यह 23 December 2022 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्जाम्स में मदद करेगा।
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1. चीन से तनाव के बीच रक्षा मंत्रालय ने दिसंबर 2022 में कितने रुपये के अत्याधुनिक हथियारों की खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी?
Amid tensions with China, the Defense Ministry approved proposals for the purchase of state-of-the-art weapons worth how many rupees in December 2022?
a. 84,328 करोड़
b. 88,981 करोड़
c. 90,544 करोड़
d. 95,987 करोड़
Answer: a. 84,328 करोड़
– रक्षा मंत्रालय ने 22 दिसंबर 2022 को 84,328 करोड़ रुपये के अत्याधुनिक हथियारों की खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी।
– रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (DAC) ने यह फैसला किया।
– DAC ने 24 कैपिटल ऐक्वज़िशन प्रस्तावों के लिए एक्सेप्टेंस ऑफ नेसेसटी (आवश्यकता की स्वीकृति) (AoN) प्रदान की है।
– इसमें से छह सेना के लिए हैं, छह भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए हैं।
– इसके अलावा 10 नेवी के लिए और दो कोस्ट गार्ड के लिए।
– इन सबको मिलाकर खरीद का कुल मूल्य 84,328 करोड़ रुपये बैठता है।
– इसमें से 82,127 करोड़ रुपये के 21 प्रस्तावों की खरीद स्वदेशी स्रोतों से की जाएगी।
किन अत्याधुनिक हथियारों के लिए खरीद प्रस्ताव?
– फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल
– लाइट टैंक (जोरावर)
– नेवल एंटी-शिप मिसाइल
– मल्टी-पर्पज वेजल
– न्यू रेंज ऑफ मिसाइल सिस्टम
– लॉन्ग रेंज गाइडेड बॉम्ब (LRGB)
– नेक्स्ट-जनरेशन ऑफशोर पेट्रोल वेजल (OPV)
किस सेना को सबसे ज्यादा खरीद की मंजूरी मिली?
– लागत के संदर्भ में, आर्मी के लिए सबसे अधिक खरीद की मंजूरी मिली है।
– इसमें थल सेना के कुल 50,000 करोड़ रुपये के उपकरण शामिल है।
किस प्रोजेक्ट के लिए सबसे ज्यादा मंजूरी?
– सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट जोरावर के लिए है, जिसकी लागत लगभग 16,000 करोड़ रुपये होगी।
– प्रोजेक्ट जोरावर के तहत, सेना 25 टन के अधिकतम वजन और 10 प्रतिशत मार्जिन के साथ स्वदेशी हल्के टैंकों को शामिल करेगी।
– इनकी मारक क्षमता नियमित टैंकों के समान होगी।
– इन टैंकों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी लैस किया जायेगा।
– यह टैंक पहाड़ों पर भी चढ़ सकते है।
– सेना यह भी चाहती है कि ये टैंक उभयचर (जल और पानी दोनों में इस्तेमाल हो) हो।
– ताकि इसे पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील सहित नदी क्षेत्रों में तैनात किया जा सकता है।
‘प्रोजेक्ट जोरावर’
– इस प्रोजेक्ट के तहत भारतीय सेना को हल्के टैंक प्रदान किए जायेंगे।
– ‘प्रोजेक्ट जोरावर’ – का नाम प्रसिद्ध जोरावर सिंह के नाम पर रखा गया है।
– जोकि एक सैन्य जनरल थे, जिन्होंने जम्मू के राजा गुलाब सिंह के अधीन काम किया था।
– इस प्रोजेक्ट के तहत दिए जाने वाले लाइट टैंको के पास मौजूदा टैंकों की तरह ही मारक क्षमता (फायरपावर) होगी।
– इन लाइट टैंको में मिसाइल-फायरिंग कैपबिलिटी, काउंटर-ड्रोन ऐपरेटस, वॉर्निंग सिस्टम और पॉवर-टू-वेट रेश्यो जैसी सुविधा होगी।
भारतीय सेना लाइट टैंकों में क्या सुविधा चाहती है?
