यह 16th & 17th February 2022 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्जाम्स में मदद करेगा। इसका PDF Download Link इस पेज के लास्ट में मौजूद है। Current Affairs PDF आप इस पेज के आखिरी हिस्से से Free में डाउनलोड करें।
1. म्यूजिक डायरेक्टर और सिंगर बप्पी लहरी का निधन किस बीमारी की वजह से 16 फरवरी 2022 को हो गया?
a. कोविड-19
b. कैंसर
c. अल्जाइमर
d. ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया
Answer: d. ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया
– उनका निधन 69 वर्ष की उम्र में मुंबई के एक अस्पताल में हो गया।
– उन्हें ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया बीमारी थी।
किस फिल्म के लिए आखिरी गाना गाया?
– उनका आखिरी गाना 2020 में लांच हुई फिल्में ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ और बागी 3 में था।
बचपन
– बप्पी लहरी का जन्म 1952 में पश्चिम बंगाल के कलकत्ता (कोलकाता) में हुआ था।
– उनका असली नाम अलोकेश लहरी था।
– वह अपने माता-पिता की अकेली संतान थे।
– उनके माता-पिता, अपरेश लहरी और बंसुरी लाहिरी, दोनों बंगाली गायक और संगीतकार थे।
– किशोर कुमार उनके रिशतेदार थे।
– बप्पी लहरी ने तीन साल की ही उम्र में तबला सीखना और संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी।
कई नाम से लोकप्रिय
– वह ‘बप्पी दा’ और ‘डिस्को किंग’ जैसे नामों से लोकप्रिय थे।
सिंगिंग करियर
– उन्होंने अपने संगीत करियर की शुरूआत 19 साल की उम्र से एक संगीत निर्देशक के रूप में की थी।
– उन्हे संगीत में पहला अवसर बंगाली फिल्म दादू (1972) से मिला।
– 1973 में अपनी पहली हिंदी फिल्म नन्हा शिकारी में म्यूजिक कंपोज किया।
– उन्हें हिंदी फिल्मों में असल सफलता वर्ष 1975 में आई फिल्म जख्मी से मिली।
– इस फिल्म से वह हिंदी फिल्मों में एक सफल सिंगर और म्यूजिक कंपोजर के रूप में स्थापित हो गए।
– उन्होंने ने ही भारतीय सिनेमा में डिस्को म्यूजिक को इंट्रोड्यूस किया था।
– उन्होंने किशोर कुमार, मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर जैसे सिंगर्स के साथ काम किया था।
पुरस्कार
– 1985- फिल्मफेयर अवॉर्ड फॉर बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर
– 2012- मिर्ची म्यूजिक अवॉर्ड
– 2018- फिल्मफेयर लाईफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया के बारे में
– ‘ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया’ बीमारी में सोने के समय सांस लेने में दिक्कत होती है।
– यह बीमारी ज्यादा वजन, जीभ का बड़ा आकार और टॉन्सिल के कारण होती है।
– इस बीमारी की वजह से ब्लड में ऑक्सीजन का स्तर हमेशा कम होता रहता है।
– स्लीप एप्निया एक स्लीप डिसऑर्डर है, जिसमें अक्सर सांस लेने में दिक्कत होती है।
स्लीप एपनिया के प्रकार
– ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया – इसमे गले की मांसपेशियां शिथिल हो जाती है।
– सेंट्रल स्लीप एपनिया – इसमें मस्तिष्क श्वास को कॉन्ट्रोल करने वाली मांसपेशियों को सिग्नल नहीं भेज पाता है।
– कॉम्प्लेक्स स्लीप एपनिया सिंड्रोम – ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया और सेंट्रल स्लीप एपनिया दोनों ही हो, तो उसे कॉम्प्लेक्स स्लीप एपनिया सिंड्रोम कहते है।
——————-
2. रूस – यूक्रेन तनाव की वजह से भारत ने किस देश में मौजूद नागरिकों को निकालने के लिए हेल्पलाइन स्थापित की?
