यह 28 & 29 नवंबर 2023 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
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1. उत्तराखंड के सिल्क्यारा टनल में में फंसे 41 मजदूरों को किस पारंपरिक तकनीक से बाहर निकाला गया?
By which traditional technique were 41 laborers trapped in the Silkyara Tunnel of Uttarakhand rescued?
a. कैट होल माइनिंग
b. बुल्डोजर माइनिंग
c. प्लेसर माइनिंग
d. रैट होल माइनिंग
Answer: d. रैट होल माइनिंग
– जहाँ बड़ी-बड़ी मशीनें फेल हो गईं, वहाँ केवल छह रैट माइनरों ने छह अन्य की मदद से हाथ से खुदाई करके 28 घंटे में काम पूरा कर दिया।
सुरंग के बारे में
सिल्कयारा-दंडलगांव सुरंग सिल्कयारा और डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन 4.5 किलोमीटर लंबी सुरंग है। यह चार धाम ऑल वेदर रोड परियोजना का हिस्सा है, जो चार पवित्र हिंदू स्थलों को जोड़ती है। यह सुरंग राष्ट्रीय राजमार्ग 134 के यमुनोत्री छोर पर स्थित है।
घटना के बारे में संझेप में
– किस सुरंग में मजदूर फंसे थे : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सिल्क्यारा टनल में (यह ब्रह्मखाल-यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर निर्माणाधीन है)
– सुरंग में भूस्खलन कब हुआ : 12 नवंबर 2023 की सुबह करीब 5:30 बजे
– कितने मजदूर फंस गए थे : 41 मजदूर (भूस्खलन से इससे सुरंग से बाहर निकलने का रास्ता बंद हो गया था)
– मजदूर कब निकाले गए : 28 नवंबर 2023 की देर शाम
– कौन सी पारंपरिक तकनीक काम आई : रैट माइनिंग
रैट होल माइनिंग क्या है?
– रैट का मतलब है चूहा, होल का मतलब है छेद और माइनिंग मतलब खुदाई।
– साफ है कि छेद में घुसकर चूहे की तरह खुदाई करना।
– इसमें पतले से छेद से पहाड़ के किनारे से खुदाई शुरू की जाती है और पोल बनाकर धीरे-धीरे छोटी हैंड ड्रिलिंग मशीन से ड्रिल किया जाता है। हाथ से ही मलबे को बाहर निकाला जाता है।
– रैट होल माइनिंग नाम की प्रोसेस का इस्तेमाल आम तौर पर कोयले की माइनिंग में होता रहा है।
– झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर पूर्व (मेघालय व अन्य राज्यों) में रैट होल माइनिंग होती है, लेकिन रैट होल माइनिंग काफी खतरनाक काम है, इसलिए इसे कई बार बैन भी किया जा चुका है।
– रैट होल माइनिंग कई चुनौती साथ में लेकर आती है। रैट माइनर्स की सुरक्षा और पर्यावरण को नुकसान दोनों का इसमें खतरा होता है। रैट होल माइनिंग भारत में बड़े पैमाने पर अनरेगुलेटेड तरीके से होती है। इसमें काम करने वाले मजदूरों के पास प्रॉपर सेफ्टी किट नहीं होती।
कब क्या हुआ?