– लाइट टैंक का वजन अधिकतम 25 टन (10% मार्जिन के साथ) होना चाहिए।
– आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन इंटीग्रेशन टेक्नोलॉजी।
– एक्टिव प्रोटेक्शन सिस्टम।
– मिसाइल फायरिंग सहित मौजूदा टैंक के बराबर मारक क्षमता।
– यह लाइट टैंक उभयचर (धरती और जल में प्रयोग होने वाला) हो।
– ताकि इसे नदी के क्षेत्रों और यहां तक कि पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील में भी तैनात किया जा सके।
भारतीय सेना को लाइट टैंक आवश्यकता क्यों?
– सेना को पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के समय परिचालन क्षेत्रों में काफी संख्या में T-72 (45 टन) और T-90 (46 टन) टैंकों को शामिल करना पड़ा था।
– इन टैंकों ने विरोधी को पीछे हटने के लिए मजबूर भी किया था।
– हालांकि, इन टैंकों को मुख्य रूप से मैदानी और रेगिस्तानी इलाकों में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है।
– पूर्वी लद्दाख में सीमा रेखा पर गतिरोध जारी है।
– चीन पूर्वी लद्दाख में हल्के टैंकों को स्थापित कर रहा है जोकि भारत के लिए एक खतरे की बात है।
– इसके कारण से भारतीय सेना को लाइट टैंकों की जरूरत पड़ रही है।
– क्योंकि 25 टन से अधिक वजन वाले टैंकों को ऊपर पहाड़ पर ले जाना काफी कठिन कार्य होता है और काफी समय भी लेता है।
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2. UNCESO ने किन स्थलों को दिसंबर 2022 में विश्व धरोहर स्थलों की अस्थाई सूची में शामिल किया, जिससे भारत में इसकी संख्या 52 हो गई?
Which sites were included by UNESCO in the tentative list of World Heritage Sites in December 2022, taking the number to 52 in India?
a. वडनगर शहर और मोढेरा का सूर्य मंदिर
b. उनाकोटी की चट्टानों को काटकर बनाई गई मूर्तियां
c. लोटस टेंपल
d. a और b
Answer: d. a और b
– गुजरात : वडनगर शहर और मोढेरा का सूर्य मंदिर
– त्रिपुरा : उनाकोटी की चट्टानों को काट कर बनाई गई मूर्तियां
– UNCESO ने दिसंबर 2022 को इन तीन स्थलों को विश्व धरोहर की अस्थाई सूची (Tentative List) में शामिल किया है।
– इसके साथ, भारत के पास अब यूनेस्को की अस्थायी सूची में कुल संख्या 52 हो गई है।
यूनेस्को की अस्थायी सूची क्या है:
– यूनेस्को की अस्थायी सूची उन स्थलों की सूची है, जिन पर प्रत्येक पक्षकार नामांकन के लिये विचार करना चाहती है।
– इसमें नामांकन हो जाने के बाद इसे विश्व विरासत केंद्र (World Heritage Centre) को भेज दिया जाता है।
– भारत में अब अस्थायी सूची में 52 स्थल हैं।
– अगर बात स्थाई सूची की होगी, तो इसकी संख्या 40 है।
गुजरात का वडनगर शहर
– वडनगर गुजरात के मेहसाणा जिले की एक नगर पालिका है।
– यह ऐतिहासिक शहर है।
– इसका इतिहास लगभग 8वीं शताब्दी ईसा पूर्व तक फैला हुआ है।
– शहर अभी भी बड़ी संख्या में ऐतिहासिक इमारतों को बरकरार है।
– ये मुख्य रूप से धार्मिक और आवासीय प्रकृति की हैं।
मोढेरा का सूर्य मंदिर
