यह 5 & 6 दिसंबर 2023 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
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1. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने किस शब्द को “वर्ड ऑफ द ईयर 2023” चुना?
Which word was chosen by Oxford University Press as the “Word of the Year 2023”?
a. प्रॉम्प्ट
b. रिज़
c. गोब्लिन मोड
d. स्विफ्ट
Answer: b. रिज़
– ‘रिज़’ (RIZZ) सोशल मीडिया पर एक वायरल शब्द है।
– ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने 2023 के वर्ड ऑफ द ईयर के घोषित किया गया।
“रिज़” शब्द का अर्थ:
– ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस का कहना है कि कि “रिज़” शब्द “करिश्मा” (charisma) शब्द से लिया गया है।
– “रिज़” एक व्यक्ति की “शैली, आकर्षण, चार्म, स्टाइल के माध्यम से एक रोमांटिक साथी को आकर्षित करने की क्षमता को संदर्भित करता है।
– इसका अर्थ किसी व्यक्ति को आकर्षित करना या बातचीत करना भी है।
यह शब्द चर्चा में कैसे आया?
– 2023 की शुरुआत से ही “रिज़” शब्द की लोकप्रियता है।
– एक बार जब स्पाइडर-मैन के एक्टर टॉम हॉलैंड से पूछा गया कि उनके रिज़ का रहस्य क्या है? इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि “मुझे किसी भी तरह का कोई दर्द नहीं है। मेरे पास सीमित रिज़ है। इसके बाद से यह शब्द वायरल हो गया था।
8 शब्दों में चुना गया रिज़
– ऑक्सफ़ोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के प्रकाशकों ने इस साल वर्ड ऑफ़ द ईयर के लिए 8 शब्दों को शॉर्टलिस्ट किया था।
– इसके बाद इसपर वोटिंग करवाई गई।
– सबसे ज्यादा 32 हजार वोटों से “रिज़” को विजेता चुना गया।
– अन्य शब्दों में – प्रॉम्प्ट, सिचुएशनशिप, स्विफ्टी शामिल है।
2022 का वर्ड ऑफ द ईयर क्या था?
– गोब्लिन मोड
– यह शब्द उन लोगों के लिए उपयोग किया जाता है, जो बिना किसी अफसोस के आत्म-अनुग्रहशील और आलसी होता है और जो सामाजिक मानदंडों या अपेक्षाओं को अस्वीकार करता है।
– यह शब्द कोविड-19 महामारी में चर्चा में आया था।
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2. राज्यसभा ने ‘डाकघर विधेयक, 2023’ को पारित कर दिया, कानून बनने पर यह विधेयक किस वर्ष बने ‘भारतीय डाकघर अधिनियम’ की जगह लेगा?
Rajya Sabha passed the ‘Post Office Bill, 2023’, if made law, this bill will replace the ‘Indian Post Office Act’ enacted in which year?
a. 1798
b. 1878
c. 1898
d. 1998
Answer: c. 1898
– संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में 4 नवंबर 2023 को डाकघर विधेयक, 2023 पारित हुआ।
– इसमें 125 साल पुराने भारतीय डाकघर अधिनियम को निरस्त करने का प्रावधान किया गया है।
– साथ ही इस विधेयक के माध्यम से सरकार देश में डाकघरों से संबंधित कानून में कई अहम संशोधन भी करेगी।
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3. ‘डाकघर विधेयक, 2023’ में किस प्रावधान की वजह से यह चर्चा में रहा?
Due to which provision in ‘Post Office Bill, 2023’ it remained in discussion?
