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1. यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट (यूक्रेन में स्थित) का नाम बताएं, जिसपर कब्जे के लिए रूसी सेना ने हमला किया?
a. जेपोरजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट
b. चेर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट
c. ओडेसे न्यूक्लियर पावर प्लांट
d. रीवने न्यूक्ल्यिर पावर प्लांट
Answer: a. जेपोरजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट
– इस परमाणु बिजली घर का निर्माण वर्ष 1984 से 1995 के बीच हुआ था।
– यह यूरोप का लार्जेस्ट न्यूक्लियर पावर प्लांट है।
– दुनिया का 9वां सबसे बड़ा पावर प्लांट है।
– इसमें 6 रिएक्टर हैं।
– हर रिएक्टर की बिजली उत्पादन क्षमता 950 मेगावॉट है।
– सभी रिएक्टर को जोड़कर बिजली उत्पादन क्षमता 5,700 मेगवॉट है।
– यह यूक्रेन की जरूरत का एक तिहाई बिजली आपूर्ति करता है।
– यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना की गोलाबारी के बाद 4 मार्च की सुबह प्लांट के बाहर एक ट्रेनिंग सेंटर की बिल्डिंग में आग लग गई।
– हालांकि कुछ घंटे बाद आग खत्म हो गई और यह सुरक्षित बताया जा रहा है।
– हालांकि इससे पहले आग लगने के बाद अमेरिका, यूरोपीय देश सहित कई इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन सतर्क हो गए थे।
– अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (इंटनेशनल न्यूक्लियर एनर्जी एजेंसी) ने कहा कि यूक्रेन के नियामक ने एजेंसी को बताया कि “इस परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थल पर रेडिएशन के स्तर में कोई बदलाव नहीं हुआ है”।
– दूसरी ओर अमेरिकी ऊर्जा सचिव, जेनिफर ग्रानहोम ने कहा कि रिएक्टर “मजबूत नियंत्रण संरचनाओं द्वारा संरक्षित हैं और रिएक्टरों को सुरक्षित रूप से बंद किया जा रहा है”।
– रूस पहले ही कीव से 100 किमी उत्तर में निष्क्रिय चेर्नोबिल संयंत्र पर कब्जा कर चुका है।
– यूक्रेन के प्रेसिडेंट जेलेंस्की का कहना है कि अगर रेडिएशन हुआ तो चेर्नोबिल हादसे से 10 गुना ज़्यादा नुक़सान उठाना पड़ेगा।
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2. रूस- यूक्रेन युद्ध का अपडेट
– रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन ने फिर कहा यूक्रेन में 3000 भारतीय और चाइनीज स्टूडेंट को बंधक बनाया गया है। उन्हें ह्यूमन शील्ड बनाया गया है। भारत इस आरोप को पहले ही ख़ारिज कर चुका है।
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यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अमेरिका की चापलूसी के लालच में अपने पड़ोसी जिसका साथी रहा है उसका साथ छोड़ दिया और अपने देश को बर्बाद किया।
– विडंबना देखिये पूरा यूरोपीय समुदाय उसकी वाहवाही कर रहा है, यूक्रैन तबाह हो रहा है।
– हीरो बनने के चक्कर मे पूरे देश का सत्यानाश हो गया।
– जब लड़ने की क्षमता नहीं है, तो समझौता कर लेना चाहिए।
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रूस ने कहा – तीसरा विश्वयुद्ध हुआ, तो परमाणु बम बरसेंगे
– यूक्रेन – रूस युद्ध के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बुधवार को इशारों ही इशारों में तीसरे विश्व युद्ध की धमकी दे डाली।
– कहा- अगर थर्ड वर्ल्ड वॉर होता है तो इसके नतीजे बेहद खौफनाक होंगे और इसमें न्यूक्लियर वेपंस का इस्तेमाल भी खुलकर होगा।
– उन्होंने कहा हमने पहले ही साफ कर दिया है कि यूक्रेन को न्यूक्लियर वेपन्स हासिल नहीं करने देंगे।
– जो जंग चल रही है, उसके जिम्मेदार अमेरिका और पश्चिमी देश हैं।
रूस के पास कितने परमाणु हथियार?
