यह 13 & 14 October 2022 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्जाम्स में मदद करेगा।
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1. PM नरेंद्र मोदी ने चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई, यह कहां से कहां तक तक जाएगी?
a. नई दिल्ली से वाराणसी
b. नई दिल्ली से कटरा
c. मुंबई सेंट्रल से गांधीनगर
d. ऊना से नई दिल्ली
Answer: d. ऊना से नई दिल्ली
– PM नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के ऊना में चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
– यह सेमी हाईस्पीड ट्रेन है। इसका डिजाइन और निर्माण पूरी तरह से भारत में हुआ है।
– मेक इन इंडिया पहल के तहत इंटेग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई ने यह काम किया।
– पहली ट्री की लागत करीब 100 करोड़ रुपए आई थी। लेकिन कई ट्रेनें बनने से लागत कम होने की उम्मीद है।
वंदे भारत एक्सप्रेस
– 1st ट्रेन : नई दिल्ली से वाराणसी
– 2nd : नई दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी कटरा
– 3rd : मुंबई सेंट्रल से गांधीनगर
– 4th : नई दिल्ली से ऊना (हिमाचल प्रदेश)
ट्रेन की स्पीड
– 130 km/h (81 mph) (वर्तमान सर्विस स्पीड)
– 160 km/h (99 mph) (कॉमर्शियल रन के लिए सर्टिफाईड, अगर ट्रैक इंफ्रास्ट्रक्चर पर्मिट करे)
– 180 km/h (110 mph) (टेस्टेड स्पीड)
हिमाचल प्रदेश
सीएम – जयराम ठाकुर
गवर्नर – राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर
राजधानी – शिमला (ग्रीष्मकालीन), धर्मशाला (शीतकालीन)
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2. भारत का कौन सा राज्य 37वें राष्ट्रीय खेल (नेशनल गेम्स) 2023 की मेजबानी करेगा?
a. गोवा
b. महाराष्ट्र
c. उत्तर प्रदेश
d. मध्य प्रदेश
Answer: a. गोवा
– गोवा अक्टूबर 2023 में इसकी मेजबानी करेगा।
– इस बात की पुष्टि भारतीय ओलंपिक संघ ने 08 अक्टूबर 2022 को की।
– पिछला राष्ट्रीय खेल 2015 में केरल में आयोजित किया गया था।
– 36वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन गोवा में होना था, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।
– अब सात वर्ष बाद नेशनल गेम्स 2022 का आयोजन गुजरात में हो रहा है, जिसका समापन 12 अक्टूबर 2022 को होगा।
राष्ट्रीय खेल (नेशनल गेम्स)
– नेशनल गेम्स पहली बार 1924 में ब्रिटिश भारत के लाहौर में आयोजित किए गए थे।
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA)
स्थापना- वर्ष 1927
मुख्यालय- नई दिल्ली
कार्यवाहक अध्यक्ष- अनिल खन्ना
गोवा
राजधानी- पणजी
सीएम- प्रमोद सावंत
राज्यपाल- पी एस श्रीधरन पिल्लई
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3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकालेश्वर कॉरिडोर (श्री महाकाल लोक) का उद्घाटन मध्य प्रदेश के किस जिले में किया?
