यह 20 & 21 February 2022 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्जाम्स में मदद करेगा। इसका PDF Download Link इस पेज के लास्ट में मौजूद है। Current Affairs PDF आप इस पेज के आखिरी हिस्से से Free में डाउनलोड करें।
1. इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) 2023 सत्र (Session) की मेजबानी भारत का कौन-सा शहर करेगा?
a. मुंबई
b. पुणे
c. लखनऊ
d. दिल्ली
Answer: a. मुंबई
– भारत 40 साल बाद इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी सेशन 2023 (IOC) की मेजबानी करेगा।
– मुंबई IOC की मेजाबनी के लिए चुना गया है।
– भारत को मेजबानी करने का अधिकार 19 फरवरी 2022 को बीजिंग में हुए 139वें IOC सत्र में मिला।
– मेजबानी के मतदान में भारत को 76 में से 75 वोट मिले।
– यह सेशन मई या जून 2023 में होगा।
IOC (International Olympic Committee) सेशन
– IOC सेशन IOC के सदस्यों की वार्षिक बैठक होती है।
– इसमें 101 मतदान सदस्य और 45 मानद सदस्य शामिल होते हैं।
– इस IOC सेशन में ग्लोबल ओलंपिक मूवमेंट के बारे में बातचीत की जाती है।
– ओलंपिक चार्टर को अपनाने या संशोधन, आईओसी सदस्यों और पदाधिकारियों का चुनाव करना।
– ओलंपिक के मेजबान शहर के चुनाव सहित वैश्विक ओलंपिक आंदोलन की प्रमुख गतिविधियों पर चर्चा करना और निर्णय लेना।
1983 के बाद पहली बार मेजाबानी करेगा भारत
– भारत ने वर्ष 1983 में 86वें IOC सेशन की मेजबानी की थी।
– यह मेजबानी नई दिल्ली में की गई थी।
– अब 1983 के बाद भारत पहली बार इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी सेशन 2023 की मेजबानी करेगा।
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2. सेबी की जांच के अनुसार, हिमालय के योगी के निर्देश पर स्टॉक एक्सचेंज चलाने वाली NSE की पूर्व MD और CEO का नाम बताएं?
NSE की पूर्व MD और CEO कौन हैं, जिनके खिलाफ जांच रिपोर्ट में सेबी ने कहा कि वह हिमालय के योगी के निर्देश पर स्टॉक एक्सचेंज चला रही थी?
a. मनु अग्रवाल
b. चित्रा रामकृष्ण
c. आयुषी झा
d. विजयलक्ष्मी
Answer: b. चित्रा रामकृष्ण
– चित्रा रामकृष्ण वर्ष 2013 में NSE का एमडी और सीईओ नियुक्त किया गया था।
– वर्ष 2016 में उनपर गड़बड़ी के आरोप लगे और सेबी ने जांच शुरू की। इसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
– अब वर्ष 2022 में सेबी ने जांच रिपोर्ट में कहा है कि चित्रा रामकृष्ण अपने कार्यकाल के दौरान NSE को हिमालय के एक योगी के निर्देश पर चला रही थी।
– चित्रा ने हिमालय पर्वतमाला में रहने वाले एक योगी के इशारे पर आनंद सुब्रमण्यम को एक्सचेंज के समूह संचालन अधिकारी और प्रबंध निदेशक (एमडी) के सलाहकार के रूप में नियुक्त किया था।
– सेबी ने इस मामले में मुख्य चार दोषी पाए है- चित्रा रामकृष्ण, रवि नारायण, आनंद सुब्रमण्यम और रहस्यमयी योगी।
आयकर विभाग ने छापेमारी की
– इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 17 फरवरी 2022 को चित्रा रामकृष्ण से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की।
– इस रेड का उद्देश्य उनके और अन्य के खिलाफ कर चोरी और वित्तीय अनियमितताओं (financial irregularities) के आरोपों की जांच करना था।
क्या है मामला?
