यह 15 दिसंबर 2023 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
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1. COP 28 शिखर सम्मेलन के दौरान किस भारतीय जलवायु कार्यकर्ता ने जीवाश्म ईंधन का उपयोग बंद करने की मांग को लेकर हंगामा (protest) किया?
Which Indian climate activist protested during the COP 28 summit demanding stop using fossil fuels?
a. तहसीन
b. लिसिप्रिया कंगुजम
c. ग्रेटा थुनबर्ग
d. रसेल रेयमंड
Answer: b. लिसिप्रिया कंगुजम
– वह मणिपुर की 12 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता हैं।
– लिसिप्रिया कंगुजम ने 11 दिसंबर 2023 को संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन COP28 के दौरान हंगामा मचाया, जिससे वह दुनिया में सुर्खियों में छा गई।
– लिसिप्रिया, पृथ्वी को बचाने के लिए जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल रोकने की मांग कर रही थी।
– उनका कहना है कि वो जलवायु परिवर्तन पर वैश्विक नेताओं की निष्क्रियता से “पूरी तरह से निराश” थीं और उन्होंने अनायास ही यह कदम उठा लिया था।
– वह शिखर सम्मेलन के दौरान एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान मंच पर कूद गई थी।
– इस दौरान उन्होंने अपने हाथ में एक पोस्टर भी ले रखा था, जिसमें लिखा था कि “जीवाश्म ईंधन का उपयोग बंद करें। हमारे ग्रह और भविष्य को बचाएं।”
– वह मंच पर चढ़कर बार-बार चिल्लाती रही, “नेता झूठ बोलते हैं, लोग मरते हैं…अभी कार्रवाई करें।”
– वह करीब एक मिनट तक मंच पर एक छोर से दूसरे छोर तक घूमती रही।
– कंगुजम ने मंच पर चढ़ने के बाद जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल का विरोध करते हुए एक छोटा सा भाषण भी दिया।
– उनके भाषण इतना प्रभावी था कि कॉप-28 के महानिदेशक माजिद अल सुवेदी सहित सम्मेलन में शामिल लोगों ने उनकी खूब तारीफ की थी, हालांकि इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने कंगुजम को वहां से बाहर निकाल दिया।
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2. COP 28 शिखर सम्मेलन के दौरान जीवाश्म ईंधन को लेकर क्या सहमति बनी?
What was agreed upon regarding fossil fuels during the COP 28 summit?
a. जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल पर रोक
b. जीवाश्म ईंधन का उपयोग कम करना
c. जीवाश्म ईंधन के उत्पादन पर 2040 तक रोक
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: b. जीवाश्म ईंधन का उपयोग कम करना
– दुबई में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन COP 28 के दौरान दुनिया के लगभग 200 देश एक ऐसे समझौते पर पहुंच गए हैं, जिसके तहत ईंधन के लिए कोयले, तेल और गैस के इस्तेमाल को धीरे-धीरे कम किया जाएगा।
– हालांकि इससे पहले मांग उठ रही थी कि जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल रोक लगाई जाए, लेकिन वार्ताकारों के बीच जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल रोकने पर कोई सहमति नहीं बन पाई।
– मेजबान देश संयुक्त अरब अमीरात ने समझौता का ऐसा मसौदा पेश किया, जिसमें कोयले, तेल और गैस का इस्तेमाल खत्म करने का कोई फैसला नहीं लिया गया है। इसमें सदस्य देशों से जीवाष्म ईधन का उपयोग कम करने की अपील की गई है।
– सौ से ज़्यादा देश 2030 तक दुनिया की नवीनीकरण योग्य ऊर्जा को बढ़ाकर तीन गुना करने पर सहमत हो गए।
