यह 21 December 2022 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्जाम्स में मदद करेगा।
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1. कोविड-19 के किस वेरिएंट से चीन में हाहाकार मच गया है और पूरी दुनिया टेंशन में आ गई?
Which variant of covid-19 has created an outcry in China, which has threatened the whole world?
a. ओमीक्रोन BF.7 वेरिएंट
b. ओमीक्रोन AC.1 वेरिएंट
c. ओमीक्रोन KD.2 वेरिएंट
d. ओमीक्रोन RF.7 वेरिएंट
Answer: a. ओमीक्रोन BF.7 वेरिएंट
– चीन ने एक बार फिर से दुनिया को कोविड-19 का टेंशन दे दिया है।
– दुनिया के अधिकतर देश इस साल कोरोना के कहर से बाहर निकले हैं, लेकिन चीन में कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़ गए हैं।
– चीन में स्थिति इतनी खराब है कि यहां अस्पतालों के सभी बेड भरे हैं। मेडिकल स्टोर्स में दवाएं खत्म हो रही हैं।
– अमेरिका ने कहा है कि अगर चीन में कोरोना को काबू में नहीं लाया गया, तो संक्रमण पूरी दुनिया में तेजी से फैल सकता है।
– इन दिनों चीन, जापान, अमेरिका, कोरिया और ब्राजील में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
– इससे अर्थव्यवस्था और देशों के स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए चुनौती पड़ सकता है।
भारत में अलर्ट जारी
– भारत में केंद्र सरकार ने राज्यों को अलर्ट किया है। कहा है कि सभी पॉजिटिव सैंपल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग कराए जाएं।
– भारत में तीन हजार से ज्यादा कोविड के मामले हैं।
वायरस का खतरनाक म्यूटेशन
– एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसकी वजह चीन में फैल रहा नया वैरिएंट हो सकता है।
– साइंटिस्ट्स इसे ओमीक्रोन BF.7 कह रहे हैं। इसे ओमीक्रोन BA.5.2.1.7 भी कहा जा रहा है।
– चीन में जीरो-कोविड पॉलिसी खत्म होने के बाद अचानक से बढ़े मामलों की वजह यही बताई जा रही है।
– यह ओमिक्रॉन का सबसे खतरनाक म्यूटेशन बताया जा रहा है।
चीन के हालात
– चीन में जितने मामले बताए जा रहे हैं, संक्रमण उससे कई गुना ज्यादा है। मौतें भी ज्यादा हो रही हैं।
– चीन में कोविड के लॉकडाउन पहले से हैं, लेकिन अब जो खबरें आ रही है, उसके मुताबिक हाहाकार मचा हुआ है।
– मौत के बाद शव रखने की जगह नहीं है। अंतिम संस्कार के लिए लंबी लाइन है।
– कई तरह की खबरें, महामारी के विशेषज्ञ निकाल कर ला रहे हैं। लेकिन वहां के एडमेनिस्ट्रेशन की वजह से पता नहीं चलता कि कितने लोग बीमार हैं।
चीन में क्यों लौटा कोराना?
– अब बात आ रही है कि चीन ने जो जीरो कोविड पॉलिसी अपनाई, उससे चीन के लोगों में हार्ड इम्यूनिटी नहीं आई। सामूहिक रूप से लड़ने की।
– दूसरी बात कि चीन की वैक्सीन उतना कारगर नहीं हुई।
– चीन ने कोरोना की वैक्सीन बनाने के लिए दूसरी तकनीक का इस्तेमाल किया था। जबकि दुनिया के देशों ने जो वैक्सीन का इस्तेमाल किया, उससे वायरस से लड़ने की क्षमता थी।
– तीसरी चिंता – चीन की अर्थव्यस्था दुनिया से कनेक्टेड है। अब जबकि कोविड वापस लौट रहा है, तो चिंताजनक बात है। चीन में मौत की खबरें भी आने लगी हैं।
क्या भारत को चिंता करनी चाहिए?