– फ़ेडरेशन ऑफ़ अमेरिकन साइंटिस्ट्स नामक संस्था के मुताबिक रूस के पास दुनिया भर में 5,977 परमाणु हथियार हैं।
– इनमें से 1,500 एक्सपायर होने वाले हैं।
– बाक़ी के 4,500 हथियारों को स्ट्रैटेजिक न्यूक्लियर वेपन (रणनीतिक परमाणु हथियार) माना जाता है।
– इनमें बैलिस्टिक मिसाइलें और रॉकेट्स शामिल हैं जो लंबी दूरी तक मार कर सकते हैं।
– यही हथियार हैं जिन्हें परमाणु युद्ध के साथ जोड़कर देखा जाता है।
रूस के रणनीति परमाणु भंडार
– इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें : 1185
– सबमरीन से दागी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइलें : 800
– बमवर्षक विमानों से दागे जाने वाले परमाणु बम : 580
– इसके अलावा बाक़ी के हथियार काफ़ी छोटे और कम तबाही करने वाले हैं जिनका प्रयोग ज़मीन या पानी से कम दूरी के लक्ष्यों के लिए किया जा सकता है।
दुनिया में किसके पास कितने न्यूक्लियर वेपन (अनुमानित)
– रूस : 5,977
– नेटो : 5943 (अमेरिका : 5428, फ्रांस : 290, ब्रिटेन : 225)
– चीन : 350
– पाकिस्तान 165
– भारत : 160
– इजरायल : 90
– उत्तर कोरिया : 20
– चीन, फ़्रांस, रूस, अमेरिका और ब्रिटेन उन 191 देशों में शामिल हैं जिन्होंने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर किए हुए हैं।
– मतलब कि उन्हें अपने परमाणु हथियारों के जख़ीरे को कम करना है और सैद्धांतिक तौर पर पूरी तरह से ख़त्म करना है।
– 1970 और 1980 के दशक में इन देशों ने अपने हथियारों की संख्या में बड़ी कटौती की है।
– भारत, इसराइल और पाकिस्तान ने कभी इस संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए।
– विश्व की नौ परमाणु शक्तियों में से मात्र इसराइल ही ऐसा है जिसने आजतक कभी औपचारिक रूस से खुद के पास परमाणु हथियार होने की बात नहीं कही है।
– ईरान भी कोशिश में है, कि वह परमाणु बम बना ले, लेकिन इजरायल की खाफिया एजेंसी उसे कई बार नाकाम कर चुकी है।
रूस का कहना है कि वो नीचे दी गई चार सूरतों में ही परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा
– रूस या उसके सहयोगियों पर बैलिस्टिक मिसाइल का हमला
– रूस या उसके सहयोगियों पर परमाणु हमला
– रूस की ऐसी मिलिट्री और सरकारी जगह पर हमला जिससे उसकी परमाणु क्षमता को ख़तरा हो
– रूसी फ़ेडरेशन के ख़िलाफ़ आम हथियारों से ऐसा हमला की राज्य का अस्तित्व ही ख़तरे में पड़ जाए
अमेरिका और ब्रिटेन की नजरें रूस के न्यूक्लियर वेपंस पर
– शीत युद्ध के दौरान, मॉस्को के परमाणु हथियारों पर नज़र बनाए रखने के लिए पश्चिम में एक विशाल ख़ुफ़िया तंत्र बनाया गया था।
– माना जाता है कि वो ख़ुफ़िया तंत्र आज भी कायम है।
– ब्रिटेन के विदेश मंत्री बेन वैलेस ने बीबीसी न्यूज़ को बताया है कि ब्रिटेन ने अब तक रूसी परमाणु हथियारों को वास्तविक स्थान से हरकत करते नहीं देखा है।
क्या पुतिन परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं?
– पुतिन ने यूक्रेन पर हमले का आदेश देते ही दुनिया को चेताया था कि अगर रूस की योजना में किसी ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो उसे ऐसे परिणाम भुगतने पड़ेंगे, “जो इतिहास में कभी नहीं देखा गया होगा।”
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3. यूक्रेन में युद्ध के दौरान गोली लगने से भारतीय स्टूडेंट नवीन शेखरप्पा की मौत हो गई, वह किस राज्य के रहने वाले थे?