– 12 नवंबर 2023 को दीपावली के दिन सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने से मजदूर सुरंग के बीच में फंसे। इसके बाद NDRF, SDRF, BRO व अन्य एजेंसियों ने राहत काम शुरू किया। एयर-कंप्रेस्ड पाइप के माध्यम से फंसे हुए मजदूरों को ऑक्सीजन, बिजली और खाने की आपूर्ति की व्यवस्था की गई।
– 13 नवंबर : मलबा गिरता रहा और टनल में 60 मीटर तक फैल गया।
– 14-15 नवंबर : अत्याधुनिक अमेरिकी ऑगर मशीन को दिल्ली से हवाई मार्ग से सुरंग स्थल पर पहुंचाया गया।
– 16-18 नवंबर : मलबे में ड्रिलिंग की गई, लेकिन कंपन (वायब्रेशन) की वजह से सुरंग में चटकन की आवाजें आने लगीं और ज्यादा मलबा गिरने का खतरा हुआ। काम रोक दिया गया। बीच में चट्टान भी आ गया था।
– 19-20 नवंबर : पहाड़ के ऊपर से करीब 90 मीटर खुदाई करने पर विचार हुआ।
– 21 से 26 नवंबर : पहले ये लगा था कि सिर्फ मलबा गिरा हुआ है, तो ऑगर मशीन से इसे काटकर पाइप का सुरंग बना दिया जाएगा और लोगों को निकाल लिया जाएगा। लेकिन पता नहीं था कि अंदर एक गर्डर (लैटिस गर्डर) भी टूटकर फंसा हुआ है। (इस पर मशीनें जाती हैं, और यह रेल ट्रैक जैसा होता है, जो वजन को बैलेंस रखता है। तो ऑगरर मशीन ने खुदाई शुरू की तो यह बीच में आ गया और मशीन के ब्लेड टूट गए।
– 26 नवंबर : ऑल्टरनेटिव एग्जिट रूट बनाने के लिए ड्रिलिंग की गई। लेकिन फंसे हुए मजदूरों तक पहुंच के लिए करीब 10 मीटर का मलबा बचा हुआ था।
– 27 नवंबर : रैट-होल खनन विशेषज्ञों को लगभग 10 मीटर मलबे को क्षैतिज रूप से खोदने के लिए बचावकर्मियों की मदद के लिए बुलाया गया। इसके साथ ही सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग करके 36 मीटर की गहराई तक पहुंचा दिया गया।
– 28 नवंबर : रैट माइनर्स ने मलबे को खोद कर रास्ता बना दिया। वहां मशीन से पाइप डाले गए। जिस रास्ते से मजदूर बाहर निकल सके।
कैसे किया रैट माइनिंग
– रैट माइनर्स का कहना था कि इस काम के लिए कुदाली, तसला और गाड़ी (ट्रॉली, जिसमें मलबा रखकर बाहर निकालते हैं) का इस्तेमाल हुआ।
– मास्क लगाकर जाते हैं, एक ब्लोअर भी होता है, जिससे हवा आए।
– पाइप में दो लोग अंदर गए, एक खोदता और दूसरा मलबा काहर निकलता।
– पत्थर बड़ा आता है, तो तोड़ने के लिए ड्रिलर भी है।
– नसीम और नासिर इसी टीम के मेंबर थे। टीम लीडर वकील हसन थे।
– ‘मैनुअल ड्रिलिंग के वक्त मुझे मिलाकर 12 लोग (छह रैट माइनर्स और अन्य) काम कर रहे थे। मलबा हटाना, सरिया और बड़े पत्थर काटना, मुश्किल था। उस पर भी धूल आंखों में आ रही थी। पसीने से इतना भीग गए थे कि सांस लेने में भी दिक्कत होती थी।’
मजदूरों तक खाना पहुंचाने का काम अलग टीम ने संभाला
– 17 दिन तक टनल में 41 मजदूरों के लिए खाने-पीने का सामान पहुंचाया गया।
– इसके लिए 6 इंच मोटा एक पाइप डाला गया था।
निर्माण कंपनी पर क्या कार्रवाई होगी?
– इसका जवाब अभी तक नहीं है।
उत्तराखंड
सीएम – पुष्कर सिंह धामी
राज्यपाल – लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) गुरमीत सिंह
राजधानी – देहरादून और गैरसैंण
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2. बुकर प्राइज 2023 किसने जीता?
Who won the Booker Prize 2023?
a. गीतांजलि श्री
b. शेहान करुणातिलक
c. पॉल लिंच
d. क्लेयर कीगन
Answer: c. पॉल लिंच (प्रोफेट सॉन्ग उपन्यास के लिए)
– 26 नवंबर, 2023 को मध्य लंदन के ओल्ड बिलिंग्सगेट में बुकर पुरस्कार 2023 की घोषणा हुई।
– उन्हें “प्रोफेट सॉन्ग” उपन्यास के लिए बुकर प्राइज मिला।
– वह बुकर प्राइज जीतने वाले पांचवे आयरिश लेखक हैं।
– वह आयरलैंड के संडे ट्रिब्यून नाम के अखबार में लगातार सिनेमा पर लिखते रहे हैं.