– स्वास्थ्य मंत्री ने 19 दिसंबर को संसद में बताया था कि भारत में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 220 करोड़ को पार कर चुका है।
– यह संख्या कोरोना की सभी उपलब्ध वैक्सीन की पहली, दूसरी और प्रिकॉशन डोज को मिलाकर है।
– देश में 18 जनवरी 2021 को दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था।
– इसके अलावा, ज्यादातर भारतीयों कोविड-19 के संक्रमण एक बार हो चुका है। इससे हर्ड इम्यूनिटी आ चुकी है। इसलिए कह सकते हैं कि खतरा कम है, लेकिन सतर्कता बरतनी चाहिए।
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2. भारत में गूगल पर वर्ष 2022 में सबसे ज्यादा इनमें से किसे सर्च किया गया?
Which of these was searched the most on Google in India in the year 2022?
a. इंडियन प्रीमीयर लीग 2022
b. द कश्मीर फाइल्स
c. ब्रह्मास्त्र
d. K.G.F: चैप्टर-2
Answer: a. इंडियन प्रीमीयर लीग 2022
– वर्ष 2022 में भारत के लागों ने गूगल पर सबसे ज्यादा क्या सर्च किया इसकी लिस्ट गूगल ने जारी की।
– यह लिस्ट गूगल हर वर्ष जारी करता है।
– गूगल ने कई कैटेगरी की लिस्ट जारी की है।
किन कैटेगरी में लिस्ट जारी की
– एंटरटेनमेंट
– स्टार्स
– फिल्में
– गेम्स
– लोग
– रेसिपी
– ‘what is’ (किसी विषय में जानकारी के लिए)
– न्यूज इवेंट्स
– ‘How to’ (कैसे प्राप्त करें)
सभी कैटेगरी में भारत की टॉप
1. इंडियन प्रीमीयर लीग 2022
2. CoWin
3. फीफा वर्ल्ड कप
फिल्मों की कैटेगरी में टॉप सर्च लिस्ट
1. ब्रह्मास्त्र
2. K.G.F: चैप्टर-2
3. द कश्मीर फाइल्स
गेम्स की कैटेगरी में टॉप सर्च लिस्ट
1. इंडियन प्रीमीयर लीग 2022
2. फीफा वर्ल्ड कप
3. एशिया कप
लोगों की कैटेगरी में टॉप सर्च लिस्ट
1. नूपुर शर्मा
2. द्रौपदी मुर्मू
3. ऋषि सुनक
‘what is’ की कैटेगरी में टॉप सर्च लिस्ट
1. अग्नीपथ स्कीम क्या है।
2. नाटो क्या है।
2. NFT क्या है।
न्यूज इवेंट की कैटेगरी में टॉप सर्च लिस्ट
1. लता मंगेशकर का देहांत
2. सिद्धू मूसे वाला की मृत्यु
3. रूस यूक्रेन युद्ध
‘How to’ की कैटेगरी में टॉप सर्च लिस्ट
1. टीकाकरण प्रमाणपत्र कैसे डाउनलोड करें
2. प्रोफेसनल टैक्स चालान कैसे डाउनलोड करें
‘Near me’ की कैटेगरी में टॉप सर्च लिस्ट
1. कोविड वैक्सीन Near me
2. स्वीमिंग पूल Near me
3. वॉटर पार्क Near me
रेसपी की कैटेगरी में टॉप सर्च लिस्ट
1. पनीर पसंदा
2. मोदक
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3. किस देश की टीम ने ब्लाइंड टी20 क्रिकेट विश्व कप 2022 जीता?
Which country’s team won the Blind T20 Cricket World Cup 2022?
a. भारत
b. बांग्लादेश
c. ऑस्ट्रेलिया
d. दक्षिण अफ्रीका
Answer: a. भारत
– वर्ष 2022 में तीसरा ब्लाइंड टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप आयोजित हुआ।
– इसमें भारत ने बांग्लादेश को हराकर जीत लिया।
– वर्ल्ड कप, बेंगलूरु (कर्नाटक) के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया।
– ब्लाइंड टी20 क्रिकेट विश्व कप को भारत ने लगातार तीसरी बार जीता।
– इसको 6-17 दिसंबर 2022 तक भारत में आयोजित किया गया।
– भारत ने वर्ष 2012, 2017 और 2022 में लगातार जीत दर्ज की।
– तीसरे ब्लाइंड टी20 विश्व कप के लिए युवराज सिंह को ब्रांड एंबेसडर चुना गया था।
– अगला ब्लाइंड टी20 विश्व कप वर्ष 2023 में पाकिस्तान में आयोजित किया जाएगा।
भारतीय नेत्रहीन क्रिकेट संघ (CABI)
स्थापना – 2011
अध्यक्ष – महंतेश किवादसन्नावर
मुख्यालय – बेंगलुरु
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4. दिल्ली एम्स पर साइबर अटैक के पीछे जांच के बाद किस देश के हैकर्स का हाथ पाया गया?