a. डाकघर का निजीकरण
b. निजी कूरियर सर्विस का अधिग्रहण
c. नए डाकघर खोलने पर रोक
d. राज्य की सुरक्षा के हित में अधिकारी को किसी भी वस्तु को रोकने, खोलने या हिरासत में लेने का अधिकार
Answer: d. राज्य की सुरक्षा के हित में अधिकारी को किसी भी वस्तु को रोकने, खोलने या हिरासत में लेने का अधिकार
‘डाकघर विधेयक, 2023’ में प्रावधान
– केंद्र सरकार अधिसूचना जारी कर किसी भी अधिकारी को राज्य की सुरक्षा, विदेशी राज्यों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों, सार्वजनिक व्यवस्था, आपातकाल या सार्वजनिक सुरक्षा के हित में डाक से भेजे जा रहे सामान / पार्सल को रोकने या उसे खोलने का अधिकार दे सकती है।
– यह अधिकारी के पास डाक विभाग से भेजी गई किसी भी वस्तु को रोकने, खोलने या हिरासत में लेने का अधिकार होगा। किसी भी कानून के प्रावधान के उल्लंघन की घटना पर भी यह अधिकारी कार्रवाई कर सकेगा। (नोट – इस मुद्दे पर विपक्ष ने अधिकारियों को इस तरह की खुली छूट निजता के अधिकार को नुकसान पहुंचने का अंदेशा जताया, लेकिन संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे खारिज कर दिया)
– देश की डाक सेवाओं के महानिदेशक को बड़े अधिकार मिलेंगे।
– अब भारतीय डाक के महानिदेशकों के पास नियम बनाने के साथ-साथ सेवाओं के लिए शुल्क तय करने का अधिकार भी होगा।
– प्रस्तावित कानून के अनुसार नियमों और कानूनों में बदलाव के लिए केंद्र सरकार अधिसूचना जारी कर सकेगी।
सरकार ने क्या कहा
– यह नया कानून इस बात का प्रतिबिंब है कि किस तरह से डाकघरों और डाकियों को केवल एक मेल-डिलीवरी तंत्र से एक सेवा-वितरण संस्थान में बदल दिया गया है, और डाकघरों को व्यावहारिक रूप से बैंकों में बदल दिया गया है।”
– उन्होंने कहा, जहां पहले 660 डाकघर बंद थे, वहीं 2014 और 2023 के बीच लगभग 5,000 कार्यालय खोले गए और लगभग 5,746 नए कार्यालय खोले जाने की प्रक्रिया में हैं।
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4. COP-28 समिट में कमजोर देशों को जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने में मदद करने के लिए किस फंड का मंजूरी दी गई?
Which fund was approved at the COP-28 summit to help vulnerable countries deal with the effects of climate change?
a. जलवायु परिवर्तन फंड
b. कोप एंड टॉप फंड
c. लॉस एंड डेमेज फंड
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: c. लॉस एंड डेमेज फंड
– इस फंड की घोषणा पिछले साल मिस्र के शर्म अल-शेख में COP27 समिट में की गई थी।
– लेकिन अब दुबई में आयोजित COP-28 समिट (नवंबर, दिसंबर 2023) में इसे मंजूरी दी गई है।
लॉस एंड डेमेज फंड क्या है?
– यह जलवायु परिवर्तन के व्यापक प्रभावों (cascading effects) का सामना करने वाले देशों के बचाव पुनर्वास को सुनिश्चित करने के लिए ग्लोबल वित्तीय पैकेज है।
किसने कितना फंड देने का वादा किया?
– यूरोपीय संघ ने 145 मिलियन डॉलर
– संयुक्त अरब अमीरात ने 100 मिलियन डॉलर
– जर्मनी ने 100 मिलियन डॉलर
– यूनाइटेड किंगडम ने 50.6 मिलियन डॉलर
– अमेरिका ने 17 मिलियन डॉलर
– जापान ने 10 मिलियन डॉलर
– यह एक पॉजिटिव शुरूआत है।
– द हिंदू न्यूज पेपर के अनुसार वर्ल्ड बैंक 4 साल के समय के लिए फंड का अंतरिम मेजबान होग।
नोट: पर्यावरण मंत्री, भूपेन्द्र यादव ने फंड की शुरूआत के लिए संयुक्त राष्ट्र प्रेसीडेंसी को धन्यवाद दिया।
कमजोर देशों को फंड की आवश्यकता क्यों हैं?
