यह 21st & 22nd April 2022 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्जाम्स में मदद करेगा। इसका PDF Download Link इस पेज के लास्ट में मौजूद है। Current Affairs PDF आप इस पेज के आखिरी हिस्से से Free में डाउनलोड करें।
1. 6th स्कॉर्पीयन पनडुब्बी का जलावतरण 20 अप्रैल 2022 में किया गया, इसका नाम बताएं?
a. INS Karanj
b. INS Vela
c. INS Vagir
d. INS Vagsheer
Answer: d. INS Vagsheer (वगशीर)
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2. किस प्रोजेक्ट के तहत बनी पनडुब्बी INS Vagsheer को समुद्र में जलावतरण किया गया?
a. प्रोजेक्ट 6
b. प्रोजेक्ट 70
c. प्रोजेक्ट 75
d. प्रोजेक्ट विनाश
Answer: c. प्रोजेक्ट 75
– देश के डिफेंस सेक्रेटरी अजय कुमार ने 20 अप्रैल 2022 को INS वगशीर को मुंबई में मझगांव डॉक पर समुद्र में लॉन्च (जलावतरण) किया।
– इसे वर्ष 2023 में इंडियन नेवी में शामिल किया जाएगा।
वगशीर नाम क्यों
– हिंद महासागर में गहरे पानी की समुद्री शिकारी मछली है सैंडफिश। इसे वगशीर के नाम से भी जाना जाता है।
– इसी नाम पर सबमरीन का नाम रखा गया है।
– इससे पहले भी इस नाम (वगशीर) से पनडुब्बी थी, जिसे दिसंबर 1974 में लॉन्च किया गया था।
– बाद में 1997 में इसे सेवा से हटा दिया गया था।
– जहाज/पनडुब्बी के सेवामुक्त होने के बाद नए जहाज/पनडुब्बी को पुराने वाले नाम से ही सेवा में शामिल करने की परंपरा है।
क्या है प्रोजेक्ट 75
– फ्रांस ने सबमरीन निर्माण के लिए भारत को तकनीक ट्रांसफर किया है।
– फ्रांस और इंडिया के बीच ट्रांसफर ऑफ टेक्नालॉजी एग्रीमेंट पर 2005 में सिग्नेचर हुए थे।
– इसके तहत 6 स्कॉर्पियन क्लास सबमरीन बनाए गए।
6 स्कॉर्पियन क्लास सबमरीन
पनडुब्बी और नेवी में शामिल होने का वर्ष
– INS कलावरी : 2017 में नेवी में शामिल
– INS खंडेरी : 2019 में नेवी में शामिल
– INS करंज : 2021 में नेवी में शामिल
– INS वेला : 2021 में नेवी में शामिल
– INS वगीर : 2020 में जलावतरण, समुद्री परीक्षण जारी।
– INS वगशीर : 2022 में जलावतरण, समुद्री परीक्षण जारी।
क्या खास है स्कॉर्पियन श्रेणी की पनडुब्बियों में
– स्कॉर्पियन श्रेणी की पनडुब्बियों के जरिए कई प्रकार के मिशन किए जा सकते हैं।
– यह पनडुब्बी एंटी-पनडुब्बी युद्ध, एंटी-सरफेस वारफेयर, माइन बिछाने, खुफिया जानकारी जुटाने और क्षेत्र की निगरानी जैसे मिशन करने में सक्षम है।
नौसेना प्रमुख : एडमिरल आर हरि कुमार
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3. अरुणाचल प्रदेश और किस राज्य ने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए जिला स्तरीय समितियों के गठन का फैसला किया?