a. रूस
b. बेलारूस
c. यूक्रेन
d. फ्रांस
Answer: c. यूक्रेन
– रूस और यूक्रेन के बीच तनाव की वजह से भारत सरकार ने 16 फरवरी 2022 को एडवाइजरी जारी की।
– यूक्रेन में रहने वाले भारतीय नागरिको को दूतावास के साथ संपर्क में रहने को कहा गया है।
– भारतीय छात्रों को यूक्रेन छोड़ने को कहा गया है। यूक्रेन में लगभग 16,000 भारतीय छात्र हैं, जो वहां के मेडिकल कॉलेजों में विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययन कर रहे हैं।
– यूक्रेन से नागरिकों को निकालने के लिए विदेश मंत्रालय ने हेल्पलाइन स्थापित की है।
अमेरिका, यूके से लेकर तमाम देशों ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने को कहा
– अमेरिकी राष्ट्रपति जॉ बाइडन ने 11 फरवरी 2022 को अपने नागरिकों को जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ने को कहा है।
– ब्रिटिश फॉरेन ऑफिस ने भी इसी दिन अपने नागरिको को यूक्रेन से वापस आने को कहा है।
– इसके अलावा जापान, इजराइल, नॉर्वे, साउथ कोरिया और लताविया ने भी अपने नागरिको को यूक्रेन छोड़ने को कहा है।
क्या है यूक्रेन-रूस तनाव का मामला
– यूक्रेन सोवियत संघ का हिस्सा रहा है। लेकिन सोवियत संघ के विखंडन के बाद 1991 में यह अलग देश बना।
– दिसंबर 2021 में यूक्रेन के प्रेसिडेंट व्लादिमीर जेलेंस्की और नाटो चीफ जेंस स्टॉल्टेन्बर्ग के बीच मीटिंग हुई थी।
– इस मीटिंग में यूक्रेन ने वादा किया कि वह रूस के विरोध के बावजूद नाटो जॉइन करेगा।
– इसी से रूस नाराज हो गया। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनने देना चाहिए और पूर्वी यूरोप में सैन्य गतिविधि रोक देनी चाहिए।
– इसके के बाद रूस ने यूक्रेन बॉर्डर पर अपने 1 लाख से ज्यादा सोल्जर, टैंक और मिसाइलें तैनात कर दी।
– रूस ने पड़ोसी देश बेलारूस में जबरदस्त सैन्य अभ्यास किए। 2014 में कब्ज किए क्रीमिया में भी बड़ी संख्या में सेना तैनात कर दी।
– दूसरी तरफ अमेरिका और उसके मित्र देश यूक्रेन के समर्थन में सैन्य तैयारी कर रहे हैं। अमेरिका ने कहा कि रूस हमला करने वाला है।
– यूक्रेन के नाटो में शामिल होने से रूस को क्या दिक्कत : यूक्रेन का करीब 2295 किलोमीटर लंबा बॉर्डर रूस के साथ है। यूक्रेन के नाटो में शामिल होने से रूस खुद को खतरे में महसूस कर रहा है।
– यूक्रेन NATO का सदस्य बन जाता है तो यह USSR के विघटन के बाद यह रूस की दूसरी बड़ी हार होगी।
– अमेरिका समेत यूरोपीय देश यूक्रेन को इस समूह का हिस्सा बनाना चाहते हैं।
यूरोप और अमेरिका यूक्रेन के साथ
– यूरोपीय देशों के राजदूतों ने कहा है कि अगर यूक्रेन पर आक्रमण होता है तो यूरोपीय संघ ‘एकजुट’ तरीके से जवाब देगा।
– लेकिन साथ में यह भी कहा कि रूस के साथ सैन्य तनाव शांतिपूर्ण ढंग से हल किया जाएगा।
तनाव खत्म करने के लिए बातचीत जारी
– रूस के प्रेसिडेंट ब्लादिमीर पुतिन से फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ो ने पर्सनल मीटिंग की है।
– यह मीटिंग चर्चा रही क्योंकि दोनों एक लंबी टेबल पर दूर से बात कर रहे हैं।