– दरअसल, COP 28 का एक ही प्रमुख मक़सद था कि दुनिया को उसी रास्ते पर वापस लाया जाए जिससे ग्लोबल वॉर्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखा जा सके।
समझौते को लेकर हुआ टकराव
– समझौते का जो शुरुआती प्रस्ताव तैयार हुआ उससे बहुत से देशों को सदमा लगा तो कई देशों का ग़ुस्सा भड़क उठा। क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि समझौते में जीवाश्म ईंधन जलाने को ‘धीरे धीरे ख़त्म किए जाने’ की बात शामिल की जाएगी। लेकिन प्रस्ताव आया कि जीवाश्म ईंधन की खपत को कम किया जाएगा।
– इन विकासशील देशों का कहना है कि सारे देशों पर एक साथ ये क़दम उठाने का बोझ डालना नाइंसाफ़ी है। क्योंकि, विकसित देश तो पहले ही तेल, गैस और कोयले के इस्तेमाल से आर्थिक तौर पर बहुत फ़ायदा उठा चुके हैं।
– ख़बरों के मुताबिक़ तेल निर्यातक देशों के संगठन (OPEC) में शामिल सदस्य उन देशों की टोली में शामिल थे, जो जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल पूरी तरह ख़त्म करने को लेकर वैश्विक समझौते का सबसे ज़्यादा विरोध कर रही थी।
– इसके बजाय, संयुक्त अरब अमीरात जैसे तेल उत्पादक देश, इस सम्मेलन के दौरान कार्बन जमा करने की तकनीकों पर अधिक ज़ोर देने की वकालत कर रहे थे।
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3. सियाचिन ग्लेशियर में ऑपरेशनल पोस्ट पर तैनात होने वाली पहली महिला चिकित्सा अधिकारी कौन बनी?
Who became the first woman medical officer to be posted at the operational post in Siachen Glacier?
a. कैप्टन फातिमा वसीम
b. कैप्टन शिवा चौहान
c. कैप्टन शिवांगी यादव
d. कैप्टन प्रिया झिंगन
Answer: a. कैप्टन फातिमा वसीम
– वह सियाचिन ग्लेशियर में ऑपरेशनल पोस्ट पर तैनात होने वाली पहली महिला चिकित्सा अधिकारी हैं।
– जबकि सियाचिन ग्लेशियर पर तैनात होने वाली दूसरी चिकित्सा अधिकारी हैं।
– फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने 12 दिसंबर 2023 को इसकी जानकारी दी।
– कैप्टन फातिमा की पोस्टिंग 15,200 फीट की ऊंचाई पर हुई।
– ऑपरेशनल पोस्ट उसे कहते सकते हैं, जहां से दुश्मन पर नजर रखी जाती है और अपनी सीमा की रक्षा की जाती है।
पहली चिकित्सा अधिकारी कौन
– कैप्टन गीतिका कौल (तैनाती की घोषणा 5 दिसंबर 2023)
– यह उपलब्धि उन्हें सियाचिन बैटल स्कूल में सफलतापूर्वक कठोर इंडक्शन ट्रेनिंग पूरी होने के बाद मिली।
– जिसमें उच्च ऊंचाई अनुकूलन, अस्तित्व तकनीक और विशेष चिकित्सा प्रक्रियाएं शामिल हैं।
– जबकि कैप्टर फातिमा वसीम ने कैप्टन कौल से भी आगे बढ़कर ऑपरेशनल पोस्ट में तैनात हुई हैं।
नोट: – पहली बार दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र में भारतीय सेना ने किसी महिला अधिकारी को तैनात किया है।
– नाम है शिवा चौहान.
– वह ‘फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स’ में कैप्टन हैं।
फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के बारे में
– इसे आधिकारिक तौर पर 14वां कॉर्प्स कहा जाता है।
– इस कॉर्प्स का काम कारगिल-लेह पर सैन्य तैनाती की देखभाल करना, चीन-पाकिस्तान के साथ सीमाओं की देखभाल करना और सियाचिन ग्लेशियर की रक्षा करना है।
– इसका मुख्यालय लेह में स्थित है।
– इसकी स्थापना 1999 में हुई थी।
सियाचिन ग्लेशियर
– यह ग्लेशियर हिमालय के पूर्वी काराकोरम रेंज में स्थित है।
– इसे वर्ल्ड का हाइएस्ट बैटलफील्ड कहा जाता है।
– इस ऊंचाई वाले क्षेत्र में सर्दियों के दौरान, तापमान -60 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है.