a. बिहार
b. कर्नाटक
c. पंजाब
d. उत्तर प्रदेश
Answer: b. कर्नाटक
गोलीबारी में जा चुकी है भारतीय स्टूडेंट की जान
– कर्नाटक के मेडिकल स्टूडेंट नवीन शेखरप्पा की मौत खार्किव में एक मार्च को हो गई थी।
– वह खार्किव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में 4th ईयर के स्टूडेंट थे।
– नवीन 21 साल के थे।
– वह बंकर से 50 मीटर की दूरी पर एक मार्च की सुबह 6 बजे ही खाना लेने के लिए निकले थे।
– तभी फायरिंग में उन्हें गोली लगी और मौत हो गई।
किस देश में कितने भारतीय स्टूडेंट
– इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक हर साल 8 लाख स्टूडेंट एजुकेशन के लिए विदेश की यात्रा करते हैं।
– इससे करीब 45 हजार करोड़ रुपया हर साल जा रहा है।
– सबसे ज्यादा कनाडा में स्टूडेंट हैं।
दुनिया में भारतीय मेडिकल स्टूडेंट
– चीन : 23,000
– यूक्रेन : 18,000
– रूस : 16,500
– फिलीपींस : 15,000
– किर्गिस्तान : 10,000
– जॉर्जिया : 7,500
– बांग्लादेश : 5,200
– कजाकिस्तान : 5,200
– पोलैंड : 4,000
– अर्मेनिया : 3,000
क्यों विदेश जाते हैं मेडिकल पढ़ने
– मेडिकल की पढ़ाई के लिए छोटे और कम खर्च वाले देशों में रुझान है।
– क्योंकि इन देशों में मेडिकल की पढ़ाई सस्ते में हो जाती है।
– उदाहरण के तौर पर भारत के प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में औसतन 80 लाख से सवा करोड़ रुपए में एमबीबीएस का कोर्स हो पाता है।
– जबकि यूक्रेन में 20 से 25 लाख में यह पढ़ाई पूरी हो जाती है।
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4. रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने किस संघ में शामिल होने के लिए आवेदन पर हस्ताक्षर किए?
a. नाटो
b. यूरोपियन यूनियन
c. अशियान
d. अफ्रीकन यूनियन
Answer: b. यूरोपीय यूनियन
– यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने 28 फरवरी 2022 को यूरोपियन यूनियन को जॉइन करने के आवेदन पर साइन किया।
यूक्रेन की भ्रष्टाचार स्थिति बन सकती है अड़चन
– इस बात पर आम सहमति है कि यूक्रेन का गहरा भ्रष्टाचार उसके लिए यूरोपीय संघ की मान्यता हासिल करना मुश्किल बना सकता है।
यूरोपियन यूनियन को जॉइन करने से क्या फायदे?
– पॉवरफुल देशों से लड़ने में यूक्रेन को यूरोपियन यूनियन का साथ मिलेगा।
– यूरोपियन यूनियन के कई सदस्य देश नाटो में भी शामिल हैं।
– इससे यूक्रेन के लिए नाटो में शामिल होने का रास्ता आसान होगा, जिसमें अमेरिका भी यूक्रेन की सहायता कर पायेगा।
– देश की अर्थव्यवस्थाओं के लिए कई लाभ प्रदान होंगे।
– दूसरे देशों के बीच व्यापार में कीमतों पर बात की जा सकेगी।
– मूल्य स्थिरता मिलेगी।
– यूरोपियन क्षेत्रों में खरीदना और बेचना और शेष विश्व के साथ व्यापार करना आसान, सस्ता और सुरक्षित हो जायेगा।
– बेहतर आर्थिक स्थिरता और विकास होगा।
– बेहतर एकीकृत और अधिक कुशल वित्तीय बाजार होगा।
– वैश्विक अर्थव्यवस्था में अधिक प्रभाव होगा।
– यूरोपियन पहचान का एक ठोस संकेत होगा।
यूरोपियन यूनियन के बारें में
– यूरोपियन यूनियन 27 देशों का एक समूह है।
– यूरोपीय संघ मास्ट्रिच संधि द्वारा बनाया गया था, जो 1 नवंबर, 1993 को लागू हुई थी।
– यह संघ एक संसक्त आर्थिक(cohesive economic) और राजनीतिक ब्लॉक (political bloc) के तौर पर कार्य करता है।
– इस संघ के 19 सदस्य देश अपनी ऑफिशियल करेंसी के तौर पर ‘यूरो’ का प्रयोग करते है।
– लेकिन नौ सदस्य देश यूरो का प्रयोग नहीं करते हैं।
– यह नौ देश है-बुल्गारिया, क्रोएशिया, चेक गणराज्य, डेनमार्क, यूनाइटेड किंगडम, पोलैंड, रोमानिया, स्वीडन एवं हंगरी।
– यूनाइटेड किंगडम जो कभी यूरोपीय संघ का संस्थापक सदस्य था, उसने 2020 में इस संगठन को छोड़ दिया।
यूरोपियन यूनियन के सदस्य
– ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, क्रोएशिया, साइप्रस, चेक गणराज्य, डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आयरलैंड, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, स्पेन और स्वीडन।
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5. चीन के विरोध के बावजूद नेपाल की संसद ने चार साल बाद किस अमेरिकी कंपनी के साथ एग्रीमेंट को मंजूरी दी, जिससे 500 मिलियन डॉलर का अनुदान मिलेगा?