– दरअसल, NSE ने वर्ष 2009 में को-लोकेशन सुविधा को लांच किया।
– इस सुविधा से ट्रेडर्स अपने सर्वर्स को NSE के डाटा सेंटर में रख सकते थे।
– इससे ट्रेडर्स को प्राइस फीड की जानकारी जल्दी से मिल जाती थी।
– फिर को-लोकेशन सुविधा के तीन महीने बाद NSE ने टिक-वाई-टिक डाटा देना प्रारंभ कर दिया।
– टिक-बाय-टिक डेटा वास्तविक समय के आधार पर ऑर्डर और ट्रेडों के बारे में जानकारी प्रसारित करता है।
– डेटा फीड ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल/इंटरनेट प्रोटोकॉल (TCP-IP) प्रारूप में है।
को-लोकेशन स्कैम और रामकृष्ण
– NSE की विसंगति (discrepancy) वर्ष 2015 में सामने आई, जब एक व्हिसलब्लोअर ने सेबी के साथ तीन लिखित शिकायतें दर्ज कीं।
– इसमें आरोप लगाया गया था कि कुछ ट्रेडर्स को NSE की co-location सुविधाओं तक तरजीही पहुंच (preferential access) मिली है।
– व्हिसलब्लोअर ने को-लोकेशन सिस्टम की खामियों के बारे में भी बताया।
– आरोप लगाया कि NSE के कुछ कर्मचारी इन व्यापारियों के साथ मिलीभगत कर रहे हैं।
– इसके बाद सेबी (SEBI) की जांच से पता चला है कि कुछ ट्रेडर्स को, को-लोकेशन में जल्दी लॉगिन, और एक्सचेंज में डेटा फीड के लिए स्प्लिट-सेकेण्ड ऐक्सेस मिलता था।
– इससे ट्रेडर्स को भारी लाभ हुआ।
– इस जांच से यह भी पता चला कि डाटा को पाने के लिए कुछ ट्रेडर्स के पास dissemination सर्वर्स और सेकेन्ड्री सर्वर्स में
मल्टीपल आईपी एड्रेसेस भी थे।
– जिससे market manipulation हुआ।
– सेबी के अनुसार चित्रा रामकृष्ण, नारायण और NSE बोर्ड ने आईपी एड्रेसेस को लेकर इन ट्रेडर्स पर कभी भी कार्रवाई नहीं की।
– तीन साल की लंबी जांच के बाद सेबी ने 10 फरवरी 2021 को चित्रा रामकृष्ण और नारायण पर 25 लाख का जुर्माना लगाया।
– साथ ही NSE पर भी 1 करोड़ का जुर्माना लगाया।
क्या है हिमालय के योगी का मामला?
– चित्रा रामकृष्ण ने 14 अप्रैल 2018 को सेबी को अपने बयान दिए।
– उन्होंने कहा कि वह 20 वर्ष पहले सिद्ध पुरूष/योगी/परमहंस से गंगा के किनारे मिली थी।
– वह इन योगी से तब से आत्मिक और प्रोफेशनल मेटर्स पर सुझाव लेती आ रही है।
– वह योगी से ‘rigyajursama@outlook.com’ नाम के इमेल आईडी से बातचीत करती थी।
आनंद सुब्रमण्यम ही योगी है
– मीडिया की रिपोर्ट्स और Ernst and Young LLP (EY)
के ऑडिट में आशंका जाहिर की जा रही हैं कि यह योगी आनंद सुब्रमण्यम ही है।
आनंद सुब्रमण्यम कौन है?