Which country’s hackers were found behind the cyber attack on Delhi AIIMS after investigation?
a. पाकिस्तान
b. अमेरिका
c. चीन
d. अफगानिस्तान
Answer: c. चीन
– आज की दुनिया में युद्ध सिर्फ बॉर्डर पर ही नहीं होता।
– दुश्मन देश साइबर हमले से भी अटैक करता है।
– यह अटैक इतना खतरनाक है जिसमें देश की विकास और डेवलपमेंट को रोका जा सकता है।
– दिल्ली के AIIMS हॉस्पिटल में 23 नवंबर 2022 को रैनसमवेयर साइबर अटैक हुआ था।
– इस अटैक में हॉस्पिटल से सभी नामचीन हस्तियों और आम लोगों का डेटा हैक कर लिया गया।
– द इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार जांच के बाद केंद्र सरकार के अधिकारी के बताया कि इसमें चीन के हैकर्स ने साइबर हमला किया था।
– AIIMS में 100 सर्वरों में 40 फिजीकल और 60 वर्चुअल है।
– इन 100 सर्वरों में से पांच फिजिकल सर्वर्स को हैक किया गया था।
– अब सभी सर्वर के डेटा को हासिल कर लिया गया है।
– सर्वर रिलीज करने के लिए हॉस्पिटल से हैकर्स ने 200 करोड़ रुपए की डिमांड की थी।
– लेकिन दिल्ली पुलिस फिरौती मांगने की बात से इनकार किया था।
– इस अटैक से हॉस्पिटल की सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई थी।
– हॉस्पिटल की OPD (Outpatient Department) और IPD (In-patient Department) में आने वाले मरीजों को इलाज कराने में दिक्कत हो रही थी।
– सर्वर हैक होने से ऑनलाइन अपॉइंटमेंट, टेलीकंसल्टेशन और अन्य डिजिटल सेवाओं में दिक्कत आई।
– NIC (National Informatics Centre) ने इसकी जांच की।
– NIC के अनुसार बेकअप और E-address को भी हैक कर लिया गया था।
– इसी संस्था ने हैक डेटा को रिकवर करने में सबसे बड़ा योगदान दिया।
चीन के भारत पर अन्य साइबर अटैक
– इंडिया फ्यूचर फाउंडेशन भारत पर साइबर हमलों पर नजर रखती है।
– इनकी रिपोर्ट के अनुसार जब भारत में कोई बड़ी घटना होती है, तब साइबर अटैक की संख्या बड़ जाती है।
जैसे-
1. गलवान झड़प के बाद भारतीय साइबर स्पेस में चीन से 40 हजार से ज्यादा साइबर हमले हुए
2. नोटबंदी के बाद 80 हजार से ज्यादा साइबर हमले हुए।
– इन हमलों का मकसद गोपनीय जानकारी चुराना था।
– रिपोर्ट में बताया गया की लद्दाख में भारतीय पावर ग्रिड पर साइबर हमला भी चीनी हैकर्स ने किया था।
– ऐसा ही हमला मुंबई पोर्ट और तूतीकोरिन पोर्ट पर भी हुआ था।
– गलवान की घटना के बाद मुंबई की पावर ग्रिड पर हमला हुआ।
– इसकी वजह से घरों की बिजली गुल हो गई, ट्रेन बंद हो गई और स्टॉक एस्कसचेंज भी बंद हो गया था।
– मुंबई में पूरा ब्लैक आउट हो गया था।
– इसमें भी ज्यादातर साइबर अटैक चीन की तरफ से हुए थे।
– पावर ग्रिड पर हमले से काम काज रुक जाते है।
– इसलिए इसे टॉरगेट किया जाता है।
भारत में कितने साइबर अटैक होते है?