– इसकी वजह मीडिया में आई कि रूसी अधिकारियों ने इमैन्युअल मैक्रों से कोविड-19 टेस्ट करवाने को कहा था, लेकिन मैक्रों ने मना कर दिया। खतरा था कि रूस डीएनए की इन्फॉर्मेशन चुरा सकता है।
– अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडन ने भी रूसी प्रेसिडेंट से बातचीत की।
रूस और अमेरिका ने अपने हथियार तैनात किए
– रूस ने अपने देश और पड़ोसी बेलारूस में एयर डिफेंस सिस्टम S-400 तैनात कर दिए हैं।
– जबकि दूसरी ओर नाटो ने यूक्रेन के पड़ोसी सदस्य देशों में एंटी एयर डिफेंस सिस्टम थार तैनात किए हैं।
– अमेरिका और यूरोपीय देशों ने यूक्रेन को हथियार दिए हैं।
इस तनाव का दुनिया पर आर्थिक असर?
– टीवी चैनलों पर कवरेज देखने पर लगता है कि कभी भी युद्ध हो सकता है।
– युद्ध न भी हो तो इसके तनाव से पूरी दुनिया पर आर्थिक असर देखने को मिल रहा है।
– सोना महंगा हुआ है। क्रूड ऑयल महंगा हो गया है। यह रूस – यूक्रेन के तनाव का साइडइफेक्ट है।
तनाव का अर्थशास्त्र
– रूस की इकोनॉमी का हिस्सा ग्लोबल जीडीपी में केवल 1.75 प्रतिशत है।
– लेकिन इसके बावजूद दुनिया की अर्थव्यवस्था टेंशन में है।
– दरअसल, जहां कहीं भी किसी क्राइसिस का पार्ट एनर्जी होता है, तो इससे पूरी दुनिया में आर्थिक समस्या या खतरा आ जाता है।
– तो रूस और यूक्रेन के तनाव से पूरा यूरोप बेहद टेंशन में है।
– इसके पीछे एनर्जी मार्केट में रूस का सबसे बड़ा स्टेक है।
– रूस का बड़ा हिस्सा गैस के तौर पर यूरोप को जाता है।
– करीब करीब 30 प्रतिशत ऑयल और 35 प्रतिशत नेचुरल गैस रूस से पाइपलाइन के जरिए आती है।
– इसलिए यूरोप के लिए रूस के साथ डील करना या रूस को थ्रेटेन (धमकी) करना, रूस पर दबाव बनाना मुश्किल होता जाता है।
– अमेरिका उतनी दूर बैठकर रूस को आंख दिखा सकता है, लेकिन जर्मनी, रूस को आंख नहीं दिखा सकता है।
– क्योंकि जर्मनी की सबसे बड़ी पाइपलाइन परियोजना रूस से जुड़ी हुई है, जो अभी शुरू नहीं हो पाई है।
दूसरी चिंता मेटल व अन्य कमोडिजीज की
– एनर्जी केवल चिंता की बात नहीं है।
– दुनिया के मार्केट में सबसे इंपॉर्टेंट कमोडिटीज के सप्लाई में रूस का बड़ा हिस्सा है।
– दुनिया का करीब 49 प्रतिशत निकेल, करीब 42 प्रतिशत पैलेडियम, 26 प्रतिशत एल्युमीनियम, 13 प्रतिशत प्लेटिनेम, 7 प्रतिशत स्टील और 4 प्रतिशत कॉपर रूस से सप्लाई होता है।
– इंडस्ट्रियल इकोनॉमी की बेस में एनर्जी और मेटल है।
– इसलिए रूस से यूक्रेन का तनाव यूरोप के लिए सबसे खतरनाक वजह बन रहा है।
– अगर किसी भी परिस्थिति में मामला बढ़ा तो इसका असर एनर्जी मार्केट और कमोडिटी मार्केट में पड़ेगा।
– इसलिए शायद रूसी प्रेसिडेंट ब्लादिमीर पुतिन की बार्गेनिंग पावर इस पूरे तनाव में ज्यादा है। क्योंकि रूस और यूक्रेन के तनाव से हमारे (भारतीय) जीवन पर सीधा असर न पड़ता हो, लेकिन यूरोप की गैस सप्लाई बंद होने का खतरा है।
– दुनिया के देशों ने गैस रिजर्व और ऑयल रिजर्व तैयार करने शुरू कर दिए हैं, कि पता नहीं, यह तनाव कहां जाएगा।
रूस पर प्रतिबंध लगने से क्या होगा?
