यह 20 मई 2023 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा में ये महत्वपूर्ण सवाल-जवाब की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के 10 सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
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1. RBI ने किस नीति (policy) के तहत 2000 रुपए के नोट 30 सितंबर तक वापस लेने का फैसला किया?
Under which policy, RBI decided to withdraw Rs 2000 notes by 30 September?
a. नोट चेंज पॉलिसी / Note change policy
b. क्लीन नोट पॉलिसी / Clean note policy
c. वर्चुअल नोट पॉलिसी / Virtual note policy
d. उपरोक्त सभी / All of the above
Answer: b. क्लीन नोट पॉलिसी / Clean note policy
– RBI ने ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ के तहत 2000 रुपए के नोट वापस लेने का फैसला किया है।
– यह खबर पूरे भारत में आग की तरह फैल गई और इसने 2016 के नोटबंदी की याद दिला दी।
– हालांकि RBI का यह फैसला 2016 की तरह का नहीं है। क्योंकि उस वक्त अचानक एक हजार और दो हजार के नोट का लीगल टेंडर रद कर दिया गया था।
लीगल टेंडर रहेंगे 2022 के नोट
– अब बैंक 2000 के नोट इश्यू नहीं करेंगे।
– RBI ने 30 सितंबर तक 2000 के नोट बैंकों में बदलने या अकाउंट में जमा करने को कहा है।
– RBI ने कहा है कि एक हजार के नोट लीगल टेंडर रहेंगे, मतलब कि अमान्य नहीं होंगे।
– इस अवधि के बाद भी नोट लीगल रहेगा।
– ऐसा सिर्फ लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए है, ताकि वे यह नोट बैंकों को वापस करें।
– हालांकि माना जा रहा है कि RBI के इस फैसले के बाद आम लोग और दुकानदार 2 हजार के नोट लेना बंद कर देंगे। ऐसे में लीगल टेंडर रहने के बाद भी यह नोट मार्केट में नहीं चल सकेगा।
आरबीआई ने कहा क्या है?
– रिजर्व बैंक 2000 का नोट सर्कुलेशन से वापस लेगा, लेकिन मौजूदा नोट अमान्य नहीं होंगे।
– इसका ऑब्जेक्टिव पूरा होने के बाद 2018-19 में इसकी प्रिटिंग बंद कर दी गई थी।
30 सितंबर तक नोट जमा नहीं किए तो क्या होगा?
– लेन-देन के लिए 2000 रुपए के नोटों का इस्तेमाल जारी रख सकते हैं और उन्हें पेमेंट के रूप में रिसीव भी कर सकते हैं।
– हालांकि, RBI ने 30 सितंबर 2023 को या उससे पहले इन बैंक नोटों को जमा करने या बदलने की सलाह दी है।
क्या किसी भी बैंक में बिना अकाउंट के नोट बदले जा सकते हैं?
– हां। नॉन-अकाउंट होल्डर भी किसी भी बैंक शाखा में एक बार में ₹20,000/- की सीमा तक ₹2000 के नोट बदलवा यानी दूसरे डिनॉमिनेशन में एक्सचेंज करवा सकते हैं।
– अगर आपका अकाउंट है तो आप कितने भी 2000 के नोट डिपॉजिट कर सकते हैं।
बाजार में 2000 के नोट से खरीदारी में क्या असर दिख सकता है?
– सरकार ने इसे अभी चलन में भले ही बनाकर रखा है, लेकिन व्यापारी इससे लेनदेन करने में कतरा सकते हैं।
– ऐसे में बेहतर होगा कि इन्हें बैंक से ही बदल लें।
किस नीति के तहत फैसला और क्यों?
– ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ के तहत रिजर्व बैंक ने यह फैसला किया है।
– ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ के तहत ही नियम है कि आम लोग करेंसी नोट्स पर कुछ भी न लिखें, क्योंकि ऐसा करने से उनका रंग-रूप बिगड़ जाता है और लाइफ भी कम हो जाती है।
– लेन-देन में अच्छी क्वालिटी के बैंक नोट (पेपर करेंसी) मिलें इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए क्लीन नोट पॉलिसी लागू की गई थी।
इससे आम लोगों पर क्या असर होगा?
– जिसके भी पास 2 हजार का नोट है उसे बैंक में जाकर बदलना होगा।
– 2016 की नोटबंदी में जब 500 और 1000 को नोट बंद किए गए थे तो उसे बदलने के लिए लंबी लाइनें लग गई थी।
– इस कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी थी।
– इस बार वैसी स्थिति तो नहीं बनेगी, लेकिन थोड़ी बहुत परेशानी उठाना पड़ सकता है।
क्या यह फैसला सरकार की ओर से भूल सुधार है?