– लॉस एंड डेमेज फंड उस मुआवजे को संदर्भित करता है, जिन अमीर देशों के औद्योगिक विकास के कारण ग्लोबल वार्मिंग हुई है। जिसने ग्रह को जलवायु संकट में डाल दिया।
– उन्हें गरीब देशों को भुगतान करना होगा, जिनका कार्बन फुटप्रिंट कम है, लेकिन वे समुद्र के बढ़ते लेवल, बाढ़, भयानक सूखा और तीव्र चक्रवातों आदि का खामियाजा भुगत रहे हैं।
– इसलिए कमजोर देशों को फंड जरूरत है।
वर्ष 2022 में जलवायु परिवर्तन से नुकसान
– हाल ही में डेलावेयर यूनिवर्सिटी द्वारा प्रकाशित स्टडी के अनुसार वर्ष 2022 में जलवायु परिवर्तन से होने वाला लॉस एंड डेमेज की लागत लगभग 1.5 ट्रिलियन डॉलर/1500 बिलियन डॉलर है।
– इस जलवायु परिवर्तन से कई विकासशील देश और कुछ गरीब देशों को GDP का औसतन लगभग 8.3 प्रतिशत नुकसान हुआ।
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5. WHO की विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2023 के अनुसार भारत में वर्ष 2022 में मलेरिया के कितने मामले पाए गए?
According to WHO’s World Malaria Report 2023, how many cases of malaria were found in India in the year 2022?
a. 50,00,000
b. 33,89,000
c. 25,00,000
d. 30,00,000
Answer: b. 33,89,000 (तेतीस लाख नवासी हजार)
WHO के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में 11 सदस्य देश हैं:
– बांग्लादेश, भूटान, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया, भारत, इंडोनेशिया, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड, तिमोर-लेस्ते
– विश्व मलेरिया रिपोर्ट में सबसे ज्यादा मरीजों के मामलों में भारत 21वें स्थान पर है।
– WHO ने नवंबर 2023 में यह रिपोर्ट जारी की।
– रिपोर्ट में भारत, WHO का दक्षिण-पूर्व एशियाई क्षेत्र है। इसमें सात देश हैं-
देश और कितने केस
– भारत : 33,89,000 (तेतीस लाख नवासी हजार)
– इंडोनेशिया : 11,56,000 (तेतीस लाख नवासी हजार)
– म्यांमार : 5,84,000
– थाईलैंड : 2100
– कोरिया डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक : 6300
– बांग्लादेश : 22000
– नेपाल : 36
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6. विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2023 के अनुसार वर्ष 2022 में WHO के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में कितने प्रतिशत मामले भारत में थे?
According to the World Malaria Report 2023, what percentage of cases in WHO South-East Asia region were in India in the year 2022?
a. 50%
b. 60%
c. 66%
d. 77%
Answer: c. 66%
WHO के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में 11 सदस्य देश हैं:
– बांग्लादेश, भूटान, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया, भारत, इंडोनेशिया, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड, तिमोर-लेस्ते
वर्ष 2022 में मलेरिया के कितने प्रतिशत सामने आए
– WHO के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में ग्लोबल स्तर पर मलेरिया के लगभग 2% मामले सामने आए, जबकि मलेरिया के मामलों में 76% की गिरावट आई।
– मामलों की संख्या वर्ष 2000 में 23 मिलियन से घटकर वर्ष 2022 में लगभग पाँच मिलियन (50 लाख) हो गई।
– रिपोर्ट में कहा गया है कि 2000 में प्रति 1,000 जनसंख्या पर 18 मामले जोखिम में थे।
– और 2022 में प्रति 1,000 जनसंख्या पर लगभग तीन मामले जोखिम।
2000-2022 में अनुमानित मलेरिया से मौतें
– दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में, मलेरिया से होने वाली मौतों में 77% की कमी आई।
– वर्ष 2000 में लगभग 35000 मौत हुई थी।
– वर्ष 2022 में लगभग 8000 मौत हुई हैं।
– मलेरिया से होने वाली कुल मौतों में से लगभग 94% मौतें भारत और इंडोनेशिया में होती हैं।
वर्ष 2022 में कुल कितने केस
– वर्ष 2022 में ग्लोबल स्तर पर 249 मिलियन मलेरिया के केसों का अनुमान लगया गया।
– जिसमें से सबसे ज्यादा मरीज (6,67,22,000) नाइजीरिया में है।