a. मिजोरम
b. असम
c. नगालैंड
d. मेघालय
Answer: b. असम
असम
सीएम – हिमंत बिस्वा सरमा
गवर्नर – जगदीश मुखी
अरुणाचल प्रदेश
सीएम – पेमा खांडू
गवर्नर – बीडी मिश्रा
– गुवाहाटी में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू के बीच 20 अप्रैल 2022 को मीटिंग में यह फैसला हुआ।
असम के सीमावर्ती राज्य
– असम अपनी सीमा सात भारतीय राज्यों के साथ साझा करता है।
– इनमें पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और मेघालय शामिल है।
असम का इन राज्यों से भी है विवाद
– अरुणाचल प्रदेश के अलावा, असम का सीमा विवाद मेघालय, नागालैंड और मिजोरम के साथ भी सीमा विवाद है।
असम- अरुणाचल में जिला स्तरीय समिति का गठन होगा
– दरअसल, मार्च में असम और मेघालय ने सीमा विवाद का समझौता इसी तरह के जिला स्तरीय समिति के जरिए हुआ था।
– यही मॉडल असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच अपनाया जा रहा है।
– दोनों राज्यों की 804 किलोमीटर की सीमा के साथ लगभग 1,200 विवादित स्थान हैं।
– विवाद 1972 में अरुणाचल प्रदेश के निर्माण के समय का है।
असम मेघालय ने मार्च में सीमा विवाद समझौता किया
– असम और मेघालय के बीच 29 मार्च 2022 समझौता हुआ।
– दोनों राज्यों ने 885 किलोमीटर की सीमा के 12 सेक्टरों में से छह में सीमा विवाद को सुलझाया।
– उस वक्त असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किए।
– दोनों राज्यों ने जून 2021 में तीन-तीन क्षेत्रीय समितियों का गठन करके सीमा विवाद को हल करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए “गिव-एंड-टेक” नीति अपनाई थी।
असम और मिजोरम पुलिस में 26 जुलाई को हुआ था खूनी संघर्ष
– असम और मिजोरम की पुलिस ने एक दूसरे पर हमला किया था।
– फायरिंग और बम विस्फोट हुए थे।
– नतीजा कि असम पुलिस के 5 जवानों की मौत हो गई। बहुत सारे पुलिसकर्मी और आम लोग घायल हुए।
आईएलपी प्रणाली से 4 राज्यों में सीमा विवाद
– कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनर लाइन परमिट (आईएलपी) प्रणाली भी असम के साथ कम से कम चार राज्यों के सीमा विवाद का प्रमुख कारण है।
– अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मिजोरम और मणिपुर में इनर लाइन परमिट प्रणाली लागू है।
– इसके बिना बाहर का कोई शख्स इन राज्यों में नहीं पहुंच सकता। इसके अलावा वह परमिट में लिखी अवधि तक ही वहां रुक सकता है, लेकिन उन राज्यों के लोग बिना रोकटोक के असम में आवाजाही कर सकते हैं।
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4. इंडिया पल्स एंड ग्रेन्स एसोसिएशन (IPGA) का अध्यक्ष किसे नियुक्त किया है?
a. प्रवीण डोंगरे
b. जीतू भेड़ा
c. बिमल कोठारी
d. लक्ष्मण सिंह
Answer: c. बिमल कोठारी
– IPGA भारत के दलहन व्यापार और उद्योग के लिए शीर्ष निकाय है।
– बिमल कोठारी ने जीतू भेड़ा का स्थान लिया, जो वर्ष 2018 से IPGA के अध्यक्ष थे।
– IPGA का गठन 2011 में हुआ था।
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5. राज्य स्तर पर L-root सर्वर स्थापित करने वाला देश का पहला राज्य कौन है?
a. मध्य प्रदेश
b. महाराष्ट्र
c. पंजाब
d. राजस्थान
Answer: d. राजस्थान
क्यों किया गया स्थापित L-root Server
– ताकि ई-गवर्नेंस बेहतर तरीके से हो सके।
– राजस्थान सरकार ई-मित्र, जन आधार योजना, और जन कल्याण पोर्टल, जन सूचना पोर्टल और विभिन्न मोबाइल फोन ऐप के माध्यम से लोगों को डिजिटल सेवाएं दे रही है।
– यह काम फास्ट हो जाएगा।
– अगर दुनिया में या भारत के दूसरे हिस्से में कहीं इंटनेट ब्लॉकेज होता है, तो इसका असर राजस्थान की सरकारी योजनाओं पर नहीं होगा।
इसे समझने के लिए जरूरी है यह जानना कि –
सर्वर क्या होता है?