– 2016 में बंद किए गए 500 और 1000 के नोट की कमी को पूरा करने के लिए 2000 के नोट छापे गए थे।
– जब पर्याप्त मात्रा में दूसरे डिनॉमिनेशन के नोट उपलब्ध हो गए तो 2018-19 में 2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी गई।
– ये सीधे तौर पर नहीं कहा जा सकता है 2000 के नोटों को सर्कुलेशन से बाहर करना सरकार की भूल सुधार है।
दुष्प्रभाव : आर्थिक पत्रकार हरवीर सिंह कहते हैं कि
– दो हजार रुपये के नोट को बंद करने का फैसला इकोनॉमी में डिसरप्सन लाएगा।
– इस कदम का छोटे कारोबारियों पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
– यह कदम मांग को कमजोर करेगा और इकोनॉमी की वृद्धि दर पर प्रतिकूल असर डालेगा।
– इससे करेंसी सर्कुलेशन कम होगा या नहीं उसके लिए 2016 का अनुभव सामने है।
पिछली नोटबंदी से नुकसान
– कहा गया था कि ब्लैक मनी खत्म हो जाएगा, लेकिन 99 प्रतिशत रकम बैंक के पास वापस आ गई थी।
– दावा था कि इससे कालाधन खत्म हो जाएगा, भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा। लेकिन ऐसा दिखा कम और अर्थव्यवस्था को नुकसान ज्यादा हुआ।
– जीडीपी ग्रोथ रेट 8.2 से घटकर कुछ साल में 4.1 हो गया।
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2. भारत में जूनोटिक रोगों को नियंत्रित करने के लिए विश्व बैंक ने कितनी रकम के लोन को मंजूरी दी?
How much loan has been approved by the World Bank to control zoonotic diseases in India?
a. 82 मिलियन डॉलर / 82 million dollars
b. 85 मिलियन डॉलर / 85 million dollars
c. 90 मिलियन डॉलर / 90 million dollars
d. 92 मिलियन डॉलर / 92 million dollars
Answer: a. 82 मिलियन डॉलर / 82 million dollars
– जूनोटिक रोग वैसे संक्रामक रोग हैं जो प्रजातियों के बीच जानवरों से मनुष्यों (या मनुष्यों से जानवरों) में फैलते हैं। जैसे – रेबीज।
– वर्ल्ड बैंक ने भारत सरकार को 82 मिलियन डॉलर (679 करोड़ रुपया) का लोन स्वीकृत किया है।
– इसका उद्देश्य स्थानिक जूनोटिक, ट्रांसबाउंड्री और उभरते संक्रामक रोगों को रोकना, पता लगाना और प्रतिक्रिया देना है।
पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण कार्यक्रम:
– वर्ल्ड बैंक के लोन के रकम को भारत पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण कार्यक्रम में खर्च करेगा।
– इस प्रोग्राम का उद्देश्य पशु रोगों और जूनोस को नियंत्रित करना है।
– दरअसल, भारत दुनिया में सबसे बड़ी पशुधन आबादी का घर है।
– ऐसे में पशु रोग के प्रकोप से जुड़े जोखिम विशेष रूप से अधिक हैं।
– ये बीमारी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए जोखिम पैदा करते हैं और आर्थिक लागत बढ़ाते हैं।
वर्ल्ड बैंक
– अध्यक्ष : अजय बंगा
– MD & CFO : अंशुला कांत
– मुख्यालय : वाशिंगटन डीसी
– स्थापना : 1944
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3. सुप्रीम कोर्ट के दो नए जज का नाम बताएं, जिन्होंने मई 2023 में शपथ ली?
Name the two new judges of the Supreme Court, who took oath in May 2023?
a. प्रशांत कुमार मिश्रा और के वी विश्वनाथन / Prashant Kumar Mishra and KV Viswanathan
b. राजेश जोशी और वीके मेनन / Rajesh Joshi and VK Menon
c. आरके विश्वनाथन और प्रशांत सिंह / RK Viswanathan and Prashant Singh
d. इनमें से कोई नहीं / none of these
Answer: a. प्रशांत कुमार मिश्रा और के वी विश्वनाथन / Prashant Kumar Mishra and KV Viswanathan
– भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने 19 मई 2023 को दोनों को शपथ दिलाई।
– इससे पहले दोनों के नाम की सिफारिश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने केंद्र सरकार से की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया था।
– प्रशांत कुमार मिश्रा : आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे।
– केवी विश्वनाथन : वरिष्ठ वकील हैं. 30 से अधिक वर्षों तक सुप्रीम कोर्ट में वकालत की है।
– इसी के साथ सुप्रीम कोर्ट अपने फुल स्ट्रेंथ पर पहुंच गया है।
– यहां जजों की स्वीकृत संख्या 34 है।
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4. तीन दिवसीय इंटरनेशनल म्यूजियम एक्सपो 2023 का आयोजन कहां हुआ, जिसका उद्घाटन PM मोदी ने किया?