a. BIMSTEC
b. MCC
c. JCIFM
d. SAFTA
Answer: b. MCC (मिलेनियम चैलेंज कॉरपोरेशन)
– नेपाल के प्रतिनिधि सभा ने 27 फरवरी 2022 को मिलेनियम चैलेंज कॉरपोरेशन (MCC) नेपाल कॉम्पेक्ट को ध्वनिमत (वॉइस वोट) से पारित किया।
– इस एग्रीमेंट के तहत अमेरिका नेपाल को बिजली और सड़क बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के निर्माण के लिए $500 मिलियन का अनुदान देगा।
– इस एग्रीमेंट को 12-सूत्रीय व्याख्यात्मक नोट के साथ मंजूरी दी गई।
– इस नोट में कहा गया कि इसमें कोई मिलिट्री या सिक्योरिटी कम्पोनेंट नहीं है।
– और इसका हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी रणनीति से कोई लेना-देना नहीं है।
– अगर अमेरिका ने इस समझौते के तहत कुछ भी गड़बड़ी की, तो नेपाल इससे बाहर निकलने के लिए स्वतंत्र होगा।
– पुष्प कमल दहल की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी केंद्र) और माधव कुमार नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत सोशलिस्ट) ने प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के इस एग्रीमेंट का समर्थन किया।
MCC ने मंजूरी के लिए तय की थी अंतिम तारीख
– MCC ने प्रधानमंत्री देउबा को इस एग्रीमेंट को संसद में पास करने के लिए अंतिम तारीख 28 फरवरी 2022 निश्चित की।
– दक्षिण और मध्य एशिया के अमेरिकी सहायक सेक्रेटरी मंत्री डोनाल्ड लू ने चेतावनी दी थी कि अगर इस अंतिम तारीख तक एग्रीमेंट को संसद में मंजूरी नही दिलाई गई तो इस एग्रीमेंट को खत्म कर दिया जायेगा।
– साथ ही साथ नेपाल-अमेरिका के रिश्ते की समीक्षा की जायेगी।
– और जिसका सीधा मतलब होगा कि नेपाल की नीति पर चीनी प्रभाव है।
चीन ने क्या बोला?
– चीन ने 01 मार्च 2022 को इस एग्रीमेंट की मंजूरी पर तंज कसते हुए कहा कि अमेरिका को ‘जबरदस्ती कूटनीति’ के जरिए दूसरे देशों की संप्रभुता को कम नहीं आंकना चाहिए।
– चीन के विदेश मंत्रालय के सेक्रेटरी वांग वेनबिन ने कहा कि अमेरिका को दूसरे देश के आंतरिक मामलों में जबरदस्ती कूटनीति (coercive diplomacy) को नहीं अपनाना चाहिए और अपने स्वार्थ के कारण दूसरे देश की संप्रभुता और हितों को कमजोर नहीं करना चाहिए।
– MCC पर चिंता व्यक्त करते हुए चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने एक आर्टिकल में लिख था कि, “MCC सिर्फ एक आर्थिक सहायता कार्यक्रम की तरह लग सकता है, यह वास्तव में वाशिंगटन की इंडो-पैसिफिक रणनीति को सपोर्ट करता है जो मुख्य रूप से BRI (बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव) के विकास में बाधा डालेगा और इस क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकेगा”।
– चीन का कहना था कि, एक बार जब नेपाल और श्रीलंका MCC को स्वीकार कर लेते हैं – (जो कि भारत-प्रशांत रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा), तो उन्हें अनिवार्य रूप से चीन को नियंत्रित करने के लिए दक्षिण पूर्व एशियाई, दक्षिण एशियाई और प्रशांत द्वीप देशों के ‘तीसरे सर्कल’ में शामिल होने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। यह अमेरिका और भारत के हित में है, लेकिन नेपाल और श्रीलंका के हित में नहीं है।
