यह 10 & 11 सितंबर 2023 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
1. G20 क्या है?
What is G20?
– G20 या ग्रुप ऑफ ट्वेंटी का गठन वित्तीय संकट को देखते हुए 1999 में किया गया था।
– इस वित्तीय संकट ने पूर्वी एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया को प्रभावित किया था।
– G20 का उद्देश्य मध्यम आय वाले देशों को शामिल करके वैश्विक वित्तीय स्थिरता को सुरक्षित करना है।
– अब इसके 21 सदस्य हैं और 2024 की समिट में इसे G21 के नाम से जाना जाएगा।
– इसमें 19 देश और दो संगठन शामिल हैं (अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और यूनाइटेड) राज्य), यूरोपीय संघ और अफ्रीकी संघ
– यह संगठन अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के एक मंच के रूप में, यह सभी प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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2. G20 समिट के दौरान ‘इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर’ के लिए किस देशों और संगठनों ने MoU साइन किया?
Which countries and organizations signed MoU for ‘India-Middle East-Europe Economic Corridor’ during the G20 Summit?
a. भारत, UAE, सऊदी अरब
b. इटली, फ्रांस, जर्मनी
c. USA और यूरोपीय यूनियन
d. उपरोक्त सभी
Answer: d. उपरोक्त सभी (7 देश और एक संगठन – भारत, UAE, सऊदी अरब, इटली, फ्रांस, जर्मनी, USA और यूरोपीय यूनियन)
India Middle East Europe economic corridor
– G20 शिखर सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली में इस समझौता ज्ञापन पर भारत, UAE, सऊदी अरब, इटली, फ्रांस, जर्मनी, USA और यूरोपीय यूनियन ने हस्ताक्षर किए।
– इस प्रोजेक्ट का फायदा इजरायल और जॉर्डन को भी मिलेगा।
कितना लंबा यह कॉरिडोर, क्या-क्या होगा इसमें
– यह कॉरिडोर 6 हजार से 8 हजार किमी लंबा होगा। इसमें 3500 किमी समुद्र मार्ग शामिल है।
– ईस्ट कॉरिडोर – भारत से अरब की खाड़ी तक।
– नॉर्थ कॉरिडोर – अरब की खाड़ी से यूरोप तक होगा।
– सड़क मार्ग का ज्यादातार हिस्सा UAE, सऊदी अरब, जॉर्डन, इजरायल, ग्रीस, इटली, फ्रांस, जर्मनी और अन्य देशों में होगा। यहां रेल लाइनें और रोड बनेंगे।
– इसमें समुद्र और जमीनी हिस्से के नीचे सबमरीन केबल बिछाना, ऊर्जा ग्रिड, टेलिकम्यूनिकेशन लाइन भी होगा।
– इसके समुद्री हिस्से पर देशों के बीच में पोर्ट की कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
– व्यापार, क्लीन एनर्जी एक्सपोर्ट, क्लीन इलेक्ट्रिसिटी एक्सपोर्ट हो सकेगा।
– इससे जुड़े देशों का आर्थिक विकास बढ़ेगा।
किस प्रोजेक्ट का विकल्प होगा यह कॉरिडोर
– यह चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का विकल्प होगा।
– नया कॉरिडोर चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का विकल्प है। कई देशों के चीन के कर्ज जाल से मुक्ति मिलेगी।
– पाकिस्तान, चीन के BRI (बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव) का हिस्सा हैं, जिस पर भारत को आपत्ति है। क्योंकि पाकिस्तान में इसकी परियोजना का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) से होकर गुजरता है, जिसे चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) कहा जाता है।
– बीआरआई को 2013 में लॉन्च किया गया था।
– यह जमीनी रूट और समुद्री रूट था। यह काफी पुराने सिल्क रूट पर आधारित है।
कॉरिडोर से भारत को क्या फायदा
– कॉरिडोर के बनने के बाद भारत से यूरोप तक सामान पहुंचाने में करीब 40% समय की बचत होगी।
– अभी भारत से किसी भी कार्गो को शिपिंग से जर्मनी पहुंचने में 36 दिन लगते हैं, इस रूट से 14 दिन की बचत होगी।
