यह 28 September 2022 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्जाम्स में मदद करेगा।
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1. किस एक्ट्रेस को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड (वर्ष 2020) के लिए चुना गया?
a. जीनत अमान
b. हेमा मालिनी
c. जया बच्चन
d. आशा पारेख
Answer: d. आशा पारेख
– यह 52वां दादा साहेब फाल्के पुरस्कार है।
– सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इसकी घोषणा की।
– यह वर्ष 2020 के लिए अवॉर्ड है।
– यह पुरस्कार 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा।
– यह समारोह 30 सितंबर, 2022 को आयोजित होगा।
– इसकी अध्यक्षता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु करेंगी।
– पिछली बार ‘दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड (2019) सुपरस्टार रजनीकांत को मिला था।
आशा पारेख
– जन्म : 2 अक्टूबर 1942 को मुंबई में
– उम्र 79 वर्ष है।
– वो प्रसिद्ध फिल्म एक्ट्रेस, डायरेक्ट, प्रोड्यूसर और इंडियन क्लासिकल डांसर हैं।
– फिल्मी करियर की शुरुआत एक बाल कलाकार के रूप में की।
– तब उनकी उम्र 10 वर्ष थी। मशहूर फिल्म डायरेक्ट बिमल रॉय ने उनका डांस देखा और फिल्म ‘मां’ में बाल कलाकार बनाया।
– मुख्य एक्ट्रेस के रूप में उनकी पहली फिल्म ‘दिल दे के देखो’ थी।
– इसके बारे तो 95 से ज्यादा फिल्मों में शानदार एक्टिंग की।
– मशहूर फिल्मों में, कटी पतंग, तीसरी मंजिल, लव इन टोक्यो, आया सावन झूम के, आन मिलो सजना, मेरा गांव मेरा देश है।
– वर्ष 1992 में पद्मश्री सम्मान मिल चुका है।
– वर्ष 1998-2001 तक केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) की चेयरमैन भी रह चुकी हैं।
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के बारे में-
– दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड भारत में सिनेमा जगत का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान है।
– इस अवॉर्ड का नाम धुंडीराज गोविंद फाल्के के नाम पर रखा गया था।
– उन्हें फादर ऑफ इंडियन सिनेमा भी कहा जाता है।
– फाल्के ने भारत की पहली फीचर फिल्म ‘राजा हरिश्चंद्र’ डायरेक्ट की थी।
– हर साल यह अवॉर्ड नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान दिया जाता है।
– इस बार यह सेरेमनी 30 सितंबर को होगी।
– यह अवॉर्ड जीतने वाले को एक गोल्ड कमल मेडल, एक शॉल और 10 लाख रुपये का कैश प्राइज दिया जाता है।
इन स्टार्स को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड –
वर्ष – नाम – फिल्म इंडस्ट्री
2020 – आशा पारेख
2019 – रजनीकांत
2018 – अमिताभ बच्चन (हिन्दी)
2017 – विनोद खन्ना (हिन्दी)
2016 – कसिनाथुनी विश्वनाथ (तेलुगू)
2015 – मनोज कुमार (हिन्दी)
2014 – शशि कपूर (हिन्दी)
2013 – गुलजार (हिन्दी)
2012 – प्राण (हिन्दी)
2011 – सौमित्र चटर्जी (बंगाली)
2010 – के. बालचन्दर (तमिल, तेलुगू)
2009 – डी. रामानायडू (तेलुगू)
2008 – वी. के. मूर्ति (हिन्दी)
2007 – मन्ना डे (बंगाली, हिन्दी)
2006 – तपन सिन्हा (बंगाली, हिन्दी)
2005 – श्याम बेनेगल (हिन्दी)
2004 – अडूर गोपालकृष्णन (मलयालम)
2003 – मृणाल सेन (बंगाली)
2002 – देव आनन्द (हिन्दी)