– आंनद सुब्रमण्यम पहले बामर और लॉरी में 15 लाख रुपये की सैलरी पर काम करते थे।
– इन्हें वर्ष 2013 में NSE ने हायर किया था। तब उनकी सैलेरी 1.68 करोड़ रूपए थी।
– वर्ष 2016 में यह सैलेरी बढ़कर चार करोड़ रूपए हो गई।
– सेबी के अनुसार चित्रा रामकृष्ण ने आंनद सुब्रमण्यम को NSE में चीफ स्ट्रेजिक एडवाइजर के पोस्ट तैनात किया था।
– वहीं रामकृष्ण ने अपने बयान में कहा था कि सुब्रमण्यम की भर्ती उन्होंने योगी के कहने पर की थी।
– सेबी के अनुसार NSE में सुब्रमण्यम की नियुक्ति पूरी तरह से चित्रा रामकृष्ण का फैसला था।
– उन्होंने इस नियुक्ति के लेकर एचआर डिपार्टमेंट और NSE बोर्ड में भी कोई बात नही की थी।
– NSE में आंनद सुब्रमण्यम की प्राथमिक भूमिका सप्ताह में चार दिन काम करने वाले सलाहकार की थी।
NSE, रामकृष्ण और सुब्रमण्यम के खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई की गई है?
– सेबी ने रामकृष्णन पर 3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
– नारायण, सुब्रमण्यम और रामकृष्ण को अगले तीन वर्षों के लिए बाजारों में भाग लेने से रोक दिया गया है।
– NSE, नारायण और सुब्रमण्यम पर दो-दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
– NSE पर अगले छह महीनों के लिए कोई नया उत्पाद लॉन्च करने पर रोक है।
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3. भारत सरकार ने LIC के कितने प्रतिशत शेयर का IPO लाने का फैसला किया?
a. 4%
b. 5%
c. 10%
d. 15%
Answer: b. 5%
– भारत सरकार ने स्टॉक मार्केट रेगुलेटर ‘सेबी’ के साथ 13 फरवरी 2022 को एक ड्राफ्ट रेड हैरिंग प्रोस्पेक्टस जमा किया है।
– इस प्रोस्पेक्टस के अनुसार सरकार एलआईसी में अपने 5% शेयर को स्टॉक मार्केट में बेचेगी।
– सरकार 31 करोड़ इक्विटी शेयर के जरिए अपनी 5% हिस्सेदारी बेचेगी।
– एलआईसी के पास कुल 6.32 अरब शेयरों का इक्विटी बेस (equity base) है।
– एलआईसी का IPO मार्च तक आ जायेगा।
पॉलिसीधारकों का हिस्सा रिजर्व रहेगा
– एलआईसी के IPO में 10% हिस्सा पॉलिसीधारकों के लिए रिजर्व होगा।
– और बाकी 5% शेयर्स एलआईसी के कर्मचारियों के लिए।
– रिटेल निवेशकों के लिए 35% रिजर्व रहेगा।
एलआईसी के IPO से वित्तीय लक्ष्य पाना चाहती है सरकार
– सरकार LIC के शेयर बेचकर अपने वित्तीय लक्ष्य को पाना चाहती है।
– सरकार का पहले विनिवेश(disinvestment) लक्ष्य 1.75 करोड़ रुपए था।
– लेकिन रिलीज हुए बजट में इसे कम करके 78,000 करोड़ रुपए कर दिया गया।
– परंतु विनिवेश से सरकार को अभी तक सिर्फ 12,000 करोड़ रुपए ही प्राप्त हुए है।
– वित्त वर्ष खत्म होने में लगभग डेढ़ महीने बाकी रह गया है।
– विनिवेश लक्ष्य को पाने के लिए सरकार को इस बचे हुए समय में 66,000 करोड़ रुपए जुटाने होंगे।
IPO क्या होता है?
– IPO का फुल फॉर्म है Initial Public Offering
– एक कंपनी को कुछ शेयर होल्डर आपस में मिलकर चलाते है।
– जब इन कंपनियों को पूंजी (capital) की जरूरत होती है, तब यह खुद को शेयर बाजार में लिस्ट कराती है।
– इसी प्रक्रिया में IPO यानी Initial Public Offer जारी करना पड़ता हैं।
– शेयर मार्केट में लिस्ट होने के लिए प्राइवेट कंपनी जो IPO लाती है, वह बड़ी संख्या में आम लोगों, निवेशकों और अन्य को कंपनी के शेयर अलॉट करती है।
– मतलब अब उस कंपनी का मालिक सिर्फ उसे चलाने वाला परिवार या शेयर होल्डर नहीं होते, बल्कि वह सब होते हैं जिनको IPO में शेयर अलॉट होता है।
– IPO में जो शेयर अलॉट होते हैं, वह मुख्यता BSE या NSE जैसे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होते हैं।
– यहां पर लोग इन शेयरों की खरीद बिक्री कर सकते हैं।
– अगर कोई कंपनी IPO लाने का फैसला करती है तो उसे मार्केट रेग्युलेटर SEBI के रूल्स को मानना पड़ता है।
कैसे लाया जाता है IPO?