– इंडसफेस की रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर महीने हेल्थकेयर सेक्टर में लगभग 3 लाख साइबर अटैक होते है।
– भारत के हेल्थ सेक्टर में साइबर अटैक दुनिया में दूसरे सबसे अधिक होते है।
– अमेरिका पहले स्थान पर है।
रैनसमवेयर क्या है?
– रैनसमवेयर क्रिप्टोवायरोलॉजी का एक प्रकार का मैलवेयर है।
– इसके प्रभाव में आने वाले कंप्यूटर का डेटा लॉक हो जाता है।
– मैलवेयर डाटा पर वापस कंट्रोल देने के लिए पैसे की मांग करता है।
रैनसमवेयर कैसे फैलता है?
– यह स्पैम के माध्यम से फैलता है।
– स्पैम एक अनवॉनटेड कम्यूनिकेशन होता है, जिसे Email, टैक्ट मैसेज आदि से होता है।
– इसमें हैकर आपको लिंक भेजता है और उसपर क्लिक करने को कहता है।
– यहां कोई ऐप या सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने को कहा जाता है।
– लेकिन यह एक रैनसमवेयर होता है।
– जैसे ही आप इसे डाउनलोड करते है, ये सिस्टम पर अपना कंट्रोल कर लेता है।
– रैनसमवेयर सिस्टम को लॉक कर देता है।
– उसके बाद आप अपने सिस्टम के साथ कुछ नहीं कर सकते।
– आपके सिस्टम में पूरा कंट्रोल हैकर का हो जाता है।
भारत किन देशों के साथ मिलकर रैनसमवेयर के खिलाफ काम कर रहा है?
– भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों ने 23 सितंबर 2022 को रैनसमवेयर के खिलाफ कदम उठाने के लिए एक जॉइंट स्टेटमेंट जारी किया।
– यह जॉइंट स्टेटमेंट न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) सत्र के दौरान जारी किया गया।
– यह चारों देश साइबर अटैक को रोकने के लिए एक-दूसरे की सहायता करेंगे।
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5. भारत का चीन से औसत मासिक आयात वित्तीय वर्ष 2021-22 की तुलना में वर्ष 2022-23 (अप्रैल-अक्टूबर) में बढ़कर कितना हुआ?
How much has India’s average monthly import from China increased in the year 2022-23 (April-October) as compared to the financial year 2021-22?
a. 8.61 बिलियन डॉलर
b. 9.81 बिलियन डॉलर
c. 10.11 बिलियन डॉलर
d. 11.31 बिलियन डॉलर
Answer: a. 8.61 बिलियन डॉलर
– चीन से औसत मासिक आयात का आंकड़ा 2020-21 (गलवान घटना के समय) में 5.43 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2021-22 में 7.88 बिलियन डॉलर हो गया।
– वित्त वर्ष 2022-23 के पहले सात महीनों (अप्रैल-अक्टूबर) में यह आंकड़ा 8.61 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है।
– गौर करने वाली बात यह है कि भारत का चीन से आयात वर्ष 2020 गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद बढ़ा है।
– गलवान में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।
भारत का चीन से बीते वर्षों में औसत मासिक आयात
– वर्ष 2019-20: 5.43 बिलियन डॉलर
– वर्ष 2020-21: 5.43 बिलियन डॉलर
– वर्ष 2021-22: 7.88 बिलियन डॉलर
– वर्ष 2022-23 (अप्रैल-अक्टूबर): 8.61 बिलियन डॉलर
वर्ष 2021-22 में चीन से व्यापार
– चीन के साथ कुल व्यापार : 115.57 बिलियन डॉलर
– चीन से आयात : 94.57 बिलियन डॉलर
– चीन को निर्यात : 21 बिलियन डॉलर
भारत का दूसरा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है चीन
– अमेरिका के बाद चीन भारत का दूसरा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है।