2001 – यश चोपड़ा (हिन्दी)
2000 – आशा भोसले (हिन्दी, मराठी)
1999 – ऋषिकेश मुखर्जी (हिन्दी)
1998 – बी. आर. चोपड़ा (हिन्दी)
1997 – कवि प्रदीप (हिन्दी)
1996 – शिवाजी गणेशन (तमिल)
1995 – राजकुमार (कन्नड़)
1994 – दिलीप कुमार (हिन्दी)
1993 – मजरूह सुल्तानपुरी (हिन्दी)
1992 – भूपेन हजारिका (असमिया)
1991 – भालजी पेंढारकर (मराठी)
1990 – अक्कीनेनी नागेश्वर राव (तेलुगू)
1989 – लता मंगेशकर (हिन्दी, मराठी)
1988 – अशोक कुमार (हिन्दी)
1987 – राज कपूर (हिन्दी)
1986 – बी. नागी. रेड्डी (तेलुगू)
1985 – वी. शांताराम (हिन्दी, मराठी)
1984 – सत्यजीत रे (बंगाली)
1983 – दुर्गा खोटे (हिन्दी, मराठी)
1982 – एल. वी. प्रसाद (हिन्दी, तमिल, तेलुगू)
1981 – नौशाद अली (हिन्दी)
1980 – पैडी जयराज (हिन्दी, तेलुगू)
1979 – सोहराब मोदी (हिन्दी)
1978 – रायचन्द बोराल (बंगाली, हिन्दी)
1977 – नितिन बोस (बंगाली, हिन्दी)
1976 – कानन देवी (बंगाली)
1975 – धीरेन्द्रनाथ गांगुली (बंगाली)
1974 – बोम्मीरेड्डी नरसिम्हा रेड्डी (तेलुगू)
1973 – रूबी मयेर्स (सुलोचना) (हिन्दी)
1972 – पंकज मलिक (बंगाली एवं हिन्दी)
1971 – पृथ्वीराज कपूर (हिन्दी)
1970 – बीरेन्द्रनाथ सरकार (बंगाली)
1969 – देविका रानी (हिन्दी)
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2. सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार इनमें से किस पीठ (Bench) की सुनवाई का लाइव प्रसारण सितंबर 2022 में शुरू किया?
a. डिवीजन बेंच (खंडपीठ)
b. फुल बेंच (पूर्ण पीठ)
c. कॉन्स्टिट्यूशन बेंच (संविधान पीठ)
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: c. कॉन्स्टिट्यूशन बेंच (संविधान पीठ)
– सुप्रीम कोर्ट के अंदर क्या हो रहा है, अब आप इंटरनेट पर देख सकते हैं।
– जज कौन बैठे हैं, वकील कौन हैं, उनके बीच क्या बातें हो रही हैं।
– आर्गुमेंट क्या हो रहे हैं।
– अमूमन यह होता था कि कोर्ट रिपोर्टर होते थे।
– वे कोर्ट में जाते थे, नोट्स शेयर करते थे, और उसपर न्यूज बनती थी।
– 27 सितंबर 2022 से सुप्रीम कोर्ट का संवैधानिक बेंच लाइव हो चुका है।
– इससे पहले कुछ हाईकोर्ट ने भी लाइव स्ट्रीम किया था।
– गुजरात, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडीशा और पटना हाईकोर्ट के लाइव स्ट्रीमिंग आप देख सकते हैं।
– गूगल पर सर्च कीजिए, आपको मिलेगा।
– सुप्रीम कोर्ट की लाइव स्ट्रीम देखने के लिए आप गूगल सर्च करें और लिंक मिल जाएगा।
– यह लाइव यूट्यूब के जरिए किया जा रहा है।
– लाइव स्ट्रीम केंद्र सरकार के आधिकारिक वेबसाइट webcast.gov.in/scindia/ पर उपलब्ध है।
– हालांकि इससे पहले 26 अगस्त 2022 को, भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश (CJI) एन वी रमना की सेवानिवृत्ति की तारीख पर सेरमोनीअल बेंच के समक्ष कार्यवाही का सीधा प्रसारण किया गया था। वह सांकेतिक था।
– लेकिन कॉन्स्टिट्यूशन बेंच (संविधान पीठ) की सुनवाई का यह पहला लाइव स्ट्रिमिंग है।
– 27 सितंबर को तीन मामलों की सुनवाई हुई।
– एक तो EWS को 10 प्रतिशत आरक्षण देने को चुनौती देने का मामला था।
– दूसरा महाराष्ट्र में शिवसेना को लेकर था।
– और तीसरा बार काउंसिल की सदस्यता को लेकर था।
किस बेंच को क्या कहते हैं?