a. इंदौर
b. उज्जैन
c. जबलपुर
d. भिंड
Answer: b. उज्जैन
– इसका उद्घाटन 11 अक्टूबर 2022 को किया।
– यह श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर का नया दर्शन परिसर है।
– इस कॉरिडोर की लागत 350 करोड़ रुपये है।
– इस कॉरिडोर का निर्माण महाकाल लोक परियोजना के पहले चरण (फेज-1) में किया गया है।
महाकाल लोक परियोजना (महाकाल महाराज मंदिर परिसर विस्तार योजना)
– महाकाल महाराज मंदिर परिसर विस्तार योजना उज्जैन जिले में महाकालेश्वर मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र के विस्तार, सौंदर्यीकरण और भीड़भाड़ को कम करने की एक योजना है।
– इस परियोजना के तहत मंदिर परिसर का करीब सात गुना विस्तार किया जाएगा।
– इस पूरी परियोजना की कुल लागत लगभग 850 करोड़ रुपये है।
– योजना के तहत लगभग 2.82 हेक्टेयर के महाकालेश्वर मंदिर परिसर को बढ़ाकर 47 हेक्टेयर किया जा रहा है, जिसे दो फेज में विकसित किया जाएगा।
– इसमें 17 हेक्टेयर की रुद्रसागर झील शामिल होगी।
महाकाल महाराज मंदिर परिसर विस्तार योजना का फर्स्ट फेज
– विस्तार योजना के फर्स्ट फेज के पहलुओं में से एक विजिटर प्लाजा है जिसमें दो प्रवेश द्वार हैं – नंदी द्वार और पिनाकी द्वार।
– विजिटर प्लाजा में एक बार में 20,000 तीर्थयात्री आ सकते है।
महाकाल कॉरिडोर(श्री महाकाल लोक) के बारे में
– 900 मीटर महाकाल कॉरिडोर का निर्माण किया गया है, जो विजिटर प्लाजा को महाकाल मंदिर से जोड़ता है, जिसमें शिव विवाह, त्रिपुरासुर वध, शिव पुराण और शिव तांडव स्वरूप जैसे भगवान शिव से संबंधित कहानियों को दर्शाती 108 भित्ति चित्र और 93 मूर्तियां हैं।
– 128 सुविधा बिंदु, भोजनालय और शॉपिंग जॉइंट, फूलवाला, हस्तशिल्प स्टोर आदि भी हैं।
महाकाल महाराज मंदिर परिसर विस्तार योजना का सेकेण्ड फेज
– 310.22 करोड़ रुपये के सेकेण्ड फेज में मंदिर के पूर्वी और उत्तरी मोर्चों का विस्तार शामिल है।
– इसमें उज्जैन शहर के विभिन्न क्षेत्रों का विकास भी शामिल है, जैसे महाराजवाड़ा, महल गेट, हरि फाटक ब्रिज, रामघाट अग्रभाग और बेगम बाग रोड।
– सेकेण्ड फेज को सिटी इनवेस्टमेंट्स टू इनोवेट इंटीग्रेट एंड सस्टेनेबल (CITIIS) प्रोग्राम के तहत एजेंस फ़्रैन्काइज़ डी डेवलपमेंट (AFD) से फंडिंग के साथ विकसित किया जा रहा है।
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर
– महाकालेश्वर, जिसका अर्थ है ‘समय के भगवान’, भगवान शिव को संदर्भित करता है।
– हिंदी पौराणिक कथाओं के अनुसार, मंदिर का निर्माण भगवान ब्रह्मा द्वारा किया गया था और वर्तमान में यह पवित्र क्षिप्रा नदी के किनारे स्थित है।
– उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग शिव के सबसे पवित्र निवास माने जाने वाले 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
– अभिलेखों के अनुसार, मंदिर के महाकाल लिंगम को स्वयंभू (स्वयं प्रकट) माना जाता है और देश के किसी भी अन्य ज्योतिर्लिंग के विपरीत, महाकालेश्वर की मूर्ति दक्षिण की ओर है।
– यह मंदिर भारत में 18 महा शक्तिपीठों में से एक के रूप में प्रतिष्ठित है।
– मंदिर अपने वर्तमान स्वरूप में वर्ष 1734 में मराठा सेनापति रानोजी शिंदे द्वारा बनवाया गया था।
– आजादी से पहले, ‘देवस्थान ट्रस्ट’ इस मंदिर की देखभाल करता था।
– इसे स्वतंत्रता के बाद उज्जैन के नगर निगम द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था।
– उज्जैन जिले का कलेक्ट्रेट कार्यालय अब मंदिर के प्रशासन का प्रबंधन करता है।
मध्य प्रदेश
राजधानी- भोपाल
सीएम- शिवराजसिंह चौहान
राज्यपाल- M. C. पटेल (मंगूभाई छगनभाई पटेल)
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4. डेवलपिंग द स्पेस इकोसिस्टम इन इंडिया: फोकसिंग ऑन इनक्ल्यूजिव ग्रोथ (‘Developing the Space Ecosystem in India: Focusing on Inclusive Growth’) रिपोर्ट के अनुसार भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था (स्पेस इकोनॉमी) वर्ष 2025 तक बढ़कर कितनी होने की उम्मीद है?