– शेयर मार्केट के नियमों को पूरी तरह से पालन करने के लिए कंपनी को एक मर्चेंट बैंकर नियुक्त करना पड़ता है।
– यह बैंकर सेबी में रजिस्टर्ड होता है।
– यह बैंकर ही IPO से जुड़े सारे अनुपालनों (Compliance) को पूरा करके IPO के लिए आवेदन करता है।
– जब कोई कंपनी IPO लाती है तो उस कंपनी को सेबी (SEBI) के पास आवेदन करते समय उसे कुछ डॉक्यूमेंट्स जमा करने पड़ते हैं।
– इसे Draft Red Herring Prospectus (DRHP) कहते है।
– किसी भी कंपनी के IPO का DRHP उस कंपनी के वित्तीय जानकारी से लेकर कानूनी नियमों तक की जानकारी देता है।
– सेबी इस डॉक्यूमेंट का आकलन करती है।
– अगर सब कुछ ठीक होता है तो कंपनी को IPO लाने की अनुमति दी जाती है।
इक्विटी क्या होता है?
– इक्विटी मतलब हिस्सेदारी।
– वह धन राशि होती है जो कंपनी के शेयरधारकों को उस स्थिति में वापस कर दी जाएगी, अगर कंपनी के सारे एसेट लिक्विडेट हो जाते हैं।
– इक्विटी को कंपनी के बैलेंस शीट पर देखा जा सकता है।
इस साल किन कंपनियों का विनिवेश हुआ?
– एअर इंडिया का विनिवेश हुआ है और नीलांचल इस्पात को टाटा ग्रुप के हाथों बेचने का फैसला हुआ है।
अब किसका विनिवेश होगा?
– बीपीसीएल (Bharat Petroleum Corporation Ltd)
– Shipping Corporation of India
– Container Corporation of India
– आरआईएनएल (Rashtriya Ispat Nigam)
– पवनहंस लिमिटेड
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4. भारत सहित कई देशों के रिसर्चर्स ने प्लूटो की सतह पर कितना एटमॉस्फेरिक प्रेशर पाया गया?
a. 12.23 μbar
b. 16 μbar
c. 19 μbar
d. 22 μbar
Answer: a. 12.23 μbar (माइक्रोबार)
– भारत, ब्राजील और फ्रांस की टीम की रिसर्च के अनुसार प्लूटो के सतह पर 12 μbar (माइक्रोबार) एटमॉस्फेरिक प्रेशर पाया गया है।
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5. प्लूटो का एटमॉस्फेरिक प्रेशर पृथ्वी की तुलना में कितना कम पाया?
a. 50 गुना कम
b. 8,000 गुना कम
c. 80,000 गुना कम
d. 8,00,00 गुना कम
Answer: c. 80,000 गुना कम
– प्लूटो के सतह पर 12.23 μbar (माइक्रोबार) एटमॉस्फेरिक प्रेसर पाया गया है।
– यह पृथ्वी के एटमॉस्फेरिक प्रेसर से 80,000 गुना कम है।
– भारत, ब्राजील और फ्रांस के रिसर्चर्स की टीम ने 6 जून, 2020 को नैनीताल में 3.6 मीटर देवस्थल ऑप्टिकल टेलीस्कोप और 1.3 मीटर देवस्थल फास्ट ऑप्टिकल टेलीस्कोप के माध्यम से एक Occultation (ग्रहण) को भी देखा।
– इस रिसर्च पेपर को एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में पब्लिश किया गया है।
– इस शोध टीम में भारत के आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जर्वेशनल साइंसेज-उत्तराखंड, भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला-अहमदाबाद, और भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान-तिरुवनंतपुरम जैसे संस्थान शामिल है।
एटमॉस्फेरिक प्रेशर को कैसे कैलकुलेट किया गया?