– वर्ष 2021-22 में, भारत-चीन द्विपक्षीय व्यापार 115.83 बिलियन डॉलर था।
– जोकि भारत के कुल मर्चेनडाइस ट्रेड 1,035 बिलियन डॉलर का 11.19 प्रतिशत था।
भारत के अन्य टॉप ट्रेडिंग पार्टनर
– अमेरिका और चीन के अलावा भारत के टॉप-10 ट्रेडिंग पार्टनर में यूएई, सऊदी अरब, इराक, सिंगापुर, हांगकांग, इंडोनेशिया, साउथ कोरिया और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
– पिछले 21 वर्षों में चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा एक अरब डॉलर से बढ़कर 73 अरब डॉलर हो गया है।
– आंकड़े बताते हैं कि चीन से आयात इस सदी की शुरुआत से आसमान छू गया है।
– वर्ष 2001-02 में आयत दो बिलियन डॉलर से वर्ष 2021-22 में 94.57 बिलियन डॉलर हो गया।
– हालांकि, इस अवधि के दौरान, चीन को भारत का निर्यात हल्के से बढ़ा है – लगभग एक बिलियन डॉलर से 21 बिलियन डॉलर तक।
– आयात में इस वृद्धि के कारण, चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 2001-02 में लगभग एक बिलियन डॉलर से बढ़कर 73 बिलियन डॉलर हो गया है।
– चालू वित्त वर्ष (2022-23) के पहले सात महीनों (अप्रैल-अक्टूबर) के दौरान, चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 51 अरब डॉलर रहा।
– जोकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में दर्ज किए गए आंकड़े (37 अरब डॉलर) से 39 फीसदी अधिक था।
– वास्तव में, अकेले चीन ने 2021-22 के दौरान भारत के कुल व्यापार घाटे (191 बिलियन डॉलर) का एक तिहाई से अधिक हिस्सा लिया।
भारत, चीन से क्या आयात करता है?
– वर्ष 2021-22 के दौरान, भारत के कुल आयात (613.05 बिलियन डॉलर) का 15.42 प्रतिशत (94.57 बिलियन डॉलर) चीन से आया था।
– भारत ने चीन से ये चीजें आयात करता है:
– इलेक्ट्रिकल मशीनरी
– इलेक्ट्रिक उपकरण
– साउंड रिकॉर्डर
– टेलीविजन स्क्रीन
– टीवी के साउंड रिकॉर्डर
– न्यूक्लियर रिएक्टर्स
– ब्वॉयलर्स
– मशीनरी
– ऑर्गेनिक केमिकल
– प्लास्टिक के सामान
– भारत ने चीन सबसे ज्यादा लैपटॉप और पॉमटॉप आयात करता है।
– इसके बाद आयात के मामले में लिथियम आयन बैटरी, सोलर सेल, और यूरिया टॉप 5 में शामिल हैं।
भारत, चीन को क्या निर्यात करता है?
– वर्ष 2021-22 में, चीन को भारत का निर्यात 21.25 बिलियन डॉलर था।
– जोकि भारत के कुल शिपमेंट (422 बिलियन डॉलर) का 5 प्रतिशत था।
– भारत, चीन को ये चीजें निर्यात करता है:
– ऑर्गेनिक केमिकल
– मिनरल
– मिनरल ऑयल
– मिनरल वैक्सिंग
– लोहा और स्टील
– एल्यूमीनियम
– कॉटन
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6. संकटग्रस्त प्रजातियों की IUCN रेड लिस्ट में किन तीन मेडिसनल प्लांट की प्रजातियां शामिल हुई, जो हिमालय में पाई जाती हैं?
Which three medicinal plant species found in the Himalayas have been included in the IUCN Red List of Threatened Species?
a. मीज़ोट्रोपिस पेलिटा
b. फ्रिटिलोरिया सिरोसा
c. डैक्टाइलोरिजा हतागिरिया
d. उपरोक्त सभी
Answer: d. उपरोक्त सभी
IUCN: International Union for Conservation of Nature
– इन प्रजातियों को दिसंबर 2022 में एक आकलन के बाद संकटग्रस्त प्रजातियों की IUCN रेड लिस्ट में डाला गया है।
इन तीनों प्रजातियों को IUCN रेड लिस्ट में किस कैटेगरी में रखा गया है?