– सर्वर मतलब ऐसा कंप्यूटर और डिवाइस जो सर्विस प्रोवाइड करे।
– इंटरनेट का मतलब कि दुनिया के ज्यादातर कंप्यूटर एक दूसरे से कनेक्टेड हैं।
– यानी कि वायर बिछा दिया गया और पूरी दुनिया के कंप्यूटर को एक दूसरे से कनेक्ट कर दिया गया।
– ये कंप्यूटर वायर के जरिए एक-दूसरे से कनेक्टेड हैं।
– ये सारे कनेक्शन आपस में कम्यूनिकेट कर सकते है। इसे इंटरनेट कहते हैं।
– लेकिन क्या हो, अगर कहें कि दो लोगों के पास इंटरनेट है और वो एक दूसरे को मैसेज भेजे।
– अगर सर्वर न हो तो, आपस में कनेक्ट होकर भी कम्यूनिकेशन नहीं हो पाएगा।
– वाट्सएप का एग्जांपल लीजिए। आपने किसी बगल वाले को मैसेज भेजा, तो वह मैसेज पहले अमेरिका जाता है (वाट्सएप के सर्वर में), फिर वहां से आपके फ्रेंड तक पहुंचता है।
– तो इस नेटवर्क में कुछ कंप्यूटर ऐसे हैं, जो सर्विस दे रहे हैं, अगल-अलग कंप्यूटर को, तो वो सर्वर हैं।
– ये सर्वर कहीं भी बना सकते हैं, मोबाइल या लैपटॉप।
रूट सर्वर क्या है?
– जब, दो कंप्यूटर आपस में सर्वर के माध्यम से कम्यूनिकेट करते हैं, तो उन तीनों (सर्वर सहित) का एड्रेस होता है।
– इसे डोमेन नेम एड्रेस सर्वर (DNS) या रूट सर्वर कहते हैं।
– वेबसाइट का एड्रेस जैसे कि SarkariJobNews.com है, तो यह सिर्फ आपके पहचानने के लिए अल्फाबेट में है, असलियत में यह न्यूमेरिकल है, जो कि आईपी एड्रेस है। इसे डोमेन नेम एड्रेस कह सकते हैं। इसे संभालने के लिए डीएनएस (डोमेन नेम सर्वर) होता है, जिन्हें रूट सर्वर भी कहते हैं।
– ताकि इंटरनेट सही एड्रेस को समझ सके।
– इसे नेम सर्वर या रूट सर्वर कहते हैं।
– इन्हीं में से एक है L-root सर्वर।
कितने तरह के रूट सर्वर
– कुल 13 तरह के रूट सर्वर दुनिया में हैं।
– जैसे – A, B, C, D, E, F, G, H, I, J, K, L, M.
– इसी में से एक है L-root सर्वर।
– इन्हें 12 इंडिपेंडेंट ऑर्गेनाइजेशन संचालित करते हैं।
L-root सर्वर को कौन संचालित करता है?
– ICANN : The Internet Corporation for Assigned Names and Numbers
– दुनिया के कई देशों में L-root सर्वर है, जिससे इंटरनेट सही एड्रेस को जल्दी समझ सके और आपको खास वेबसाइट तक पहुंचा सके।
ICANN क्या है?
– यह एक नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन है।
– मुख्यालय लॉस एंजेल्स, अमेरिका में है।
– काम – यह दुनियाभर में इंटरनेट के डोमेन नेम सर्वर (DNS) को मैनेज करता है। ताकि इंटरनेट सही एड्रेस को समझ सके।
– दरअसल, हर वेबसाइट का डोमेन नेम होता है, मतलब वेबसाइट का एड्रेस। पूरी दुनिया में इसे मैनेज करने का काम ICANN (The Internet Corporation for Assigned Names and Numbers) करता है।
देश में कितने एल-रूट सर्वर?
– मुंबई तथा कोलकाता में दो एल-रूट सर्वर हैं, लेकिन राज्य स्तर पर एल-रूट सर्वर स्थापित करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है।
राजस्थान में कहां स्थापित हुआ L-root सर्वर?