– यूरोप तक सीधी पहुंच से भारत के लिए आयात-निर्यात आसान और सस्ता होगा।
इन सात वजहों से भारत इस प्रोजेक्ट से जुड़ा
– भारत और अमेरिका इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में काम कर रहे थे, लेकिन पहली बार दोनों मिडिल ईस्ट में साझेदार बने हैं।
– भारत की मध्य एशिया से जमीनी कनेक्टिविटी की सबसे बड़ी बाधा पाकिस्तान का तोड़ मिल गया है। पाकिस्तान 1991 से इस प्रयास को रोकने की कोशिश कर रहा था।
– भारत के ईरान के साथ संबंध सुधरे हैं, लेकिन अमेरिका के प्रतिबंधों के कारण ईरान से यूरेशिया तक के रूस-ईरान कॉरिडोर की योजना प्रभावित होती जा रही है।
– अरब देशों के साथ भारत की भागीदारी बढ़ी है। UAE और सऊदी सरकार भी भारत के साथ स्थायी कनेक्टिविटी बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
– अमेरिका को उम्मीद है कि इस मेगा कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट से अरब प्रायद्वीप में राजनीतिक स्थिरता आएगी और संबंध सामान्य हो सकेंगे।
– यूरोपीय यूनियन ने 2021-27 के दौरान बुनियादी ढांचे के खर्च के लिए 300 मिलियन यूरो निर्धारित किए थे। भारत भी इसका भागीदार बना।
– नया कॉरिडोर चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का विकल्प है। कई देशों के चीन के कर्ज जाल से मुक्ति मिलेगी।
– जी-20 में अफ्रीकी यूनियन के भागीदार बनने से चीन और रूस के अफ्रीकी देशों में बढ़ती दादागीरी को रोकने में सहायता मिलेगी।
– इसमें से एक जमीनी रूट है, जो चीन को एशिया, रूस और यूरोप से जोड़ता है। जबकि दूसरा समुद्री रूट है, जो चीन के तटीय इलाकों को हिन्द महासागर और प्रशांत महासागर के जरिए अरब और यूरोप तक जोड़ता है।
प्रोजेक्ट को फाइनेंस कौन करेगा
– इस पर अभी फैसला नहीं हुआ है। तमाम देशों ने तय किया है कि इसके बारे में आगे बताचीत होगी।
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3. G20 समिट के दौरान किस देश ने चीन के BRI (बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव) को छोड़ने का इशारा दिया?
Which country hinted at leaving China’s BRI (Belt and Road Initiative) during the G20 Summit?
a. रूस
b. सऊदी अरब
c. इंडोनेशिया
d. इटली
Answer: d. इटली
इटली
राजधानी – रोम
प्रधानमंत्री – जॉर्जिया मेलोनी
– इटली BRI पर हस्ताक्षर करने वाला एकमात्र G7 राष्ट्र है।
– हालांकि, इटली BRI से बाहर होगा या नहीं, इसे लेकर अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। कहा जा रहा है कि इसकी वजहें आर्थिक के अलावा अन्य भी हो सकती हैं।
– इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने चीन के BRI प्रोजेक्ट से हटने का फैसला सुनाने के लिए वक्त मांगा है। उन्हें इस बात की भी चिंता है कि इसको लेकर व्यापार पर असर पड़ सकता है।
– मेलोनी कह चुकी हैं कि आने वाले महीनों में वे चीन जाएंगी और संवेदनशील मु्द्दे पर बात करेंगी।
क्यों BRI से जुड़ा था इटली
– 10 सालों में तीन बार मंदी का सामना करने वाले इटली ने BRI का रास्ता उस समय चुना, जब उसे निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर की बेहद जरूरत थी। उस दौरान इटली के EU यानी यूरोपीय संघ के साथ अच्छे संबंध नहीं थे और सरकार फंड्स के लिए चीन का रुख कर सकती थी। अब कहा जा रहा है कि चार सालों के बाद इटली को इस समझौते से खास कुछ नहीं मिला है।
चीन ने दी धमकी
– वहीं, इटली में चीन के एम्बेसडर ने चेतावनी दी थी कि अगर इटली BRI समझौते से बाहर होता है तो इसके नतीजे भुगतने होंगे।
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4. शिखर सम्मेलन के दौरान PM मोदी ने जी20 उपग्रह मिशन का प्रस्ताव दिया, यह इनमें से किससे संबंधित है?