– उनके उपन्यास को 163 उपन्यास में चुना गया।
नोट- वर्ष 2022 का बुकर प्राइज श्रीलंकाई लेखक शेहान करुणातिलक को मिला था।
‘बुकर प्राइज’ और ‘इंटरनेशनल बुकर प्राइज’ में अंतर
– ‘बुकर प्राइज’ किसी एक सिंगल वर्क ऑफ फिक्शन के लिए विश्व का साहित्यिक पुरस्कार है।
– बुकर प्राइज अंग्रेजी में लिखी गई और यूके और आयरलैंड में प्रकाशित फिक्शन को दिया जाता है।
– जबकि ‘इंटरनेशनल बुकर प्राइज’ हर वर्ष दुनिया भर से उपन्यास के बेहतरीन सिंगल वर्क के लिए दिया जाता है, जिसका अंग्रेजी में अनुवाद किया गया है और यूके और आयरलैंड में प्रकाशित किया गया है।
– वर्ष 2022 का ‘इंटरनेशनल बुकर प्राइज’ भारतीय लेखिका गीतांजलि श्री को उनके उपन्यास “टॉम्ब ऑफ सैंड” के लिए मिला था।
कितना पैसा मिलता है?
– उन्हें 50,000 पाउंड ($63,000) का बुकर पुरस्कार मिला।
बुकर पुरस्कार
– बुकर पुरस्कार पहली बार 1969 में प्रदान किया गया था।
– इसका उद्देश्य समकालीन कथा साहित्य के पढ़ने और चर्चा को प्रोत्साहित करना था।
बुकर पुरस्कार फाउंडेशन-
– बुकर पुरस्कार फाउंडेशन 2002 में स्थापित एक पंजीकृत धर्मार्थ संस्था है, जिसका उद्देश्य सार्वजनिक लाभ के लिए साहित्य की कला और मूल्य को बढ़ावा देना है।
– जिन तरीकों से यह इस मिशन को पूरा करता है उनमें बुकर पुरस्कार और अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार प्रदान करना शामिल है।
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3. रासायनिक युद्ध के सभी पीड़ितों के लिए स्मरण का एक यादगार दिवस कब मनाया जाता है?
When is a Memorial Day of Remembrance observed for all victims of chemical warfare?
a. 30 नवंबर
b. 1 दिसंबर
c. 2 दिसंबर
d. 3 दिसंबर
Answer: a. 30 नवंबर
– यह दिन उन लोगों को सम्मानित करने और याद करने का अवसर प्रदान करता है जो रासायनिक युद्ध के दौरान पीड़ित हुए और मारे गए।
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4. खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2023 के शुभंकर का नाम बताएं?
Name the mascot of Khelo India Para Games 2023?
a. हाथी
b. सारथी
c. उज्ज्वला
d. भव्या
Answer: c. उज्ज्वला
– केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2023 के लोगो और शुभंकर का अनावरण किया।
– पहली बार खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2023 का आयोजन 10 से 17 दिसंबर 2023 को दिल्ली आयोजित किया जाएगा।
– इसका शुभंकर ‘उज्ज्वला’ गौरैया है।
– मंत्री ठाकुर ने कहा कि दिल्ली के गौरव का प्रतिनिधित्व करते हुए, यह छोटी गौरैया दृढ़ संकल्प और सहानुभूति का प्रतीक है।
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5. अक्टूबर 2023 में सिक्किम में किस घटना की वजह से बाढ़ आ गई, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए?
Which event caused floods in Sikkim in October 2023, rendering thousands of people homeless?
a. बादल फट जाने से
b. ग्लेशियर टूटकर फैलने से
c. ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF)
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: c. ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF)
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6. अक्टूबर 2023 में सिक्किम की किस झील में ‘ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF)’ की घटना हुई, जिससे हजारों लोगों को नुकसान हुआ?
In which lake of Sikkim did the ‘Glacial Lake Outburst Flood (GLOF)’ incident occur in October 2023, causing loss to thousands of people?