MCC (मिलेनियम चैलेंज कॉरपोरेशन) एग्रीमेंट
– इस एग्रीमेंट को देउबा की सरकार में सितंबर, 2017 को MCC के सीईओ और नेपाल के वित्त मंत्री ज्ञानेन्द्र बहादुर कार्की के बीच साइन किया गया था।
– MCC कम-आय वाले देशों की मदद करता है।
– उसने नेपाल को $500 मिलियन के अनुदान देने के लिए “योग्य” पाया।
– साथ में नेपाल ने भी अपने तरफ से 130 मिलियन डॉलर का योगदान देने पर सहमति दी।
– यह वित्तीय सहायता नेपाल को उसके पॉवर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स के विकास के लिए दी जानी थी।
– इस मदद से नेपाल 400 KV एक ट्रांसमिसन लाइन, तीन पॉवर सबस्टेशन्स, 655 ट्रांसमिसन टावर्स, पश्चिमी नेपाल में 105 मीटर फॉर-लेन रोड और एक भारत को छूता हुआ 315 किलोमीटर के रूट का निर्माण करेगा।
– नेपाल को कोम्पेक्ट के रूप में सहायता दी गई है।
MCC (मिलेनियम चैलेंज कॉरपोरेशन) के बारे में
– मिलेनियम चैलेंज कॉरपोरेशन (MCC) एक इंडिपेंडेंट यूएस विदेशी सहायता एजेंसी है।
– इसकी स्थापना वर्ष 2004 में यूएस कॉन्ग्रेस (अमेरिकी संसद) ने की थी।
– एमसीसी को जॉर्ज बुश प्रशासन द्वारा 9/11 के आतंकवादी हमले के बाद, वैश्विक गरीबी और अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक उपकरण के रूप में प्रस्तावित किया गया था।
– MCC जो कम-आय वाले देश है उनकी मदद करता है।
– MCC एक चयन प्रक्रिया के माध्यम से अनुदान देने के लिए देशों का चयन करता है।
– MCC तीन रूपों में सहायता प्रदान करता है।
– पहला कोम्पेक्ट,
– दूसरा कोंकरंट कोम्पेक्ट
– तीसरा थ्रेशहोल्ड प्रोगाम।
MCC को लेकर विवाद
– ओली की सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि यह सौदा देश को बेचने वाली बात है।
– और अमेरिका को देश पर हुक्म चलाने की स्वतंत्रता देकर नेपाल की संप्रभुता और कानूनों को कम आंका गया है।
– देउबा की नेपाली कांग्रेस को छोड़कर इस एग्रीमेंट को लेकर सभी दलों में तीखे मतभेद उभरे है।
– विरोधियों ने कहा कि राष्ट्रीय संप्रभुता को कम करने के अलावा, यह एग्रीमेंट नेपाल की गुटनिरपेक्ष विदेश नीति की भावना के खिलाफ है।
– लेकिन देउबा MCC एग्रीमेंट को लेकर स्पष्ट हैं, कि अनुसार यह समझौता देश के हित में है।
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6. जनवरी 2022 में भारत के कोर सेक्टर की विकास दर कितनी रही?
a. 3.7%
b. 4.1%
c. 7.3%
d. 13.6%
Answer: a. 3.7%
कोर सेक्टर (बुनियादी ढांचा क्षेत्र) में कौन से आठ उद्योग
– कोयला, कच्चा तेल, उर्वरक, स्टील, पेट्रोलियम रिफाइनिंग, सीमेंट, बिजली और नेचुरल गैस उद्योग।
– इन सेक्टर्स की विकास दर में कमी या वृद्धि बताती है कि किसी देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति कैसी है।
– औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में इन आठ उद्योगों की संयुक्त हिस्सेदारी 40% से अधिक है।
पिछले महीनों के ग्रोथ रेट
– अक्टूबर 2021 : 8.7%
– नवंबर 2021 : 3.4%
– दिसंबर 2.21 : 4.1%
– जनवरी 2.22 : 3.7%
क्यों कम हुआ ग्रोथ रेट?
– इसकी वजह ओमिक्रॉन को माना जा रहा है।
जनवरी 2022 में किस सेक्टर की कितनी रही ग्रोथ?