1. मीज़ोट्रोपिस पेलिटा को ‘गंभीर रूप से लुप्तप्राय’ (‘critically endangered’)
2. फ्रिटिलोरिया सिरोहोसा को ‘कमजोर’ के रूप में (‘vulnerable’)
3. डैक्टाइलोरिज़ा हैटागिरिया को ‘लुप्तप्राय’ (‘endangered’) के रूप में मूल्यांकित किया गया है।
मीज़ोट्रोपिस पेलिटा ( Meizotropis pellita)
– मीज़ोट्रोपिस पेलिटा, जिसे आमतौर पर पटवा के रूप में जाना जाता है।
– यह एक बारहमासी झाड़ी है जो उत्तराखंड में पाई जाती है।
– इन प्रजातियों की पत्तियों से निकाले गए आवश्यक तेल में मजबूत एंटीऑक्सिडेंट होते हैं।
– यह दवा उद्योगों में सिंथेटिक एंटीऑक्सिडेंट के लिए एक प्राकृतिक विकल्प होता है।
– प्रजातियों को वनों की कटाई, आवास विखंडन और जंगल की आग से खतरा है।
फ्रिटिलोरिया सिरोहोसा (Fritilloria cirrhosa)
– फ्रिटिलारिया सिरोसा (हिमालयन फ्रिटिलरी) एक बारहमासी बल्बनुमा जड़ी बूटी है।
– चीन में, इन प्रजातियों का उपयोग ब्रोन्कियल विकारों और निमोनिया के इलाज के लिए किया जाता है।
– यह पौधा पारंपरिक चीनी चिकित्सा में एक मजबूत कफ सप्रेसेंट और एक्सपेक्टोरेंट दवाओं का स्रोत भी है।
– बहुत पुरानी पीढ़ी, कम अंकुरण क्षमता, उच्च व्यापार मूल्य और अवैध व्यापार के का कारण इसे रेड लिस्ट में रखा गया है।
डैक्टाइलोरिजा हतागिरिया (Dactylorhiza hatagirea)
– डैक्टाइलोरिजा हतागिरिया (सलामपांजा) अफगानिस्तान, भूटान, चीन, भारत, नेपाल और पाकिस्तान के हिंदू कुश और हिमालय पर्वतमाला के लिए एक बारहमासी कंद प्रजाति है।
– पेचिश, खांसी और पेट दर्द को ठीक करने के लिए आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और चिकित्सा में इसका उपयोग किया जाता है।
– डैक्टाइलोरिजा हतागिरिया को निवास स्थान के नुकसान, पशुधन चराई, वनों की कटाई और जलवायु परिवर्तन से खतरा है।
– इसीलिए इसे रेड लिस्ट में रखा गया है।
International Union for Conservation of Nature (IUCN)
मुख्यालय: ग्लैंड, स्विट्जरलैंड
सीईओ: डॉ ब्रूनो ओबेरले
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7. WHO ने गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत का आरोप किस भारतीय फार्मा कंपनी पर लगाया था, जिसे DCGI ने गलत साबित कर दिया?
Which Indian pharma company was accused by WHO of killing 66 children in Gambia, which has been now proved wrong by DCGI?
a. मेडेन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड
b. सिपला लिमिटेड
c. सन फार्मास्यूटिकल्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड
d. लुपिन लिमिटेड
Answer: a. मेडेन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड
– WHO ने 05 अक्टूबर 2022 को हरियाणा स्थित मेडेन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड द्वारा निर्मित चार कफ और कोल्ड सीरप के लेकर अलर्ट जारी किया था।
– इस अलर्ट में WHO ने गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत का जिम्मेदार मेडेन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड को बताया था।
– इसके बाद DCGI (ड्रग्स कंट्रोल जनरल इंडिया) ने जांच शुरू की।
– अब दिसंबर 2022 में DCGI ने WHO के इस आरोप को गलत साबित कर दिया है।
– DCGI ने 13 दिसंबर 2022 को लेटर जारी कर बताया कि मेडेन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड द्वारा निर्मित ये चारों सिरप बिल्कुल ठीक है।
– DCGI ने इन सिरप को अच्छी क्वालिटी का बताया।
– इसके अलावा DCGI ने कहा कि WHO ने गाम्बिया में हुई मौतों का कफ सिरप से लिंक होने की बात जल्दबाजी में कही थी।
– इससे भारतीय फार्मा इंडस्ट्री की दुनियाभर में बेवजह काफी बदनामी हुई।
DCGI ने और क्या कहा?