– दो विकल्पों पर बात हो रही है।
– पहला कि रूस को समझा लिया जाए और शांतिपूर्ण ढंग से इसे निपटा लिया जाए।
– दूसरा है कि रूस पर प्रतिबंध आएंगे। लेकिन रूस पर प्रतिबंध और ज्यादा डरावने हैं।
– क्योंकि यह माना जा रहा है कि रूस अपने गैस और ऑयल पाइपलाइन को चाइना के जरिए रूट करवा सकता है।
– क्योंकि चीन के साथ रूस के रिश्ते और आर्थिक संबंध ज्यादा गहरे हैं।
– रूस के गैस एक्सपोर्ट में 11 प्रतिशत हिस्सा बाकी जगहों का है।
– रूस ने सैग्शंस प्रूफ इकोनॉमिक सेंच्यूरीज बनाई हैं।
– जहां, कंट्री के तमाम लोगों को शॉर्ट नोटिस पर एकजुट होने को कहा गया है।
– रूस ने आर्थिक प्रतिबंध से निपटने के लिए काफी तैयारी की है, जिसमें गोल्ड का रिर्जव, फूड का रिजर्व बनाना जरूरी है।
– समस्या है कि रूस पर आर्थिक प्रतिबंध रूस की तुलना में दूसरे देशों पर ज्यादा खतरनाक है।
– क्योंकि दुनिया के देशों को गैस और मेटल जाता है। तो प्रतिबंध लगे तो नुकसान यूरोप, अमेरिका और एशिया की फैक्ट्री को होगा, जिन्हें महंगा मेटल, एल्यूमीनियम मिलेगा।
– खासतौर पर जर्मन और फ्रेंच अर्थव्यवस्था को नुकसान ज्यादा होगा, क्योंकि वह रॉ मेटेरियल के लिए रूस पर निर्भर है।
– इसलिए आर्थिक प्रतिबंध की बात भी बहुत ज्यादा प्रभावी ढंग से नहीं कही जा रही है।
भारत का क्या रूख है?
– 01 फरवरी 2022 को रूस-यूक्रेन विवाद पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में वोटिंग हुई थीं।
– लेकिन इस वोटिंग में भारत ने हिस्सा नहीं लिया था।
– भारत के यू्क्रेन, रूस और ताइबान से काफी अच्छे संबंध हैं।
– इसी कारण से भारत तीनों देशों के मामले में बोलने से बचता हैं।
रूस
प्रेसिडेंट- व्लादिमीर पुतिन
कैपिटल- मास्को
यूक्रेन
प्रेसिडेंट- वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की
कैपिटल-कीव
——————-
3. लासा बुखार से अफ्रीकी देशों के बाद अब किस यूरोपीय देश में मौत का मामला सामने आया?