– कोयला : 8.2%
– क्रूड ऑयल : -2.4% (उत्पादन में लगातार 50वें महीने गिरावट)
– नेचुरल गैस : 11.7%
– रिफाइनरी प्रोडक्ट : 3.7%
– उर्वरक : -2%
– स्टील : 2.8%
– सीमेंट : 13.6%
– इलेक्ट्रिसिटी : 0.5%
– औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में इन आठ उद्योगों की संयुक्त हिस्सेदारी 40% से अधिक है।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP)
– IIP की फुल फॉर्म है-Index of Industrial Production
– IIP एक संकेतक है जो एक निर्दिष्ट अवधि (specified period) में अर्थव्यवस्था के विभिन्न उद्योग समूहों की विकास दर को बताता है।
– इस इंडेक्स को मिनिस्ट्री ऑफ स्टेटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन के नेशनल स्टेटिस्टिक्स ऑफिस के द्वारा मासिक रूप से संकलित और प्रकाशित किया जाता है।
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7. किस प्रथम भारतीय को प्रतिष्ठित बोल्ट्जमान अवॉर्ड 2022 के लिए चुना गया?
a. दीपक धर
b. चंद्रमोहन शर्मा
c. पुष्पेंद्र श्रावस्ती
d. विनोद पुरोहित
Answer: a. दीपक धर
– IIT कानपुर के पूर्व छात्र प्रोफेसर दीपक धर वर्ष 2022 का ये अवॉर्ड लेने वाले पहले भारतीय होंगे।
– 24 फरवरी 2022 को उनके नाम की घोषणा की गई है।
– उन्होंने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के जॉन जे होफील्ड (John J Hoefield) के साथ पदक साझा किया।
प्रोफेसर दीपक धर के बारे में
– अभी दीपक धर पुणे में विजिटिंग फैकल्टी के रूप में शामिल हैं।
– भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (Indian Institute of Science Education and Research) पुणे में कार्यरत हैं।
पुरस्कार के बारे में-
– इंटरनेशनल यूनियन ऑफ प्योर एंड एप्लाइड फिजिक्स (IUPAP) की ओर से सांख्यिकी भौतिकी पर हर तीन साल में यह अवॉर्ड दिया जाता है।
– इस वर्ष यह अवॉर्ड दीपक धर को अगस्त माह में जापान के टोक्यो में होने वाले StatPhys 28 कांफ्रेंस में दिया जाएगा।
– अवॉर्ड सांख्यिकी भौतिकी (statistics physics) के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया जाता है।
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8. UGC ने राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) का अध्यक्ष किसे नियुक्त किया?
a. सुधीर तलवानी
b. अनिल प्रकाश
c. प्रोफेसर भूषण पटवर्धन
d. प्रो. कार्तिक नारायण
Answer: c. प्रोफेसर भूषण पटवर्धन
– UGC का फुल फॉर्म: University Grants Commission
– भूषण पटवर्धन को 26 फरवरी 2022 को NAAC, बेंगलुरू की कार्यकारी समिति का अध्यक्ष बनाया गया।
– प्रो.जगदीश कुमार के UGC अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद से यह पद खाली था।
– भूषण पटवर्धन इस वक्त कोविड -19 पर अंतःविषय आयुष अनुसंधान एवं विकास कार्य बल के अध्यक्ष हैं।
– वह 40 वर्षों तक शिक्षाविद रहे, नीति आयोग, योजना आयोग, लैंसेट नागरिक आयोग सहित कई शैक्षणिक अनुसंधान और नीति समितियों के सदस्य रहे हैं।
NAAC के बारे में:
– NAAC 5 सितंबर, 1994 को UGC द्वारा स्थापित एक Autonomous body है।
– जिसके संस्थापक अध्यक्ष प्रोफेसर राम रेड्डी और इसके पहले निदेशक प्रोफेसर अरुण निगावेकर हैं।
NAAC का कार्य क्या है?
– संस्थानों की गुणवत्ता की स्थिति का एनालिसिस करने के लिए कॉलेजों, विवि या अन्य मान्यता प्राप्त संस्थानों का मूल्यांकन करता है और उन्हें मान्यता देता है।
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9. सिविल लेखा दिवस (Civil Accounts Day) कब मनाया जाता है?