a. लगभग 13 बिलियन डॉलर
b. लगभग 14 बिलियन डॉलर
c. लगभग 15 बिलियन डॉलर
d. लगभग 16 बिलियन डॉलर
Answer: a. लगभग 13 बिलियन डॉलर (1.07 लाख करोड़ रुपए)
– इस रिपोर्ट को अक्टूबर 2022 में पब्लिश किया गया।
– इस रिपोर्ट के अनुसार भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था (स्पेस इकोनॉमी) वर्ष 2025 तक बढ़कर लगभग 13 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है।
– इस रिपोर्ट को अर्न्स्ट एंड यंग (EY) और इंडियन स्पेस एशोसियन (ISpA) ने मिलकर तैयार किया है।
– इस रिपोर्ट के अनुसार भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था वर्ष 2020 में 9.6 अरब डॉलर थी।
रिपोर्ट में और क्या?
– स्पेस लॉन्च सेगमेंट सबसे तेजी से बढ़ेगा।
– सेटेलाइट सर्विसेज और स्पेस लॉन्च सेगमेंट (गतिविधि) 2025 तक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का 36% हिस्सा अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा हिस्सा बनाएंगे।
– सेटेलाइट मैन्यूफेक्चरिंग 2020 में 2.1 बिलियन डॉलर था और 2025 तक इसके 3.2 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
– साथ ही, 2025 तक, भारतीय अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में सेटेलाइट निर्माण दूसरा सबसे तेजी से बढ़ने वाला सेगमेंट होगा।
इंडियन स्पेस एसोसिएशन (ISpA)
– इंडियन स्पेस एसोसिएशन (ISpA), दिसंबर 2020 में स्थापित, अंतरिक्ष और उपग्रह कंपनियों का प्रमुख उद्योग संघ है।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर, 2021 को ISpA की शुरुआत की थी।
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5. इंडियन रोड कांग्रेस (IRC) के 81वें वार्षिक सत्र का आयोजन किस शहर में हुआ, जिसका उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी किया?
a. भोपाल
b. पटना
c. लखनऊ
d. मुंबई
Answer: c. लखनऊ
– केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ 8 अक्टूबर 2022 को लखनऊ में संयुक्त रूप से इंडियन रोड कांग्रेस (IRC) के 81वें वार्षिक सत्र का उद्घाटन किया।
– उन्होंने उद्घाटन समारोह के दौरान कहा कि वर्ष 2024 तक उत्तर प्रदेश में पांच लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू हो जाएंगी।
– इसके अलावा उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में आठ हजार करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
– ये परियोजनाएं मुरादाबाद को काशीपुर, शाहाबाद-हरदोई बाईपास, शाहजहांपुर-शाहाबाद बाईपास, गाजीपुर-बलिया बाईपास आदि से जोड़ने और लगभग 1,000 करोड़ रुपये में 13 ROB (रोड ओवर ब्रिज) के लिए हैं।
इंडियन रोड कांग्रेस (IRC) का 81वां वार्षिक सत्र
– उत्तर प्रदेश की मेजबानी में 08 से 11 अक्टूबर तक लखनऊ में 81-वीं ‘इंडियन रोड कांग्रेस’ का आयोजन किया गया।
– इस कार्यक्रम में 1500 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
– इस सत्र में सड़क निर्माण में आधुनिक तकनीकों के बारे में बात की गई।
इंडियन रोड कांग्रेस (IRC)
– इंडियन रोड कांग्रेस (IRC) देश में राजमार्ग इंजीनियरों की शीर्ष संस्था है।
– IRC की स्थापना दिसंबर, 1934 में भारतीय सड़क विकास समिति की सिफारिशों पर की गई थी, जिसे सरकार द्वारा स्थापित ‘जयकर समिति’ के रूप में जाना जाता है।
– इसका लक्ष्य भारत में सड़कों का विकास करना है।
उत्तर प्रदेश
– राजधानी: लखनऊ
– सीएम: योगी आदित्यनाथ
– राज्यपाल: आनंदीबेन पटेल
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6. प्रादेशिक सेना का स्थापना दिवस (Raising Day of Territorial Army) कब मनाया जाता है?