a. दक्षिण ल्होनक झील
b. गुरुडोंगमर झील
c. त्सोमगो छो
d. त्सो ल्हामो झील
Answer: a. दक्षिण ल्होनक झील
कौन सी झील बाढ़ का कारण बनी
– सिक्किम के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित दक्षिण ल्होनक झील बाढ़ का कारण बनी। ये ग्लेशियल झील है।
– इस झील में ‘ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड’ घटना हुई, जिसकी वजह से कई चार जिले तबाह हो गए।
– झील उत्तरी सिक्किम में 5,200 मीटर (17,100 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
बाढ़ से कितने लोग प्रभावित हुए
– बाढ़ से कम करीब 42 लोगों की मौत हो गई और 77 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं।
– लगभग 88,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए।
– 14 पुल बह गए
– इस आपदा को एक महीने से ज्यादा हो गया, लेकिन झील अभी भी संभावित खतरा बनी हुई है।
कौन कौन सी जलविद्युत परियोजनाएं क्षतिग्रस्त
– 1,200-मेगावाट तीस्ता-III
– 510 मेगावाट की तीस्ता-V
– 500 मेगावाट की तीस्ता- VI
नोट: तीस्ता-III, सिक्किम की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना है।
– सिक्किम के लोग तीस्ता पर हानिकारक बांधो के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसरो ने बाढ़ से संबंधित इमेज प्रकाशित किए
– 13 अक्टूबर 2023 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग सेंटर ने सैटेलाइट इमेज प्रकाशित किए।
– इन इमेजों में चुंगथांग बांध के आसपास और तलछट का एक बड़ा भंडार और कई भूस्खलन दिखाई दे रहे हैं।
– ढीली तलछट भविष्य में निचले इलाकों के लिए खतरा है।
– तलछट मतलब : प्राकृतिक सामग्री हैं, जो अपक्षय और अपरदन की प्रक्रिया से टूटकर छोटे अंशों या कणों में बन जाए। और बहाव के साथ बह जाए।
[ इसरो लिंक: https://www.nrsc.gov.in/sites/default/files/pdf/DMSP/Cartosat3-Chungthang%20Dam_13oct2023.pdf ]
GLOF से झील क्षेत्रफल पर कितना प्रभाव पड़ा
– कनाडा में कैलगरी विश्वविद्यालय के भू-आकृति विज्ञानी (geomorphologist) डैन शूगर, जो वर्तमान में जीएलओएफ पर रिसर्च कर रहे हैं।
– उन्होंने कहा कि बाढ़ से झील का क्षेत्रफल 1.62 वर्ग किमी. था।
– GLOF घटना के बाद क्षेत्रफल कम होकर 1;46 वर्ग किमी. रह गया है।
ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF) क्या है?
– GLOF (ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड) एक अचानक तथा संभावित रूप से विनाशकारी बाढ़ या घटना है।
– घटना में ग्लेशियर में मौजूद पानी का एक पिंड पिघलकर बाहर निकल जाता है। यह जोकुलहौप कहलाता है।
– ऐसी घटनाओ के कई कारण हो सकते हैं, जैसे- भूकंप, अत्यधिक वर्षा और बर्फीले हिमस्खलन आदि।
ग्लेशियर और उनसे झीले कैसे बनती हैं?
– ग्लेशियर बर्फ का बहुत बड़ा भाग होगा हैं, जिसे हिमखंड भी कहते हैं।
– ये नदी की तरह दिखाई देते हैं और बहुत धीमी गति से बहते रहते हैं।
– ग्लेशियरों के बनने में कई साल लगते हैं।
– ऐसी जगहों पर बनते हैं जहाँ बर्फ़ गिरती है मगर गल नहीं पाती।
– कुछ ग्लेशियर छोटे होते हैं जैसे फुटबॉल का एक मैदान
– कुछ बहुत बड़े होत हैं जैसे दर्जनों किलोमीटर से लेकर सैकड़ों किलोमीटर लंबे।
– धरती की कुल भूमि का करीब 10 फीसदी हिस्सा ग्लेशियर और समुद्र का करीब 30 फीसदी।
कितने ग्लेशियर खतरे में
– वर्ष 2022 में यूनाइटेड नेशन द्वारा किए गए अध्ययन में विश्व धरोहर ग्लेशियरों का एक तिहाई खतरे में है।
– द हिंदू न्यूजपेपर के अनुसार अध्ययन में बताया गया कि यदि ग्लोबल तापमान में वृद्धि 1.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा न हो तो दो तिहाई ग्लेशियरों को बचाना संभव होगा।
किस महाद्वीप पर ग्लेशियर नहीं
– द हिंदू न्यूज पेपर के अनुसार, ग्लेशियर ऑस्ट्रेलिया को छोड़कर हर महाद्वीप पर पाए जाते हैं।
– इनमें से अधिकतर हजारों साल पुराने हैं।
– वे संपीड़ित (compressed) बर्फ की परतों से बने होते हैं।
– जो गुरुत्वाकर्षण और चट्टान के सापेक्ष बर्फ की कोमलता के कारण चलती या “बहती” हैं।
सिक्किम
मुख्यमंत्री : पीएस तमांग
राज्यपाल : लक्ष्मण आचार्य
राजधानी: गंगटोक
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7. डेविस कप-2023 की विजेता टीम का नाम बताएं?
