रिश्ता
– उनका 1985 का उपन्यास “सिटी ऑफ़ जॉय” कोलकाता में एक रिक्शा चालक की कठिनाइयों के बारे में था।
– इस पर आधारित एक फिल्म 1992 में रिलीज हुई, जिसमें पैट्रिक स्वेज ने अभिनय किया और रोलैंड जोफ ने डायरेक्ट किया गया।
– लापिएर ने भारत में मानवीय परियोजनाओं में सहयोग के लिए “सिटी ऑफ जॉय” से अपनी रॉयल्टी का बड़ा हिस्सा दान किया था।
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9. स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की कैटेगरी में किस शहर को पहला स्थान मिला?
In the Clean Air Survey 2022, which city got the first position in the category of cities with a population of more than 1 million?
a. लखनऊ
b. प्रयागराज
c. वाराणसी
d. मेरठ
Answer: a. लखनऊ
– स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में टॉप तीन शहर-
1. लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
2. प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
3. वारणसी (उत्तर प्रदेश)
– लखनऊ को इनाम के रूप में 1.5 करोड़ रुपये मिले।
– प्रयागराज को 1 करोड़ रुपये मिले।
– वारणसी को 50 लाख रुपये मिले।
– इस कैटेगरी में कुल 47 शहरों में सर्वे किया गया।
– लखनऊ का अवॉर्ड वहां की मेयर संयुक्ता भाटिया और नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने प्राप्त किया।
– केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव, राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने विजेता शहरों के नगर आयुक्त या नगर निगम के प्रतिनिधि को पुरस्कृत किया।
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10. स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 में 3 से 10 लाख आबादी वाले शहरों की कैटेगरी में किस शहर को पहला स्थान मिला?
In the Clean Air Survey 2022, which city got the first position in the category of cities with a population of 3 to 1 million?
a. अमरावती
b. फिरोजाबाद
c. मुरादाबाद
d. बरेली
Answer: c. मुरादाबाद
– स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 में 3 से 10 लाख आबादी वाले शहरों में टॉप तीन शहर-
1. मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)
2. फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश)
3. अमरावती (महाराष्ट्र)
– इस कैटेगरी में कुल 44 शहरों में सर्वे किया गया।
– मुरादाबाद को ईनाम के रूप में 75 लाख रुपये मिले।
– फिरोजाबाद को 50 लाख रुपये मिले।
– अमरावती को 25 लाख रुपये मिले।
– केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव, राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने विजेता शहरों के नगर आयुक्त या नगर निगम के प्रतिनिधि को अवॉर्ड दिए।
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11. स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 के अनुसार 3 लाख से कम आबादी वाले शहरों की कैटेगरी में किस शहर को पहला स्थान मिला?
According to the Clean Air Survey 2022, which city got the first position in the category of cities with less than 3 lakh population?
a. सुंदर नगर
b. देवास
c. खुर्जा
d. नालागढ़
Answer: b. देवास
– स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 में 3 लाख से कम आबादी वाले शहरों में टॉप तीन शहर-
1. देवास (मध्य प्रदेश)
2. सुंदर नगर (हिमाचल प्रदेश)
3. नालागढ़ (हिमाचल प्रदेश)
– इस कैटेगरी में कुल 40 शहरों में सर्वे किया गया।
– देवास को ईनाम के रूप में 37.5 लाख रुपये मिले।
– सुंदर नगर को 25 लाख रुपये मिले।
– नालागढ़ को 12.5 लाख रुपये मिले।
– केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव, राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने विजेता शहरों के नगर आयुक्त या नगर निगम के प्रतिनिधि को पुरस्कृत किया।
– केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2022 को कराया।
– इसमें पहली बार 131 शहरों में सर्वे किया गया।
– इस सर्वेक्षण में तीन कैटेगरी बनाई।
– वर्ष 2018 में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी।
– और इस कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ वायु सर्वेक्षण पुरस्कार शुरु किया गया।