– मोढेरा का सूर्य मंदिर मेहसाणा ज़िले के बेचराजी तालुका में रूपन नदी की एक सहायक नदी पुष्पावती के किनारे पर स्थित है।
– यह पूर्वमुखी मंदिर चमकीले पीले बलुआ पत्थरों से बना हुआ है।
– मंदिर के विवरण के अनुसार, यह मारू-गुर्जर स्थापत्य शैली में बनाया गया है, जिसमें मुख्य मंदिर (गर्भगृह), एक कक्ष (गढ़मंडप), एक बाहरी कक्ष अथवा सभाकक्ष (सभामंडप या रंगमंडप) और एक पवित्र जलाशय (सूर्य कुंड) जिसे अब रामकुंड कहा जाता है, शामिल हैं।
– यह चालुक्य वंश के भीम प्रथम के शासनकाल के दौरान 1026-27 ईसा पूर्व के बाद बनाया गया था।
– खास बात : प्रतिवर्ष विषुव (Equinoxes {ईक्वनाक्स}) के समय सूर्य की किरणें सीधे इस मंदिर के केंद्र/गर्भभाग पर पड़ती हैं।
– विषुव किसे कहते हैं – वह समय या तिथि (प्रत्येक वर्ष में दो बार) जिस पर सूर्य आकाशीय भूमध्य रेखा को पार करता है, जब दिन और रात लगभग समान लंबाई के होते हैं (लगभग 22 सितंबर और 20 मार्च)।
उनाकोटि की पत्थरों को काट कर बनाई गई मूर्तियाँ:
– यह एक शैव तीर्थ स्थल है जो 7वीं अथवा 9वीं शताब्दी का है।
– उनाकोटि का अर्थ है एक करोड़ से एक कम. कहा जाता है कि इतनी ही संख्या में चट्टानों को काटकर बनाई गई नक्काशी यहाँ उपलब्ध है।
– हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भगवान शिव एक करोड़ देवी-देवताओं के साथ काशी जा रहे थे, तो उन्होंने इस स्थान पर रात्रि विश्राम किया था।
– उन्होंने सभी देवी-देवताओं को सूर्योदय से पहले जागने और काशी के लिये प्रस्थान करने को कहा।
– ऐसा कहा जाता है कि सुबह शिव के अलावा कोई और नहीं उठा, अतः भगवान शिव दूसरों को पत्थर की मूर्ति बनने का श्राप देते हुए स्वयं काशी के लिये निकल पड़े।
– ‘अशोकाष्टमी मेला’ के नाम से प्रसिद्ध एक भव्य मेला प्रतिवर्ष अप्रैल के महीने में आयोजित किया जाता है, जिसमें हज़ारों तीर्थयात्री आते हैं।
– यह साइट एक जंगली क्षेत्र में स्थापित है।
यूनेस्को अस्थाई (Tentative) वर्ल्ड हेरिटेज साइट: 52
– सूर्य मंदिर, मोढेरा और इसके आसपास के स्मारक 13/12/2022
– उनाकोटी, उनाकोटी रेंज, उनाकोटी जिले की रॉक-कट मूर्तियां और राहतें 13/12/2022
– वडनगर – एक बहुस्तरीय ऐतिहासिक शहर, गुजरात 13/12/2022
– भारत के कोंकण क्षेत्र की ज्योग्लिफ्स 17/02/2022
– जिंगकिएंग जरी: लिविंग रूट ब्रिज कल्चरल लैंडस्केप्स 17/02/2022
– श्री वीरभद्र मंदिर और अखंड बैल (नंदी), लेपाक्षी (विजयनगर – मूर्तिकला और चित्रकारी कला परंपरा) 17/02/2022
– वाराणसी के ऐतिहासिक शहर का प्रतिष्ठित रिवरफ्रंट 13/04/2021
– कांचीपुरम के मंदिर 13/04/2021
– हायर बेंकल, मेगालिथिक साइट 13/04/2021
– नर्मदा घाटी में भेड़ाघाट-लमेटाघाट 13/04/2021
– सतपुड़ा टाइगर रिजर्व 13/04/2021
– महाराष्ट्र में मराठा सैन्य वास्तुकला का क्रमिक नामांकन 13/04/2021
– ओरछा की ऐतिहासिक धरोहर 15/04/2019
– गारो हिल्स संरक्षण क्षेत्र (GHCA) 26/07/2018
– केबुल लामजाओ संरक्षण क्षेत्र 11/03/2016
– शीत रेगिस्तान सांस्कृतिक परिदृश्य भारत 15/04/2015
– उत्तरापथ, बादशाही सड़क, सड़क-ए-आज़म, ग्रैंड ट्रंक रोड के साथ साइटें 15/04/2015
