यह 11 अगस्त 2023 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
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1. रूस के चंद्र मिशन का नाम बताएं, जिसे भारत के चंद्रयान-3 से पहले चांद पर लैंड करने के लिए लॉन्च किया गया है?
Name the moon mission of Russia, which has been launched to land on moon before India’s Chandrayaan-3?
रूस ने 47 साल बाद चांद पर मिशन भेजा, इस मिशन का नाम क्या है?
Russia sent a mission to the moon after 47 years, what is the name of this mission?
a. लूनर-25
b. लोनार-24
c. कॉस्मोड्रोम
d. लूना-25
Answer: d. लूना-25
– रूस ने 47 साल बाद चांद पर अपना मिशन लूना-25 को 10 अगस्त 2023 को लॉन्च कर दिया है।
– इस यान को सोयुज 2.1बी रॉकेट की मदद से लॉन्च किया गया।
– यह पांच दिन में चांद तक पहुंचेगा। इसके बाद 7 से 10 दिन तक चांद के ऑर्बिट में चक्कर लगाएगा।
– यह 21 या 22 अगस्त को चांद की सतह पर उतर जाएगा।
– मतलब भारत के चंद्रयान-3 के बाद लॉन्च होकर पहले उतर सकता है।
– चंद्रयान-3, चांद के लिए 14 जुलाई रवाना हुआ था। 5 अगस्त को चांद के ऑर्बिट में पहुंचा। 23 अगस्त को साउथ पोल पर उतने की संभावना है।
– रूस की स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस का कहना है कि दोनों मिशन एक-दूसरे के रास्ते में नहीं आएंगे। क्यों दोनों ने अलग-अलग लैंडिंग क्षेत्रों की योजना बनाई है।
– इसमें कहा गया, “ऐसा कोई खतरा नहीं है कि वे एक-दूसरे के साथ हस्तक्षेप करें या टकराएं। चंद्रमा पर सभी के लिए पर्याप्त जगह है।”
चंद्रयान-3 से जल्दी कैसे पहूंचेगा लूना-25
– पृथ्वी से सीधे चांद तक पहुंचे के लिए काफी ताकतवर रॉकेट और ज्यादा फ्यूल की जरूरत पड़ती है। रूस का रॉकेट सुयोज-2 इसमें सक्षम है। इसलिए यह ज्यादा खर्चीला है।
– जबकि चंद्रयान-3 ने LVM-3 लॉन्च होकर पृथ्वी और चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण की मदद से रास्ता पूरा किया है। इसे क्रायोजेनिक इंजन ने चांद तक पहुंचने के लिए धक्का देने का काम किया। बाकि काम गुरुत्वाकर्षण ने किया।
दो साल की देरी से हो रही है लूना-25 की लॉन्चिंग
– रूसी स्पेस एजेंसी लूना-25 को पहले अक्टूबर 2021 में लॉन्च करना चाहती थी।
– लेकिन इसमें करीब दो साल की देरी हुई है।
– लूना-25 के साथ यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) पायलट-डी नेविगेशन कैमरा की टेस्टिंग करना चाहता था।
– लेकिन यूक्रेन पर हमला करने की वजह से दोनों स्पेस एजेंसियों ने नाता तोड़ लिया।
– इसकी वजह से रूस के चंद्र मिशन में देरी हुई।
चांद पर लूना- 25 क्या करेगा?
– लूना-25 यान का प्रक्षेपण 1976 के बाद रूस का पहला चंद्र मिशन है जब यह सोवियत संघ का हिस्सा था।
– रूस के लूना- 25 में लैंडर हैं।
– चार पैरों वाला लैंडर 800 किलोग्राम का है।
– लूना-25 सॉफ्ट लैंडिंग की प्रैक्टिस करेगा।
– यह चांद की मिट्टी के नमूने लेने और उनका एनालिसिस करने का काम करेगा।
– साथ ही लंबे समय तक चलने वाले रिसर्च करेगा।
क्यों खास है यह मिशन?