– भामाशाह स्टेट डेटा सेंटर, जयपुर।
– यहां पर L-root सर्वर को ICANN (इंटरनेट कॉर्पोरेशन फॉर असाइन्ड नेम्स एंड नंबर्स) के सहयोग से स्थापित किया गया।
L-root सर्वर से क्या लाभ?
– इससे ई-गवर्नेंस बेहतर तरीके से हो सकेगा।
– नेमसर्वर या रूट सर्वर (इंटरनेट सही एड्रेस को समझने का काम) राजस्थान में है, तो कनेक्टिविटी जल्दी हो सकेगी।
– अगर यह काम अमेरिका से होता, तो इंटरनेट को अपनी कनेक्टिविटी पहले अमेरिका फिर राजस्थान में करनी होती।
– अब यदि पूरे भारत या एशिया में किसी भी प्राकृतिक आपदा या तकनीकी गड़बड़ी के कारण इंटरनेट कनेक्टिविटी में कोई दिक्कत आती है, तो राजस्थान राज्य बिना किसी रुकावट के इंटरनेट का उपयोग कर सकेगा।
– इसके अलावा, एल-रूट सर्वर हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा।
– इस नए सर्वर की वजह से आम जनता के साथ साथ उद्योगों को भी लाभ होगा।
निर्बाध वितरण (seamless delivery)
– राजस्थान सरकार ई-मित्र, जन आधार योजना, और जन कल्याण पोर्टल, जन सूचना पोर्टल और विभिन्न मोबाइल फोन ऐप के माध्यम से लोगों को डिजिटल सेवाएं दे रही है।
– एल-रूट सर्वर की तैनाती की पहल आम लोगों को डिजिटल सेवाओं की निर्बाध डिलीवरी सुनिश्चित करेगी और संचालन में पारदर्शिता और दक्षता लाएगी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री – अशोक गहलोत
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6. आईटी कंपनी विप्रो ने किसे भारत का कंट्री हेड नियुक्त किया है?
a. आजाद शर्मा
b. लवकुश त्रिपाठी
c. विजय शंकर
d. सत्य ईश्वरन
Answer: d. सत्य ईश्वरन
– ईश्वरन इससे पहले KPMG इंडिया के साथ जुड़े थे।
विप्रो की क्षमता कई देशों में-
– विप्रो की क्षमता 67 देशों में ग्राहकों के लिए क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा, डिजिटल परिवर्तन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबोटिक्स, डेटा एनालिटिक्स और अन्य प्रौद्योगिकी परामर्श सेवाओं तक फैली हुई है।
विप्रो (Western India Palm Refined Oils Limited)
CEO: थियरी डेलापोर्टे;
संस्थापक: एम.एच. हाशम प्रेमजी
स्थापना: 29 दिसंबर 1945, भारत
मुख्यालय: बेंगलुरु
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7. फिल्म प्रोड्यूसर व डायरेक्टर टी. रामाराव का निधन 20 अप्रैल 2022 को हो गया, उन्होंने किन भाषाओं की फिल्मों को निर्देर्शित किया?
a. हिन्दी और तेलुगू
b. हिन्दी और तमिल
c. हिन्दी और मराठी
d. हिन्दी और बांग्ला
Answer: b. हिन्दी और तमिल
– उन्होंने हिंदी और तमिल मिलाकर कुल 70 फिल्मों का डायरेक्शन किया।
– रामाराव ने 1979 में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और कई बड़े सितारों के साथ काम किया।
– उन्होंने अमिताभ बच्चन, जीतेन्द्र, संजय दत्त, मिथुन चक्रवर्ती से लेकर अनिल कपूर और गोविंदा तक सारे बड़े सितारों के साथ फिल्में की।
– तमिल सुपरस्टार रजनीकांत को फिल्म अंधा कानून से हिंदी फिल्मों में लाने वाले डायरेक्ट टी. रामाराव ही थे।
– 1980 के दशक में टी. रामाराव और जीतेंद्र की जोड़ी को ब्लॉकबस्टर फिल्मों की गारंटी माना जाता था।
– दोनों ने साथ में एक के बाद एक 9 फिल्में बनाईं, जिनमें हकीकत, जुदाई, एक ही भूल, लोक-परलोक, मांग भरो सजना, सदा सुहागन और मजबूर जैसी फिल्में शामिल हैं।
– जीतेंद्र को बड़ा स्टार बनाने में टी. रामाराव की अहम भूमिका रही है।
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8. राष्ट्रपति कोविंद ने दिल्ली नगर निगम संशोधन विधेयक 2022 को मंजूरी दी, इससे किन नगर निगमों का एकीकरण किया गया?