– सियाचिन ग्लेशियर, LOC के पास करीब 78KM में फैला है।
– इसके एक तरफ पाकिस्तान, दूसरी तरफ अक्साई चिन (अभी चीन के कब्जे में) है।
– सियाचिन ग्लेशियर जितना ऊंचा Battle Field (युद्ध क्षेत्र) दुनिया में नहीं है।
– इस ग्लेशियर पर हर तरफ सफेदी नजर आती है, बर्फ की।
1984 से सियाचिन में है फौज
– सियाचिन में हमेशा लगभग 3000 सैनिकों की तैनाती रहती है।
– यहां बर्फबारी के कारण सैनिकों को राशन या कोई और मदद पहुंचाना काफी मुश्किल होता है।
– यहां वर्ष 1984 से भारत और पाकिस्तान के बीच कई बार लड़ाई हो चुकी है।
– दरअसल, 1984 में भारतीय सेना को जानकारी मिली कि पाकिस्तानी सेना इस इलाके को कब्जे में लेने की कोशिश कर रही है, जिसके बाद 13 अप्रैल 1984 को भारतीय सेना ने अपनी फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की स्पेशल टुकड़ी को इस इलाके में तैनात कर दिया।
– आखिरी बार वर्ष 2003 में यहां भारत-पाकिस्तान के सैनिकों के बीच क्रॉस फायर हो चुका है।
– इंडियन आर्मी ने दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर पर 18 सितंबर 2022 को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड बेस्ड इंटरनेट सर्विस एक्टिव की थी।
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4. पी.ए. रामचंद्रन का निधन 1 दिसंबर 2023 को हो गया, वह इनमें से क्या थे?
P.A. Ramachandran died on 1 December 2023. Who among the following was he?
a. लेखक
b. इंजीनियर
c. पर्यावरण वैज्ञानिक
d. उपरोक्त सभी
Answer: d. उपरोक्त सभी (लेखक, इंजीनियर और पर्यावरण वैज्ञानिक)
– उनका निधन 1 दिसंबर, 2023 को केरल के एर्नाकुलम के एक प्राइवेट अस्पताल में हुआ। वह 82 वर्ष के थे।
– त्रिशूर के मूल निवासी थे, लेकिन कोझिकोड में आकर बस गए थे। (दोनों ही केरल के शहर)
किसमें महत्वपूर्ण भूमिका
– उन्होंने पर्यावरण नियोजन और संरक्षण के लिए मानक निर्धारित करने वाली कई कार्य योजनाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
– वह वर्ष 1980-1981 के दौरान WHO के सदस्य थे।
– और उन्होंने विभिन्न राज्य और केंद्र सरकार के संस्थानों में प्रमुख भूमिकाएँ निभाई थीं।
नोट: – उनके परिवार में उनकी पत्नी लीना देवी और बेटी अनुपमा हैं।
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5. अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस कब मनाया जाता है?
When is International Migrants Day observed?
a. 23 दिसंबर
b. 12 दिसंबर
c. 18 दिसंबर
d. 19 दिसंबर
Answer: c. 18 दिसंबर
– अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस हर वर्ष 18 दिसंबर को बनाया जाता है।
– इसे संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन मनाता है।
– इस दिन दुनिया के प्रवासियों के विकास में योगदान को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है।
– पहली बार इसका आयोजन वर्ष 1990 में हुआ था।
इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन
– स्थापना: 6 दिसंबर 1951
– मुख्यालय: जेनेवा, स्विट्जरलैंड
– महानिदेशक: एंटोनियो विटोरिनो
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6. किन भारतीय खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया?