During the summit, PM Modi proposed G20 satellite mission, it is related to which of the following?
a. न्युक्लियर हथियार की निगरानी
b. जलवायु और मौसम की निगरानी
c. आतंकवाद को खत्म करने
d. समुद्री निगरानी
Answer: b. जलवायु और मौसम की निगरानी
– भारत ने ग्लोबल साउथ देशों की मदद करने के उद्देश्य से पर्यावरण और जलवायु अवलोकन के लिए जी20 उपग्रह मिशन का प्रस्ताव किया।
– ‘जी20 लीडर्स समिट’ में PM मोदी ने कहा, इससे प्राप्त जलवायु और मौसम संबंधी आंकड़े सभी देशों, खासकर ग्लोबल साउथ के देशों के साथ साझा किये जाएंगे।
– भारत सभी जी-20 देशों को इस पहल में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है।
– ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल अक्सर विकासशील और अल्प विकसित देशों के लिए किया जाता है, जो मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका में स्थित हैं।
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5. G20 समिट में ‘ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस’ (वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन) की घोषणा हुई, इसके आरंभिक सदस्य कौन हैं?
‘Global Biofuel Alliance’ was announced at the G20 Summit, who are its initial members?
a. भारत, आर्जेटीना, बांग्लादेश
b. ब्राजील, इटली, मॉरीशस
c. साउथ अफ्रीका, यूएई, यूएसए
d. उपरोक्त सभी
Answer: d. उपरोक्त सभी (भारत, आर्जेटीना, बांग्लादेश, ब्राजील, इटली, मॉरीशस, साउथ अफ्रीका, यूएई, यूएसए)
– यह भारत की G20 अध्यक्षता के तहत एक प्रमुख पहल और प्राथमिकता है।
– PM नरेंद्र मोदी ने अमेरिका, ब्राजील, यूएई, सिंगापुर, इटली, अर्जेंटीना, बांग्लादेश और मॉरीशस के नेताओं की मौजूदगी में जीबीए का शुभारंभ किया।
ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस के सदस्य
– आरंभिक सदस्य – भारत, आर्जेटीना, बांग्लादेश, ब्राजील, इटली, मॉरीशस, साउथ अफ्रीका, यूएई, यूएसए
– ऑब्जर्बर मेंबर – कनाडा, सिंगापुर
– कुल मिलाकर, 19 देश और 12 अंतर्राष्ट्रीय संगठन पहले ही GBA में शामिल होने के लिए सहमत हो चुके हैं।
– विशेष रूप से, वर्ल्ड बैंक, एशियन डेवलपमेंट बैंक, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम, इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी, इंटरनेशनल एनर्जी फोरम, इंटरनेशन रिन्युएबल एनर्जी एजेंसी जैसे प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संगठन, और अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन ने भी गठबंधन में शामिल होने का वादा किया है।
ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस’ का उद्देश्य
– अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना
– मजबूत बायोफ्यूल बाजार विकसित करना
– परिवहन में टिकाऊ बायोफ्यूल ईंधन के उपयोग को तेज करना
– नीति साझा करना और राष्ट्रीय जैव ईंधन कार्यक्रमों के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करना
क्या है बायोफ्यूल
– बायोफ्यूल वह फ्यूल होता है, जिसे पेड़-पौधों से प्राप्त किया जाता है। इसकी सबसे खास बात ये होती है कि इससे प्रदूषण नहीं होता है। बायोफ्यूल का सबसे बड़ा उदाहरण इथेनॉल है।
– भारत में ‘राष्ट्रीय जैव-ईंधन नीति 2018’ है, इसके तहत पेट्रोल में 20% इथेनॉल शामिल किया जा रहा है। कई शहरों में इसे लागू किया जा चुका है।
भारत के लिए क्यों जरूरी यह पहल
– भारत कच्चे तेल का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है।
– अपनी 85 प्रतिशत से अधिक जरूरतों को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भर है।
– जैव ईंधन का उपयोग बढ़ाना दो उद्देश्यों की दिशा में महत्वपूर्ण है – ऊर्जा आयात पर निर्भरता कम करना और देश के तेजी से बढ़ते ऊर्जा उपयोग के कार्बन पदचिह्न को सीमित करना।
विश्व जैव ईंधन (World Biofuel Day) दिवस : 10 अगस्त
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6. G20 समिट के दौरान सदस्य और मेहमान देशों के नेताओं ने किस महापुरुष को स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि दी?