a. उत्तरी दिल्ली नगर निगम (NDMC)
b. दक्षिण दिल्ली नगर निगम (SDMC)
c. पूर्वी दिल्ली नगर निगम (EDMC)
d. उपरोक्त सभी
Answer: d. उपरोक्त सभी
– इसके बाद अब राजधानी में तीनों निगम (उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी) के स्थान पर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) अस्तित्व में आ गया है।
– इस विधेयक को लोकसभा ने 30 मार्च और राज्यसभा ने पांच अप्रैल को इस विधेयक को मंजूरी दी थी।
– नए कानून से दिल्ली में सीटों की संख्या अधिकतम 250 होगी।
– इसके लिए जनगणना के आधार पर वार्ड का परिसीमन किया जाएगा।
– जब तक परिसीमन की व्यवस्था चलेगी, निगम का कामकाज महापौर के स्थान पर केंद्र द्वारा नियुक्त विशेषष अधिकारी देखेगा।
दिल्ली
सीएम – अरविंद केजरीवाल
लेफ्टिनेंट गवर्नर – अनिल बैजल
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9. राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने आपराधिक प्रक्रिया (पहचान) विधेयक, 2022 को अपनी मंजूरी प्रदान की, इसमें क्या प्रावधान हैं?
Answer: – दोषी, गिरफ्तार और हिरासत में लिए गए व्यक्ति का फिजिकल व बायोलॉजिक सैंपल लेने की अनुमति
– अंग्रेजी में इस विधेयक को कहेंगे – क्रिमिनल प्रोसीजर (आइडेंटिफिकेशन) बिल, 2022
– इस बिल के जरिए द आइडेंटिफिकेशन ऑफ प्रीजनर एक्ट, 1920 को निरस्त किया गया।
क्रिमिनल प्रोसीजर (आइडेंटिफिकेशन) बिल, 2022
– यह बिल दोषी, गिरफ्तार और हिरासत में लिए गए व्यक्तियों के रेटिना और आईरिस स्कैन सहित फिजिकल और बायोलॉजिकल सैंपल लेने की अनुमति देता है।
– इस कानून के तहत, महिलाओं या बच्चों के खिलाफ अपराध करने वाले और सात साल की जेल पाने वाले दोषी या गिरफ्तार व्यक्तियों से बायोलॉजिकल सैंपल जबरन एकत्र किए जा सकते हैं।
– कानून में भी यह स्पष्ट किया गया है कि डाटा देने का विरोध करने या इन्कार करने को सरकारी अधिकारी के कामकाज में बाधा डालने का अपराध माना जाएगा।
– राज्यसभा में चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया था कि राजनीतिक बंदियों का बायोमेट्रिक डाटा एकत्रित नहीं किया जाएगा, लेकिन आपराधिक मामले में पकड़े जाने पर उन्हें सामान्य नागरिक की तरह माना जाएगा।
पुराने कानून – द आइडेंटिफिकेशन ऑफ प्रीजनर एक्ट,1920
– इस कानून के अंतर्गत एक मजिस्ट्रेट के आदेश पर गिरफ्तार व्यक्ति के उंगलियों के निशान, पैरों के निशान और तस्वीर ही ली जा सकती है।
– लेकिन अब नए कानून में फिजिकल और बायोलॉजिक सैंपल लेने का प्रावधान कर दिया गया है।
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10. केंद्र सरकार के अनुसार देश में खुदरा महंगाई दर मार्च 2022 में कितनी रही?