Where was the three-day International Museum Expo 2023 held, which was inaugurated by PM Modi?
a. मुंबई / Mumbai
b. नई दिल्ली / New Delhi
c. गोवा / Goa
d. बैंगलोर / Bangalore
Answer: b. नई दिल्ली / New Delhi
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 47वें अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के दौरान एक्सपो का उद्घाटन 18 मई को किया।
– यह आयोजन दिल्ली के प्रगति मैदान में 18 से 20 मई 2023 को हुआ।
– इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में म्यूजियम की डायरेक्टरी लॉन्च की।
अब तक कितने म्यूजियम की स्थापना
– संस्कृति मंत्रालय ने अब तक 383 म्यूजियम की स्थापना की है।
– इनमें से 145 म्यूजियम को पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और विज़न के तहत पिछले 9 वर्षों के दौरान शुरू किया गया है।
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5. केंद्र सरकार ने देश के बाहर इस्तेमाल किए गए क्रेडिट कार्ड पर कितना TCS (टैक्स कलेक्टेड ऐट सोर्स) लागू किया?
How much TCS has been imposed by the central government on credit cards used outside the country?
a. 10%
b. 15%
c. 20%
d. 25%
Answer: c. 20%
– क्रेडिट कार्ड का विदेश में इस्तेमाल करना महंगा होने वाला है।
– एक जुलाई से इसपर 20% टैक्स कलेक्टेड एट सोर्स यानी TCS लगेगा।
– सरकार ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से ऐसा किया गया है।
इसे ऐसे समझें
– दरअसल, वित्त मंत्रालय ने 16 मई 2023 को ‘फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट’ के तहत नियमों में संशोधन किया है।
– इस संशोधन के बाद इंटरनेशनल क्रेडिट कार्ड का भारत से बाहर इस्तेमाल ‘लिब्रलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम’ यानी LRS के तहत आ गया है।
– लिबरलाइज़्ड रेमिटेन्स स्कीम (LRC) के तहत कोई भी भारतीय नागरिक RBI की अनुमति के बिना विदेश में सालाना ढाई लाख डॉलर (करीब दो करोड़ रुपये) तक खर्च कर सकता है। (इससे ज्यादा खर्च करने पर RBI से पर्मिशन की जरूरत होती है)
– डेबिट कार्ड या फॉरेक्स कार्ड से पैसों का लेन-देन या बैंक ट्रांसफ़र इस दायरे में आता है, लेकिन अब क्रेडिट कार्ड से होने वाले लेन-देन को भी इसमें जोड़ दिया गया है।
– हालांकि वित्त मंत्रालय ने कहा है कि मेडिकल और शिक्षा से जुड़े खर्च इसमें शामिल नहीं होंगे.
क्यों लागू किया गया टैक्स
– दरअसल, घूमने के लिए विदेश जाने वाले लोग अक्सर तय सीमा (ढाई लाख डॉलर) से अधिक की ख़रीदारी के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में वे RBI से अनुमति और टैक्स के झंझट से बच जाते थे। क्योंकि इससे होने वाला ख़र्च LRC के दायरे में नहीं आता।
– लेकिन नए नियमों के आने के बाद अब उन्हें इस पर सरकार को टैक्स देना पड़ेगा।
20% TCS
– अब विदेश में होने वाले हर ख़र्च के लिए क्रेडिट कार्ड कंपनियां 20 फ़ीसदी का टैक्स काट लेंगी जो वो सरकार के पास जमा कर देंगी।
– यानी विदेश जाने से पहले होटल बुकिंग हो या कार की बुकिंग, विदेशी वेबसाइट से सामान की ख़रीदारी हो या फिर विदेश भ्रमण के दौरान कॉफ़ी या नाश्ते पर क्रेडिट कार्ड से हुआ ख़र्च, इन सभी लेन-देन में क्रेडिट कार्ड कंपनियां टैक्स पहले से काट लेंगी।
– बाद में तय सीमा के भीतर हुए ख़र्च को आप सरकार से क्लेम कर सकेंगे।
– बाद में आपको आपके पैसे तो मिल जाएंगे, विदेश भ्रमण की प्लानिंग के दौरान ही आपका ख़र्च बढ़ चुका होगा।
नए नियम का क्या असर होगा
– लोग क्रेडिट कार्ड के ज़रिए होने वाले ऑनलाइन पेमेन्ट करने से हिचकेंगे, हो सकता है कि वो ख़रीदारी के लिए कैश में विदेशी मुद्रा अपने पास रखना चाहें।
– इससे अवैध हवाला चैनलों का इस्तेमाल बढ़ सकता है।
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6. विश्व मधुमक्खी दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Bee Day celebrated?
a. 17 मई / 17 May
b. 18 मई / 18 May
c. 19 मई / 19 May
d. 20 मई / 20 May
Answer: d. 20 मई / 20 May
2023 की थीम :
– Bee engaged in pollinator-friendly agricultural production
– मधुमक्खी परागणकर्ता के अनुकूल कृषि उत्पादन में लगी हुई है
– यह दिन एंटोन जानसा के जन्म (1734) की याद में मनाया जाता है। उन्हें मधुमक्खी पालन में अग्रणी माना जाता है।
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7. होमोफोबिया, ट्रांसफोबिया और बिफोबिया के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस कब मनाया जाता है?