Which great man did the leaders of member and guest countries pay tribute to at the memorial site during the G20 Summit?
a. अटल बिहार वाजपेई
b. महात्मा गांधी
c. जवाहर लाल नेहरू
d. इंदिरा गांधी
Answer: b. महात्मा गांधी (राजघाट)
– G20 समिट के दूसरे दिन 10 सितंबर 2023 को सदस्य, मेहमान और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के नेताओं ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।
– तमाम नेताओं ने इस दौरान मौन भी रखा।
– राजघाट पर प्रधानमंत्री मोदी ने सभी नेताओं का खादी के शॉल के साथ स्वागत किया। सभी नेताओं को राजघाट के बारे में जानकारी भी दी।
– महात्मा गांधी को दुनिया के हर कोने में अहिंसा और उनके सर्वोच्च मानवतावाद के प्रति अप्रतिम समर्पण के लिए याद किया जाता है।
– G20 के सफल आयोजन के जरिए भारत सरकार ने दुनिया भर को संदेश दिया है की गांधी जी के विचारों से सबकी उन्नति है।
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7. G20 का नई दिल्ली घोषणा पत्र
New Delhi Declaration of G20
37 पेज का घोषणा पत्र, इसमें 83 पैराग्राफ
– G20 का साझा घोषणा पत्र 37 पेज का है। इसमें 83 पैराग्राफ हैं।
– साझा घोषणा पत्र पर सभी देशों की सहमति इसलिए खास है, क्योंकि नवंबर 2022 में इंडोनेशिया समिट में जारी घोषणा पत्र में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर सदस्य देशों के बीच सहमति नहीं बन पाई थी।
– तब रूस और चीन ने अपने आप को युद्ध के बारे में की गई टिप्पणियों से अलग कर लिया था। तब घोषणा पत्र के साथ ही इन देशों की लिखित असहमति शामिल की गई थी।
दिल्ली घोषणापत्र का मुख्य हिस्सा –
– सभी देश सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल (SDG) पर काम करेंगे।
– सभी देशों को UN चार्टर के नियमों के मुताबिक काम करना चाहिए।
– बायो फ्यूल अलायंस बनाया जाएगा।
– एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य पर जोर दिया जाएगा।
– मल्टीलेट्रल डेवलपमेंट बैंकिंग को मजबूती दी जाएगी।
– ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं पर फोकस किया जाएगा।
– क्रिप्टोकरेंसी पर ग्लोबल पॉलिसी बनाई जाएगी।
– कर्ज को लेकर बेहतर व्यवस्था बनाने पर भारत ने कॉमन फ्रेमवर्क बनवाने की बात पर जोर दिया है।
– ग्रीन और लो कार्बन एनर्जी टेक्नोलॉजी पर काम किया जाएगा।
सभी देशों ने आतंकवाद के हर रूप की आलोचना की है।
– इंटरनेशनल टैक्सेशन
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8. G20 की स्थापना के बाद पहली बार 2023 में विस्तार हुआ, इसका 21वां सदस्य कौन बना?
G20 expanded for the first time in 2023 after its establishment, who became its 21st member?
G20 का 21वां सदस्य कौन बना?