a. 3.95%
b. 4.95%
c. 5.95%
d. 6.95%
Answer: d. 6.95%
– सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने यह आंकड़ा जारी किया है।
– खुदरा महंगाई दर का 6.95 प्रतिशत होना पिछले 17 महीनों में सबसे ज्यदा है।
– जबकि थोक मूल्य सूचकांक (WPI), जो थोक मूल्य-आधारित मुद्रास्फीति को मापता है, मार्च 2022 में चार महीने के उच्च स्तर 14.55% पर पहुंच गया।
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11. BCCI ने महिला इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) कब से शुरू करने का विचार किया?
a. वर्ष 2026
b. वर्ष 2025
c. वर्ष 2024
d. वर्ष 2023
Answer: d. वर्ष 2023
– वीमेन IPL वर्ष 2023 में 6 टीमों के साथ शुरू होगा।
– BCCI चाहता था कि देश में महिलाओं की टी20 लीग का आयोजन हो।
– गवर्निंग काउंसिल की 25 मार्च 2022 को हुई बैठक में इस पर डिस्कस किया गया।
– नीलामी प्रक्रिया और अन्य पहलुओं की तैयारी हो रही है।
– BCCI के अनुसार, संभावना है कि महिला IPL अगस्त 2023 में हो।
– हालांकि डेट और मंथ अभी फाइनल नहीं हैं।
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12. राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस (Civil Services Day) कब मनाया जाता है?
a. 23 अप्रैल
b. 22 अप्रैल
c. 21 अप्रैल
d. 20 अप्रैल
Answer: c. 21 अप्रैल
– यह दिवस ऐसे लोक सेवकों को समर्पित है, जो देश की प्रगति के लिए कार्य करते हैं।
– 21 अप्रैल 1947 को भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने नव नियुक्त और गठित प्रशासनिक सेवा अधिकारियों को संबोधित किया था।
– सरदार पटेल का भाषण नई दिल्ली में आयोजित हुआ था, इस दौरान उन्होंने सिविल सेवकों को “भारत के स्टील फ्रेम” कहा था।
– इसका अर्थ है कि सरकार के विभिन्न स्तरों पर कार्यरत सिविल सेवक देश की प्रशासनिक व्यवस्था के सहायक स्तंभ के रूप में कार्य करते हैं।
– इससे पहले, ब्रिटिश शासन के दौरान, सिविल सेवाओं का नाम भारतीय सिविल सेवा था जिसे बाद में अखिल भारतीय सेवाओं में बदल दिया गया था।
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13. ला रोडा इंटरनेशनल टूर्नामेंट किस भारतीय ग्रैंडमास्टर ने जीता?
a. मंशू मिडडा
b. डी गुकेश
c. प्रशांत अवस्थी
d. मोइना मित्रा
Answer: b. डी गुकेश
– चेन्नई के युवा ग्रैंडमास्टर 15 वर्षीय डी गुकेश ने स्पेन में आयोजित 48वां ला रोडा इंटरनेशनल ओपन शतरंज टूर्नामेंट जीत लिया है।
– उन्होंने आखिरी दौर में इस्राइल के विक्टर मिखालेवस्की को हराकर जीत दर्ज की।
– आर्मेनिया के हाइक एम मार्तिरोसियान 7.5 अंक लेकर दूसरे स्थान पर रहे ।
– भारत के आर प्रज्ञानानंदा तीसरे स्थान पर रहे जिन्होंने सात अंक बनाये ।
– भारत के ही रौनक साधवानी समेत चार अन्य के भी सात अंक थे लेकिन बेहतर टाइब्रेकर स्कोर के आधार पर प्रज्ञानानंदा को तीसरा स्थान मिला।
– साधवानी चौथे स्थान पर रहे ।
– गुकेश ने भारत के ही भगत कुशिन, स्पेन के अलबर्टो हर्नांडिज रामोस, डेनियल रोमेरो पालारेस और जेवियर बर्नाबू लोपेज , कोलंबिया के जॉर्ज रेंटेरिया और होंडुरास के नाहुल जी को हराया ।