a. 3 मार्च
b. 2 मार्च
c. 1 मार्च
d. 28 फरवरी
Answer: b. 2 मार्च
– वर्ष 2022 में ये 46वां सिविल लेखा दिवस मनाया गया है, जो डॉ. आंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, जनपथ, नई दिल्ली में मनाया।
– भारतीय सिविल लेखा सेवा (ICAS) की स्थापना वर्ष 1976 में हुई थी उसके बाद से ये दिवस मनाया जा रहा है।
– ICAS व्यय विभाग, केंद्रीय वित्त मंत्रालय के तहत भारत की सिविल सेवाओं में से एक है।
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10. पैरा तीरंदाजी विश्व चैंपियनशिप 2022 में व्यक्तिगत वर्ग में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी कौन बनीं?
a. पैट्रिली विंसेंजा
b. पूजा जातयान
c. ज्योति बालियान
d. माटियो बोनासिना
Answer: b. पूजा जातयान
– दुबई (यूएई) में आयोजित पैरा चैंपियनशिप में पूजा ने ये सफलता हासिल की।
– चैंपियनशिप का फाइनल 27 फरवरी 2022 को हुआ था।
– पूजा को फाइनल में इटली की पैट्रिली विंसेंजा से हार का सामना करना पड़ा।
– उन्होंने ब्रिटेन की हेजल चेस्टी से 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 6-2 से जीत हासिल कर फाइनल में एंट्री की थी।
– भारत ने अपने अभियान का अंत दो रजत पदकों के साथ किया।
– भारत ने इससे पहले दो विश्व चैंपियनशिप में भाग लिया था जिसमें बीजिंग (2017) और डेन बॉश (2019) हैं।
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11. शून्य भेदभाव दिवस (Zero Discrimination Day) कब मनाया जाता है?
a. 4 मार्च
b. 3 मार्च
c. 2 मार्च
d. 1 मार्च
Answer: d. 1 मार्च
– दरअसल ये महिलाओं और लड़कियों के साथ भेदभाव को चुनौती देने के लिए मनाया जाता है।
– दरअसल इस जीरो डिस्क्रिमिनेशन डे का प्रतीक एक तितली है, सोशल मीडिया पर लोग अपनी तस्वीरों में तितली दिखाते हुए इस डे को मनाते है।
– संयुक्त राष्ट्र एड्स कार्यक्रम (UNAIDS) इसे प्रतिवर्ष 1 मार्च को मनाता है।
– इसकी शुरुआत वर्ष 2014 में हुई थी, इसे एड्स कार्यक्रम से जोड़ा जाता है।
2022 की थीम- “नुकसान पहुंचाने वाले कानूनों को हटाएं, सशक्त बनाने वाले कानून बनाएं”
UNAIDS का मुख्यालय- जिनेवा, (स्विट्जरलैंड)
कार्यकारी निदेशक- विनी बयानीमा
स्थापना- 26 जुलाई 1994
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12. 15वीं सीईसी कप मेन्स आइस हॉकी चैंपियनशिप 2022 किस केंद्र शासित प्रदेश (UT) ने जीती?
a. लद्दाख स्काउट्स
b. जम्मू कश्मीर
c. नई दिल्ली
d. पुदुचेरी
Answer: a. लद्दाख स्काउट्स
– सेना की लद्दाख स्काउट्स रेजीमेंटल सेंटर ने ITBP (Indo-Tibetan Border Police) को हराकर ये प्रतियोगिता जीती।
– मेन्स आइस हॉकी चैंपियनशिप का आयोजन आइस हॉकी रिंक में 18 फरवरी 2022 को लद्दाख के लेह जिले में हुआ था।
– लेह स्थित “लद्दाख विंटर स्पोर्ट्स क्लब” के सहयोग से लेह में युवा सेवा और खेल विभाग द्वारा इस टूर्नामेंट का आयोजन किया गया।
– मुख्य अतिथि उपराज्यपाल आरके माथुर ने विजेता लद्दाख स्काउट्स की टीम को एलजी कप भेंट किया।
– इस प्रतियोगिता में महिलाओं की पांच टीमों के साथ पुरुषों की 9 टीमों ने हिस्सा लिया।
आइस हॉकी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष- डॉ सुरिंदर मोहन बाली।
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13. राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day) कब मनाया जाता है?