– मंदिर वास्तुकला का विकास – ऐहोल-बादामी-पट्टदकल 09/02/2015
– डेक्कन सल्तनत के स्मारक और किले 15/04/2014
– सेलुलर जेल, अंडमान द्वीप समूह 15/04/2014
– भारत के प्रतिष्ठित साड़ी बुनाई समूह 15/04/2014
– अपातानी सांस्कृतिक परिदृश्य 15/04/2014
– श्री रंगनाथस्वामी मंदिर, श्रीरंगम 15/04/2014
– श्रीरंगपटना द्वीप टाउन के स्मारक 15/04/2014
– चिल्का झील 15/04/2014
– पद्मनाभपुरम पैलेस 15/04/2014
– होयसला का पवित्र पहनावा 15/04/2014
– सत्याग्रह के स्थल, भारत का अहिंसक स्वतंत्रता आंदोलन 15/04/2014
– थेम्बंग फोर्टिफाइड विलेज 15/04/2014
– नारकोंडम द्वीप 15/04/2014
– मोइदम्स – अहोम राजवंश की टीला-दफन प्रणाली 15/04/2014
– एकम क्षेत्र – मंदिरों का शहर, भुवनेश्वर 15/04/2014
– बुर्जहोम की नवपाषाण बस्ती 15/04/2014
– हड़प्पा पोर्ट-टाउन, लोथल के पुरातात्विक अवशेष 15/04/2014
– माउंटेन रेलवे ऑफ इंडिया (एक्सटेंशन) 15/04/2014
– चेट्टीनाड, तमिल व्यापारियों के ग्राम समूह 15/04/2014
– नई दिल्ली में बहाई पूजा घर 15/04/2014
– दिल्ली – एक विरासत शहर 22/05/2012
– कश्मीर में मुगल गार्डन 13/12/2010
– हैदराबाद गोलकोंडा किले के कुतुब शाही स्मारक, कुतुब शाही मकबरे, चारमीनार 10/09/2010
– भारत में सिल्क रोड साइट्स 20/01/2010
– शांतिनिकेतन 20/01/2010
– नेओरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान 26/05/2009
– डेजर्ट नेशनल पार्क 26/05/2009
– नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान 15/03/2006
– जंगली गधा अभयारण्य, कच्छ का छोटा रण 15/03/2006
– असम में ब्रह्मपुत्र नदी के बीच माजुली का नदी द्वीप 02/03/2004
– श्री हरिमंदिर साहिब, अमृतसर, पंजाब 05/01/2004
– बिष्णुपुर, पश्चिम बंगाल में मंदिर 03/07/1998
– मट्टनचेरी पैलेस, एर्नाकुलम, केरल 03/07/1998
– मांडू, मध्य प्रदेश में स्मारकों का समूह 03/07/1998
– प्राचीन बौद्ध स्थल, सारनाथ, वाराणसी, उत्तर प्रदेश 03/07/1998
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यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट: 40
– आगरा का किला
– अजंता की गुफाएँ
– एलोरा की गुफाएँ
– ताज महल
– महाबलीपुरम में स्मारकों का समूह
– सूर्य मंदिर, कोणार्क
– काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
– केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान
– मानस वन्यजीव अभयारण्य
– गोवा के चर्च और कॉन्वेंट
– फतेहपुर सीकरी
– हम्पी में स्मारकों का समूह
– खजुराहो स्मारकों का समूह
– एलिफेंटा गुफाएं
– ग्रेट लिविंग चोल मंदिर 13
– पट्टडकल में स्मारकों का समूह
– सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान
– नंदा देवी और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान
– सांची में बौद्ध स्मारक
– हुमायुं का मकबरा, दिल्ली
– कुतुब मीनार और उसके स्मारक, दिल्ली
– भारत के पर्वतीय रेलवे
– बोधगया में महाबोधि मंदिर परिसर
– भीमबेटका के रॉक शेल्टर
– चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व पार्क
– छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (पूर्व में विक्टोरिया टर्मिनस)
– लाल किला परिसर
– जंतर मंतर, जयपुर
– पश्चिमी घाट
– राजस्थान के पहाड़ी किले
– ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क कंजर्वेशन एरिया
– पाटन, गुजरात में रानी-की-वाव (रानी की बावड़ी)।
– नालंदा, बिहार में नालंदा महाविहार का पुरातत्व स्थल
– खंगचेंदज़ोंगा राष्ट्रीय उद्यान
– ले कोर्बुज़िए का वास्तुशिल्प कार्य, आधुनिक आंदोलन में एक उत्कृष्ट योगदान *
– अहमदाबाद का ऐतिहासिक शहर
– मुंबई के विक्टोरियन गोथिक और आर्ट डेको एन्सेम्बल
– जयपुर शहर, राजस्थान
– धोलावीरा: एक हड़प्पा शहर
– काकतीय रुद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर, तेलंगाना
UNESCO
मुख्यालय- पेरिस, फ्रांस
स्थापना- वर्ष 1945
डायरेक्टर जनरल- ऑद्रे अजोले
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3. म्यांमार में जारी सैन्य हिंसा को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए UNSC में पेश हुए प्रस्ताव पर किन देशों ने मतदान से दूरी बनाई?
Which countries abstained from voting on the resolution presented in the UNSC to stop the ongoing military violence in Myanmar with immediate effect?
a. भारत और चीन
b. रूस
c. यूएसए
d. a और b
Answer: d. a और b
– म्यांमार में जारी सैन्य जुंटा की हिंसा को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव पेश किया गया।
– म्यांमार पर 74 वर्षों में अपनाया गया सुरक्षा परिषद में यह पहला प्रस्ताव है।
– यह प्रस्ताव भारत की अध्यक्षता के दौरान 15 देशों की सुरक्षा परिषद में 21 दिसंबर 2022 को पेश किया गया।
– इस प्रस्ताव में म्यांमार में हिंसा को तत्काल समाप्त करने मांग की गई।
– इसके अलावा काउंसलर आंग सान सू की सहित राजनीतिक कैदियों को रिहा करने के लिए सैन्य जुंटा से आग्रह किया गया।
– इस प्रस्ताव के पक्ष में 12 देशों ने वोटिंग की और विरोध में किसी ने वोट नहीं दिया।
– लेकिन भारत, चीन और रूस ने इस प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं की।
म्यांमार पर 74 वर्षों में अपनाया गया पहला प्रस्ताव
– म्यांमार पर 74 वर्षों में अपनाया गया सुरक्षा परिषद में यह पहला प्रस्ताव है।
– इससे पहले वर्ष 1948 में म्यांमार पर एक प्रस्ताव अपनाया गया था, जोकि म्यांमार (बर्मा के रूप में) को ब्रिटेन से स्वतंत्रता मिलने के बाद आया था।
– इस दौरान परिषद ने महासभा को “बर्मा संघ” को संयुक्त राष्ट्र में सदस्यता की सिफारिश की थी।
भारत ने वोट न देने पर क्या सफाई दी?
– संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि भारत का मानना है कि म्यांमार की वर्तमान स्थिति “शांत और धैर्यपूर्ण कूटनीति” के दृष्टिकोण की मांग करती है। लेकिन जल्द से जल्द म्यांमार में लोकतंत्र की बहाली होनी चाहिए। राजनेताओं को रिहा करना चाहिए।
भारत ने और क्या कहा?