– DCGI ने कहा कि मेडेन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड कंपनी के सैंपल की जांच की गई है।
– इस जांच में पाया गया है कि सिरप में कोई भी कमी नहीं थी।
– इसके अलावा कंपनी के कफ सिरप को गाम्बिया में बच्चों की मौत से लिंक जोड़ा गया, जोकि बिल्कुल गलत है।
– DCGI ने गाम्बिया की एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि गाम्बिया ने खुद माना था कि बच्चों की मौत कफ सिरप से नहीं हुई थी।
– इसके अलावा गाम्बिया की अथॉरिटीज ने भी माना था कि सिरप से बच्चों की मौत का कोई संबंध नहीं था और कई बच्चों ने तो इस सिरप को पीया भी नहीं था।
क्या था पूरा मामला?
मेडेन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड द्वारा निर्मित चार कफ सीरप हैं –
(1) प्रोमिथेजीन ओरल सॉल्यूशन
(2) कोफैक्समालिन बेबी कफ सिरप
(3) मैकॉफ बेबी कफ सीरप
(4) मैग्रीप एन कोल्ड सिरप
– WHO ने अलर्ट जारी कर अपनी चेतावनी में कहा था कि गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत का संबंध भारत में बने चार कफ सिरप से हो सकता है।
– ये सीरप किडनी को गंभीर चोट पहुंचाने का कारण हो सकते है।
– इसके अलावा WHO ने कहा कि इन सिरप को दूसरे देशों में भी भेजा गया था, जिससे इन देशों में जोखिम पैदा किया था।
WHO ने इन सिरपों में क्या खतरनाक चीज बताई थी?
– WHO ने कहा था कि इन चार सीरप में डायथिलीन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल पदार्थों की मात्रा मानक से बेहद ज्यादा पाई गई है।
– यह पदार्थ काफी जहरीले होते हैं।
– लेकिन DCGI (ड्रग्स कंट्रोल जनरल इंडिया) ने अपने निष्कर्ष में कहा है कि WHO का आरोप गलत और जल्दबाजी में लिया गया कदम था।
WHO
मुख्यालय- जिनेवा, स्विट्जरलैंड
चीफ- ट्रेडोस एडनॉम घेब्रेयसस
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8. भारत का कौन-सा राज्य अपना जलवायु परिवर्तन मिशन शुरू करने वाला पहला राज्य बना?
Which indian state has become the first state to launch its own climate change mission?
a. अरुणाचल प्रदेश
b. केरल
c. तमिलनाडु
d. महाराष्ट्र
Answer: c. तमिलनाडु
– जलवायु परिवर्तन मिशन की घोषणा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री MK स्टालिन ने 9 दिसंबर 2022 को तमिलनाडु जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में की।
– तमिलनाडु जलवायु शिखर सम्मेलन 8 और 9 दिसंबर 2022 को चेन्नई में आयोजित किया गया था।
– भारत का लक्ष्य वर्ष 2070 तक कार्बन न्यूट्रल बनने का है।
– तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के अनुसार तमिलनाडु उससे पहले कार्बन न्यूट्रल बन जाएगा।
– कार्बन न्यूट्रल का अर्थ है कि एटमोस्फियर से कार्बन डाइऑक्साइड की उतनी मात्रा को अलग-अलग तरीकों से हटाने से है, जितनी कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन होता है।
– उत्पादन और हटाई गयी कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा को घटाने पर शून्य प्राप्त हो उसे कार्बन न्यूट्रल करते है।
तमिलनाडु जलवायु परिवर्तन मिशन
– राज्य ने इसके लिए 500 करोड़ रुपए की घोषणा की।
– राज्य सरकार ने ग्रीन क्लाइमेट कंपनी बनाई।
– यह कंपनी तीन क्षेत्र में काम करेगी
1. ग्रीन तमिलनाडु मिशन
2. तमिलनाडु वेटलैंड्स
3. तमिलनाडु क्लाइमेट चेंज
– इस मिशन को डिस्ट्रिक्ट लेवल में लागू किया जाएगा।
– तमिलनाडु सरकार ने इस मिशन के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के पूर्व डॉयरेक्टर एरिक सोलहेम को सलाहकार नियुक्त किया है।
तमिलनाडु
– राजधानी – चेन्नई
– राज्यपाल – R N रवि
– मुख्यमंत्री – M K स्टालिन
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9. भारत ने किस देश के साथ दिसंबर 2022 में समन्वित गश्त (पेट्रोल) अभियान चलाया?