a. ब्रिटेन
b. भारत
c. अमेरिका
d. चीन
Answer: a. ब्रिटेन
– कोरोना वायरस का कहर खत्म नहीं हुआ कि अब दुनिया में लासा बुखार नाम की एक नई बीमारी के संक्रमण का मामला आ गया है।
– अफ्रीकी देश नाइजीरिया में 17 फवरी 2022 तक 103 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। यह अफ्रीकी देश बेनिन, घाना, गिनी, लाइबेरिया, माली, सिएरा लियोन में फैल चुका है।
– लेकिन मीडिया इस वायरल बुखार की चर्चा तब तेज हो गई, जब ब्रिटेन में 11 फरवरी 2022 को इससे पहली मौत हुई।
– ब्रिटेन में आए इन मामलों को पश्चिम अफ्रीकी देशों की यात्रा से जोड़ा गया है।
– बताया जा रहा है कि जो तीन लोग इस बीमारी से संक्रमित हैं वो इंग्लैंड के एक ही परिवार के हैं और पश्चिमी अफ्रीका की यात्रा करके लौटे हैं।
लासा वायरस
– पहली बार इस बुखार के वायरस को वर्ष 1969 में नाइजीरिया के लासा में खोजा गया था।
– यह बुखार मुख्य रूप से सिएरा लियोन, लाइबेरिया, गिनी और नाइजीरिया सहित पश्चिम अफ्रीका के देशों में पाया जाता है।
WHO ने इस बुखार के बारे में क्या कहा?
– यह वायरल बीमारी है, इसमें शरीर के अंदर ब्लीडिंग होने लगती है।
– यह बुखार 2 से 21 दिनों की अवधि का होता है।
– कुल मृत्यु दर एक प्रतिशत है। हालांकि अस्पताल में भर्ती मरीजों में मृत्यु दर 15 प्रतिशत पाया गया है।
– दुर्लभ मामलों में मल्टी ऑर्गन फेल होने के कारण से मरीज की मौत हो सकती है।
संक्रमण कैसे फैलता है?
– WHO के अनुसार लासा बुखार संक्रमित ‘मास्टोमिस’ चूहे के मल-मूत्र के जरिए फैलता है।
– अगर कोई संक्रमित चूहे के मल-मूत्र के संपर्क में आता है, तो वह लासा बुखार से संक्रमित हो सकता है।
– इंफेक्टेड व्यक्ति भी अन्य स्वस्थ लोगों को भी संक्रमित कर सकता है।
बीमारी के लक्षण
– थकान, सिरदर्द, कमजोरी, बुखार, सांस लेने में कठिनाई, गले में दर्द, चेहरे का फूलना, रक्तस्राव, सीने में दर्द, पेट में झटका या उल्टी।
(नोट – यह सब बीमारियों के भी लक्षण हैं, इसलिए लैब की जांच से ही बीमारी की प्रमाणिकता होती है)
– इसकी सबसे मुख्य जटिलता बहरापन है।
कैसे बचें
– उन जगहों पर जाने से बचना चाहिए, जहां चूहे आ सकते हैं।
——————
4. अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस (International Childhood Cancer Day) कब मनाया जाता है?
a. 16 फरवरी
b. 15 फरवरी
c. 14 फरवरी
d. 13 फरवरी
Answer: b. 15 फरवरी
– इस दिन को मनाने का उद्देश्य बच्चों में होने वाले कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना है।
– हर वर्ष, 20 से कम उम्र के 400,000 से अधिक बच्चों और किशोरों में कैंसर डिटेक्ट होता है।
– अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस पहली बार वर्ष 2002 में चाइल्डहुड कैंसर इंटरनेशनल (CCI) द्वारा मनाया गया था।
– CCI 170 से अधिक संगठनों, कैंसर आउटरीच कार्यक्रमों, कैंसर संस्थानों और बाल चिकित्सा कैंसर से बचे संगठनों का एक नेटवर्क है।
वर्ष 2022 की थीम- ‘बेहतर जीवन रक्षा’ (better survival)
——————-
5. सिंगर संध्या मुखोपाध्याय ने वर्ष 2022 में किस अवॉर्ड को लेने से इनकार कर दिया था, जिनका निधन 15 फरवरी 2022 को हो गया?