रिपोर्ट में सबसे ज्यादा मरीज वाले 5 देश
– नाइजीरिया (6,67,22,000)
– कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (3,06,54,000)
– युगांडा (1,26,51,000)
– मोज़ाम्बिक (1,04,43,000)
– अंगोला (8,3,96,000)
नोट: सबसे ज्यादा मरीजों के मामलों में भारत 21वें स्थान पर है।
– भारत में मलेरिया के मरीज: 33,89,000 (तेतीस लाख नवासी हजार)
सबसे ज्यादा मलेरिया से मौत किस देश में
– नाइजीरिया (26.8%),
– कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (12.3%),
– युगांडा (5.1%)
– मोज़ाम्बिक (4.2%)
– अंगोला (3.4%)
वैश्विक अनुमानित पिछले 5 वर्षों में मौतें
वर्ष 2022 में 608000 मौत
वर्ष 2021 में 610000 मौत
वर्ष 2020 में 631000 मौत
वर्ष 2019 में 576000 मौत
वर्ष 2022 में 581000 मौत
WHO के अनुसार ग्लोबल लक्ष्य
– वर्ष 2030 तक मलेरिया के मामलों को कम से कम 90% तक कम करना
– वर्ष 2030 तक मलेरिया से होने वाली मृत्यु दर को कम से कम 90% तक कम करना
– वर्ष 2030 तक कम से कम 35 देशों में मलेरिया को ख़त्म करना
WHO के अनुसार, मलेरिया के लक्षण
– मलेरिया के सबसे आम शुरुआती लक्षण बुखार, सिरदर्द और ठंड लगना हैं।
– इसके लक्षण मच्छर के काटे जाने के 10-15 दिन के भीतर दिखाई देते हैं।
गंभीर लक्षण
– अत्यधिक थकान
– क्षीण चेतना (impaired consciousness)
– सांस लेने में दिक्क्त
– गहरा या खूनी पेशाब
– पीलिया (आंखों और त्वचा का पीला पड़ना)
– असामान्य ब्लीडिंग
– ऐसे मरीजों को तुरंत इलाज लेना चाहिए।
WHO के महानिदेशक ने क्या कहा
– डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयसस ने अपने नोट में कहा,
– बदलती जलवायु मलेरिया के खिलाफ प्रगति के लिए एक बड़ा खतरा पैदा करती है, खासकर कमजोर क्षेत्रों में।
– ऐसे में मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में संसाधनों में वृद्धि, मजबूत राजनीतिक प्रतिबद्धता, डेटा-संचालित रणनीतियों और नए उपकरणों की जरूरत है।
– तथा नवाचार को अधिक कुशल, प्रभावी और किफायती उत्पादों के विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
मलेरिया की वैक्सीन
– WHO ने दुनिया में मलेरिया के पहले टीके को अक्टूबर 2021 में मंजूरी दी।
– नाम: आरटीएस, एस/एएस01 (ब्रांड नाम मॉस्किरिक्स)
– WHO ने अक्टूबर 2023 में मलेरिया की दूसरी वैक्सीन की की सिफारिश की है।
– नाम: आर21/मैट्रिक्स-एम (ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने बनाया)
– मलेरिया के दोनों टीकों की आपूर्ति में भारतीय वैक्सीन निर्माता कपंनी ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ (SII) और ‘भारत बायोटेक’ की भी भूमिका है। (हर साल 10 करोड़ वैक्सीन बनाने का एग्रीमेंट)
मलेरिया फ्री घोषित देश (WHO द्वारा डिक्लेयर)
– बेलीज (2023)
– अजरबैजान (2023)
– ताजिकिस्तान (2023)
– चीन (2021)
– अल्सलबाडोर (2021)
– अल्जीरिया (2019)
– अर्जेंटीना (2019)
– परागुआ (2018)
– उज्बेकिस्तान (2018)
कैसे मिलता है मलेरिया फ्री सर्टिफिकेट
– जिस देश में लगातार तीन सालों से मलेरिया का कोई केस सामने नहीं आया हो, वो WHO में अप्लाई कर सकता है।
– चीन दुनिया का 40वां देश बन गया है, जिसे WHO से ये प्रमाण पत्र मिला है।
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7. विश्व मृदा दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Soil Day celebrated?
a. 4 दिसंबर
b. 5 दिसंबर
c. 6 दिसंबर
d. 7 दिसंबर
Answer: b. 5 दिसंबर
– विश्व मृदा दिवस हर वर्ष 5 दिसंबर को मनाया जाता है।
– इसका उद्देश्य मिट्टी की गुणवत्ता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
– मिट्टी मानव, खाद्य सुरक्षा और पारिस्थितिकी तंत्र के लिए कितनी महत्वपूर्ण है इसकी जागरूकता के लिए इस दिवस को मनाया जाता है।
– इसे वर्ष 2014 में पहली बार मनाया गया था।
– इस दिवस को खाद्य और कृषि संगठन और अंतरराष्ट्रीय मृदा विज्ञान संघ मिलकर मनाते है।
– थीम : “Halt soil salinization, boost soil productivity.”