Which Indian players were inducted into the International Tennis Hall of Fame?
a. विजय अमृतराज
b. लिएंडर पेस
c. विजय पाल सिंह
d. a और b दोनों
Answer: d. a और b दोनों
– ये दोनों खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले पहले एशियाई पुरुष हैं।
– इसी के साथ भारत इसमें प्रतिनिधित्व करने वाले 28वें देश बन गया है।
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7. BCCI ने किस भारतीय क्रिकेटर के सम्मान में सात (7) नंबर की जर्सी को रिटायर कर दिया?
BCCI retired the number seven (7) jersey in honor of which Indian cricketer?
a. राहुल द्रविड़
b. सचिन तेंदुलकर
c. अजीत अगरकर
d. महेंद्र सिंह धोनी
Answer: d. महेंद्र सिंह धोनी
– बीसीसीआई ने यह कदम भारतीय क्रिकेट के लिए धोनी के महान कार्यों को देखकर लिया है।
– यह भारतीय क्रिकेट में रिटायर होने वाली दूसरी जर्सी नंबर है।
– इससे पहले बीसीसीआई ने सचिन तेंदुलकर की 10 नंबर की जर्सी के बारे में भी यही फैसला किया था।
– बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों को सूचित कर दिया है कि नंबर 7 और 10 की जर्सी अब उपलब्ध नहीं हैं।
– एक बार जब जर्सी रिटायर हो जाती है, तो उसी टीम का कोई अन्य खिलाड़ी उस नंबर का उपयोग नहीं कर सकता है।
– नियमित भारतीय खिलाड़ियों के लिए लगभग जर्सी के 60 नंबर निर्धारित किए गए हैं।
– अगर कोई खिलाड़ी एक साल के लिए टीम से बाहर हो जाता है, तो उसका नंबर किसी और को नहीं दिया जाता है।
– डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों के पास चुनने के लिए जर्सी के 30 नंबर हैं।
BCCI
चेयरमैन – रोजर बिन्नी
सचिव – जय शाह
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8. फ्रांस में किस तमिल कवि और दार्शिनिक की प्रतिमा का अनावरण दिसंबर 2023 में किया गया?
The statue of which Tamil poet and philosopher was unveiled in France in December 2023?
a. तिरुवल्लुवर
b. नेमीनाथन
c. विश्वकारम
d. तिरुवरमिलय
Answer: a. तिरुवल्लुवर
– फ्रांस के सेर्गी में इस प्रतिमा का अनावरण 10 दिसंबर, 2023 को किया गया।
– तिरुवल्लुवर दक्षिण भारत के महान संत माने जाते हैं। उन्हें आमतौर पर वल्लुवर के नाम से जाना जाता है।
– उन्हें दक्षिण भारत का कबीर भी कहा जाता है।
– तिरुवल्लुवर ने संगम साहित्य में ‘तिरुक्कुरल’ या ‘कुराल’ (Tirukkural or ‘Kural’) की रचना की थी।
– उनका जन्म ईसा पूर्व पहली शताब्दी में हुआ था।
– शैव, वैष्णव, बौद्ध और जैन सहित हर मत के लोग तिरुवल्लुवर को मानते थे।
– विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2023 में बैस्टिल दिवस के लिए पेरिस यात्रा के दौरान तिरुवल्लुवर की प्रतिमा की घोषणा की थी।
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9. रक्षा मंत्रालय ने किस वेपन सिस्टम के लिए लगभग 6400 रॉकेट्स खरीदने की मंजूरी दी?
The Defense Ministry approved the purchase of about 6400 rockets for which weapon system?
a. कॉर्नर शॉट
b. पिनाका
c. आकाश
d. पृथ्वी
Answer: b. पिनाका (मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम)
– रॉकेट्स खरीदने के लिए कुल 2800 करोड़ रुपये को मंजूरी मिली।
– रक्षा मंत्रालय ने दिसंबर 2023 में यह मंजूरी दी।
कितने प्रकार के रॉकेट
– रक्षा मंत्रालय ने दो प्रकार के रॉकेटों के अधिग्रहण प्रस्ताव को मंजूरी दी।
– इन रॉकेटों को एरिया डेनियल म्यूनिशन टाइप- 2 और टाइप-3 के नाम से जाना है।
किन कंपनियों से रॉकेट खरीदे जाएंगे?