– कंबोज ने कहा कि भारत म्यांमार के साथ लगभग 1,700 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है और इसके लोगों के साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं।
– वैसे तो देश में कोई भी अस्थिरता हमें सीधे तौर पर प्रभावित करती है।
– इसलिए मौजूदा संकट का समाधान करना और म्यांमार में शांति, स्थिरता और समृद्धि बनाए रखना हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए प्रत्यक्ष हित में है।
चीन ने वोट न देने पर क्या कहा?
– चीनी राजदूत झांग जुन ने कहा कि चीन को इस प्रस्ताव को लेकर चिंता है।
– चीन को लगता है कि परिषद के लिए प्रस्ताव के बजाय राष्ट्रपति के बयान को स्वीकार करना अधिक उपयुक्त होगा।
– म्यांमार मुद्दे का कोई त्वरित समाधान नहीं है, बाहरी समाधान तो दूर की बात है।
– रातों-रात न तो लोकतांत्रिक हलचल और न ही राष्ट्रीय सुलह हासिल की जा सकती है।
रूस ने वोट न देने पर क्या कहा?
– रूसी स्थायी प्रतिनिधि वैसिली नेबेंजिया ने कहा कि रूस म्यांमार की स्थिति अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा नहीं करना चाहता।
म्यांमार में वर्ष 2021 में हुआ था तख्तापलट
– म्यांमार में फरवरी 2021 में सेना ने निर्वाचित प्रतिनिधियों का तख्तापलट कर सत्ता अपने हाथों में ले थी।
– वर्तमान में सैनिक शासक जनरल मिन आंग हलायंग म्यांमार के राष्ट्राध्यक्ष हैं।
म्यांमार
राजधानी- नाएप्यीडॉ
कार्यवाहक राष्ट्रपति- माइंट स्वे
SAC Chairman and Prime: मिन आंग हलायंग
मुद्रा- म्यांमार क्यात
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4. भारत का पहला इन्फैंट्री संग्रहालय को कहां स्थापित हुआ?
Where was India’s first Infantry Museum established?
a. पटना
b. इंदौर
c. कोलकाता
d. गांधीनगर
Answer: b. इंदौर (मध्य प्रदेश)
– देश के पहले इन्फेंट्री म्यूजियम का उद्घाटन 16 दिसंबर 2022 को मध्य प्रदेश के इंदौर जिले की महू छावनी में हुआ।
– इस म्यूजियम का उद्घाटन भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया।
इन्फेंट्री म्यूजियम
– म्यूजियम का निर्माण 2009 में शुरू हुआ था और 2019 में पूरा हुआ।
– म्यूजियम 1747 से 2020 तक के इन्फेंट्री कोर के इतिहास को प्रदर्शित करेगा।
– इसमें मूर्तियों, चित्रों और फोटो गैलरी में वीरता और वीर सैनिकों के बलिदान को रखा गया है।
– म्यूजियम का फर्स्ट फेज पूरा हो गया है और दूसरे फेज का काम अभी भी चल रहा है।
– इस म्यूजियम को तीन फेजों में बनाया जा रहा है।
– वर्ष 1965 और 1971 के प्लासी, सारागढ़ी, बक्सर और भारत-पाक युद्धों के इतिहास के साथ-साथ छत्रपति शिवाजी महाराज और सुभाष चंद्र बोस आदि के इतिहास को म्यूजियम में संरक्षित किया गया है।
– दूसरी मंजिल पर बन रहे कारगिल वार रूम में फोटोग्राफ और फतेह गैलरी के जरिए वीरों की गाथाओं को दर्शाया जाएगा।
– यह कमरा देश भर में सेना की 27 रेजीमेंटों के इतिहास को दर्शाता है।
– लोग म्यूजियम में घूमने के लिए ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते है।
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5. परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (AERB) के नए अध्यक्ष कौन हैं?