खाद्य और कृषि संगठन
– स्थापना – 16 अक्टूबर 1945
– मुख्यालय – रोम, इटली
– प्रमुख – क्व डोंग्यु
अंतर्राष्ट्रीय मृदा विज्ञान संघ
– स्थापना – 1924
– मुख्यालय – वियना, ऑस्ट्रिया
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8. सशस्त्र सेना झंडा दिवस कब मनाया जाता है?
When is Armed Forces Flag Day celebrated?
a. 4 दिसंबर
b. 5 दिसंबर
c. 6 दिसंबर
d. 7 दिसंबर
Answer: d. 7 दिसंबर
– इसका उद्देश्य शहीदों और वर्दी में पुरुषों का सम्मान देना है।
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9. रेल मंत्रालय ने हाथियों को बचाने के लिए किस प्रणाली को पेश किया?
Which system was introduced by the Railway Ministry to save elephants?
a. गजराज सुरक्षा कवच
b. हाथी बचाओ अलार्म
c. एलिफैंट मोड
d. गजराज बचाओ अलार्म
Answer: a. गजराज सुरक्षा कवच
– भारतीय रेलवे ने हाथियों की वजह से होने वाले रेल हादसों को रोकने के लिए इस प्रणाली को पेश किया है।
– यह स्वदेशी प्रणाली है और इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया गया है।
– गजराज सुरक्षा कवच एक ‘इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम’ (IDS) है जो दवाब तरंगों को महसूस करके हाथियों के पैरों से उत्पन्न कंपन को पहचानता है।
– यह जानकारी ओएफसी केबल के जरिए स्टेशन मास्टर को भेज दी जाती है। स्टेशन मास्टर इस जानकारी के आधार पर ट्रेन को रोक सकता है।
– रेलवे का दावा है कि गजराज सुरक्षा कवच की पहचान दर 99.5% है और यह 200 मीटर पहले ही हाथियों के आने की जानकारी दे सकता है।
– इस प्रणाली की शुरुआत पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, असम, केरल, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में की जाएगी।
10 साल में 200 हाथी की मौत
– रेलवे के मुताबिक, पिछले 10 साल में करीब 200 हाथियों की रेल हादसों में जान गई है।
– इसे रोकने के लिए रेलवे ने पश्चिम बंगाल के बक्सा टाइगर रिजर्व में एक पायलट प्रोजेक्ट चलाया था। यह सफल रहा और अब इसे देश के कई राज्यों में लागू किया जाएगा।
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10. लोकसभा ने ‘अधिवक्ता संशोधन विधेयक, 2023’ (Advocates {Amendment} Bill) पारित किया, इसमें नया प्रावधान क्या है?
Lok Sabha passed the ‘Advocates Amendment Bill, 2023’, what is the new provision in it?
a. अदालत में दलालों की भूमिका पर रोक
b. अदालत में अधिवक्ताओं की गतिविध पर निगरानी
c. अदालत में दलालों की भूमिका को मान्यता देना
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: a. अदालत में दलालों की भूमिका पर रोक
– इस बिल को अधिवक्ता अधिनियम, 1961 में संशोधन करने के लिए पारित किया है।
– लोकसभा ने 4 दिसंबर 2023 को बिल पारित किया।
– इससे पहले मानसून सत्र (अगस्त 2023) के दौरान राज्यसभा में बिल को मंजूरी मिल गई थी।
अधिवक्ता संशोधन अधिनियम, 2023 में क्या प्रावधान
– अब प्रत्येक उच्च न्यायालय और जिला न्यायाधीश दलालों की लिस्ट तैयार और पब्लिश कर सकते है, जो किसी भी पेमेंट के बदले में कानूनी व्यवसायियों के लिए ग्राहक खरीदते हैं।
– द हिंदू न्यूज पेपर के अनुसार कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि अदालतों में ऐसे व्यक्तियों की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए।
– इस प्रावधान का उल्लंघन करने पर तीन महीने तक की कैद और जुर्माने की सजा हो सकती है।
नोट:
– लोकसभा अध्यक्ष : ओम बिरला
– राज्यसभा के सभापति: जगदीप धनखड़
– राज्य सभा, संसद की ऊपरी प्रतिनिधि सभा
– लोकसभा, संसद की निचली प्रतिनिधि सभा
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11. किस समुद्र से बने तूफान ‘मिचौंग’ ने दक्षिण भारत में तबाही मचाई?