– सिंगल बेंच (एकल पीठ): एक जज की बेंच होती है, इसमें जमानत, अग्रिम जमानत और कुछ अन्य के मामले की सुनवाई होती है।
– डिवीजन बेंच (खंडपीठ) : दो या तीन जजों की बेंच को डिवीजन बेंच कहा जाता है। इसमें सभी तरह के मामले की सुनवाई।
– फुल बेंच (पूर्ण पीठ) : तीन या पांच जजों की बेंच को फुल बेंच कहा जाता है।
– कॉन्स्टिट्यूशन बेंच (संविधान पीठ) : पांच या सात जजों की बेंच होती है।
कॉन्स्टिट्यूशन बेंच (संविधान पीठ) का गठन कैसे होता है?
– भारत के मुख्य न्यायाधीश के पास संवैधानिक रूप से एक संविधान पीठ का गठन करने का अधिकार होता है।
किन परिस्थितियों के होने पर संविधान पीठ की स्थापना की जाती है:
– जब किसी मामले में संविधान की व्याख्या से संबंधित कानून का एक महत्वपूर्ण प्रश्न शामिल होता है।
– जब भारत के राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 143 के तहत किसी तथ्य या कानून के प्रश्न पर सर्वोच्च न्यायालय की राय मांगी हो।
– जब सुप्रीम कोर्ट के दो या तीन से अधिक जजों की बेंच ने कानून के एक ही बिंदु पर परस्पर विरोधी निर्णय दिए हों।
चीफ जस्टिस – यूयू ललित
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3. एप्पल (Apple) ने भारत में iPhone 14 का उत्पादन कहां स्थित फॉक्सकॉन प्लांट में शुरू किया?
a. बेंगलुरु
b. अहमदाबाद
c. श्रीपेरंबदूर
d. बेंगलुरु
Answer: c. श्रीपेरंबदूर
– श्रीपेरंबदूर, तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के पास में स्थित है। यह कांचीपुरम जिले में है।
– एप्पल ने iPhone 14 का प्रोडक्शन सितंबर 2022 में फॉक्सकॉन कंपनी के प्लांट में शुरू कर दिया है।
– यहां पर प्रोडक्शन का मतलब ऐसेंबलिंग से है।
– iPhone 14 के ज्यादातर पार्ट विदेश से आते हैं और उसे फॉक्सकॉन कंपनी के प्लांट में ऐसेंबल करके बाजार के लिए तैयार किया जाता है।
– फॉक्सकॉन, ताइवान की कंपनी है, जिसके कई इलेक्ट्रॉनिक्स इक्यूपमेंट के प्लांट भारत में हैं।
– भारत में एसेंबल्ड iPhone 14 डोमेस्टिक और एक्सपोर्ट मार्केट के लिए होगा।
– हालांकि, एप्पल चर्ष 2017 से भारत में आईफोन का निर्माण कर रही है।
– लेकिन ये आमतौर पर पुराने मॉडल थे। जैसे – iPhone 11, 12 और 13, SE, SE1 मॉडल।
एप्पल iPhone 14 का उत्पादन भारत में क्यो कर रहा है?
– एप्पल, iPhone उत्पादन के लिए अभी भी चीन पर बहुत अधिक निर्भर है।
– जीरो कोविड पॉलिसी के कारण चीन ने कई प्रोडक्शन यूनिट को बंद कर दिए है।
– ऐसे में एप्पल कंपनी चीन से निर्भरता कम करना चाह रही है।
– दूसरी ओर भारत, इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए लोकल मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा दे रहा है।
– सितंबर में ही अहमदाबाद में भारत का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने का एग्रीमेंट फॉक्सकॉन और वेदांता समूह ने गुजरात सरकार के साथ MoU साइन किया है। दो साल में सेमीकंडक्टर का उत्पादन शुरू हो जाएगा।
– इसलिए एप्पल भारत में iPhone के उत्पादन को बढ़ावा देना चाहता है।
– CNBC वेबसाइट के अनुसार इस साल (2022) के अंत तक एप्पल, iPhone 14 मॉडल का 5% उत्पादन भारत में ट्रांसफर करेगा।
– यही नहीं, एप्पल की रणनीति वर्ष 2025 अपने 25% iPhones उत्पादन भारत में करने की है।
एप्पल का भारत में बिजनेस कैसा?