With which country did India conduct coordinated patrol (Patrol) campaign in December 2022?
a. जापान
b. चीन
c. इंडोनेशिया
d. अमेरिका
Answer: c. इंडोनेशिया
– इंडियन नेवी ने इंडोनेशियाई नेवी के साथ इंडिया-इंडोनेशिया कोऑर्डिनेटेड पेट्रोल (इंडिया-इंडो कार्पेट) का 39 वां संस्करण 08 से 19 दिसंबर 2022 तक चला।
– यह गश्त अभियान पोर्ट ब्लेयर में संपन्न होगा।
– इंडिया-इंडो कॉर्पैट का 39 वां संस्करण दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच समुद्री सहयोग को बढ़ाने और मित्रता के मजबूत करने का प्रयास करता है।
इंडिया-इंडोनेशिया कोऑर्डिनेटेड पेट्रोल (इंडिया-इंडो कार्पेट)
– भारत सरकार के SAGAR (सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रिजन) प्रोग्राम के हिस्से के रूप में भारतीय नौसेना इस समुद्री इलाके की समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए हिंद महासागर क्षेत्र में आने वाले देशों के साथ रिश्ते बढ़ा रहा है।
– इसके लिए भारत और इंडोनेशिया वर्ष 2002 से वर्ष में दो बार गश्त अभ्यास कर रहे हैं।
इंडियन नेवी चीफ- एडमिरल आर हरि कुमार
चीफ डिफेंस स्टाफ (CDS)- अनिल चौहान
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10. अपने देश के युवाओं के लिए किस देश की सरकार ने मुफ्त में कंडोम उपलब्ध कराने का फैसला किया?
Which country’s government has decided to provide free condoms to the youth of its country?
a. अमेरिका
b. फ्रांस
c. ब्रिटेन
d. चीन
Answer: b. फ्रांस
– फांस में 1 जनवरी 2023 से 18-25 वर्ष के युवाओं के लिए सरकार मुफ्त में कंडोम उपलब्ध कराएगी।
– फांस की फार्मेसी से कंडोम को मुफ्त में लिया जा सकेगा।
– युवाओं को मुफ्त में कंडोम लेने के लिए ID दिखानी होगी, जिससे आयु का पता चलेगा।
– फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 8 दिसंबर 2022 को युवा लोगों के स्वास्थ्य के लिए एक कार्यक्रम में मुफ्त कंडोम उपलब्ध कराने कि घोषणा की।
फ्रांस में इस घोषणा का कारण
– सरकार ने सेक्सुअल ट्रासमिटेड इंफेक्सन (STI) के प्रसार को रोकने के लिए यह घोषणा की।
– साथ ही अनचाही प्रेग्नेंसी को भी रोका जा सकेगा।
– सरकार का वर्ष 2030 तक फांस में नए HIV-AIDS के मामलों को रोकने का लक्ष्य है।
– फांस में वर्ष 2020 और वर्ष 2021 में सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्सन के केस लगभग 30% बढ़े थे।
– वर्ष 2021 में लगभग 5000 नए केस रिकॉर्ड किए गए थे।
– फांस में लगातार STI के मामले बढ़ने के कारण यह फैलना लिया गया है।
– फांस में युवा STI लक्षण होने पर मुफ्त में जांच करा सकते है।
– फांस में और भी कई योजनाएं चल रही है, जिससे STI (सेक्सुअल ट्रासमिटेड इंफेक्सन) को रोका जा सके।
जैसे- वर्ष 2018 से सरकार कंडोम के पैसे वापस कर रही है।
– फ्रांस की सरकार ने अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए वर्ष 2022 महिलाओं के लिए मुफ्त गर्भनिरोधक उपलब्ध कराया था।
– इसमें 26 वर्ष तक की महिलाओं को फायदा दिया गया था।
– इसमें सरकार का लक्ष्य था कि कोई महिला पैसे ना होने के कारण गर्भनिरोधक से वंचित ना रहे।
– देश में अनचाही प्रेग्नेंसी के कारण होने वाली दिक्कतों को कम किया जा सके।
फ्रांस
– राजधानी – पेरिस
– मुद्रा – यूरो
– राष्ट्रपति – इमैनुएल मैक्रोन
– प्रधानमंत्री – एलिजाबेथ बोर्न