– 1976 में लॉन्च किया गया लूना-24 चांद की करीब 170 ग्राम धूल लेकर सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस पहुंचा था।
– अंतरिक्ष विज्ञानी व्लादिमीर सर्डिन ने अनुमान लगाया कि लूना-25 मिशन की सफलता की संभावना 50 फीसदी है।
तीन देश ही अब तक सफल रहे हैं
– केवल तीन सरकारें ही सफल चंद्रमा लैंडिंग में कामयाब रही हैं: सोवियत संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन।
– भारत और रूस का लक्ष्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सबसे पहले उतरने का है।
अचानक चांद क्यों बना आकर्षण का केंद्र
– लोकप्रिय रूसी अंतरिक्ष विश्लेषक विटाली ईगोरोव ने कहा, “चंद्रमा का अध्ययन लक्ष्य नहीं है।” “लक्ष्य दो महाशक्तियों – चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका – और कई अन्य देशों के बीच राजनीतिक प्रतिस्पर्धा है जो अंतरिक्ष महाशक्ति के खिताब का दावा करना चाहते हैं।”
दक्षिणी ध्रुव पर क्यों जाना चाहते हैं देश
– चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के चुनौतीपूर्ण इलाके में नेविगेट करना एक कठिन चुनौती है। हालाँकि, इस क्षेत्र में बर्फ की अनुमानित प्रचुरता के कारण अत्यधिक वैज्ञानिक रुचि है – विशाल निहितार्थ वाला एक संसाधन। यह बर्फ संभावित रूप से ईंधन, ऑक्सीजन और पीने के पानी के भंडार के रूप में काम कर सकती है, जिससे भविष्य में चंद्र निवास के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा।
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2. भारत सरकार ने भी ‘हवाना सिंड्रोम’ की जांच करवाने का फैसला किया, यह क्या है?
Government of India has also decided to get the ‘Havana Syndrome’ investigated, what is it?
a. रहस्यमयी आवाज, जिससे बीमार होना
b. रहस्यमयी परछाई, जिससे बीमार होना
c. रहस्यमयी हवा, जिससे बीमार होना
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: a. रहस्यमयी आवाज से बीमार होना
– भारत सरकार हवाना सिंड्रोम की जांच करेगी।
– यह पता किया जाएगा कि कोई बीमारी या फिर गुप्त हथियार?
– कर्नाटक हाईकोर्ट ने 27 जुलाई 2023 को एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार 3 महीने में हवाना सिंड्रोम की संभावनाओं की जांच करे।
– इस दौरान सरकार ने कहा कि वह इस मामले को देखेगी।
क्या हैं हवाना सिंड्रोम के लक्षण?
– हवाना सिंड्रोम का प्रभाव अमेरिकी अधिकारियों और डिप्लोमैट ने महसूस किए हैं। भारत में भी।
– आशंका है कि यह आवाज हाई फ्रिक्वेंसी माइक्रोवेव ट्रांसमिशन के जरिए टार्गेट तक पहुंचाई जा रही है।
– इसमें भनभनाहट या बर्तनों के रगड़ने पर निकलने वाली या सूअर के चीखने जैसी आवाजें सुनाई देती है।आने की शिकायत की गई।
– इन आवाजों का सोर्स पता नहीं चलता था।
– दोनों हाथों से कान बंद करने पर भी ये आवाजें धीमी नहीं होती थीं।
– लंबे समय तक ये आवाजें सुनने के बाद लोग बीमार हो गए। उनमें बेहोशी, चक्कर आना, सिर दर्द, उल्टी आने जैसे लक्षण दिखाई दिए। कई लोगों की याददाश्त तक चली गई।
पहली बार इस तरह की आवाज कहां सुनी गई?
– अमेरिका का पड़ोसी देश क्यूबा में यह आवाज 2014 में पहली बार सुनी गई।
– क्यूबा और अमेरिका के बीच भी कई दशकों तक तनाव रहा है।
– बराक ओबामा के शासन में दोनों देशों के बीच रिश्ते बहाल हुए। लेकिन महज दो साल में ही अमेरिका ने लगभग सभी डिप्लोमैट्स को वापस बुला लिया।
– अधिकारियों को वापस बुलाने के पीछे कोई झगड़ा नहीं, बल्कि कुछ अजीबोगरीब आवाजें थीं।
– हवाना स्थित दूतावास में आ रही उन आवाजों को सुनकर लोग बीमार पड़ रहे थे।
– यही से इसका नाम हवाना सिंड्रोम पड़ा।
– धीरे-धीरे कई देशों में आवाजें सुनी गईं।
भारत में हवाना सिंड्रोम
– जुलाई 2023 तक भारत में हवाना सिंड्रोम का सिर्फ एक मामला दर्ज हुआ है।
– 2021 में जब पहला मामला भारत में सामने आया था, तब अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के निदेशक विलियम बर्न्स दिल्ली के दौरे पर थे।
– इस दौरान उनके साथ दौरे पर आए एक अमेरिकी अधिकारी ने भारतीय डॉक्टरों को हवाना सिंड्रोम के लक्षण महसूस करने की बात बताई थी।
अबतक कहां कहां आई इस तरह की आवाजें ?