Cyclone ‘Michong’ formed from which sea caused devastation in South India?
a. अरब सागर
b. बंगाल की खाड़ी
c. अदन की खाड़ी
d. लाल सागर
Answer: b. बंगाल की खाड़ी
मिचौंग नाम किस देश ने दिया – म्यांमार (Myanmar)
– बंगाल की खाड़ी से 2 दिसंबर को उठा साइक्लोन मिचौंग मंगलवार दोपहर आंध्र प्रदेश के तट से टकराया।
– मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक दोपहर ठीक 1 बजे तूफान बापटला में नेल्लोर-मछलीपट्टनम के बीच लैंडफॉल कर गया।
– IMD के मुताबिक, लैंडफॉल के दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। साथ ही तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। तूफान कमजोर होकर आगे बढ़ गया है।
– तूफान का सबसे ज्यादा असर आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में हुआ। दोनों राज्यों में 100 से ज्यादा ट्रेनें और 50 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई हैं।
– आंध्र प्रदेश के कोस्टल एरिया से NDRF की 29 और SDRF की टीम ने 9500 लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया।
– चेन्नई शहर बारिश की वजह से डूब गया था। इसके कारण 17 लोगों की मौत हो चुकी है।
10 से ज्यादा राज्यों में तूफान का असर
– आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, पुडुचेरी, तेलंगाना, झारखंड, छत्तीसगढ़ सहित 10 राज्यों में तूफान का असर हुआ।
हिन्द महासागर के तूफान कैसे तय होते हैं?
– हिन्द महासागर क्षेत्र 13 देश चक्रवाती तूफानों का नाम तय करते हैं।
– इन देशों में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार, ओमान, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, यूएई और यमन शामिल हैं।
– ये 13 देश पहले से ही नाम का लिस्ट बनाकर रखते हैं।
– जैसे ही चक्रवात इन देशों के किसी हिस्से में पहुंचता है, सूची में मौजूद अलग नाम इस चक्रवात को दिया जाता है।
– इससे चक्रवात की न केवल आसानी से पहचान हो जाती है बल्कि बचाव अभियानों में भी इससे मदद मिलती है. किसी भी नाम को दोहराया नहीं जाता है।
– तूफान का नाम रखने की व्यवस्था संयुक्त राष्ट्र के निर्देशन में बनी हुई है।
चक्रवाती तूफान कैसे बनते हैं?
– जब समुद्र में कम दबाव का क्षेत्र बनता है, तब चक्रवाती तूफान उठता है।
– यहां सवाल होगा कि समुद्र में कम दबाव का क्षेत्र क्या होता है और यह कैसे बनता है?
– इसके लिए ग्लोबल वार्मिंग जिम्मेदार है।
– जब समुद्र का तापमान बढ़ता है या कहें कि जब समुद्र गर्म होना शुरू होता है, तो उसकी गर्मी से हवा ऊपर उठती है और उस खाली जगह (इससे एक वैक्युम सा क्षेत्र) को भरने के लिए आस-पास की हवा दौड़ती है। इसी को कम दबाव का क्षेत्र कहते हैं।
– चूकि समुद्र बहुत विशाल होते हैं, तो इसलिए यह प्रक्रिया बहुत विशाल होती जाती है।
– गर्म हवा ऊपर चली तो जाती है और बड़े इलाके से हवा यहां आती, लेकिन ऊपर उठने वाली हवा भी ठंडी होती है, क्योंकि जैसे-जैसे हम ऊंचाई पर जाएंगे, तो तापमान कम होता जाता है।
– ऐसे में ऊपर की हवा, जो ठंडी हो चुकी है वह भी नीचे आना चाहती है और यह तूफान में बदल जाता है।
– हवा बहुत तेजी से घूमती है।
– समुद्र, धरती में ग्लोबल वार्मिंग या गर्मी को सोखने में बड़ा योगदान देता है।
– एक तरह से कह सकते हैं कि चक्रवाती तूफान के जरिए समुद्र खुद को ठंडा रखने की कोशिश करता है।