– रक्षा मंत्रालय के अनुसार इनकी खरीद स्वदेशी स्त्रोतों के जरिये की जाएगी।
– दो मुख्य दावेदारों में इकनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड ऑफ सोलर इंडस्ट्रीज और म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड शामिल हैं।
– ये दोनों कंपनी पूर्ववर्ती आयुध कारखानों के निगमीकरण द्वारा बनाई गई गोला-बारूद उत्पादक कंपनियों में से हैं।
– इनके अलवा कुछ निजि कंपनियां प्रोजेक्ट में शामिल हैं।
पिनाका एमबीआरएल की कितनी रेजिमेंटों की जरूरत
– बड़े तोपखाने आधुनिकीकरण (artillery modernisation) प्लान के हिस्से के रूप में, सेना को पिनाका एमबीआरएल की 22 रेजिमेंटों की आवश्यकता है।
– पिनाका रेजिमेंट में ऑटोमेटेड गन एमिंग (स्वचालित बंदूक लक्ष्यीकरण) और पोजिशनिंग सिस्टम और कमांड पोस्ट वाले लॉन्चर शामिल हैं।
पिनाका रॉकेट को किसने विकसित किया?
– रॉकेट सिस्टम को पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (ARDE – Armament (आर्ममन्ट) Research and Development Establishment) ने किया।
– यह रॉकेट सिस्टम कई तरह की चीजों से मिलकर तैयार होती है।
– इसमें मल्टी बैरल रॉकेट लांचर, बैटरी कमांड पोस्ट, लोडर, रीप्लेसमेंट व्हीकल और मेट रडार होता है।
– पूरा मिलकर रॉकेट सिस्टम होता है। इसे बैटरी कहते हैं। मतलब एक बैटरी में इतनी चीजें होती हैं।
पिनाका (PINAKA)
– यह ऑल-वेदर, इनडायरेक्ट फायर, फ्री फ्लाइट आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम है।
– लॉन्चर सिर्फ 44 सेकेंड्स में 12 रॉकेट्स दाग सकता है।
– यह रॉकेट सिस्टम 45 किलोमीटर दूर तक के लक्ष्य को भेद सकता है।
– इसका नाम भगवान शिव के धनुष ‘पिनाक’ के नाम पर रखा गया है।
– पिनाका मिसाइल सिस्टम को भारत और पाकिस्तान से लगी सीमाओं पर तैनात करने के मकसद से बनाया गया है।
– इसकी शुरुआत वर्ष 1980 में हुई थी।
– उससे पहले रॉकेट लॉन्च करने के लिए रूस का ग्रैड सिस्टम था। ये सिस्टम हालांकि अभी भी सेना के पास है।
– इसके विकल्प के रूप में सन् 1980 के दशक में डीआरडीओ पिनाका रॉकेट सिस्टम को डेवलप करना शुरू किया था।
– हालांकि अब ग्रैड सिस्टम की जगह पिनाका रॉकेट सिस्टम का उपयोग किया जाएगा।
कारगिल वॉर में भी हुआ प्रयोग
– 1990 के आखिरी दौर में पिनाक मार्क-1 के सफल टेस्ट हुए।
– भारत ने करगिल युद्ध में भी सफलतापूर्वक पिनाक सिस्टम का यूज किया था. बाद में पिनाक की कई रेजीमेंट्स बन गई।
– पिनाका सिस्टम की एक बैटरी में छह लॉन्च व्हीकल होते हैं, साथ ही लोडर सिस्टम, रडार और लिंक विद नेटवर्क सिस्टम और एक कमांड पोस्ट होती है।