– शोधकर्ताओं ने प्लूटो के सटीक एटमॉस्फेरिक प्रेसर को कैलकुलेट के लिए प्रकाश वक्रों (light curves) के सिग्नल-टू-नॉइज रेशियो (ratio) का अध्ययन किया।
शोध में और क्या-क्या मिला?
– यह प्रेसर सीजनल पीक (seasonal peak) पर कम भी हो जाता है।
– नाइट्रोजन आइस के वेपर प्रेसर के कारण प्लूटो के एटमॉस्फेरिक प्रेशर में सीजनल वेएरअबलिटी seasonal variability देखने को मिलती है।
– प्लूटो एक बार में सूर्य का चक्कर 348 साल में लगाता है। इसकी वजह से इसके दशकों तक इसके ध्रुवों पर स्थाई धूप या स्थाई अंधेरा रहता है।
– 1988 और 2016 के बीच देखे गए प्लूटो द्वारा 12 Occultations (ग्रहण) में यह पाया गया कि इस अवधि के दौरान एटमॉस्फेरिक प्रेसर में तीन गुना स्थिर वृद्धि दिखाई दी।
– 2015 के बाद से प्लूटो का एटमॉस्फेरिक प्रेसर शिखर के करीब पहुंच गया था।
एटमॉस्फेरिक प्रेसर (वायुमंडलीय दाब)
– वायुमंडल में मौजूद हवा का अपना भार है।
– पृथ्वी अपने गुरुत्वाकर्षण के कारण इस वायु को अपने ओर खींचती है।
– इस तरह से वायुमंडल की ऊपरी हवा की परतों का दबाव नीचे पड़ता है।
– यह जो दबाव ऊपर से नीचे आते आते पृथ्वी की सतह पर पड़ता है उसे वायुमंडलीय दबाव जा वायुदाब कहते हैं।
– वायुमंडलीय दबाव जा वायुदाब पृथ्वी के सभी क्षेत्रों में एक जैसा नही है और ना ही ज्यादातर क्षेत्रों में सारा साल एक जैसा रहता है।
– इसके तीन कारण हैं – ऊँचाई (Height), तापमान (Temperature), और गुरुत्वाकर्षण बल (Gravitational Pull)
पृथ्वी का औसत एटमॉस्फेरिक प्रेशर कितना है : 1013.25 मिलीबार
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6. केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने किस अंतरराष्ट्रीय संगठन के सचिवालय को भारत में स्थापित करने के लिए मंजूरी फरवरी 2022 में दी?
a. G-7
b. G-2O
c. WHO
d. WTO
Answer: b. G-2O
– भारत पहली बार 01 दिसंबर 2022 से लेकर 30 नवंबर 2023 तक G-20 की अध्यक्षता करने वाला है।
– इसके लिए केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 15 फरवरी 2022 को G-20 Secretariat (जी-20 सचिवालय) को स्थापित करने की मंजूरी दी।
– इस सचिवालय की भारत के आगामी G-20 अध्यक्षता के लिए जरूरी पॉलिसी डिसीजन्स और व्यवस्थाओं का कार्यान्वयन (implementation) करने की जिम्मेदारी होगी।
G-20 सचिवालय क्या-क्या करेगा?