Who became the 21st member of G20?
a. एशियाई संघ
b. अफ्रीकी संघ
c. बांग्लादेश
d. नाटो
Answer: b. अफ्रीकी संघ
– भारत मंडपम में G20 का शिखर सम्मेलन 9 सितंबर को शुरू हुआ।
– इसके उद्घाटन सत्र में PM नरेंद्र मोदी ने अफ्रीकन यूनियन को संगठन का परमानेंट मेंबर बनाने का प्रस्ताव रखा।
– इसके बाद तमाम सदस्यों ने इसपर सहमति जताई।
– 2024 में ब्राजील में आयोजित समिट में इस संगठन को G21 के नाम से जाना जाएगा।
– G20 की स्थापना 1999 में हुई थी, उसके बाद से पहली बार इसका विस्तार हुआ है।
G20 के 21 सदस्य देश
– भारत
– अर्जेंटीना
– जर्मनी
– इंडोनेशिया
– इटली
– जापान
– कोरिया गणराज्य
– मैक्सिको
– रूस
– सऊदी अरब
– दक्षिण अफ्रीका
– तुर्किये
– ऑस्ट्रेलिया
– ब्राजील
– कनाडा
– चीन
– फ्रांस
– यूनाइटेड किंगडम
– USA
– यूरोपीय संघ
– अफ्रीकी संघ
– अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) और वर्ल्ड बैंक इसके रिप्रेजेंटेटिव (representatives) है।
– इसका कोई स्थायी सचिवालय या मुख्यालय नहीं है। जिस देश को अध्यक्ष मिलती है, वहीं पर इसका दफ्तर हो जाता है।
अफ्रीकी संघ (The African Union)
– इसमें 55 सदस्य देश शामिल हैं जो अफ्रीकी महाद्वीप के देशों से बना है।
– इसकी स्थापना 2002 में हुई थी।
– उससे पहले यह अफ्रीकी एकता संगठन के रूप में काम कर रहा था। अफ्रीकी एकता संगठन की स्थापना वर्ष 1963 में अफ्रीका के स्वतंत्र राज्यों द्वारा की गई थी।
– संगठन ने लागोस प्लान ऑफ एक्शन को वर्ष 1980 में अपनाया। इस योजना ने सुझाव दिया कि अफ्रीका को अंतर-अफ्रीकी व्यापार को बढ़ावा देकर पश्चिम पर निर्भरता को कम करना चाहिये।
– वर्ष 2002 में अफ्रीकी एकता संगठन की जगह अफ्रीकी संघ ने ले लिया, जिसका लक्ष्य “महाद्वीप के आर्थिक एकीकरण” में तेज़ी लाना था।
– अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष अजाली असोमानी हैं।
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9. G20 का कौन सा वां शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर 2023 को आयोजित हुआ?
Which G20 summit was held on 9 and 10 September 2023?
a. 15वां
b. 16वां
c. 17वां
d. 18वां
Answer: d. 18वां
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10. 18वें जी20 के शेरपा का नाम बताएं?
Name the Sherpa of 18th G20?
a. अमिताभ कांत
b. राकेश वर्मा
c. अरुण विजय
d. नरेंद्र मोदी
Answer: a. अमिताभ कांत
– G20 के शेरपा अमिताभ कांत हैं। शेरपा एक तरह से इस आयोजन को लेकर देश के भीतर सारी एजेंसियों और विदेशी एजेंसियों के बीच सामंजस्य बनाने का मुख्य काम करता है।
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11. G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन दिल्ली की किस बिल्डिंग में हुआ?
In which building of Delhi was the G20 summit held?