a. दादा साहब फाल्के अवॉर्ड
b. नेशनल अवॉर्ड
c. पद्मश्री अवॉर्ड
d. बांग्ला स्टेट अवॉर्ड
Answer: c. पद्मश्री अवॉर्ड
– वह मशहूर बंगाली गायिका थी। वह 90 वर्ष की थीं।
– कोविड-19 संक्रमण और दिल का दौरा पड़ने की वजह से 15 फरवरी 2022 को कोलकाता में निधन हो गया।
– उन्होंने जनवरी 2022 में पद्मश्री अवॉर्ड लेने से मना कर दिया था।
संध्या मुखोपाध्याय के बारे में
– संध्या मुखोपाध्याय का जन्म ढकुरिया, कोलकाता में 04 अक्टूबर 1931 को हुआ था।
– उनके पिता नरेंद्रनाथ मुखर्जी और मां हेमप्रोवा देवी थीं।
– उन्होंने अपने गायन की शुरूआती शिक्षा प्रोफेसर ए. टी. कनन, पंडित सन्तोष कुमार बसु एवं प्रोफेसर चिन्मोय लहरी से प्राप्त की थी।
– उस्ताद बड़े गुलाम अली ख़ाँ से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली थी।
सिंगिंग करियर
– संध्या मुखर्जी ने वर्ष 1948 में हिंदी फिल्म अंजान घर के लिए अपना पहला गाना गाया था।
– जिसके बाद उन्होंने लगातार 17 हिंदी फिल्मों में गीत गाए।
– फिर उन्होंने 1952 में कोलकाता वापस आने का फैसला किया और यहीं सेटल होने का सोचा।
– इसके बाद बंगाली फिल्मों में ही अपना करियर बनाया।
– उन्होंने एस डी बर्मन, अनिल विश्वास, मदन मोहन, रोशन और सलिल चौधरी जैसे बड़े संगीत निर्देशकों के साथ काम किया था।
पुरस्कार
– 1965- बीएफजेए (BFJA)अवॉर्ड्स
– 1970- नेशनल फिल्म अवॉर्ड
– 1972- बीएफजेए (BFJA)अवॉर्ड्स
– 1999- भारत निर्माण पुरस्कार-लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड।
– 2011- बांगा विभूषण
पद्मश्री लेने से इनकार क्यों कर दिया?
– उनके मुताबिक 90 साल की उम्र में, लगभग आठ दशकों से ज्यादा के सिंगिंग करियर के बाद पद्म श्री के लिए चुना जाना उनके लिए एक अपमानजनक बात है।
– इसलिए वह इस पुरस्कार को नही लेना चाहती।
——————
6. देश की सबसे बड़ी कुश्ती अकादमी किस जगह बनाने के लिए रेलवे ने 30.76 करोड़ रुपये की मंजूरी दी?
a. मुंबई
b. दिल्ली
c. पटना
d. कोलकाता
Answer: b. दिल्ली
– यह अकादमी दिल्ली के किशनगंज में स्थापित होगी।
– यह विश्वस्तरीय कुश्ती अकादमी (wrestling academy) होगी।
– इस अकादमी को बनाने के लिए रेल मंत्रालय ने 30.76 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है।
– इस बात की जानकारी मंत्रालय ने 11 फरवरी 2022 को दी।
– देश में कुश्ती के खेल को प्रोमोट करने के लिए यह अकादमी एडवांस्ड ट्रेनिंग सुविधाओं से लैस होगी।
– इस अकादमी में अत्याधुनिक जिमनेजियम, मल्टीपल मैट्स, मेस, और आवासीय सुविधा भी होगी।
– साथ ही साथ रिहैबिलिटेशन और फिजियोथेरेपी सेंटर भी होगा।
– रेल मंत्री-अश्विनी वैष्णव
——————-
7. केंद्र सरकार ने गैर-अधिसूचित, खानाबदोश और अर्ध-घुमंतू समुदाय (DNT) के लिए कौन सी योजना शुरू की?