– G-20 सचिवालय भारत के G-20 प्रेसीडेंसी (अध्यक्षता) के ज्ञान, तकनीकी, मीडिया, सुरक्षा और लॉजिस्टिक पहलुओं से संबंधित कार्यों को संभालेगा।
– इस सचिवालय को विदेश मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, और अन्य संबंधित मंत्रालयों / विभागों और डोमेन ज्ञान विशेषज्ञों के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा संचालित किया जाएगा।
– यह सचिवालय फरवरी 2024 तक कार्य करेगा।
शीर्ष समिति (apex committee) करेगी इस सचिवालय का मार्गदर्शन
– इस सचिवालय को शीर्ष समिति (apex committee) के द्वारा गाइड किया जायेगा।
– इस शीर्ष समिति में पीएम मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, गृहमंत्री अमित शाह,विदेश मंत्री एस जयशंकर और G-20 के शेरपा (Sherpa) पीयूष गोयल शामिल होंगे।
– यही लोग इस शीर्ष समिति का संचालन करेंगे।
– इसके अलावा, G20 की सभी तैयारियों की निगरानी और शीर्ष समिति को रिपोर्ट करने के लिए एक समन्वय समिति (coordination committee) का भी गठन किया जाएगा।
G-20 Troika में भी शामिल हुआ था भारत
– भारत दिसंबर 2021 में G-20 Troika में शामिल हुआ था।
– G-20 Troika, G-20 का ही एक शीर्ष समूह होता है जिसमें वर्तमान (इंडोनेशिया), पिछली (इटली) और आने वाली अध्यक्षताएं (presidencies) शामिल होती है।
भारत G-20 समिट का आयोजन कहां करेगा?
– भारत G-20 समिट का आयोजन प्रगति मैदान (दिल्ली) में करेगा।
– इंडिया ट्रेड प्रोमोशन ऑर्गेनाइजेशन (ITPO), इसके लिए वर्ल्ड क्लास इंटीग्रेटड एक्जविशन कम कन्वेंशन सेन्टर (IECC) की स्थापना के लिए प्रगति मैदान का पुनर्विकास (redevelope) कर रहा है।
– इस काम में 2254 करोड़ रूपए खर्च किए जायेंगे।
– यहीं पर G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की जायेगी।
G-20 के बारे में
– G-2O, 19 देशों और यूरोपीय संघ (ईयू) का एक समूह है।
– अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) और वर्ल्ड बैंक इसके रीप्रेजेंटेटिव (representatives) है।
– इसका कोई स्थायी सचिवालय या मुख्यालय नहीं है।
– G-2O की सदस्यता में दुनिया की सबसे बड़ी उन्नत और उभरती अर्थव्यवस्थाएं शामिल है।
– जोकि दुनिया की आबादी का लगभग दो-तिहाई, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 85%, वैश्विक निवेश का 80% और वैश्विक व्यापार का 75% से अधिक का प्रतिनिधित्व करती है।
G-20 का उद्देशय
– वैश्विक आर्थिक हासिल करने के लिए अपने सदस्यों के बीच नीति समन्वय स्थिरता, सतत विकास को बढ़ावा देना।
– भविष्य के वित्तीय संकटों को रोकने और जोखिमों को कम करने के लिए वित्तीय नियमों को बढ़ावा देना।
– एक नया अंतरराष्ट्रीय वित्तीय ढांचा तैयार करना।
G-20 के सदस्य
– भारत, अर्जेंटीना, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ।
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7. बिहार में खादी का ब्रांड एंबेसडर किसे बनाया गया है?
a. रवि किशन
b. नेहा सिंह
c. मनोज तिवारी
d. संदीप वाजपेयी
Answer: c. मनोज तिवारी
– भोजपुरी गायक और भाजपा सांसद मनोज तिवारी खादी और बिहार के अन्य हस्तशिल्प का ब्रांड एंबेसडर बनाया।
– पटना में राज्य मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने 12 फरवरी 2022 को इसकी घोषणा की।
– मनोज तिवारी बिहार के कैमूर जिले में अतरवलिया गांव के रहने वाले हैं।
– वो उत्तर पूर्वी दिल्ली (बिहार-यूपी बहुल क्षेत्र) से भारतीय जनता पार्टी के सांसद भी हैं।
– बांड एंबेसडर के तौर पर अब वो खादी के कपड़े के उपयोग को बढ़ावा देंगे।
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8. सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा में स्थानीय लोगों के लिए प्राइवेट जॉब में कितने फीसदी आरक्षण देने पर हरियाणा सरकार के कानून पर रोक लगाने वाले हाईकोर्ट के आदेश को रद्द कर दिया?