a. इंडिया मंडपम
b. भारत सेंटर
c. भारत मंडपम
d. जी-20 मंडपम
Answer: c. भारत मंडपम
– यह इंटरनेशनल एग्जीबिशन-कम-कन्वेंशन सेंटर (IECC) है, जिसे भारत मंडपम का नाम दिया गया।
– इस कन्वेंशन सेंटर का रीडेवलपमेंट 2,700 करोड़ रुपए की लागत से किया गया।
– इसमें 7,000 से ज्यादा लोगों के बैठने की क्षमता है।
– इस कन्वेंशन सेंटर में 3,000 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता वाला एक एम्फीथिएटर भी है, जो तीन PVR थिएटरों के बराबर है।
– मीटिंग रूम में 100 लोग एक साथ बैठ सकते हैं। 5,500 से ज्यादा वाहनों के लिए पार्किंग की जगह भी दी गई है।
– सरकारी एजेंसी इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन यानी ITPO का यह कॉम्प्लेक्स 123 एकड़ में फैला है।
वॉल ऑफ डेमोक्रेसी में 5 हजार साल का इतिहास
– वॉल ऑफ डेमोक्रेसी में विदेशी मेहमान भारत का 5 हजार साल का लोकतांत्रिक इतिहास देखेंगे। ये दीवार 26 स्क्रीन पैनल से मिलकर बनी है। इन 26 पैनल में अलग-अलग समय की कहानियां हैं।
– इनमें भारत-मदर ऑफ डेमोक्रेसी, सिंधु घाटी सभ्यता, वैदिक काल, रामायण, महाभारत, महाजनपद और गणतंत्र, जैन धर्म, बौद्ध धर्म, कौटिल्य और अर्थशास्त्र, मेगस्थनीज, सम्राट अशोक, फाह्यान, पाल साम्राज्य के खलीमपुर ताम्रपत्र, श्रेणीसंघ, तमिलनाडु का प्राचीन शहर उथीरामेरुर, लोकतंत्र का दार्शनिक आधार, कृष्णदेव राय, अकबर, छत्रपति शिवाजी, स्थानीय स्वशासन, भारतीय संविधान, आधुनिक भारत में चुनाव शामिल हैं।
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12. G20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल ‘भारत मंडपम’ के बाहर किसकी प्रतिमा स्थापित की गई?
Whose statue was installed outside ‘Bharat Mandapam’, the venue of the G20 summit?
a. नंदी
b. अशोक
c. नटराज
d. विष्णु
Answer: c. नटराज
– यह दुनिया की सबसे ऊंची नटराज प्रतिमा है।
– इसकी ऊंचाई 27 फीट, चौड़ाई 21 फीट और वजन लगभग 18 टन है
– यह आठ धातुओं या ‘अष्ट धातु’ यानी तांबा, जस्ता, सीसा, टिन, चांदी, सोना, पारा और लोहे से बना है।
– शिव की तांडव मुद्रा में नटराज प्रतिमा है।
– इसे तमिलनाडु के तंजावुर जिले के स्वामीमलाई के कुशल कारीगरों ने तैयार किया है।
– यह मूर्ति ‘लॉस्ट-वैक्स कास्टिंग’ पद्धति का उपयोग करके बनाई गई। यह पद्धति जो चोल युग की स्वदेशी तकनीक थी।
इन तीन मंदिरों से प्रेरित मूर्ति
– नटराज का यह डिज़ाइन तीन प्रतिष्ठित नटराज मूर्तियों से प्रेरणा लेता है – चिदंबरम में थिल्लई नटराज मंदिर, कोनेरीराजपुरम में उमा महेश्वर मंदिर, और बृहदेश्वर (बड़ा) मंदिर, तंजावुर।
– ये सभी मूल रूप से चोलों द्वारा बनाए गए थे।
– चोल वंश 9वीं-11वीं शताब्दी ईस्वी के आसपास अपने चरम पर प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश हिस्से पर शासन किया था।
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13. भारत ने G-20 शिखर सम्मेलन 2023 में आमंत्रित करने के लिए कितने देशों को गेस्ट कंट्री (अतिथि देश) का दर्जा दिया?
India gave guest country status to how many countries to invite to the G-20 Summit 2023?
a. पांच
b. सात
c. नौ
d. दस
Answer: c. नौ
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14. भारत ने G-20 शिखर सम्मेलन 2023 के लिए किन देशों को गेस्ट कंट्री (अतिथि देश) का दर्जा दिया?