a. SEEC
b. SMILE
c. NAREGA
d. SEED
Answer: d. SEED (स्कीम फॉर इकोनॉमिक इमपावरमेंट ऑफ डीएनटी)
– इस योजना को सोशल जस्टिस एंड एंपावरमेंट मिनिस्ट्री (सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय) ने शुरू किया है।
– SEED योजना को इस मंत्रालय के मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने 16 फरवरी 2022 को लांच किया।
– इस स्कीम का मकसद डीएनटी (DNT) समूह के कल्याण और विकास को बढ़ावा देना है।
– DNT का मतलब होता है गैर-अधिसूचित (De-notified), खानाबदोश (Nomadic) और अर्ध-घुमंतू समुदाय (semi-nomadic communities)
स्कीम में क्या है?
– इस स्कीम के तहत डीएनटी (DNT) समूह के छात्रों को फ्री कोचिंग दी जायेगी।
– इस कोचिंग के जरिए डीएनटी उम्मीदवारों को शिक्षा के रूप से मजबूत बनना है।
– ताकि यह छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं और देश के उच्च संस्थानों के एंट्रेस परीक्षा को निकाल सके।
– आयुष्मान भारत के अंतर्गत पांच लाख रूपए का स्वास्थ्य बीमा।
– मकान निर्माण के लिए वित्तीय सहायता।
– आजीविका के लिए बेहतर सुविधाएं।
– इस स्कीम के तहत पांच वर्षों में लगभग 2,000 समूहों को लाभ होगा।
– इस स्कीम के जरिए डीएनटी के विकास के लिए पांच वर्षों में लगभग 49 करोड़ रुपये खर्च होगा।
डीएनटी (DNTs) समुदाय क्या है?
– डीएनटी सबसे अधिक उपेक्षित, हाशिए पर रहने वाले और आर्थिक और सामाजिक रूप से वंचित समुदाय हैं।
– ऐतिहासिक रूप से, इन समुदायों की कभी भी निजी भूमि या घर के स्वामित्व तक पहुंच नहीं रही है।
– और इस समुदाय के लोगो ने मुख्यता अपना जीवन जगंल में बिताया है।
– इस समुदाय के लोग अपने जीवन-यापन के लिए जगंलो के संसाधनों का प्रयोग करते है।
——————
8. बिजनेस स्टैंडर्ड बैंकर ऑफ द ईयर (Business Standard Banker of the Year) 2020-21 किसे चुना गया है?
a. रोहित चौधरी
b. मनोज अवस्थी
c. संदीप बख्शी
d. सुमित जायसवाल
Answer: c. संदीप बख्शी
– संदीप बख्शी ICICI बैंक के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं।
– उन्होंने अक्टूबर 2018 में ICICI बैंक में ये चार्ज संभाला था।
– उस वक्त बैंक काफी विवादों में था उन्होंने वो सभी प्राब्ल्म सॉर्ट आउट किए थे।
– आपको बता दें बिजनेस स्टैंडर्ड बैंकर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड के लिए संदीप का नाम RBI के पूर्व डिप्टी गवर्नर एस एस मुद्रा की अध्यक्षता में 5 सदस्यों की जूरी ने चुना है।
– 2020-21 के लिए, ICICI बैंक ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 7,931 करोड़ रुपये के मुकाबले 16,193 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया।
अवॉर्ड के लिए ये प्वाइंटस थे जरूरी-
– मार्च 2021 तक 50,000 करोड़ रुपये और उससे अधिक की संपत्ति वाले बैंक।
– पिछले एक, दो और तीन साल की अवधि में प्रावधान करने से पहले मुनाफे में 10 प्रतिशत या उससे अधिक की वृद्धि।
– केवल 10 बैंक ही योग्य थे, और इसे और घटाकर सात कर दिया गया।
——————-
9. किस अदालत ने ऑनलाइन गेम्स (सट्टेबाजी या दांव लगाने वाले) पर बैन लगाने वाले कर्नाटक के कानून के प्रावधानों को रद कर दिया?