a. 80 प्रतिशत
b. 75 प्रतिशत
c. 70 प्रतिशत
d. 60 प्रतिशत
Answer: b. 75 प्रतिशत
– हरियाणा में निजी क्षेत्र की 75 प्रतिशत नौकरी स्थानीय लोगों को देने का कानून लागू रहेगा।
– सुप्रीम कोर्ट ने इस आरक्षण से जुड़े हरियाणा सरकार के कानून पर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट से लगी रोक को हटा लिया है।
– इससे पहले हरियाणा की हाईकोर्ट ने 3 फरवरी 2022 को कानून पर रोक लगा दी थी।
– दरअसल, हरियाणा हाईकोर्ट ने रोक के आदेश में संवैधानिक वजहों का जिक्र नहीं किया था। इस वजह से सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट का फैसला खारिज कर दिया।
– सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट से कहा है कि वह 4 हफ्ते में फैसला ले।
क्या है आरक्षण कानून
– हरियाणा के निवासियों को नौकरी में 75 प्रतिशत आरक्षण देने का कानून ‘The Haryana State Employment of Local Candidates Act, 2020’ 15 जनवरी से लागू हुआ था।
– इसके खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे उद्योग संगठनों ने इस कानून को नुकसानदेह बताया।
हरियाणा
– सीएम – मनोहर लाल खट्टर
– गवर्नर – बंडारू दत्तात्रेय
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9. भारतीय सेना के डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के रूप में किसने पदभार संभाला?
a अजय कोठियाल
b. चन्नीरा बंसी पोनप्पा
c. संतोष गायकवाड़
d. राहुल शेट़टी
Answer: b. चन्नीरा बंसी पोनप्पा
– लेफ्टिनेंट जनरल चन्नीरा बंसी पोनप्पा ने 16 फरवरी 2022 को भारतीय सेना के डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के रूप में पदभार संभाला।
– लेफ्टिनेंट जनरल चन्नीरा कर्नाटक के विराजपेट तालुक में बिट्टंगला के पास नंगला गांव के रहने वाले हैं।
– उनका बेटा निशांत भारतीय नौसेना में एक अधिकारी के पद पर तैनात है।
– लेफ्टिनेंट जनरल चन्नीरा ने ब्राजील में लेफ्टिनेंट जनरल कार्लोस अल्बर्टो डास सैंटोस क्रूज के साथ भी काम किया है।
– उन्हें मार्च 2013 में भारत के लेफ्टिनेंट जनरल प्रकाश के बाद MONUSCO के फोर्स का कमांडर बनाया गया था।
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10. किस अफ्रीकी देश में जंगली पोलियो का मामला सामने आया जबकि इस महाद्वीप को वर्ष 2020 में पोलियो मुक्त घोषित किया था?
a. मलावी
b. युगांडा
c. मेडगास्कर
d. चाड
Answer: a. मलावी
– मलावी में 19 फरवरी 2022 को तीन साल की एक बच्ची में जंगली पोलियो मिला है।
– जो पांच साल से अधिक समय में अफ्रीका में अपनी तरह का पहला मामला है।
– वर्ष 2020 में, महाद्वीप को सभी प्रकार के जंगली पोलियो से मुक्त घोषित किया गया था।
वाइल्ड पोलियो
– पोलियो एक संक्रामक बीमारी होती है जो मुनष्य को विकलांग बना देती है।
– ये पांच साल से कम उम्र के बच्चों को होता है इस बीमारी में सांस लेने की मांसपेशियां प्रभावित होने पर मौत हो सकती है।
– 25 साल पहले हजारों बच्चे इस वायरस से प्रभावित हुए थे लेकिन अब वहां की 25 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण हो चुका है।
– जंगली पोलियो पर्यावरण के माध्यम से फैलता है, इसका वायरस पेट में रह सकता है, और उन क्षेत्रों में फैलता है जहां टीकाकरण की दर कम है।
– हाल के वर्षों में, 20 से अधिक अफ्रीकी देशों में इस प्रकार के पोलियो के फैलने की सूचना मिली है।
– आपको ये भी बता दें कि पोलियो अब पाकिस्तान और अफगानिस्तान दो ही देशों में है।
मलावी की राजधानी- लिलोंग
राष्ट्रपति- लाजारुस चकवेरा
मुद्रा- मलावियाई क्वाचा
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11. अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (International Mother Language Day) कब मनाया जाता है?