India has given guest country status to which countries for G-20 summit 2023?
a. बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस
b. नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर
c. स्पेन, यूएई, नीदरलैंड
d. उपरोक्त सभी
Answer: d. उपरोक्त सभी (बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन, यूएई और नीदरलैंड)
2023 की समिट में नौ गेस्ट कंट्री भी शमिल हुए
– बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और यूएई इस कार्यक्रम में “अतिथि देश” बने।
– G20 शिखर सम्मेलन के लिए “अतिथि देशों” की सूची में बांग्लादेश एकमात्र दक्षिण एशियाई पड़ोसी देश था।
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15. भारत की अध्यक्षता में 18वें G20 समिट की थीम बताएं?
What is the theme of the 18th G20 Summit under the chairmanship of India?
a. वसुधैव कुटुंबकम (One Earth · One Family · One Future)
b. एक दुनिया
c. अतिथि देवो भव:
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: a. वसुधैव कुटुंबकम (One Earth · One Family · One Future) (‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’)
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16. PM मोदी ने G20 की अध्यक्षता किस देश के राष्ट्रपति को सौंपी?
PM Modi handed over the presidency of G20 to the President of which country?
a. ब्राजील
b. दक्षिण अफ्रीका
c. यूएसए
d. चीन
Answer: a. ब्राजील
अगली G20 कहां होगी
– 2024 : ब्राजील (रियो डी जनेरियो)
– 2025 : दक्षिण अफ्रीका
– 2026 : यूएसए
– G20 समिट के आखिरी दिन 10 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G20 की अध्यक्षता ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा को सौंप दी।
– ब्राजील अगले साल होने वाली G20 समिट का आयोजन ‘रियो डी जनेरियो’ में करेगा।
ब्राजील
राजधानी – ब्राजीलिया
राष्ट्रपति – लूला डा सिल्वा
करेंसी – रियाल
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17. भारत की अध्यक्षता में G20 का वर्चुअल शिखर सम्मेलन कब होगा?
When will the G20 virtual summit be held under the chairmanship of India?
a. अक्टूबर 2023
b. नवंबर 2023
c. दिसंबर 2023
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: b. नवंबर 2023
– PM मोदी ने G20 की अध्यक्षता ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा को सौंप दी, लेकिन भारत नवंबर 2023 तक अध्यक्ष बना रहेगा।
– ऐसे में प्रधानमंत्री ने नवंबर 2023 में वर्चुअल समिट का ऐलान किया।
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18. भारत की अध्यक्षता में G20 की 200 से ज्यादा मीटिंग कितने शहरों में हुई?
In how many cities were more than 200 meetings of the G20 held under the chairmanship of India?
a. 20
b. 55
c. 60
d. 160
Answer: c. 60
– G20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि 60 से अधिक शहरों में 200 से अधिक कार्यक्रमों के साथ यह भारत में लोगों का जी-20 बन गया।
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19. भारत ने G20 की अध्यक्षता संभालने के बाद पहली शेरपा मीटिंग किस शहर में आयोजित की थी?
In which city did India organize the first Sherpa meeting after assuming the presidency of G20?
a. जयपुर
b. उदयपुर
c. नोएडा
d. अजमेर
Answer: b. उदयपुर
– G20 शेरपा की पहली बैठक 4 से 7 दिसंबर 2022 को उदयपुर में हुई।
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20. G20 समिट में किन सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष अनुपस्थित रहे और अपने प्रतिनिधि भेजे?
Which member countries’ heads of state remained absent and sent their representatives in the G20 summit?
a. चीन, रूस
b. चीन, रूस और यूएसए
c. चीन, रूस और फ्रांस
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: a. चीन, रूस
– G20 की इस बेहद अहम समिट में कुछ अहम देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल नहीं हुए।
– सदस्य देशों में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन अनुपस्थित रहे।
– जबकि गेस्ट कंट्री स्पेन के राष्ट्रपति सांचेज कोरोना की वजह से नहीं आ सके।
– चीन ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग की जगह प्रीमियर ली क़ियांग को भेजा है।
– जबकि यूक्रेन से युद्ध की वजह से रूस के प्रेसिडेंट ब्लादिमीर पुतिन शामिल नहीं हुए। उनकी जगह विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव G20 समिट में शामिल हुए।
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