– भारत दुनिया का दूसरा का दूसरे सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार है।
– काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, पिछले साल भारत में एप्पल की बाजार हिस्सेदारी सिर्फ 3.8% थी।
– यह हिस्सेदारी इसलिए कम थी, क्योंकि सैमसंग और चीन की Xiaomi जैसे कम लागत वाले प्रतियोगियों का दबदबा बना हुआ है।
– हालांकि, एप्पल वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में अल्ट्रा-प्रीमियम सेगमेंट में सबसे अधिक बिकने वाला ब्रांड था।
– भारत में एप्पल की अच्छी मार्केट है। एप्पल भारत में बिक्री बढ़ाने पर विचार कर रहा है।
एप्पल
मुख्यालय- क्यूपर्टिनो, कैलिफ़ोर्निया, अमेरिका
सीईओ- टिम कुक
तमिलनाडु
सीएम – एमके स्टालिन
गवर्नर – RN रवि
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4. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मैसूर दशहरा महोत्सव 2022 का उद्घाटन 26 सितंबर 2022 को किस जगह किया?
a. बेंगलुरू
b. मैसूर
c. लखनऊ
d. चेन्नई
Answer: b. मैसूर
– राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 26 सितंबर 2022 को कर्नाटक के मैसूर के चामुंडी हिल्स में मैसूर दशहरा महोत्सव 2022 का उद्घाटन किया।
– यह महोत्सव दस दिन तक चलेगा।
– यह महोत्सव 05 अक्टूबर 2022 तक चलेगा।
कर्नाटक
सीएम – बसवराज बोमई
गवर्नर – थावर चंद गहलोत
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5. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने IIIT धारवाड़ के नए परिसर का उद्घाटन किस राज्य में किया?
a. बिहार
b. गोवा
c. कर्नाटक
d. महाराष्ट्र
Answer: c. कर्नाटक
– राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 26 सितंबर 2022 को कर्नाटक में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी (IIIT)-धारवाड़ के नए परिसर का उद्घाटन किया।
– धारवार जिला, बेंगलुरु से करीब 430 किलोमीटर की दूरी पर है।
कर्नाटक
राजधानी- बेंगलुरु
सीएम- बसवराज बोम्मई
राज्यपाल- थावर चंद गहलोत
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6. भारतीय मूल के किस ब्रिटिश मंत्री को एशियन अचीवर्स अवार्ड्स 2022 का पहला ‘क्वीन एलिजाबेथ II वुमेन ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड मिला?
a. प्रीति पटेल
b. सुएला ब्रेवरमैन
c. ऋषि सुनक
d. आलोक शर्मा
Answer: b. सुएला ब्रेवरमैन
– इस श्रेणी में यह अब तक का पहला पुरस्कार है।
– लंदन में 23 सितंबर 2022 को एक समारोह में सुएला के माता-पिता ने उनकी ओर से यह सम्मान स्वीकार किया।
– सुएला ब्रेवरमैन, ब्रिटेन की होम सेक्रेटी (होम मिनिस्टर स्तर) हैं।
एशियन अचीवर्स अवार्ड्स की स्थापना
– एशियन अचीवर्स अवार्ड्स (AAA) की शुरुआत वर्ष 2000 में एशियन बिजनेस पब्लिकेशन लिमिटेड (एबीपीएल) ने की थी।
– ताकि ब्रिटिश एशियाई समुदाय के सर्वश्रेष्ठ लोगों को सम्मानित किया जा सके और उनका जश्न मनाया जा सके।
– अब, कार्यक्रम वैश्विक सलाहकार फर्म ईपीजी द्वारा आयोजित किए जाते हैं।
सुएला ब्रेवरमैन
– ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने सुएला ब्रेवरमैन को अपना गृह सचिव नियुक्त किया था।
– सुएला ब्रेवरमैन इससे पहले 2020-2022 के बीच अटॉर्नी जनरल थीं।
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7. विश्व मौसम संगठन (WMO) ने 21वीं सदी का पहला ‘ट्रिपल डिप ला नीना’ की भविष्यवाणी की है, इसका मतलब क्या है?