a. 27 फरवरी
b. 28 फरवरी
c. 26 फरवरी
d. 25 फरवरी
Answer: b. 28 फरवरी
– देश के विकास में वैज्ञानिकों के योगदान को चिह्नित करने के लिए ये दिवस मनाया जाता है।
– यह दिन ‘रमन प्रभाव’ की खोज को समर्पित है।
– 28 फरवरी , 1928 में भारतीय भौतिक विज्ञानी चंद्रशेखर वेंकट रमन ने स्पेक्ट्रोस्कोपी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खोज की, जिसे ‘रमन प्रभाव’ कहा जाता है।
– इसी उपलक्ष्य में भारत में 1986 से हर वर्ष यह दिवस मनाया जाता है।
– सीवी रमन को उनके काम के लिए वर्ष 1930 में भौतिकी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
– 2022 की थीम- ‘सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण’ (‘Integrated Approach in Science and Technology for Sustainable Future’)।
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14. मैक्सिकन ओपन 2022 एकल (single) का खिताब किस खिलाड़ी ने जीता?
a. पीट सम्प्रास
b. नोवाक जोकोविच
c. राफेल नडाल
d. रोजर फेडरर
Answer: c. राफेल नडाल
– 26 फरवरी 2022 को टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला हुआ था।
– स्पेन के राफेल नडाल ने ब्रिटिश नंबर एक कैमरन नोरी को हराकर ये खिताब जीता।
– मैक्सिकन ओपन 2022 को अकापुल्को खिताब भी कहा जाता है।
– यह राफेल के करियर का 91वां एटीपी खिताब और सीजन का तीसरा और ओवरऑल चौथा खिताब है।
– इससे पहले राफेल ने ये खिताब वर्ष 2005, 2013 और 2020 में जीता है।
– राफेल नडाल ने जनवरी 2022 में ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन बनने का खिताब हासिल किया था।
– उसके बाद से वह 21 पुरुष एकल ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए थे।
मैक्सिकन ओपन 2022 डबल्स में खिताब
– पुरुषों के डबल्स में स्पेन के फेलिसियानो लोपेज़ और ग्रीस के स्टेफानोस सितसिपास ने खिताब जीता।
Note: ये टूर्नामेंट 1993 में एटीपी टूर पर शुरू किया गया।
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15. विश्व एनजीओ दिवस (World NGO Day)कब मनाया जाता है?
a. 28 फरवरी
b. 27 फरवरी
c. 26 फरवरी
d. 25 फरवरी
Answer: b. 27 फरवरी
NGO- (non-governmental organization)
– NGO एनजीओ एक ऐसी संस्था होती है, जो सरकार या किसी व्यवसायी व लाभ के लिए काम नहीं करती, बल्कि जनसेवा ही उसका उद्देश्य होता है।
– NGO को गैर लाभ संगठन भी कहा जा सकता है।
– इस दिन को मनाने का उद्देश्य एनजीओ के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
– इस दिन को दुनिया के 89 से अधिक देश और 6 महाद्वीप मनाते हैं।
– इस दिवस मनाने की शुरुआत वर्ष 2014 से हुई थी।
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16. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की पहली महिला अध्यक्ष (chairperson) कौन बनीं?
a. माधबी पुरी बुच
b. तूलिका प्रकाश
c. परी चौधरी
d. शनाया सेठिया
Answer: a. माधबी पुरी बुच
– माधबी पुरी को 1 मार्च 2022 को शेयर बाजार को रेग्युलेट करने वाली संस्था SEBI के नए अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।
– ऐसा पहली बार है जब किसी महिला को मार्केट रेग्युलेटर की जिम्मेदारी दी गई है।
– उन्हें तीन साल के लिए नियुक्त किया गया है।
– माधबी पुरी, वर्ष 2021 तक SEBI में पूर्णकालिक सदस्य के रूप में कार्यरत थीं।
– इससे पहले वह शंघाई में न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) में रह चुकी हैं।
– माधबी, अजय त्यागी की जगह लेंगी, जो 1984 बैच के हिमाचल प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी हैं।
– अजय त्यागी को 1 मार्च 2017 में SEBI का अध्यक्ष बनाया गया था।
– अगस्त 2020 में उनका कार्यकाल 18 महीने के लिए और बढ़ा दिया गया था।
Note:
– आपको बता दें कि LIC ने SEBI के पास IPO के लिए दस्तावेज जमा कराए हैं।
– यानि मार्च के आखिरी सप्ताह में एलआईसी की शेयर बाजार में लिस्टिंग होगी।
SEBI क्या है?
– भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI – Security Exchange Board Of India )- भारत में प्रतिभूति और वित्त का नियामक बोर्ड है।
– इसकी स्थापना 12 अप्रैल 1988 में हुई।
– सेबी अधिनियम 1992 के तहत वैधानिक मान्यता 30 जनवरी 1992 को प्राप्त हुई।
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