a. 10 अक्टूबर
b. 09 अक्टूबर
c. 08 अक्टूबर
d. 07 अक्टूबर
Answer: b. 09 अक्टूबर
– प्रादेशिक सेना का स्थापना दिवस (Raising Day of Territorial Army) 09 अक्टूबर 2022 को मनाया जाता।
– 09 अक्टूबर 2022 को देश भर में इसका 73 वां स्थापना दिवस मनाया गया।
– Territorial Army के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल प्रीत मोहिंदर सिंह ने प्रादेशिक सेना के शहीद वीरों को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
– 09 अक्टूबर, 1949 को भारत के पहले गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी द्वारा Territorial Army की स्थापना की स्मृति में इस दिवस को मनाया जाता है।
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7. पहली बार किस स्पेस क्राफ्ट ने चंद्रमा पर प्रचुर मात्रा में सोडियम (Na) का पता लगाया?
a. चंद्रयान-1
b. चंद्रयान -3
c. फाल्कन-9
d. चंद्रयान-2
Answer: d. चंद्रयान-2
– चंद्रयान-2 आर्बिटर में लगे एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर ‘क्लास'(CLASS) ने पहली बार चंद्रमा की सतह पर प्रचुर मात्रा में सोडियम (Na) का पता लगाया है।
– यह रिसर्च 26 सितंबर 2022 को ‘द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स’ में प्रकाशित ‘हुई।
– यह रिसर्च ‘सोडियम डिस्ट्रीब्यूशन ऑन द मून’ के नाम से पब्लिश हुई।
रिसर्च में और क्या?
– बेंगलुरु में इसरो के यूआर राव उपग्रह केंद्र में ‘क्लास'(CLASS) का निर्माण किया गया है।
– इसी का प्रयोग कर चंद्रमा पर सोडियम लाइन के स्पष्ट साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
– अध्ययन से संकेत मिलता है कि चंद्रमा पर सोडियम शायद सोडियम अणुओं की एक पतली परत से मिले है।
– इन सोडियम एटम को सौर वायु या अल्ट्रावाइलेट रेडिऐशन के जरिये अधिक आसानी से चंद्रमा की सतह से बाहर निकाला जा सकता है।
इस रिसर्च का क्या फायदा?
– इस नई जानकारी से ‘एक्सोस्फीयर’ (चांद की सतह से शुरू होने वाला एरिया) के बारे में नया अध्ययन करने का मौका मिलेगा।
– इससे हमारे सौरमंडल में तथा उसके आगे बुध ग्रह (Mercury Planet) और अन्य वायु रहित पिंडों के लिए ऐसे ही मॉडल विकसित करने में मदद मिलेगी।
सोडियम
– सोडियम एक रासायनिक तत्व है जिसका साइन Na और परमाणु क्रमांक 11 है।
– यह एक नरम, चांदी-सफेद, अत्यधिक प्रतिक्रियाशील धातु है।
चंद्रयान-2 के बारे में
– चंद्रयान-2 को 22 जुलाई 2019 में लॉन्च किया गया था।
– इसके लैंडर ‘विक्रम’ को चांद के साउथ पोल पर लैंड कराने की कोशिश की गई थी।
– लेकिन 07 सिंतबर 2019 को इसकी हार्ड लैंड हुई थी और क्रैश कर गया था।
– भारत के पहले ही प्रयास में चांद की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला पहला राष्ट्र बनने के सपने को तोड़ दिया था।
– हालांकि चंद्रयान-2 का एक हिस्सा यानी ऑर्बिटर अभी भी एक्टिव है, यह चांद की परिक्रमा कर रहा है। इसी ने सोडियम की खोज की है।
– चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने इससे पहले चांद के लूनर एक्सोस्फेयर (सबसे बाहरी वायुमंडल) में नोबल गैस Argon-40 (आर्गन 40) का भी पता लगाया था। इसरो ने इसकी जानकारी मार्च 2022 में दी थी।
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8. रूस ने किस सोशल मीडिया कंपनी को “आतंकवादी और चरमपंथी” संगठनों की सूची में जोड़ा?
a. ट्विटर
b. मेटा
c. कू
d. टिक टॉक
Answer: b. मेटा (फेसबुक और इंस्टाग्राम की मूल कंपनी)
– रूस ने 11 अक्टूबर 2022 को अमेरिकी सोशल मीडिया कंपनी मेटा को “आतंकवादी और चरमपंथी” संगठनों की सूची में जोड़ा।
– रूस के फेडरल सर्विस फॉर फाइनेंशियल मॉनिटरिंग, (रोसफिनमोनिटरिंग) के एक डेटाबेस के अनुसार ऐसा किया गया है।
– मार्च 2022 के अंत में रूस ने फेसबुक और इंस्टाग्राम को “चरमपंथी गतिविधियों को अंजाम देने” के लिए प्रतिबंधित कर दिया था।
– इस दौरान अधिकारियों ने मेटा पर यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान के दौरान “रसोफोबिया”( रूस के खिलाफ दुष्प्रचार) को चालू रखने का आरोप लगाया था।
रूस की एक कोर्ट ने मेटा की अपील को रिजेक्ट किया-
– मार्च 2022 में रूस में “चरमपंथी गतिविधि” का दोषी पाए जाने के बाद मास्को की एक अदालत ने जून 2022 में मेटा की एक अपील को खारिज कर दिया था।
– अदालत में, उस समय मेटा के वकील ने कहा कि मेटा चरमपंथी गतिविधि नहीं कर रहा था और “रसोफोबिया” के खिलाफ था।
मेटा को रूस के इस कदम से क्या नुकसान?
– रूस में मेटा (खासकर इंस्टाग्राम) बहुत लोकप्रिय है।
– यह विज्ञापन और सेल्स के लिए अहम प्लेटफॉर्म था।
– यह निर्णय मेटा को दक्षिणपंथी राष्ट्रवादी समूहों, तालिबान सहित विदेशी आतंकवादी संगठनों और रूसी विपक्षी समूहों के समान सूची में डालता है।
फेडरल सर्विस फॉर फाइनेंशियल मॉनिटरिंग (रोसफिनमोनिटरिंग)
– यह एक संघीय कार्यकारी निकाय है जो मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद की फंडिंग की जांच करता है।
– यह मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवाद के वित्तपोषण और सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसार के साथ-साथ विकासशील काउंटरमेशर्स से संबंधित राष्ट्रीय सुरक्षा खतरों का आकलन करने के लिए काम करता है।
– यह रूस के राष्ट्रपति की निगरानी में काम करता है।
रूस
राजधानी- मॉस्को
राष्ट्रपति- व्लादिमीर पुतिन
मेटा
मुख्यालय- मेनलो पार्क, कैलिफोर्निया, अमेरिका
सीईओ- मार्क जुकरबर्ग
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9. चुनाव आयोग ने शिव सेना के उद्धव ठाकरे गुट को आगामी चुनाव के लिए कौन सा नाम दिया?
a. शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे)
b. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)
c. शिवसेना (प्रबोधनकर ठाकरे)
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: b. ‘शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) [पहले ठाकरे खेमे]
कौन-कौन से विकल्प दिए
– उद्धव ठाकरे के गुट की तरफ से नाम के तीन विकल्प दिए
शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे)
शिवसेना (प्रबोधनकर ठाकरे)
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)
– जिसमें शिवसेना – उद्धव बालासाहेब ठाकरे नाम चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे गुट को दिया।
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10. चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे गुट को आगामी चुनावों के लिए कौन-सा चुनाव चिन्ह दिया?
a. गदा
b. मशाल
c. सूर्य
d. धनुष
Answer: b. मशाल (फ्लेमिंग टॉर्च)
उद्धव ठाकरे के गुट की तरफ से चुनाव आयोग को तीन चुनाव चिन्ह दिए-
1. त्रिशूल
2. उगता सूरज
3. मशाल (फ्लेमिंग टॉर्च)
– जिसमें से चुनाव आयोग ने मशाल को चुनाव चिन्ह के रूप में चुना।
– मशाल चुनाव चिन्ह 2004 तक समता पार्टी के पास था।
बाकि चुनाव चिन्ह क्यों नहीं मिले
– उद्धव गुट को त्रिशूल का चिन्ह इसलिए नहीं मिला क्योंकि इसका धार्मिक संकेत है।
– उगता सूरज तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके के पास है।
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11. चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को आगामी चुनावों के लिए कौन-सा नाम दिया?
a. शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे)
b. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)
c. शिवसेना (प्रबोधनकर ठाकरे)
d. बालासाहेबंची शिवसेना
Answer: d. बालासाहेबंची शिवसेना (पहले शिंदे खेमे)
– उद्धव और शिंदे दोनो गुटो ने पहला नाम शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे) की माँग की थी।
– चुनाव आयोग ने यह नाम दोनों को नहीं दिया।
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12. चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को आगामी चुनावों के लिए कौन-सा चुनाव चिन्ह दिया?
a. दौड़ता घोड़ा
b. शेर दहाड़
c. तलवार-ढाल
d. गुलाब का फूल
Answer: c. तलवार-ढाल (‘दो तलवारें और एक ढाल’)
– चुनाव आयोग ने 11 अक्टूबर 2022 में शिंदे गुट को आगामी चुनावों के लिए ‘तलवार-ढाल’ चुनाव चिन्ह स्वीकार किया।
एकनाथ शिंदे की तरफ से तीन चुनाव चिन्ह दिए?
1. त्रिशूल
2. गदा
3. उगता सूरज
बाकि चुनाव चिन्ह क्यों नहीं मिले
– चुनाव आयोग ने त्रिशूल और गदा को धार्मिक बताया तथा सूरज को डीएमके पार्टी का चुनाव चिन्ह बताया। इसलिए इन तीनों चिन्हों को रिजेक्ट कर दिया।
नोट: त्रिशूल और उगता सूरज चुनाव चिन्ह को उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे दोनों ने पसंद किया था। लेकिन किसी को नहीं मिला।
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13. भारतीय विदेश सेवा (इंडियन फॉरेन सर्विस) दिवस कब मनाया जाता है?
a. 06 अक्टूबर
b. 07 अक्टूबर
c. 08 अक्टूबर
d. 09 अक्टूबर
Answer: d. 09 अक्टूबर
– इस दिवस को वर्ष 2011 से मनाया जा रहा है।
– 09 अक्टूबर 1946 को इंडियन फॉरेन सर्विस स्थापित की गई थी, इसी को मनाने के लिए यह दिन सेलीब्रेट किया जाता है।
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14. विश्व मानक दिवस (World Standards Day) कब मनाया जाता है?
a. 13 अक्टूबर
b. 14 अक्टूबर
c. 15 अक्टूबर
d. 16 अक्टूबर
Answer: b. 14 अक्टूबर
– विश्व मानक दिवस का उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था में मानकीकरण के महत्व को बताना है।
– उपभोक्तओं, नियामकों और उद्योग के बीच जागरूकता पैदा करने, महत्व, और विश्व अर्थव्यवस्था में मानकीकरण की आवश्यकता के बारे जागूकता पैदा करना।
– भारतीय मानक ब्यूरो (Bureau of Indian Standards) ने भी एक राष्ट्र एक मानक के सिद्धान्त पर जोर दिया।
– विश्व मानक दिवस मनाने की शुरुआत वर्ष 1970 में हुई।
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