a. तीन साल तक ला नीना प्रभाव
b. पृथ्वी के बड़े हिस्से में मौसम ठंडा
c. तीन साल तक गर्मी ज्यादा
d. a और b
Answer: d. a और b
– ला नीना वर्ष 2020 में शुरू हुआ। अब मौसम विभाग ने 2022 के अंत तक इसे जारी रहने की भविष्यवाणी की है।
– लगातार तीन साल तक ऐसा होना अनोखी घटना है, इसलिए वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन (WMO) ने इसे ‘ट्रिपल डिप ला नीना’ के रूप में परिभाषित किया है।
– मतलब कि ‘ट्रिपल डिप’ ला नीना एक ऐसी अवधि है जहां ला नीना की अवधि लगातार तीन सर्दियों तक फैली हुई है।
– यह इतिहास का तीसरा और 21वीं सदी का पहला ‘ट्रिपल डिप’ ला नीना है।
– आने वाले महीनों में दुनिया भर में मौसम की घटनाओं में इस ‘ला नीना’ का व्यापक प्रभाव होने की संभावना है।
– इसके अलावा संभावित रूप से विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ और सूखा बढ़ सकता है।
ला नीना (La Nina)
– अल नीनो (El Nino) और ला नीना शब्द का संदर्भ प्रशांत महासागर की समुद्री सतह के तापमान में होने वाले परिवर्तन से है।
– प्रशांत महासागर में भूमध्य रेखा से ऊपर 140 से 120 डिग्री के बीच के हिस्से को नीनो-3.4 रीजन कहा जाता है।
– ‘ला नीना’ वर्षों के दौरान, ठंडी सतहें महासागरों को वातावरण से अधिक गर्मी को ऐब्सॉर्ब करने देती हैं।
– नतीजतन, हवा का तापमान नीचे चला जाता है, जिससे कूलिंग इफेक्ट पैदा होता है।
– जब इस क्षेत्र में समुद्री सतह का तापमान सामान्य से नीचे होता है तो इस प्रोसेस को ला नीना (La Nina) कहते हैं।
– ला नीना की घटना, प्रशांत महासागर में इक्वेटर (भूमध्य रेख) के पास होती है, लेकिन इसका असर दुनिया के बड़े हिस्से में होता है।
– इसके विपरीत एक और मौसम का प्रभाव है, जिस अल नीनो कहते हैं। इसकी वजह से तापमान गर्म हो जाता है।
– ला नीना के कारण से ही भारत में भारी ठंड और बारिश की संभावना बढ़ जाती है।
‘ट्रिपल डिप ला नीना’ (‘Triple dip’ La Niña) नाम क्यों?
– अल नीनो और ला नीना आमतौर पर लगभग नौ महीने से एक वर्ष तक चलते हैं।
– वे आम तौर पर मार्च-जून की अवधि में विकसित होते हैं।
– सर्दियों के दौरान सबसे मजबूत होते हैं और अगले वर्ष के मार्च या अप्रैल महीने तक विलुप्त हो जाते है।
– कभी-कभी वे बहुत अधिक अवधि तक जारी रहते हैं।
– हाल के वर्षों में, 2015-16 का अल नीनो 19 महीनों तक फैला रहा था।
– इसकी हाई इंटेंसिटी के कारण इसे ‘गॉडज़िला’ करार दिया गया था।
– वर्तमान ला नीना प्रकरण काफी दिनों से टिका हुआ है।
– यह सितंबर 2020 में शुरू हुआ था और अब और अगले छह महीनों तक जारी रहेगा।
ला नीना टिके रहने से भारत पर क्या असर पड़ेगा?
– भारतीय संदर्भ में, ला नीना मानसून के मौसम के दौरान अच्छी वर्षा से जुड़ा है।
– यह अल नीनो के विपरीत है जो मानसूनी वर्षा को दबाने के लिए जाना जाता है।
– इस प्रकार, ला नीना के एक निरंतर दौर से मानसून के दौरान एक और वर्ष अच्छी या सामान्य वर्षा की उम्मीद हो सकती है।
– अब तक इस साल मानसून सीजन में सामान्य से 7% ज्यादा बारिश हुई है।
– पिछले वर्ष मौसमी वर्षा लगभग 100% थी।
– वर्ष 2023 में ला नीना का जारी रहना भारतीय दृष्टिकोण से बुरी खबर नहीं है।
– लेकिन यह कई अन्य क्षेत्रों के लिए समान नहीं है जहां ला नीना का बहुत अलग प्रभाव है।
अन्य देशों पर ला नीना का क्या प्रभाव?