a. सुप्रीम कोर्ट
b. मद्रास हाईकोर्ट
c. बांबे हाईकोर्ट
d. कर्नाटक हाईकोर्ट
Answer: d. कर्नाटक हाईकोर्ट
– हाईकोर्ट ने किस कानून के प्रावधानों को रद किया : कर्नाटक पुलिस (संशोधन) अधिनियम, 2021
– फरवरी 2022 में अदालत ने कहा, ”इस कानून की धारा 2, 3, 6, 8 और 9 के प्रावधानों को पूरी तरह से भारत के संविधान के दायरे से बाहर घोषित किया गया है और इसे रद्द कर दिया गया है।”
कर्नाटक सरकार ने कानून में संशोधन क्यों किया था?
– दरअसल, राज्य में कुछ युवाओं द्वारा ऑनलाइन गेम खेलने के बाद कर्ज में फंसने के बाद, उनके आत्महत्या करने की घटनाओं के कारण राज्य सरकार ने यह कानून पेश किया था।
– इसके तहत वर्ष 2021 में कर्नाटक सरकार ने कर्नाटक पुलिस (संशोधन) अधिनियम के जरिए दांव लगाये जाने के साथ रम्मी और पोकर के ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
– सट्टेबाजी या दांव लगाने वाले ऑनलाइन गेम पर तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश ने भी प्रतिबंध लगाया था।
– लेकिन अगस्त 2021 में ही तमिलनाडु सरकार के फैसले को मद्रास हाईकोर्ट ने असंवैधानिक बताते हुए रद कर दिया था।
– अब फरवरी 2022 में कर्नाटक सरकार के कानून में संशोधन को भी कर्नाटक हाईकोर्ट ने रद कर दिया।
– हालांकि अदालत ने यह भी कहा कि अगर जुए के खिलाफ संविधान के अनुरूप कोई नया कानून लाया जाता है तो वह विधायिका (Legislature) के फैसले के बीच में नहीं आएगा।
कपंनियों का वर्जन
– ऑनलाइन खेलों से जुड़ी कंपनियों का कहना था कि कर्नाटक का बंगलुरु जैसा शहर, जो कि गेमिंग कंपनियों के हब के तौर पर उभर रहा है, ऐसी जगहों पर भी प्रतिबंध लगाने से शहर के गेमिंग हब बनने की कोशिशों के लिए चुनौतियां पेश होंगी।
कर्नाटक
मुख्यमंत्री – बसवराज बोमई
राज्यपाल – थावर चंद गहलोत
—————–
10. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने जनवरी महीने के लिए प्लेयर ऑफ द मंथ का अवॉर्ड किस पुरुष खिलाड़ी को दिया?
a. कीगन पीटरसन
b. डेवाल्ड ब्रेविस
c. इबादत हुसैन
d. रोहित शर्मा
Answer: a. कीगन पीटरसन
– ICC ने दक्षिण अफ्रीका के कीगन पीटरसन को इस अवॉर्ड के लिए चुना।
– कीगन पीटरसन ने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अफ्रीका की 2-1 की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
– पूरी सीरिज में उन्होंने 276 रन बनाए और उन्हें सीरीज का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।
इसके अलावा प्लेयर आफ द मंथ के लिए महिला खिलाड़ी को भी चुना गया है।
– इंग्लैंड की हीथर नाइट (Heather Knight) को महिला वर्ग में ये सम्मान दिया गया है।
– हीथर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कैनबरा में एकमात्र एशेज टेस्ट में इंग्लैंड की कप्तानी की और मैच में शीर्ष स्कोरर रहीं।
– हीथर ने 168 रन बनाए थे, उनका ये स्कोर महिला टेस्ट के इतिहास में किसी कप्तान की ओर से बनाया गया रिकॉर्ड स्कोर है।
—————–