– चीन के ग्वांगझू में 2018 में
– अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में 2019, 2020
– भारत में दिल्ली में, ऑस्ट्रिया के वियाना, जर्मनी के बर्लिन, वियतनाम के हनोई और सर्बिया के बेलग्रेड में 2021 में।
इस सिंड्रोम की तुलना फ्रे इफेक्ट से की जा रही
– हवाना सिंड्रोम की तुलना अमेरिकी साइंटिस्ट एलन एच. फ्रे के जरिए खोजे गए ‘फ्रे इफेक्ट’ से की जा रही है।
– 1962 में अमेरिकी साइंटिस्ट ने इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एनर्जी पर रिसर्च के दौरान फ्रे इफेक्ट की वजह से झींगुर जैसी आवाजें सुनाई देना, सिरदर्द और उल्टी जैसे लक्षण महसूस किए थे।
अवाज का सोर्स माइक्रोवेव हथियार हो सकते हैं
– 2020 में अमेरिका के नेशनल एकेडमी और साइंसेज ने एक स्टडी जारी की।
– स्टडी के मुताबिक हवाना सिंड्रोम की वजह माइक्रोवेव हथियार हो सकते हैं।
– माइक्रोवेव हथियार ऐसे हथियार होते हैं जो ऊर्जा को ध्वनि, लेजर या माइक्रोवेव के रूप में किसी टारगेट पर मार कर सकते हैं।
– इस तरह के हथियार सबसे पहले सोवियत यूनियन ने विकसित किए थे।
– अमेरिका और चीन के पास भी माइक्रोवेव हथियार हैं।
– दूसरी तरफ क्यूबा के वैज्ञानिकों की एक टीम ने जांच के बाद ‘हवाना सिंड्रोम’ जैसी किसी चीज को निराधार बताया है।
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3. अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस कब मनाया जाता है?
When is International Youth Day celebrated?
a. 14 अगस्त
b. 12 अगस्त
c. 17 अगस्त
d. 22 अगस्त
Answer: b. 12 अगस्त
– समाज में युवाओं के विकास और सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए दुनिया भर में 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।
– इस दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसम्बर, 1999 में की गयी थी।
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4. चुनाव आयुक्तों के चयन समिति से सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को हटाकर किसे शामिल करने के लिए केंद्र सरकार ने राज्यसभा में विधेयक पेश किया?
The central government introduced a bill in the Rajya Sabha to include whom by removing the CJI from the selection committee of election commissioners?
a. PM द्वारा नामित जज
b. PM द्वारा नामित कैबिनेट मंत्री
c. PM द्वारा नामित राजनेता
d. PM द्वारा नामित सांसद
Answer: b. PM द्वारा नामित कैबिनेट मंत्री
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राज्यसभा में पेश हुए विधेयक में मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों के चयन का अधिकार इनमें से किस कमेटी को देने का प्रावधान है?
In the bill presented in the Rajya Sabha, there is a provision to give the right to select the Chief Election Commissioner and Election Commissioners to which of these committees?
a. PM, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और CJI की कमेटी
b. PM, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और PM द्वारा नामित कैबिनेट मंत्री की कमेटी
c. PM, CJI और कानून मंत्री की कमेटी
d. PM, कानून मंत्री और पूर्व CJI की कमेटी
Answer: b. PM, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और PM द्वारा नामित कैबिनेट मंत्री की कमेटी
– केंद्र सरकार ने 10 अगस्त 2023 को राज्यसभा में मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) और अन्य चुनाव आयुक्तों (ECs) की नियुक्ति को रेगुलेट करने से जुड़ा बिल पेश किया।
– इसके जरिए एक समिति की स्थापना का प्रावधान है, जिसमें प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष का नेता और प्रधानमंत्री द्वारा नामित कैबिनेट का मंत्री शामिल होंगे।
संविधान में नियुक्ति का क्या प्रावधान है?