Who is the new chairman of Atomic Energy Regulatory Board (AERB)?
a. दिनेश कुमार शुक्ला
b. रोहित कुमार
c. भूषण शर्मा
d. कृष्णमूर्ति अय्यर
Answer: a. दिनेश कुमार शुक्ला
– दिनेश कुमार शुक्ला को दिसंबर 2022 में परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (AERB) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
– मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (ACC) ने दिसंबर 2022 में उनकी नियुक्ति की मंजूरी दी।
– उन्हें को अगले तीन वर्षों के लिए इस पद पर तैनात किया गया है।
– उन्हें जी नागेश्वर राव की जगह इस पद पर नियुक्त किया गया है।
दिनेश कुमार शुक्ला
– वे AERB के कार्यकारी निदेशक रह चुके हैं।
– उन्होंने जबलपुर यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है।
– शुक्ला ने वर्ष 1981 में डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी को जॉइन किया था।
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6. किस राज्य ने दिसंबर 2022 में ‘ओरुनोदोई 2.0’ योजना लॉन्च की?
Which state has launched ‘Orunodoi 2.0’ scheme in December 2022?
a. बिहार
b. उत्तर प्रदेश
c. मध्य प्रदेश
d. असम
Answer: d. असम
– असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दिसंबर 2022 में ‘ओरुनोदोई’ का दूसरा संस्करण ‘ओरुनोदोई 2.0’ लॉन्च किया।
– ‘ओरुनोदोई 2.0’ का उद्देश्य आर्थिक रूप से वंचित परिवारों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है।
– यह एक डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (DBT) स्कीम है।
‘ओरुनोदोई 2.0’
– इस योजना का लक्ष्य आर्थिक रूप से वंचित परिवारों के 35 लाख महिलाओं को जोड़ने का है।
– इस योजना के तहत महिलाओं को प्रतिमाह 1250 रुपए डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए दिए जाते है।
असम
राजधानी- दिसपुर
मुख्यमंत्री- हिमंत बिस्वा सरमा
राज्यपाल- जगदीश मुखी (नागालैंड के भी राज्यपाल हैं)
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7. राज्यसभा ने समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा से जुड़े किस बिल को दिसंबर 2022 में पारित किया?
Rajya Sabha passed which bill related to the security of maritime zones in December 2022?
a. मेरीटाइम सिक्योरिटी बिल
b. मेरीटाइम एंटी-पायरेसी बिल
c. मेरीटाइम न्यू बिल
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: b. मेरीटाइम एंटी-पायरेसी बिल, 2022 (समुद्री डकैती रोधी विधेयक, 2022)
– राज्यसभा ने 21 दिसंबर 2022 मेरीटाइम एंटी-पायरेसी बिल, 2022 पारित किया।
– इससे पहले इस बिल को 19 दिसंबर 2022 को लोकसभा ने पास किया था।
मेरीटाइम एंटी-पायरेसी बिल, 2022 (समुद्री डकैती रोधी विधेयक,2022)
– यह बिल समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCLOS) की सभी अपेक्षाओं को पूरा करेगा।
– बिल भारतीय अधिकारियों को समुद्र में समुद्री डकैती के विरूद्ध कार्रवाई करने में सक्षम बनाता है।
– इसके अलावा समुद्री व्यापार मार्गों की सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय जल में भारतीय नाविकों की भलाई सहित हमारी समुद्री सुरक्षा को मजबूत करेगा।
– बिल ऐसे अपराधों के दोषियों को कड़ी सजा का प्रावधान करता है, जो समुद्री डकैती में लिप्त है।
भारत में समुद्री डकैती के मामले
– विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि 2008 से 2011 के बीच 27 समुद्री डकैती घटनाएं हुईं थी।
– इनमें 288 भारतीय नागरिक शामिल थे।
– वर्ष 2014 से 2022 के बीच डकैती के 19 मामले सामने आए जिनमें 155 भारतीय क्रू मेंबर्स शामिल थे।
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8. राष्ट्रीय किसान दिवस कब मनाया जाता है?