– अमेरिका के अधिकांश हिस्सों में, ला नीना की वजह से बहुत शुष्क (ड्राई, रुखी) सर्दी पड़ सकती है।
– ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया में, ला नीना के कारण अधिक वर्षा होने की उम्मीद है।
– अमेरिका में सूखा और इस वर्ष पूर्वी ऑस्ट्रेलिया में बाढ़ लंबे समय तक बारिश रहने का कारण ‘ला नीना’ हो सकता है।
– पाकिस्तान में अत्यधिक वर्षा, जो अपनी सबसे भीषण बाढ़ आपदा का सामना कर रही है, का भी कारण ला नीना है।
‘ला नीना’ और ग्लोबल वार्मिंग
– हालांकि, यह ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों को बेअसर करने के लिए पर्याप्त नहीं है।
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8. केंद्र सरकार ने देश के गांवों के कुओं के जलस्तर को मापने के लिए सितंबर 2022 में किस मोबाइल एप्प को लॉन्च किया?
a. जलदूत
b. जलरक्षक
c. नीरदूत
d. जलाशय
Answer: a. जलदूत (JALDOOT)
– केंद्रीय ग्रामीण विकास और इस्पात राज्य मंत्री, फग्गन सिंह कुलस्ते ने 27 सितंबर 2022 को “जलदूत ऐप” को लॉन्च किया।
जलदूत ऐप
– जलदूत ऐप को ग्रामीण विकास मंत्रालय (मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर) और पंचायती राज मंत्रालय (मंत्री गिरीराज सिंह) ने मिलकर विकसित किया गया है।
– इस ऐप का उपयोग पूरे देश के हर गांव में चयनित 2-3 कुओं के जल स्तर को मापने के लिए किया जाएगा।
– खुले कुओं में जल स्तर की मैनुअल निगरानी वर्ष में दो बार होगी।
– इस दौरान मानसून से पहले और मानसून के बाद जलस्तर मापी जाएगी।
– जल स्तर मापने की जिम्मेदारी ग्रामीण रोजगार सहायक को दी गई है, जो ‘जलदूत’ कहलाएंगे।
– यह अधिकारी माप के हर अवसर पर एप के माध्यम से जियो-टैग की गई तस्वीरें अपलोड करें।
– जलदूत द्वारा इनपुट किए जाने वाले नियमित डेटा को राष्ट्रीय जल सूचना विज्ञान केंद्र (NWIC) के डेटाबेस के साथ एकीकृत किया जाएगा।
– इस डाटा का उपयोग विभिन्न हितधारकों के लाभ के लिए विभिन्न उपयोगी रिपोर्ट के विश्लेषण और प्रदर्शन के लिए किया जायेगा।
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9. विश्व रेबीज दिवस (world rabies day) कब मनाया जाता है?
a. 28 सितंबर
b. 29 सितंबर
c. 30 सितंबर
d. 1 अक्टूबर
Answer: a. 28 सितंबर
– इसका उद्देश्य रेबीज बिमारी तथा इसकी रोकथाम के बारे जागरूकता फैलाना है।
– विश्व रेबीज दिवस 2022 की थीम “Rabies: “One Health, Zero Death”
रेबीज
– रेबीज एक वायरल बिमारी है, इसके कारण गर्म रक्त वाले जीवों के मस्तिष्क के सूजन (एक्यूट इन्सेफेलाइटिस) होती है।
– यह एक जूनोटिक बिमारी है मतलब यह एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में फैलती है।
– यह आमतौर पर कुत्तों के काटने अथवा संक्रमित जानवरों से खरोंच लगने के कारण होता है।
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10. वर्ष 2022 में विश्व बधिर सप्ताह (deaf day week) कब मनाया गया?
a. 19 से 25 सितंबर
b. 20 से 26 सितंबर
c. 21 से 27 सितंबर
d. 22 से 28 सितंबर
Answer: a. 19 से 25 सितंबर
– इसका उद्देश्य बधिर लोगों के दैनिक जीवन में आने वाले मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाना है।
2022 की थीम – Building Inclusive Communities for All (सभी के लिए समावेशी समुदायों का निर्माण)
इंटरनेशनल साइन लैंग्वेज डे : 23 सितंबर
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