Name the winning team of Davis Cup-2023?
a. स्पेन
b. इटली
c. ऑस्ट्रेलिया
d. सर्बिया
Answer: b. इटली
– इटली की टेनिस टीम ने ने 47 साल बाद डेविस कप-2023 जीत लिया है।
– दूसरे स्थान पर 28 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया रही।
– फाइनल मैच स्पेन में आयोजित हुआ।
भारत 3 बार रनर-अप रहा
– डेविस कप 1966 में भारत उपविजेता रहा था। 1974 में भी उपविजेता रहे। इसके अलावा भारत 1987 में भी फाइनल तक पहुंचा था। तब हमें स्वीडन के खिलाफ हार मिली थी।
डेविस कप के बारे में
– डेविस कप एक अंतर्राष्ट्रीय पुरुष टेनिस स्पर्द्धा है जो कि दलों द्वारा खेली जाती है।
– इस टूर्नामेंट की शुरुआत ओलिंपिक गेम्स शुरू होने के चार साल बाद, यानी की 1900 में हुई थी। अब तक 16 टीमें चैंपियन बनी हैं। सबसे ज्यादा 32 खिताब अमेरिका ने जीते हैं।
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8. अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन (ISO) का नया अध्यक्ष (वर्ष 2024 के लिए) कौन बना?
Who has become the new President (for the year 2024) of the International Sugar Organization (ISO)?
a. भारत
b. ब्रिटेन
c. फ्रांस
d. चीन
Answer: a. भारत
– अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन (ISO) की 63वीं परिषद बैठक में भारत वर्ष 2024 के लिए संगठन का अध्यक्ष चुना गया।
– इस संगठन का मुख्यालय लंदन में है।
– परिषद की बैठक में भारत के खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने हिस्सा लिया।
– अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन (1968 में स्थापित; मुख्यालय: लंदन) एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसे 1968 के अंतर्राष्ट्रीय चीनी समझौते द्वारा समझौते को प्रशासित करने के लिए जिम्मेदार निकाय के रूप में स्थापित किया गया था।
– इसके सदस्य के रूप में 88 देश हैं।
भारत दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उपभोक्ता
– भारत में वैश्विक चीनी खपत में लगभग 15 प्रतिशत और चीनी के लगभग 20 प्रतिशत उत्पादन होता है।
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9. वर्ष 2022 के लिए इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार किन्हें प्रदान किया गया?
Who was awarded the Indira Gandhi Peace Prize for the year 2022?
a. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए)
b. ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ इंडिया
c. गैर-सरकारी संगठन ‘प्रथम’
d. a और b दोनों
Answer: d. a और b दोनों (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ इंडिया)
– यह अवॉर्ड शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए दिया जाता है।
– पुरस्कार समारोह 19 नवंबर 2023 को हुआ।
– पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आईएमए के अध्यक्ष डॉ. शरद कुमार अग्रवाल और भारतीय प्रशिक्षित नर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) रॉय के. जॉर्ज को यह सम्मान प्रदान किया।
– दोनों संगठनों को कोविड-19 महामारी के दौरान किए गए कार्य के लिए अवॉर्ड मिला।
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10. अंतरराष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस कब मनाया जाता है?
When is International Human Solidarity Day celebrated?
a. 26 नवंबर
b. 27 नवंबर
c. 28 नवंबर
d. 29 नवंबर
Answer: d. 29 नवंबर
– इसे फिलिस्तीनी जनता के प्रति एकजुटता का अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
– वर्ष 1977 में इसे स्थापित किया गया था।
– इस दिवस को संयुक्त राष्ट्र महासभा हर वर्ष 29 नवंबर को मनाती है।
– इस दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा ने फिलिस्तीन को एक अरब देश और एक यहूदी देश में विभाजित करने का प्रस्ताव पारित किया था।