a. 22 फरवरी
b. 21 फरवरी
c. 20 फरवरी
d. 19 फरवरी
Answer: b. 21 फरवरी
– इस दिन का उद्देश्य भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
– अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस नवंबर 1999 में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के सामान्य सम्मेलन द्वारा घोषित किया गया था।
– संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN) ने 2002 के अपने संकल्प में इस दिन की घोषणा का स्वागत किया।
– UN के मुताबिक करीब 6900 भाषाएं हैं जो दुनिया में बोली जाती हैं।
– इनमें से 90 फीसदी भाषाएं बोलने वाले लोग एक लाख से भी कम हैं।
– विश्व में जो भाषाएं सबसे ज्यादा बोली जाती हैं. उनमें अंग्रेजी, हिंदी, जैपनीज़, स्पैनिश, बांग्ला, पंजाबी, रूसी, पुर्तगाली और अरबी भाषा शामिल हैं।
2022 की थीम- बहुभाषी शिक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग: चुनौतियां और अवसर”
(“ Using technology for multilingual learning: Challenges and opportunities”, )
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12. किन दो राज्यों का स्थापना दिवस 20 फरवरी 2022 को मनाया गया?
a. हरियाणा, पंजाब
b. अरुणाचल प्रदेश, पंजाब
c. मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश
d. मिजोरम, हरियाणा
Answer: c. मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 फरवरी को मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश के लोगों को उनके राज्य की स्थापना दिवस की बधाई दी।
– बता दें कि दोनों राज्यों को 20 फरवरी 1987 में राज्य का दर्जा दिया गया था।
मिजोरम के बारे में
– मिजोरम में मिज़ो नेशनल फ्रंट की स्थापना 1961 में की गई थी।
– इस संगठन ने ग्रेटर मिजोरम की स्वतंत्रता की मांग के लिए हथियार उठाये सरकारी संस्थानों को निशाना बनाया।
– भारत सरकार ने 1967 में मिज़ो नेशनल फ्रंट पर प्रतिबन्ध लगाया और वर्ष 1972 में मिजोरम को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया, परन्तु प्रदर्शनकारी इससे शांत नहीं हुए।
– 30 जून, 1986 को मिज़ो नेशनल फ्रंट तथा भारत सरकार ने समझौते पर हस्ताक्षर किये, इसके बाद मिजोरम को भारत का पूर्ण राज्य बनाया गया।
– इसके लिए मिजोरम राज्य अधिनियम, 1986 पारित किया गया था।
अरुणाचल प्रदेश
– शुरू में असम का नियंत्रण असम की प्रांतीय सरकार के गवर्नर के पास था।
– संविधान लागू होने के बाद नार्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी (NEFA) का कार्यभार असम के राज्यपाल को सौंपा गया।
– बाद में NEFA का नाम बदलकर अरुणाचल प्रदेश कर दिया गया।
– 1972 में अरुणाचल प्रदेश केंद्र शासित प्रदेश बना।
– 1975 में अरुणाचल प्रदेश परिषद् को अस्थायी विधानसभा में परिवर्तित किया और इसमें अरुणाचल प्रदेश के लिए मंत्रिपरिषद का गठन किया गया।
– 20 फरवरी, 1987 को अरुणाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया , इसके लिए संविधान में 55वां संशोधन किया गया था।
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