– संविधान के अनुच्छेद 324 (2) के अनुसार, मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त, राष्ट्रपति द्वारा कानून के आधार पर की जानी चाहिए।
– फिर भी, इस संबंध में संसद द्वारा कोई कानून नहीं बनाया गया था।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश को खारिज करेगा यह बिल
– दरअसल, सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने मार्च 2023 में अपने फैसले में मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति का अधिकार केंद्र सरकार से छीन लिया था।
– सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए नाम सुझाने का काम प्रधानमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की कमेटी को दिया था।
– उस वक्त सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में साफ कहा कि यह प्रोसेस तब तक लागू रहेगी, जब तक संसद चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति को लेकर कोई कानून नहीं बना लेती।
– उस वक्त फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने महत्वपूर्ण टिप्पणी की थी – ताकतवर के सामने कमजोर घुटने वाले व्यक्ति को चुनाव आयुक्त नियुक्त नहीं किया जा सकता।
सुप्रीम कोर्ट कैसे पहुंचा था मामला
– सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता प्रशांत भूषण और अन्य वकीलों ने कहा कि इस स्थिति का लाभ उठाते हुए, केंद्र सरकार ऐसे लोगों को चुनाव आयुक्त और मुख्य चुनाव आयुक्त चुनती है, जिन्हें अक्सर सत्ता में रहने वालों और उन्हें चुनने वालों के साथ मिलकर काम करने के लिए देखा जाता है।
– इसलिए, याचिकाकर्ताओं ने इनकी नियुक्त करने के लिए एक इंडिपेंडेंट अथॉरिटी की मांग की थी।
अब तक कैसे होती थी चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति
– सुप्रीम कोर्ट के आदेश से पहले, देश में मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर फिलहाल देश में कोई कानून नहीं था।
– एप्वाइंटमेंट प्रॉसेस केंद्र सरकार के हाथों में थी।
– परंपरागत रूप से सचिव स्तर के मौजूदा या रिटायर्ड अधिकारियों की एक सूची तैयार की जाती थी।
– इस सूची के आधार पर तीनों नामों की सूची तैयार की जाती थी।
– इन नामों पर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति विचार करते थे।
– इसके बाद प्रधानमंत्री, इस सूची में शामिल अधिकारियों से बात करके कोई एक नाम राष्ट्रपति के पास भेजते थे।
– इनका कार्यकाल 6 साल या 65 साल की उम्र जो भी पहले हो तक होता है।
– इस प्रक्रिया से चुनाव आयुक्त चुने जाते हैं और इनमें से जो सबसे सीनियर होता है उसे मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया जाता है।
– इन्हें सुप्रीम कोर्ट के जज की तरह माना जाता है और समान वेतन और भत्ते मिलते हैं।
चुनाव आयोग
मुख्य चुनाव आयुक्त – राजीव कुमार
चुनाव आयुक्त – अनूप चंद्र पांडेय, अरुण गोयल
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5. ई-पास के जरिए सुप्रीम कोर्ट में प्रवेश के लिए चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने किस वेबसाइट को लॉन्च किया?
Which website was launched by Chief Justice DY Chandrachud to enter the Supreme Court through e-pass?
a. सुस्वागतम
b. स्वागत
c. न्यायमंदिर
d. उच्चतम
Answer: a. सुस्वागतम
– भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) ने कहा, “‘सुस्वागतम’ एक वेब आधारित और मोबाइल फ्रेंडली एप्लिकेशन है जो उपयोगकर्ताओं को खुद को ऑनलाइन पंजीकृत करने और अदालत की सुनवाई में भाग लेने, अधिवक्ताओं से मिलने जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए ई-पास के लिए अनुरोध करने की अनुमति देता है।”
– 9 अगस्त तक पायलट आधार पर पोर्टल के माध्यम से 10,000 से अधिक ई-पास जारी किए गए हैं।
– सीजेआई ने कहा, “आपको सुबह कतार में इंतजार करने की जरूरत नहीं है। सभी पास ऑनलाइन बनाए जाते हैं।
– ‘सुस्वागतम’ पोर्टल, उसके सहयोगी मोबाइल एप्लिकेशन के साथ, मुकदमों और आगंतुकों को QR कोड सक्षम ई-पास की सुविधा प्रदान करता है।
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6. किस राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी मुफ्त स्मार्टफोन योजना 2023 को शुरू किया?