When is National Farmer’s Day celebrated?
a. 23 दिसंबर
b. 22 दिसंबर
c. 21 दिसंबर
d. 20 दिसंबर
Answer: a. 23 दिसंबर
– भारत में 23 दिसंबर को किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
– इस दिन भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्मदिन होता है।
– उन्होंने किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई नीतियों की शुरुआत की थी।
– भारत सरकार ने वर्ष 2001 में चौधरी चरण सिंह के सम्मान में हर वर्ष 23 दिसंबर को किसान दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
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9. विश्व व्यापार संगठन की 13वीं मंत्रिस्तरीय बैठक वर्ष 2024 में किस देश में आयोजित होगा?
In which country the 13th ministerial meeting of the World Trade Organization will be held in the year 2024?
a. संयुक्त अरब अमीरात
b. श्रीलंका
c. कतर
d. भारत
Answer: a. संयुक्त अरब अमीरात
– विश्व व्यापार संगठन के मंत्रिस्तरीय सम्मेलन को हर दो वर्ष के अंतराल में आयोजित किया जाता है।
– इसे दुनिया में व्यापार को आसान और विवादों को सुलझाने के लिए आयोजित किया जाता है।
– वर्ष 2024 में 13वीं विश्व व्यापार संगठन की मंत्रिस्तरीय बैठक की मेजबानी संयुक्त अरब अमीरात करेगा।
– विश्व व्यापार संगठन की 12वीं बैठक को 12-17 जून 2022 तक जिनेवा, स्विट्जरलैंड में आयोजित किया गया था।
– पहले इसे वर्ष 2022 में कजाकिस्तान में आयोजित किया जाना था।
– लेकिन कोरोना के कारण इसे स्थगित किया गया था।
WTO (विश्व व्यापार संगठन)
– यह दुनिया में व्यापार से संबंधित नियमों को बनाता है।
– इसने गैट की जगह ली है।
– गैट (GATT) – (General Agreement on Tariffs and Trade)
– गैट की स्थापना – 1948
WTO (विश्व व्यापार संगठन)
– स्थापना – 1 जनवरी 1995
– मुख्यालय – जिनेवा, स्विट्जरलैंड
– सदस्य – 164 सदस्य
– महानिदेशक – न्गोजी ओकोन्जो-इवेला (नाइजीरिया)
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10. किस राज्य सरकार ने ‘गरीबी रेखा से नीचे’ (BPL) के लिए रसोई गैस सिलेंडर को 500 रुपए में उपलब्ध कराने कि घोषणा की?
Which state government announced to make LPG cylinders available for poor class (BPL) at Rs 500?
a. हिमाचल प्रदेश
b. गुजरात
c. राजस्थान
d. छत्तीसगढ़
Answer: c. राजस्थान
– राजस्थान सरकार अपने राज्य में गरीब वर्ग के लिए 12 LPG सिलेंडर 500 रुपए में उपलब्ध कराने कि घोषणा की।
– यह 1 अप्रैल 2023 से लागू होगा।
– इस समय रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत 1000 रुपए से ज्यादा है।
– इसकी घोषणा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 19 दिसंबर 2022 को अलवर से की।
– यह घोषणा भारत जोड़ो यात्रा की रैली में की गई।
– भारत सरकार ने 1 मई 2016 से उज्जवला योजना के तहत फ्री सिलेंडर कनेक्शन दिए।
– अशोक गहलोत के अनुसार सिलेंडर की कीमत ज्यादा होने के कारण गरीब लोग उसे खरीद नहीं पा रहे है।
– इसलिए उन्होंने इसकी कीमत लगभग आधी की है।
– RBI महंगाई को काबू करने के लिए रेपो रेट बढ़ा रही है।
– लेकिन इसका रिजल्ट आने में समय लगेगा।
राजस्थान
– राजधानी – जयपुर
– राज्यपाल – कलराज मिश्रा
– मुख्यमंत्री – अशोक गहलोत