When is the International Day against Homophobia, Transphobia and Biphobia observed?
a. 17 मई / 17 May
b. 18 मई / 18 May
c. 19 मई / 19 May
d. 20 मई / 20 May
Answer: a. 17 मई / 17 May
– LGBT अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और दुनिया भर में एलजीबीटी अधिकारों के काम में रुचि को प्रेरित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के समन्वय के लक्ष्य के साथ मनाया जाता है।
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8. विश्व माप विज्ञान दिवस (World Metrology Day) कब मनाया जाता है?
When is World Metrology Day celebrated?
a. 17 मई / 17 May
b. 18 मई / 18 May
c. 19 मई / 19 May
d. 20 मई / 20 May
Answer: d. 20 मई / 20 May
2022 की थीम –
– Measurements supporting the global food system
– वैश्विक खाद्य प्रणाली का समर्थन करने वाले मापन
मेट्रोलॉजी क्या है?
– मापिकी (Metrology) भौतिकी की वह शाखा है जिसमें शुद्ध माप के बारे में हमें ज्ञान होता है।
– क्यों आयोजित होता है दिवस – पेरिस में 20 मई 1875 में मीटर कन्वेंशन पर हस्ताक्षर हुआ था। यह एक अंतरराष्ट्रीय संधि थी, जिसने माप की इकाइयों को पूरी दुनिया में एकरूपता लाने का काम किया।
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9. भारत के 82वें ग्रैंडमास्टर का नाम बताएं?
Name the 82nd Grandmaster of India?
a. वुप्पला प्रणीत / Vuppla Praneeth
b. राकेश मारिया / Rakesh Maria
c. विवेक अस्थाना / Vivek Asthana
d. इनमें से कोई नहीं / none of these
Answer: a. वुप्पला प्रणीत / Vuppla Praneeth
– वे तेलंगाना के 15 वर्षीय शतरंज खिलाड़ी हैं।
– उन्होंने बाकू ओपन 2023 के अंतिम दौर के दौरान अमेरिका के जीएम हंस नीमन को हराकर यह उपलब्धि हासिल की।
82वें ग्रैंडमास्टर : वुप्पला प्रणीत
81वें ग्रैंडमास्टर : सायंतन दास
80वें ग्रैंडमास्टर : विज्ञनेष एनआर
79वें ग्रैंडमास्टर : प्रणेष एम
78वें ग्रैंडमास्टर : कौस्तुव चटर्जी
पहले भारतीय ग्रैंडमास्टर कौन थे ?
– विश्वनाथन आनंद
– उन्होंने 1988 में खिताब जीता था।
– वे पांच बार के विश्व चैंपियन हैं।
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10. किस मुख्यमंत्री को भारतरत्न डॉ अंबेडकर अवार्ड 2023 मिला?
Which Chief Minister received the Bharat Ratna Dr. Ambedkar Award 2023?
a. अरविंद केजरीवाल / Arvind Kejriwal
b. ममता बनर्जी / Mamata Banerjee
c. योगी आदित्यनाथ / Yogi Adityanath
d. पी विजयन / P Vijayan
Answer: c. योगी आदित्यनाथ / Yogi Adityanath
– पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुंबई में यह अवॉर्ड दिया।
– उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से यह सम्मान यूपी विधान परिषद सदस्य डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने ग्रहण किया।
– भारत रत्न डॉ. अम्बेडकर पुरस्कार एक वार्षिक पुरस्कार है।
– इस पुरस्कार में प्रतीक चिन्ह के साथ 10 लाख रुपये और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
– इस पुरस्कार के चयन समिति के अध्यक्ष भारत के उपराष्ट्रपति होते हैं।
पिछले विजेताओं की लिस्ट
हर्षाली मल्होत्रा (2022)
ऋचा चड्ढा (2020)
प्रकाश अम्बेडकर (2018)
मायावती (2017)
पी. एस. कृष्णन (2016)
शबाना आजमी (2014)
कांशी राम (2012)
जोगिंदर सिंह (2011)
आनंद तेलतुंबड़े (2010)
नीतीश कुमार (2009)
शेखर सुमन (2008)
एस एम कृष्णा (2007)