Which state government has launched the Indira Gandhi Free Smartphone Scheme 2023?
a. बिहार
b. पंजाब
c. हरियाणा
d. राजस्थान
Answer: d. राजस्थान
– इस योजना के जरिए राजस्थान में महिलाओं को मुफ्त मोबाइल फोन, इंटरनेट और वॉयस कॉल सेवाएं प्रदान करवाई जाएंगी।
– स्मार्टफोन का वितरण 10 अगस्त से 30 अगस्त, 2023 तक होगा, जिसमें विधवाओं और तलाकशुदा महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
राजस्थान
सीएम – अशोक गहलोत
गवर्नर – कलराज मिश्र
राजधानी – जयपुर
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7. केंद्र सरकार ने लिम्फैटिक फाइलेरियासिस बीमारी को किस वर्ष तक भारत से समाप्त करने का लक्ष्य बनाया?
By which year the Union Government has set a target to eliminate Lymphatic Filariasis disease from India?
a. 2025
b. 2027
c. 2028
d. 2030
Answer: b. 2027
– लिम्फैटिक फाइलेरिया बीमारी को आमभाषा में हाथीपांव भी कहा जाता है। इस बीमारी में पैर हाथी जैसे मोटे हो जाते हैं।
– केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडविया ने ‘नेशनवाइड मास ड्रग एडमेनिस्ट्रेशन’ (MDA) पहल की वार्षिक बैठक में इस बीमारी के 2027 तक उन्मूलन का ऐलान किया।
– इस दौरान 10 अगस्त 2023 से लिम्फैटिक फाइलेरियासिस उन्मूलन अभियान का दूसरा चरण शुरू हुआ।
– यह अभियान असम, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र के 81 जिलों को कवर करेगा।
फाइलेरिया
– इसका वैज्ञानिक नाम लिंफेटिक फाइलेरियासिस है।
– फाइलेरिया मच्छरों द्वारा फैलता है, खासकर परजीवी क्यूलैक्स फैंटीगंस मादा मच्छर के जरिए।
– ज्यादातर मामले में इस बीमारी का पता काफी लंबे समय बाद चलता है।
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8. FISU वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स 2023 में भारतीय खिलाड़ियों ने कुल कितने मेडेल जीते?
How many medals did Indian players win in FISU World University Games 2023?
a. 52
b. 40
c. 26
d. 10
Answer: c. 26
– चीन में आयोजित FISU वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के 31वें संस्करण में भारत ने कुल 26 मेडेल जीते।
– यह आयोजन चीन के चेंगदू में हुआ।
– भारतीय खिलाडि़यों ने तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, तलवारबाजी, जूडो, शूटिंग, तैराकी, टेबल टेनिस, ताइक्वांडो, टेनिस और वॉलीबॉल में हिस्सा लिया।
– इस प्रतियोगिता में भारत की ओर से पहले वुशू की टीम भी हिस्सा लेने वाली थी, लेकिन नत्थी वीजा विवाद बाद उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था।
FISU : International University Sports Federation
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9. FISU वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स 2023 में भारतीय खिलाड़ियों ने कितने गोल्ड मेडेल जीते?
How many gold medals did Indian players win in the FISU World University Games 2023?
a. 8
b. 11
c. 15
d. 20
Answer: b. 11
भारत को मेडेल
– गोल्ड : 11
– सिल्वर : 5
– ब्रॉन्ज : 10
– कुल : 26
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10. स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) ने किस अभियान के तहत ‘हल्ला बोल’ नामक एक शॉर्ट मूवी सीरीज़ की शुरुआत की?
Under which campaign Sports Authority of India (SAI) launched a short movie series titled ‘Halla Bol’?
a. बोल इंडिया
b. चीयर4इंडिया
c. हैलो इंडिया
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: b. चीयर4इंडिया
– आने वाले हफ्तों में, SAI की कुल 12 लघु फिल्मों को रिलीज करने का प्लान है।
– इस पहल का उद्देश्य एशियाई खेलों 2023 में भाग लेने वाले एथलीटों को प्रेरित करना और युवाओं को खेल के कॅरियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना।