यह 12 & 13 June 2022 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्जाम्स में मदद करेगा। इसका PDF Download Link इस पेज के लास्ट में मौजूद है। Current Affairs PDF आप इस पेज के आखिरी हिस्से से Free में डाउनलोड करें।
1. सिक्किम ने किस प्रजाति (species) की तितली को राजकीय तितली का दर्जा दिया?
a. ब्लू ड्यूक
b. लार्ग ब्लू
c. स्मॉल कॉपर
d. कैबेज वाइट
Answer: a. ब्लू ड्यूक
– सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने 05 जून 2022 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ‘ब्लू ड्यूक’ को राजकीय तितली घोषित किया।
– सिक्किम में तितलियों की 720 प्रजातियां पाई जाती है।
– इनमें से ‘ब्लू ड्यूक’ प्रजाति को राजकीय तितली घोषित किया गया है।
ब्लू ड्यूक
– इस तितली का साइंटिफिक नाम Bassarona durga (बसरोना दुर्गा) है।
– यह निम्फलिड फैमिली की तितली है।
– सिक्किम में इस तितली की खोज वर्ष 1858 में हुई थी।
– यह तितली वन्यजीव संरक्षण अधिनियम,1972 की अनुसूची 2 में आती है।
अन्य राज्यों की राजकीय तितली
राज्य – तितली
कर्नाटक – Southern Birdwing (सदर्न बर्डविंग)
उत्तराखंड – Common Peacock (कॉमन पीकॉक)
महाराष्ट्र – Blue Mormon (ब्लू मॉर्मन)
नोट : अन्य राज्यों ने अपनी राजकीय तितली घोषित नहीं की है।
सिक्किम
राजधानी- गंगटोक
मुख्यमंत्री- प्रेम सिंह तमांग
राज्यपाल- गंगा प्रसाद
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2. चिकित्सा के लिए गांजा (Marijuana) के उपयोग को वैधता प्रदान करने वाला पहला एशियाई देश कौन बना?
a. भारत
b. पाकिस्तान
c. थाईलैंड
d. चीन
Answer: c. थाईलैंड
– थाईलैंड के फूड एंड एडमिनिस्ट्रेशन ने चिकित्सा और औद्योगिक उपयोग के लिए 09 जून 2022 को देश में गांजे (Marijuana) को लीगल कर दिया है।
– ऐसा करने वाला थाईलैंड, एशिया का पहला देश बन गया है।
– देश में गांजे की खेती करने को भी लीगल कर दिया है।
सार्वजनिक रूप से गांजा फूकना (पीना) मना
– थाईलैंड की सरकार ने चेतावनी दी है कि मजे के लिए पब्लिक में गांजा फूकना अभी भी अवैध है।
– अगर कोई ऐसा करता पाया जाता है,तो उसे तीन महीने की जेल हो सकती है।
– 25,000 baht (780 डॉलर) [60,719 रुपए] का जुर्माना देना पड़ सकता है।
– गांजे से निकाला हुआ तेल अवैध माना जायेगा, अगर इसमें टेट्रा हाइड्रो कैनाबिनोल (tetrahydrocannabinol) की मात्रा 0.2% से अधिक है।
मादक पदार्थ से संबंधित भारत में कानून
– ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940
– नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985
– प्रीवेन्शन ऑफ इलिसिट ट्रैफिक इन नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1988
थाईलैंड
राजधानी- बैंकॉक
पीएम- प्रयुत चान ओचा
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3. RBI ने जून 2022 में रेपो रेट को बढ़ाकर कितना कर दिया?
a. 4.8%
b. 4.6%
c. 4.4%
d. 4.90%
Answer: d. 4.90%
– RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (मौद्रिक नीति समिति) ने एक समीक्षा आपात बैठक में 08 जून 2022 को यह फैसला किया।
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4. RBI ने जून 2022 में कितने बेसिस प्वाइंट की बढ़ोत्तरी करके रेपो रेट 4.90% कर दिया?
a. 40
b. 50
c. 60
d. 70
Answer: b. 50
– महंगाई को काबू करने के लिए पॉलिसी रेपो रेट को 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 4.90% कर दिया।
– इससे पहले रेपो रेट 4.4 प्रतिशत था।
– मई में भी RBI ने रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोत्तरी की थी।
बेसिस प्वाइंट क्या होता है?
– बेसिस प्वाइंट मतलब आधार अंक।
– 1% में 100 बेसिस प्वाइंट होते है।
रेपो रेट (Repurchase Rate or Repo Rate) क्या है?
– आसान भाषा में कहें, तो बैंक हमें कर्ज देते हैं और उस कर्ज पर हमें ब्याज देना पड़ता है।
– ठीक वैसे ही बैंकों को भी अपने रोजमर्रा के कामकाज के लिए भारी-भरकम रकम की जरूरत पड़ जाती है और वे RBI से कर्ज लेते हैं।
– इस लोन पर रिजर्व बैंक जिस दर से उनसे ब्याज वसूल करता है, उसे रेपो रेट कहते हैं।
रेपो रेट से आम आदमी पर क्या पड़ता है प्रभाव
– जब बैंकों को कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध होगा, यानी रेपो रेट कम होगा तो वो भी अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज दे सकते हैं।
– यदि रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाएगा तो बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा और वे अपने ग्राहकों के लिए कर्ज महंगा कर देंगे।
रेपो रेट का महंगाई बढ़ने या घटने से क्या रिश्ता?
– देश में महंगाई को कम करने की प्राथमिक जिम्मेदारी RBI पर है।
– बाजार में जरूरत से ज्यादा नकदी रहने पर महंगाई बढ़ने का खतरा होता है।
– जब भी बाजारों में बहुत ज्यादा नकदी दिखाई देती है, आरबीआई रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट को बढ़ा देता है, ताकि बैंक ज्यादा ब्याज कमाने के लिए अपनी रकम उसके पास जमा करा दें।
– इस तरह बैंकों के कब्जे में बाजार में छोड़ने के लिए कम रकम रह जाएगी।
– ताकि महंगाई पर काबू पाया जा सके।
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5. पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक (EPI) 2022 में भारत की रैंक बताएं, जिसे केंद्र सरकार ने खारिज कर दिया?
a. 110
b. 135
c. 150
d. 180
Answer: d. 180
– पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक (EPI : environment performance index) 2022 में भारत की रैंक 180 है।
– इंडेक्स में देशों की रैंकिंग में भारत सबसे नीचे है। भारत को 180 देशों में अंतिम स्थान मिला है।
– भारत का EPI स्कोर 18.90 है।
– इससे पहले EPI 2020 में 27.6 स्कोर के साथ 168वीं रैंक थी।
एनवायरनमेंट परफॉर्मेंस इंडेक्स (EPI) 2022
– यह इंडेक्स पर्यावरणीय स्वास्थ्य और देशों की स्थिरता को मापता है।
– यह क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस, पर्यावरणीय स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी तंत्र की जीवन शक्ति (इकोसिस्टम वाइटैलिटी) के आधार पर रैंकिंग करता है।
– EPI-2022 को ‘येल सेंटर फॉर एनवायर्नमेंटल लॉ एंड पॉलिसी’ और ‘कोलंबिया यूनिवर्सिटी अर्थ इंस्टीट्यूट’ ने मिलकर तैयार किया है।
EPI- 2022 में टॉप-10 देश
रैंक- देश : स्कोर
1. डेनमार्क : 77.90
2. यूनाइटेड किंगडम : 77.70
3. फिनलैंड : 76.50
4. माल्टा : 75.20
5. स्वीडन : 72.70
6. लक्ज़मबर्ग : 72.30
7. स्लोवेनिया : 67.30
8. ऑस्ट्रिया : 66.50
9. स्विट्जरलैंड : 65.90
10. आइसलैंड : 62.80
सबसे खराब रैंक वाले पांच देश
रैंक- देश : स्कोर
176. पाकिस्तान : 24.60
177. बांग्लादेश : 23.10
178. वियतनाम : 20.10
179. म्यांमार : 19.40
180. भारत : 18.90
भारत ने EPI के इस इंडेक्स का खंडन किया
– पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF&CC) ने 08 जून 2022 को EPI-2022 के निष्कर्षों का खंडन किया।
– मंत्रालय ने कहा है कि इंडिकेटर्स ‘निराधार धारणाओं पर आधारित’ है।
– इसके अलावा परफॉरमेंस का आकलन करने के लिए उपयोग किए जाने वाले इन इंडीकेटर्स में से कुछ अनुमानों और अवैज्ञानिक तरीकों पर आधारित हैं।
– मंत्रालय ने यह भी कहा कि जिन इंडिकेटर्स में भारत अच्छा प्रदर्शन कर रहा था, उनका वेटेज कम कर दिया गया।
– इसके अलावा वेटेज के असाइनमेंट में बदलाव के कारणों की व्याख्या नहीं की गई है।
– इसी से भारत की रैंक में गिरावट की गई है।
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6. केंद्र सरकार ने ‘न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड’ (NSIL) को कितने ‘इन-ऑर्बिट कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स’ ट्रांसफर करने की मंजूरी दी?
a. पांच
b. सात
c. दस
d. ग्यारह
Answer: c. दस
– केंद्रीय कैबिनेट ने 08 जून 2022 को दस ‘इन-ऑर्बिट कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स’ को ‘न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड’ (NSIL) को ट्रांसफर करने की मंजूरी दी।
– इन सैटेलाइट्स को भारत सरकार से NSIL को ट्रांसफर किया जायेगा।
– इसके अलावा NSIL की अधिकृत शेयर पूंजी (ऑथराइज़्ड शेयर कैपिटल) को 10,00 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 7,500 करोड़ रुपये करने की भी मंजूरी दी।
न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL)
– यह भारत सरकार का पूर्ण स्वामित्व वाला सार्वजनिक क्षेत्र (PSU) है।
– यह कंपनी भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग के अंतर्गत आती है।
– इसकी स्थापना 06 मार्च 2019 को हुई थी।
इस मंजूरी से क्या फायदा होगा?
– NSIL को वित्तीय स्वायत्तता (फाइनेंशियल ऑटोनमी) मिलेगी।
– इससे कंपनी के पूंजी से जुड़े कार्यक्रम और योजनाओं को पूरा किया जा सकेगा।
– रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी।
– टेक्नोलॉजी से जुड़े अन्य लाभों की पेशकश की जा सकेगी।
– स्पेस (अंतरिक्ष) सेक्टर में इकोनॉमिक एक्टिविटी बढ़ने की उम्मीद है।
– इसके अलावा ग्लोबल स्पेस मार्केट में भारत की हिस्सेदारी बढ़ने की उम्मीद है।
केंद्र सरकार ने NSIL को कौन से अधिकार दिए हुए हैं?
– कमर्शियल स्पेस एक्टिविटीज का अधिकार
– सैटेलाइट ऑपरेटर के तौर पर काम करने का अधिकार
– ट्रांसपोंडरों (एक वायरलैस डिवाइस) का मूल्य निर्धारित करने का अधिकार
– कैपेसिटी की पेशकश करने और उसे आवंटित करने का अधिकार
NSIL
मुख्यालय- बेंगलुरु (कर्नाटक)
अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक- राधाकृष्णन दुरैराज
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7. RBI ने यूपीआई (UPI) प्लेटफॉर्म को क्रेडिट कार्ड से लिंक करने की अनुमति दी, सबसे पहले कौन सा क्रेडिट कार्ड लिंक होगा?
a. वीजा
b. मास्टरकार्ड
c. रुपे
d. अमेरिकन एक्सप्रेस
Answer: c. रुपे (Rupay)
– RBI ने 08 जून 2022 को UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) प्लेटफॉर्म से क्रेडिट कार्ड को लिंक करने की अनुमति दे दी है।
– सबसे पहले UPI प्लेटफॉर्म से रुपे क्रेडिट कार्ड जुड़ेगा, इसके बाद दूसरी कंपनियों के क्रेडिट कार्ड जुड़ेंगे।
– बैंक अकाउंट और डेबिट कार्ड को UPI से जोड़ने की अनुमति पहले से है।
UPI प्लेटफॉर्म को क्रेडिट कार्ड से कैसे लिंक किया जायेगा?
– यह सुविधा जल्द ही शुरू की जायेगी।
– पहले रुपे क्रेडिट कार्ड को UPI से लिंक करने का नियम लागू होगा।
– इसके बाद ही दूसरे पेमेंट सर्विस सिस्टम के क्रेडिट कार्ड को लिंक किया जायेगा।
क्रेडिट कार्ड से UPI पेमेंट कैसे होगा?
– UPI प्लेटफॉर्म के ऐप को डाउनलोड करना पड़ेगा।
– इसके बाद ऐप को क्रेडिट कार्ड से लिंक करना होगा।
– ऐप से क्रेडिट कार्ड के लिंक होने के बाद पेमेंट किया जा सकेगा।
RBI
गवर्नर- शक्तिकांत दास
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8. किस भारतीय ने ‘नॉर्वे चेस ग्रुप ए ओपन’ 2022 (Norway Chess Group ‘A’ open 2022) चेस टूर्नामेंट जीता?
a. अभिमन्यु मिश्रा
b. आर प्रज्ञानानंद
c. वुप्पला प्रणीत
d. देव पटेल
Answer: b. आर प्रज्ञानानंद
– आर प्रज्ञानानंद ने भारतीय साथी वुप्पला प्रणीत को हराकर यह टूर्नामेंट जीता।
– उन्होंने ने गेम के नौंवे राउंड में प्रणीत को हराया।
– प्रज्ञानानंद ने गेम के टोटल नौ राउंड को मिलाकर 7.5 का स्कोर बनाया।
– प्रणीत टूर्नामेंट में छठे स्थान पर रहे।
– प्रज्ञानानंद जीत के साथ पहले स्थान पर रहे।
– दूसरे स्थान पर इजरायल के मार्सेल एफ्रोइम्स्की रहे।
– तीसरे स्थान पर स्वीडन के जंग मिन सेओ रहे।
नॉर्वे चेस ग्रुप ‘ए’ ओपन 2022
– यह टूर्नामेंट नॉर्वे के शहर स्टवान्गर में 03-10 जून 2022 के बीच आयोजित हुआ।
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9. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में रूस की जगह किस देश को सदस्य चुना गया?
a. भारत
b. जापान
c. ऑस्ट्रेलिया
d. चेक रिपब्लिक
Answer: d. चेक रिपब्लिक
– संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में 47 सदस्य होते हैं।
– इसके सदस्यों का चुनाव, यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली (UNGA) में वोट के जरिए होता है।
– रूस, UNHRC का सदस्य था। लेकिन यूक्रेन के बूचा शहर में रूसी सैनिकों द्वारा नरसंहार के आरोप के बाद रूस के खिलाफ माहौल बना।
– यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली (UNGA) ने 7 अप्रैल 2022 को वोटिंग के जरिए रूस को निलंबित कर दिया था।
चेक रिपब्लिक चुना गया नया सदस्य
– UNHRC में रूस का चयन पूर्वी यूरोपीय देश के जोन से हुआ था, इसलिए क्षेत्र से चुनाव के लिए चेक रिपब्लिक उम्मीदवार बना।
– संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में गुप्त मतदान में, 193 सदस्यों में से 180 ने मतपत्र डाले। इनमें से 157 देशों ने चेक रिपब्लिक के समर्थन में वोट किया।
UNHRC
– यह यूनाइटेड नेशंस सिस्टम का एक इंटर-गवर्नमेंटल बॉडी (निकाय) है।
– UN के किस ऑर्गन का हिस्सा : UNGA
– जिम्मेदारी : दुनिया भर में मानवाधिकारों के प्रचार और संरक्षण को मज़बूत करना।
– स्थापना वर्ष : 2006 (इसने मानवाधिकार पर पूर्व संयुक्त राष्ट्र आयोग का स्थान लिया था।)
– मुख्यालय : जेनेवा, स्वीट्जरलैंड
– सचिवालय का नाम : Office of the United Nations High Commissioner for Human Rights (OHCHR)
– कुल सदस्य देश : 47
– अब तक कितने देश UNHRC से निलंबित हुए : 2 देश (2011 में लीबिया और 2022 में रूस)
– रूस पर आरोप : यूक्रेन में रूसी सेना का मानवाधिकार हनन।
UNHRC सदस्यता कैसे मिलती है?
– इसके सदस्य देश 47 होते हैं। इनका चुनाव संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा वोटिंग के जरिए होता है।
– सदस्यों का कार्यकाल : तीन वर्ष। लगातार दो कार्यकाल की सेवा के बाद कोई भी सदस्य तत्काल पुन: चुनाव के लिये पात्र नहीं होता है।
– भारत 1 जनवरी 2022 से तीन साल की अवधि के लिये लगातार दूसरी बार चुना गया था।
दुनिया के इन क्षेत्रों से सदस्य
– अफ्रीकी देश: 13 सीटें
– एशिया-प्रशांत देश: 13 सीटें
– लैटिन अमेरिकी और कैरेबियन देश: 8 सीटें
– पश्चिमी यूरोपीय और अन्य देश: 7 सीटें
– पूर्वी यूरोपीय देश: 6 सीटें
फाउंडिंग चार्टर के अनुसार United Nations के Six principal organs:
– General Assembly
– Security Council
– Economic and Social Council
– Trusteeship Council
– International Court of Justice
– Secretariat
(Note – यह मेन ऑर्गन है. बाकि अन्य जैसे कि WHO, IMF, UNESCO, ILO स्पेशिलाइज्ड एजेंसी हैं UN की)
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10. बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस (World Day Against Child Labour) कब मनाया जाता है?
a. 9 जून
b. 10 जून
c. 11 जून
d. 12 जून
Answer: d. 12 जून
– इस दिवस को अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने घोषित किया हुआ है।
वर्ष 2022 की थीम
– Universal Social Protection to End Child Labour
– बाल श्रम को समाप्त करने के लिए सार्वभौमिक सामाजिक संरक्षण
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन
– मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड
– अध्यक्ष: गाय राइडर
– स्थापना: 1919
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11. विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस (World Brain Tumour Day) कब मनाया जाता है?
a. 8 जून
b. 9 जून
c. 10 जून
d. 12 जून
Answer: a. 8 जून
वर्ष 2022 की थीम
– Together We Are Stronger
– एक साथ हम मजबूत हैं
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12. अंतर्राष्ट्रीय ऐल्बिनिज़म जागरूकता दिवस (International Albinism Awareness Day) कब मनाया जाता है?
a. 11 जून
b. 12 जून
c. 13 जून
d. 14 जून
Answer: c. 13 जून
वर्ष 2022 की थीम
– हमारी आवाज़ सुनने में एकजुट
ऐल्बिनिज़म क्या है?
– यह एक दुर्लभ तथा वंशानुगत रोग है।
– इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति की त्वचा, बाल तथा आँखों में आंशिक या पूर्ण रूप से मेलेनिन पिगमेंट नहीं होता।
– ऐल्बिनिज़म किसी भी महिला-पुरुष अथवा नस्ल के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है।
– इसका इलाज नहीं है।
– त्वचा में मेलेनिन न होने के कारण प्रभावित व्यक्ति सनबर्न तथा स्किन कैंसर से पीड़ित हो सकता है।
– अल्बिनिज्म से प्रभावित व्यक्ति की त्वचा पर सफ़ेद धब्बे होते हैं अथवा कई बार पूर्ण त्वचा ही सफ़ेद हो जाती है।
– इसके कारण अल्बिनिज्म से पीड़ित लोगों को कई प्रकार के भेदभाव का सामना करना पड़ता है।